गुरुवार, 3 जनवरी 2013

सरहदी बाड़मेर में पतंगबाजी पर प्रतिबन्ध लगाया जिला प्रशासन ने

सरहदी बाड़मेर में पतंगबाजी पर प्रतिबन्ध लगाया जिला प्रशासन ने 

बाड़मेर, 3 जनवरी। सरहदी जिले बाड़मेर के लोग मकर सक्रांति पर्व पर पतंगबाजी का आनंद नहीं उठा सकेंगे ,लोगो के इस आनंद पर जिला प्रशासन ने प्रतिबन्ध लगा दिया .जिला मजिस्ट्रेट ने मकर सक्रान्ति पर जिले में करन्ट की आशंका  वाले मांझे से पतंगबाजी करने पर प्रतिबन्ध लगाया है।

जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि मकर सक्रान्ति के अवसर पर जिले में पतंग उडाए जाएगे। वर्तमान समय में पतंग के लिए इस प्रकार का मांझा प्रचलन मे आया है जिससे पतंगबाजी करने पर बिजली के तारों के सम्पर्क में आने से विद्युत प्रवाहित होकर करन्ट आने से जानमाल की हानि की आशका रहती है। साथ ही इस प्रकार के मांझे से पतंगबाजी करने पर आका में स्वच्छंद विचरण करने वाले पक्षियों की गर्दन कट जाती है तथा इससे मनुश्यों को भी चोट पहुंच सकती है। उन्होने बताया कि जानमाल की रक्षा एवं सुरक्षा कारणों को मद्दे नजर रखते हुए पतंगबाजी के लिए इस प्रकार के अनुपयुक्त मांझे को पतंगबाजी हेतु उपयोग करने व विक्रय करने पर प्रतिबन्ध रहेगा। आदो का उल्लंधन करने पर दोशी व्यक्ति के विरूद्ध विधि के प्रावधानों के अनुसार कार्यवाही की जाएगी। उक्त आदेश  8 जनवरी से 20 जनवरी तक प्रभावाील रहेगा।

जैसलमेर महिला जनप्रतिनिधी के साथ मारपीट



महिला जनप्रतिनिधी के साथ मारपीट

वार्ड संख्या 10 की है पार्षद  पुलिस नहीं कर रही मामला दर्ज/

न्याय के लिये दर दर भटक रही है महिला

सिकंदर शैख़ 

जैसलमेर/3 दिसम्बर /

दिल्ली के दुष्करम के बाद देश भर में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर छिडी बहस अभी थमी ही नहीं है कि महिला के साथ मारपीट का एक मामला स्वर्णनगरी जैसलमेर भी उभर कर सामने आ गया। देश भर में छिडी इस बहस के बाद कहीं न कहीं ऐसा लगना शुरू हो गया था कि अब शायद महिलाओं को न्याय व सुरक्षा दिलाई जा सकेगी लेकिन जैसलमेर शहर के वार्ड संख्या 10 की पार्षद मीना भाटी के साथ गत 29 दिसम्बर को हुई मारपीट को लेकर न तो पुलिस गंभीर है और न ही प्रशासन ऐसे में जब महिला जनप्रतिनिधियों के ये हालात हैं तो आम महिला की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने वाजिब ही है।


मामला है जैसलमेर शहर के वार्ड संख्या 10 का जहां पर इस वार्ड की पार्षद मीना भाटी का एक भूखण्ड है जिस पर कब्जा जमाने की नीयत के कुछ लोगों द्वारा इस महिला पार्षद पर हमला कर इसके साथ मारपीट की गई। पार्षद भाटी द्वारा जब इस मामले को लेकर पुलिस में गुहार लगाई तो पुलिस ने धारा 151 के तहत मामला दर्ज कर मामले की इतिश्री कर दी जब कि महिला के साथ मारपीट व अभद्र व्यवहार के लिये कोई भी धारा आरोपियों पर नहीं लगाई है। ऐसे में पहले दिन जमानत पर छूटे इन अपराधियों द्वारा लगातार इस महिला पार्षद को धमकाया जा रहा है और पुलिस द्वारा ढुलमुल जवाब देने से त्रस्त यह महिला अपनी व अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर भी आशंकित दिखाई दे रही है। पुलिस थाना कोतवाली द्वारा मामले में कोई ठोस कार्यवाही नहीं होने के बाद आज यह महिला जिला कलक्टर शुचि त्यागी व जिला पुलिस अधीक्षक ममता राहुल विश्नोई के पास भी पहुंची व उन्हें ज्ञापन देकर अपनी सुरक्षा की मांग की है। जब सक्षम अधिकारीयों से मामले से बात करनी चाही तो कोई भी अधिकारी कैमरे पर बात करने को राज़ी नही हुआ
गौरतलब है कि पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण मानी जाने वाली स्वर्णनगरी में प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में पुरूष व महिला सैलानी आते हैं ऐसे में अगर शहर की एक जनप्रतिनिधि के साथ इस प्रकार के मामले होना व न्याय नहीं मिलना कहीं न कहीं शहर की अन्य महिलाओं को हतोत्साहित सा करता है।