मंगलवार, 20 मार्च 2018

सौरभ से उस्मान बना शख्स ही पत्नी-बेटी और ससुर का निकला कातिल

सौरभ से उस्मान बना शख्स ही पत्नी-बेटी और ससुर का निकला कातिल

इलाहाबाद। पुलिस ने सोमवार को एक ही परिवार के तीन लोगों को उनके घर में बेरहमी से कत्ल किए जाने के सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का दावा है कि गिरफ्तार आरोपी ने ही पत्नी-बेटी और ससुर को मौत के घाट उतारा था।




पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल किए गए चाकू व अन्य सामानों को भी बरामद कर लिया है। अफसरों का दावा है कि आरोपी ने महज सात महीने पहले ही धर्म बदलकर दो बच्चियों की तलाकशुदा मां से निकाह किया था।

महिला द्वारा लगातार पैसों व प्रापर्टी ट्रांसफर किए जाने का दबाव बनाए जाने को लेकर हुए विवाद में उसने पत्नी, सौतेली बेटी व ससुर पर चाकुओं से ताबड़तोड़ हमला कर उन्हें मौत के घाट उतारा था।पुलिस अफसरों का कहना है कि ट्रिपल मर्डर की यह सनसनीखेज वारदात साजिशन नहीं थी। घटना के वक्त पति-पत्नी के बीच हुए विवाद के दौरान ही आरोपी ने एक-एक कर तीनों का क़त्ल किया था। पुलिस के मुताबिक़ आरोपी पति सौरभ चौरसिया उर्फ उस्मान गनी ने वारदात को अंजाम देने के बाद लूट का नाटक रचने की साजिश रची थी। इतना ही नहीं कपड़े बदलने के बाद वह आम दिनों की तरह अपनी दुकान पर चला गया था।



गौरतलब है कि इलाहाबाद के करेली इलाके के शम्स नगर मोहल्ले में सोमवार दोपहर एक ही परिवार के तीन लोगों की खून से सनी लाश उनके घर में पाई गई थी। तीस साल की सलमा बेगम, उनकी पांच साल की बेटी ऐना मर्जिया और बुजुर्ग पिता मोहम्मद यूनुस को घर में ही मौत के घाट उतारा गया था।




वारदात को किसने और क्यों अंजाम दिया, यह घंटों पुलिस व किसी को कुछ समझ नहीं आया। शुरुआती तफ्तीश में ही पुलिस को महिला सलमा के दूसरे पति सौरभ चौरसिया उर्फ उस्मान गनी की भूमिका संदिग्ध लगी। पुलिस के सवालों का वह ठीक से जवाब नहीं दे पा रहा था। खोजी कुत्ता भी कमरे से निकलकर छत पर उसके पास ही पहुंचा था। छानबीन में पुलिस को पता चला कि सलमा की शादी आठ साल पहले हुई थी। उसकी दो बेटियां थीं। तकरीबन डेढ़ साल पहले उसका अपने पति से तलाक हो गया था। तलाक के बाद बड़ी बेटी पिता के पास रहने लगी, जबकि छोटी ऐना मर्जिया मां सलमा के साथ। तकरीबन सात महीने पहले इलेक्ट्रिक सामानों का कारोबार करने वाले सौरभ चौरसिया ने धर्म परिवर्तन कर सलमा से निकाह कर लिया था।




वह करेली इलाके में किराए का मकान लेकर सलमा और उसकी बेटी के साथ रहने लगा। उनके साथ सलमा के पिता यूनुस भी रहते थे। पुलिस के मुताबिक़ सलमा निकाह के वक्त किए गए करार के मुताबिक रोजाना डेढ़ हजार रुपये और दुकान अपने नाम किए जाने की मांग करती थी, जबकि सौरभ उर्फ उस्मान उससे आनाकानी करता था। इसी बात को लेकर दोनों में अक्सर झगड़ा होता था।




एसएसपी आकाश कुलहरि ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि सोमवार को सौरभ उर्फ़ उस्मान जब दूकान जाने के लिए तैयार हो रहा था, तभी सलमा ने उसे फिर से पैसे व प्रॉपर्टी के लिए टोका। इसी बात पर दोनों में बहस होने लगी। इस दौरान ससुर यूनुस बाहर गलियारे में थे, जबकि बेटी ऐना छत पर खेल रही थी।

राजस्थान में 24 घंटे में दो बाघों की मौत, एक बाघ एक माह से लापता

राजस्थान में 24 घंटे में दो बाघों की मौत, एक बाघ एक माह से लापता

राजस्थान में 24 घंटे में दो बाघों की मौत, एक बाघ एक माह से लापता
राजस्थान के दो अभ्यारण्यों में 24 घंटे में दो बाघों की मौत हो गई। सरिस्का अभ्यारण्य में सोमवार रात बाघ एसटी-11 की तारबंदी में फंसने से मौत हुई थी। वहीं, मंगलवार सुबह रणथम्भौर अभ्यारण्य से सटे छाण गांव में घुसे बाघ टी-28 की वन विभाग की टीम द्वारा ट्रेंक्यूलाइज (रेस्क्यू ) किए जाते समय मौत हो गई। बाघ एसटी-11 की मौत का कारण बनी तारबंदी अभ्यारण्य के पास कालामेढ़ा इलाके में अपने खेत में एक किसान ने कर रखी थी। किसान भगवान सहाय प्रजापत का कहना है कि नीलगाय से फसल को बचाने के लिए उसने अन्य किसानों के साथ मिलकर तारबंदी की थी। भगवान सहाय प्रजापत को गिरफ्तार कर लिया गया है ।




मंगलवार को मृत बाघ का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमें कंटीले लोहे के तारों में गर्दन फंसने से उसकी मौत की बात सामने आई है। कालामेढ़ा सरिस्का अभ्यारण्य के बिल्कुल निकट है। कई बार बाघ सहित अन्य जानवर रात के समय अभ्यारण्य से निकलकर कालामेढ़ा के आबादी क्षेत्र की तरफ चले जाते है। सरिस्का बाघ परियोजना क्षेत्र के प्रभारी गोविंद भारद्वाज का कहना है कि कालामेढ़ा इलाके के समीप बाघ का का शव पड़ा होने की सूचना सोमवार रात को मिली। इसके बाद वन विभाग के कर्मचारी मौके पहुंचे और शव को कब्जे में लिया।पूछताछ में ग्रामीणों ने बताया कि नीलगाय से अपनी फसल को बचाने के लिए किसान भगवान सहाय प्रजापत ने अपने खेत में तारबंदी की थी,इस तारबंदी में ही बाघ एसटी-11 की गर्दन फंस गई। घटना स्थल से मिले साक्ष्यों से पता चला है कि गर्दन में तार फंसने के बाद बाघ जंगल की ओर भागने लगा, जिससे फंदा कसता गया और दम घुटने से उसकी मौत हो गई। मृत बाघ के अगले पंजे पर गहरे घाव भी मिले हैं। इधर, रणथम्भौर अभ्यारण्य के पुराने बाघों में से एक टी-28 मंगलवार सुबह पास के ही छाण गांव में घुस गया। अचानक बाघ को गांव में देख ग्रामीणों ने लाठियों से खदेड़ने का प्रयास किया। शोरशराबा देख बाघ ने वापस अभ्यारण्य में भागने का प्रयास किया। इसी दौरान बाघ टी-28 ने एक ग्रामीण पर हमला कर दिया, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया।




इससे घबराए ग्रामीण अपने घरों की छत पर चढ़कर शोर मचाने लगे। सूचना पर वन विभाग की टीम गांव में पहुंची और बाघ को टेंक्यूलाइज किया गया, संभवतया इसी दौरान उसकी मौत हो गई। रणथम्भौर के फील्ड डायरेक्टर वाई.के.साहू ने बताया कि टी-28 के गांव में घूसने की सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची,काफी मशक्कत के बाद बाघ को रेस्क्यू किया गया। बाघ को ले जा रहे थे उसी वक्त उसकी मौत हो गई । मौत के कारणों का अधिकारिक खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही होगा।




उल्लेखनीय है कि सरिस्का एक बार पूरी तरह से बाघ विहिन हो गया था। लेकिन पिछले एक वर्ष से इसको फिर से आबाद करने के प्रयास शुरू हुए हैं। इसी के तहत रणथम्भौर अभ्यारण्य से लाकर 12 बाघों को यहां बसाया गया है। इनमें से एक एसटी-5 करीब एक माह से लापता है, वहीं एसटी-11 की सोमवार रात मौत हो गई।

अवैध शराब बाहर निकालने कुएं में उतरे चारों युवकों की दम घुटने से मौत

अवैध शराब बाहर निकालने कुएं में उतरे चारों युवकों की दम घुटने से मौत
अवैध शराब बाहर निकालने कुएं में उतरे चारों युवकों की दम घुटने से मौत
राजस्थान में भरतपुर जिले के कुम्हेर में एक कुएं में जहरीली गैस से दम घुटने से 4 लोगों की मौत हो गई । यह हादसा सोमवार शाम उस समय हुआ जब आबकारी विभाग की टीम अवैध शराब का कारोबार करने वालों की तलाश में कुम्हेर कस्बे में पहुंची थी।


पुलिस के अनुसार मृतक कुम्हेर के अंग्रेज,मंजीत,संजय और संदीप नामक चार युवक अवैध देशी शराब बनाने का काम करते थे । इनके साथ कुछ बाहरी लोग भी मिले हुए थे । सोमवार शाम अवैध देशी शराब बनाने का काम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए आबकारी विभाग की टीम के कुम्हेर में पहुंचने की सूचना पर चारों युवक एक सुखे कुएं में पहले से छिपा कर रखे देशी शराब के दो ड्रमों को बाहर निकालने के लिए कुएं में उतरे ।इस दौरान अवैध देसी शराब से जहरीली गैस कुएं में फैल गई और चारों युवकों की अंदर ही मौत हो गई । काफी देर तक कोई हलचल नहीं होने पर कुएं के बाहर खड़े चारों युवकों के साथियों ने अंदर झुक कर देखा तो घटना का पता चला । इस पर मृतकों के परिजनों को सूचना दी ग
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SC/ST एक्‍ट पर सुप्रीम कोर्ट का अहम फैसला, तत्काल गिरफ्तारी से पहले जांच जरूरी

SC/ST एक्‍ट पर सुप्रीम कोर्ट का अहम फैसला, तत्काल गिरफ्तारी से पहले जांच जरूरी
SC/ST एक्‍ट पर सुप्रीम कोर्ट का अहम फैसला, तत्काल गिरफ्तारी से पहले जांच जरूरी

अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति अधिनियम 1989 के तहत अपराध में सुप्रीम कोर्ट ने नए दिशा निर्देश जारी किए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने साफ किया है कि ऐसे मामले में अब पब्लिक सर्वेंट की तत्काल गिरफ्तारी नहीं होगी। इतना ही नहीं गिरफ्तारी से पहले आरोपों की जांच जरूरी है और गिरफ्तारी से पहले जमानत भी दी जा सकती है। न्यायमूर्ति आदर्श गोयल और यू यू ललित की पीठ ने कहा कि कानून के कड़े प्रावधानों के तहत दर्ज केस में सरकारी कर्मचारियों को अग्रिम जमानत देने के लिए कोई बाधा नहीं होगी। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि एससी/एसटी एक्ट का दुरुपयोग हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि किसी भी पब्लिक सर्वेंट पर केस दर्ज करने से पहले DSP स्तर का पुलिस अधिकारी प्रारंभिक जांच करेगा। किसी सरकारी अफसर की गिरफ्तारी से पहले उसके उच्चाधिकारी से अनुमति जरूरी होगी।




महाराष्ट्र की एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने ये अहम फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने इस दौरान कुछ सवाल उठाए। गौरतलब है कि एससी/एसटी एक्ट के तहत कई मामले फर्जी भी सामने आ चुके हैं। लोगों का आरोप है कि कुछ लोग अपने फायदे और दूसरों को नुकसान पहुंचाने के लिए इस कानून का दुरुपयोग कर रहे हैं। जिसको लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया।अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) संशोधन अधिनियम, 2015 अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के खिलाफ अत्याचार की रोकथाम के लिए है। इसमें कठोर प्रावधानों को सुनिश्चित किया गया है। यह अधिनियम प्रधान अधिनियम में एक संशोधन है और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) (पीओए) अधिनियम,1989 के साथ संशोधन प्रभावों के साथ लागू किया गया है।




इस अधिनियम के तहत अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के विरुद्ध किए जाने वाले नए अपराधों में समुदाय के लोगों को जूते की माला पहनाना, उन्हें सिंचाई सुविधाओं तक जाने से रोकना या वन अधिकारों से वंचित करने रखना, मानव और पशु नरकंकाल को निपटाने और लाने-ले जाने के लिए तथा बाध्य करना, कब्र खोदने के लिए बाध्य करना, सिर पर मैला ढोने की प्रथा का उपयोग और अनुमति देना,अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों की महिलाओं को देवदासी के रूप में समर्पित करना ,जाति सूचक गाली देना,जादू-टोना अत्याचार को बढ़ावा देना, सामाजिक और आर्थिक बहिष्कार करना , चुनाव लड़ने में अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने से रोकना, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों की महिलाओं को वस्त्र हरण कर आहत करना, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के किसी सदस्य को घर, गांव और आवास छोड़ने के लिए बाध्य करना, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के धार्मिक भावनाअों को ठेस पहुंचाना, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के सदस्य के विरुद्ध यौन दुर्व्यवहार करना, यौन दुर्व्यवहार भाव से उन्हें छूना और भाषा का उपयोग करना है ।

जयपुर। जल्द हो सकता है राजे के मंत्रिमंडल में फेरबदल

जयपुर। जल्द हो सकता है राजे के मंत्रिमंडल में फेरबदल 


जयपुर। वसुंधरा राजे के मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर तरह-तरह की अटकलें सामने आ रही है खबर है कि आगामी एक-दो दिन में मंत्रिमंडल में फेरबदल हो सकता है। मंत्रिमंडल में मंत्रियों का पत्ता कट सकता है इनमें अच्छा प्रदर्शन नहीं करने वाले और उप चुनाव में हारे वाले क्षेत्रों के मंत्रियों का नाम हो सकता है कहा जा रहा है कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अशोक सोमानी को मंत्री और राजेंद्र सिंह राठौड़ को उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। अरमानी के मंत्री बनने के बाद किसी केंद्रीय नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा है। एक निजी समाचार चैनल के अनुसार राज्य मंत्रिमंडल का शपथ गुरुवार को हो सकता है। शुभ मुहूर्त को लेकर पंडितों से समय लिया जा रहा है इससे पहले नवरात्रा में मंत्रिमंडल में फेरबदल होने की खबरें सामने आई थी लेकिन पुष्टि नहीं हो पाई। 

बाड़मेर। आओ साथ आये -बचपन को कुपोषण से बचाये - डॉ सिंह


बाड़मेर। आओ साथ आये -बचपन को कुपोषण से बचाये - डॉ सिंह


बाड़मेर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जॉन जोधपुर पर पोषण 2 की कार्यशाला का आयोजन का आयोजन किया गया | जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रीत मोहिंदर सिंह ने बताया की पोषण -2 अतिकुपोषित बच्चो का समेकित प्रबंधन का विस्तार, पोषण कार्यक्रम प्रदेश के 20 जिलो में 50 खंड में आरम्भ किया जायेगा | बच्चो को कार्यक्रम द्वारा प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित करते हुए अतिगंभीर कुपोषण से बचाया जाना है, साथ ही एक ऐसा वातावरण का निर्माण किया जाना है जिससे क्षेत्रीय परिवारो में पोषण के सभी कार्यक्रमों का समेकित लाभ लेते हुए आशा सहयोगिनी, आंगनवाडी कार्यकर्त्ता व् एएनएम् अपने क्षेत्र के परिवारों में खान पान सम्बन्धित तोर तरीको से सामुदायिक गतिशीलता व् व्यवहार परिवर्तन द्वारा अपेक्षित बदलाव लाया जा सके। 




पोषण कार्यक्रम के चरण 

आशा समन्वयक राकेश भाटी ने बताया की पोषण कार्यक्रम पांच चरण में चलाया जायेगा | 1.स्क्रीनिंग -सर्वप्रथम समुदाय में आशा सहयोगीनियो द्वारा चिन्हित बच्चो की एएनएम् द्वारा स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पर कुपोषण और चिकित्सकीय जतिल्ताओ के लिए जाँच की जाएगी | 2. चिन्हीकरण- कुपोषित बच्चो की पहचान करने हेतु 6 से 59 माह के सभी बच्चो को मापा जायेगा |3. नामांकन- यदि बच्चा अतिगंभीर कुपोषित है एवं उसे किसी प्रकार की चिकित्सकीय जटिलता नही है तो उसे पोषण कार्यक्रम में नामांकित किया जायेगा | 4. उपचार-इन सभी बच्चो का उपचार घर पर ही एक विशेष प्रकार के आहार को देकर किया जायेगा, बच्चे इसे प्रति सप्ताह प्राप्त करेंगे जब तक की वे पूर्णत: सवस्थ नही हो जाते | 5.फोलो अप- बच्चे के स्वास्थ्य में निरंतर सुधर को सुनिश्चित करने के लिए पोषण प्रहरी चार माह तक बच्चे का फोलो अप करेगी |

कार्यशाला में जिला स्तर से जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रीत मोहिंदर सिंह, जिला आशा समन्वयक राकेश भाटी, डीएनओ उम्मेदाराम जाखड़, खंड बाड़मेर, बायतु, शिव, सिणधरी, धोरीमन्ना से बीसीएमओ, बीपीएम्,बीएचएस, चिकित्सा अधिकारी, नर्सिंग ट्यूटर, एवं सीडीपीओ उपस्थित रहे |

डॉ दिनेश जाम्भानी ने बताया की उक्त प्रशिक्षण राज्य स्तरीय प्रशिक्षक परमजीत कोर, प्रोजेक्ट लीडर, आर सी जाट जिला कोर्डिनेटर गेंन जयपुर एवं कुलदीपसिंह क्षेत्रीय सलाहकार अधिकारी जयपुर द्वारा दिया गया

बाड़मेर। गणगौर महोत्सव को लेकर महिलाओं में उत्साह ,महिला संगीत कार्यक्रम हुआ आयोजित

बाड़मेर। गणगौर महोत्सव को लेकर महिलाओं में उत्साह ,महिला संगीत कार्यक्रम हुआ आयोजित 


रिपोर्ट :- छगनसिंह चौहान / बाड़मेर 

बाड़मेर। पिछले कई दिनों से शहरभर में गणगौर महोत्सव की धूम मची हुई है । वही गणगौर महोत्सव को लेकर शहर भर में अलग-अलग स्थानों पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया । शहर के पुराना जाटावास में दीप्ति मित्र मंडल के द्वारा पहली बार गणगौर महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है जिसको लेकर मोहल्ले की महिलाओं में काफी उत्साह है । प्रतिदिन पुजा पाठ के साथ कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है । इसी कड़ी में सोमवार शाम को महिला संगीत कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें महिलाओं ने नृत्य की प्रस्तुतियां दी तथा देर रात तक बांधे रखा।
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!! देखे झांकिया !! बाड़मेर। चेटीचंड पर्व पर निकली झकिया , आमजन में दिखा उत्साह,

!! देखे झांकिया !! बाड़मेर। चेटीचंड पर्व पर निकली झकिया , आमजन में दिखा उत्साह,
रिपोर्ट :- छगनसिंह चौहान / बाड़मेर 

बाड़मेर। चेटीचण्ड का पर्व का सोमवार को सिंधी समाज के लोगो ने घुम धाम के साथ मनाया । स्थानीय पूज्य झूलेलाल मंदिर गुरूद्वारा रोड़ में सिंधी समाज के लोगो द्वारा भगवान झूलेलाल का जन्मोत्सव दिनभर उत्साह के साथ मनाया गया। सुबह दुपहिया वाहन रैली निकाली गई जिसमें सिंधी डीजे पर युवाओं ने भगवान झूलेलाल के जयघोष के नारो के साथ झूम उठे। वही देर शाम को शोभायात्रा निकाली गई, इस दौरान लोगों ने गाजे-बाजे व जयकारे से पूरे वातावरण को गूंजायमान कर दिया। शोभयात्रा को देखने के लिये जगह - जगह लोगो आतुर दिखे । टेक्टरों पर सजी झकिया विशेष आकर्षण का केंद्र रहीं। कार्यक्रम के दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
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रविवार, 18 मार्च 2018

बेअंत सिंह हत्याकांड: ह्यूमन बॉम्ब के तार जोड़ने वाले तारा को मरते दम तक जेल

बेअंत सिंह हत्याकांड: ह्यूमन बॉम्ब के तार जोड़ने वाले तारा को मरते दम तक जेल

बेअंत सिंह हत्याकांड: ह्यूमन बॉम्ब के तार जोड़ने वाले तारा को मरते दम तक जेल
चंडीगढ़.पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिंह की हत्या के मामले में शामिल जगतार सिंह तारा (39) को जिला कोर्ट ने मरते दम तक कैद की सजा सुनाई है। उसे 25 हजार जुर्माना भी देना होगा। बुड़ैल जेल में स्पेशल कोर्ट के जरिए केस की सुनवाई चल रही थी। हत्याकांड के बाद तारा को दिल्ली से पकड़ा गया था, लेकिन 2004 में वह दो साथियों हवारा और भ्यौरा के साथ चंडीगढ़ स्थित बुड़ैल जेल से फरार हो गया था। नवंबर 2015 में उसे थाईलैंड से गिरफ्तार किया गया। तारा ने कबूला था कि उसी ने हत्याकांड के लिए मानव बम बने दिलावर सिंह और बलवंत सिंह राजोआणा को सेक्रेटेरिएट के गेट तक अंबेसडर कार में छोड़ा था। दिलावर के शरीर पर बंधे बम के तार भी उसने जोड़े थे। कार भी उसी ने दिल्ली से खरीदी थी।




मौके पर ही हो गई थी बेअंत सिंह की माैत

घटना 31 अगस्त, 1995 की शाम की है। तत्कालीन सीएम बेअंत सिंह चंडीगढ़ स्थित सचिवालय से यूटी गेस्ट हाउस जाने की तैयारी में थे। वहां अफसरों के तबादलों संबंधी मीटिंग थी। कुछ नेताओं के साथ वह लिफ्ट से नीचे उतरे और अंबेसडर कार की तरफ बढ़े। जैसे ही वह गाड़ी में बैठे, धमाका हो गया। उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी।

15 पर चला केस, एक हो चुका बरी

हत्याकांड में 15 आरोपी थे, 9 पर केस चला जबकि 6 भगोड़े हैं। पकड़े आरोपियों में तारा, राजोआणा, गुरमीत, नसीब, शमशेर, नवजोत, लखविंदर, हवारा और भ्यौरा शामिल थे। राजोआणा और हवारा को फांसी सुनाई गई थी। हवारा की फांसी उम्रकैद में बदली जा चुकी है। नवजोत बरी हो चुका है। बाकी को उम्रकैद हुई है।




सीबीआई वकील ने कहा-फांसी हो

सीबीआई के वकील ने कोर्ट से तारा को फांसी की सजा देने की मांग की। वकील का कहना था ये ‘रेअरेस्ट ऑफ द रेअर’ केस है और इसमें फांसी की सजा दी जानी चाहिए। अगर फांसी नहीं तो उम्रकैद तो जरूर दी जानी चाहिए।कोर्ट में माैजूद परिजनों ने कहा कि वे कोर्ट के फैसले से संतुष्ट हैं।

जेल के बाहर तारा, खालिस्तान और भिंडरावाला जिंदाबाद के नारे लगाए

सुनवाई के दौरान जेल के बाहर बड़ी तादाद में तारा के समर्थक इकट्ठा थे। जगतार सिंह तारा को सजा होने के बाद उसके समर्थकों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। समर्थक सुबह से ही बुडैल जेल के बाहर इक्ट्ठा होना शुरू हो गए थे और वहीं पर उन्होंने प्रदर्शन किया। पुलिस के मुताबिक समर्थकों ने देशविरोधी कोई भी एक्टिविटी नहीं की। इसके चलते उनके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। वहीं समर्थकों का प्रदर्शन शांतिपूर्ण हुआ, जिसके चलते उनके खिलाफ प्रिवेंटिव एक्शन भी नहीं लिया गया है।

जल्द ही सभी ट्रेनों में मिलेगी CCTV और वाई-फाई की सुविधा: रेल मंत्री पीयूष गोयल

जल्द ही सभी ट्रेनों में मिलेगी CCTV और वाई-फाई की सुविधा: रेल मंत्री पीयूष गोयल
जल्द ही सभी ट्रेनों में मिलेगी CCTV और वाई-फाई की सुविधा: रेल मंत्री पीयूष गोयल

लखनऊ: सभी ट्रेनों में जल्द ही सीसीटीवी कैमरा और वाई-फाई की सुविधा मिलेगी. यह बात रेल मंत्री पीयूष गोयल ने लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान कही. हालांकि, उन्होंने कोई समय-सीमा नहीं बताई. यह घोषणा ऐसे हुई है जब दो दिन पहले ही भारतीय रेलवे ने यात्रियों द्वारा की जा रही तोड़फोड़ से खिन्न होकार तेजस और शाताब्दी एक्सप्रेस से सभी एलसीडी स्क्रीन हटाने का निर्णय लिया है.




गोयल ने कहा कि हमारी सरकार देश के सभी रेलवे स्टेशनों को साफ, सुरक्षित और सभी प्रकार की सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है. हमने सभी ट्रेनों में सीसीटीवी लगाने और वाई-फाई सुविधा देने का निर्णय लिया है. रेल मंत्री ने कहा कि हमने रायबरेली रेलवे कोच फैक्टरी को विश्व की सबसे बड़ी फैक्टरी बनाने का संकल्प लिया है. पिछली सरकार ने उत्तर प्रदेश में रेलवे के विकास को लेकर कोई काम नहीं किया. हम रेलवे में 90 हजार भर्तियां करने जा रहे हैं.उधर, कार्यक्रम में मौजूद केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के कामकाज पर विवाद हो सकता है, लेकिन कोई भी उसकी नीयत पर सवाल नहीं उठा सकता. काम अधिक हुआ, कम हुआ, इस पर विवाद हो सकता है लेकिन हमारी सरकार की नीयत और ईमान पर कोई भी सवालिया निशान नहीं लगा सकता. सिंह ने कहा कि देश में नई रेलवे लाइन बिछाने का काम चार गुना तेजी से चल रहा है. वर्ष 2022 तक सभी रेलगाड़ियों को बिजली से चलाने का लक्ष्य तय किया गया है. इससे लगभग 11 हजार करोड़ रुपये की बचत होगी.

लखनऊ से सांसद सिंह ने बताया कि 1910 करोड़ रुपये की लागत से गोमतीनगर रेलवे टर्मिनस के विश्व स्तरीय स्टेशन के रूप में पुनर्विकास की परियोजना स्वीकृत हो गयी है. इसकी निविदा प्रक्रिया पूरी होने के साथ-साथ परियोजना को शिलान्यास भी आज हो गया. इसके अलावा 1800 करोड़ रूपये की लागत से उत्तर रेलवे के चारबाग स्टेशन के पुनर्विकास की वृहद परियोजना का बजट स्वीकृत हो चुका है. सिंह ने बताया कि आलमनगर रेलवे स्टेशन को सेटेलाइट रेलवे स्टेशन घोषित किया गया है. यात्री सुविधाओं के लिये 26 करोड़ का बजट है. लखनऊ जंक्शन के ओवरब्रिज और दुर्गापुरी मेट्रो स्टेशन के बीच ‘स्काई वाक’ और उतरेठिया रेलवे स्टेशन पर फुट ओवर ब्रिज का लोकार्पण हुआ है.

राजस्थान: 24 साल की शहनाज़ खान बनीं देश की सबसे युवा MBBS सरपंच

राजस्थान: 24 साल की शहनाज़ खान बनीं देश की सबसे युवा MBBS सरपंच
 
  
  राजस्थान से एक अच्छी खबर आई है. राजस्थान के भरतपुर जिले में रहने वाली एक लड़की महज 24 साल की उम्र में सरपंच बन गई है. 24 साल की शहनाज यहां के कामां पंचायत से सरपंच चुनी गई हैं. उन्होंने सरपंच के चुनाव को 195 वोटों से जीता और राजस्थान की पहली महिला MBBS डॉक्टर सरपंच बन गईं.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शहनाज ने बताया कि 'मुझसे पहले मेरे दादाजी भी यहां से सरपंच थे. लेकिन पिछले साल अक्टूबर में कोर्ट ने वो चुनाव को खारिज कर दिया. शहनाज के दादाजी पर सरपंच के चुनाव में फर्जी शैक्षणिक योग्यता का सर्टिफिकेट देने का आरोप था, जिसके बाद कामां का सरपंच चुनाव रद्द कर दिया गया था.


इसके बाद शहनाज ने खुद चुनाव लड़ने का फैसला किया. दरअसल, राजस्थान में सरपंच का चुनाव लड़ने के लिए दसवीं पास होना अनिवार्य है. शहनाज का पूरा परिवार राजनीति में ही है. उनके दादा 55 साल तक सरपंच रहे. पिता गांव के प्रधान रहे हैं. मां राजस्थान से विधायक, मंत्री और संसदीय सचिव रही हैं. ऐसे में शहनाज का नाम सरपंच चुनाव के लिए दिया गया.

शहनाज सबसे युवा सरपंच बन गई हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए शहनाज ने कहा, कि लोग आज भी अपनी बेटियों को पढ़ने के लिए स्कूल नहीं भेजते हैं. मैं लड़कियों की शिक्षा पर काम करना चाहती हूं और उन सभी अभिभावकों को अपना उदाहरण दूंगी जो बेटियों को पढ़ने नहीं भेजते.

शहनाज फिलहाल उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज से MBBS कर रही हैं. कॉलेज में उनका लास्ट ईयर है. उन्होंने अपनी दसवीं तक की पढ़ाई गुरुग्राम के श्रीराम स्कूल से की उसके बाद 12वीं की पढ़ाई मारुति कुंज के दिल्ली पब्लिक स्कूल से की है.

बूंदी: मौके पर ही पकड़ा गया रेप आरोपी, लड़की के घरवालों ने किया ये हाल.

बूंदी: मौके पर ही पकड़ा गया रेप आरोपी, लड़की के घरवालों ने किया ये हाल.VIDEO: मौके पर ही पकड़ा गया रेप आरोपी, लड़की के घरवालों ने किया ये हाल...
बूंदी: राजस्थान के बूंदी जिले से रविवार दोपहर दिल को दहला देने वाला एक वीडियो सामने आया है. वीडियो में कुछ लोग एक युवक को रस्से से बांधकर पीट रहे हैं. बेरहम पिटाई से बेसुध हो चुके युवक को रस्सा पकड़कर खींचा भी जा रहा है. बताया जा रहा है कि ये मामला एक युवती के साथ दुष्कर्म से जुड़ा हुआ है. वीडियो में जिसकी पिटाई हो रही है उस युवक पर ही युवती के साथ दुष्कर्म करने का आरोप है और उसकी पिटाई करने वाले युवती के परिजन हैं. जानकारी के मुताबिक गामछ रेलवे फाटक के पास खेत पर युवती के साथ दुष्कर्म की वारदात हुई है. दुष्कर्म की घटना के वक्त खेत पर पीड़िता के परिजन पहुंच गए और युवक की जमकर धुनाई कर दी.

मौके पर ही पकड़ा गया दुष्कर्म का आरोपी

भारी पिटाई के चलते दुष्कर्म आरोपी युवक गंभीर रूप से घायल है. उसे घायल अवस्था में कोटा अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह पूरा मामला केशोरायपाटन थाना क्षेत्र के गामछ गांव का है. जहां खेतों में काम कर रही एक युवती के साथ युवक ने दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था. उसी दौरान युवती के परिवार वाले खेतों में पहुंच गए और वह मौके पर ही पकड़ लिया गया.

सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस और बचाई घायल की जान
केशोरायपाटन थानाधिकारी रामानंद यादव के मुताबिक सूचना मिली थी कि कुछ लोग एक युवक को पीट रहे हैं. इस पर गामछ की पुलिया के पास, पुलिस बल के साथ पहुंचा. वहां घायलावस्था में केशोरायपाटन निवासी शकील मिला जिसे कोटा अस्पताल में भर्ती कराया गया.


बाड़मेर वीरम गाथा पुस्तक का भव्य विमोचन,भगवान महावीर टाउन हॉल में आयोजित हुआ समारोह



किसानों के सच्चे हितेषी थे वीरमाराम :चौधरी
बाड़मेर वीरम गाथा पुस्तक का भव्य विमोचन,भगवान महावीर टाउन हॉल में आयोजित हुआ भव्य समारोह
बाड़मेर

समाज सेवी ,किसान नेता और भूमि आवप्ति आंदोलन के अगुवाई करने वाले स्वर्गीय वीरमाराम की जीवनी पर लिखित पुस्तक वीरम-गाथा का विमोचन बाड़मेर के भगवान महावीर टाउन हॉल में आयोजित किया गया। राजस्थान के राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी बाड़मेर- जैसलमेर सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी के मुख्य आतिथ्य में आयोजित इस पुस्तक विमोचन समारोह में वक्ताओं ने वीरमाराम चौधरी को जन नायक बताया। आयोजन में सैकड़ों की तादात में लोगो ने शिरकत की।स्थानीय भगवान महावीर टाउन हॉल में वीरम गाथा का विमोचन समारोह रविवार की रोज आयोजित किया गया । आयोजन में राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी और बाड़मेर जैसलमेर सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी के मुख्य आतिथ्य के तौर पर मौजूद रहे।जानकारी के मुताबित किसान नेता और जन नायक स्वर्गीय वीरमाराम की जीवनी पर आधारित किताब वीरम गाथा का विमोचन समारोह का आयोजन किया गया। आयोजन में राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी और बाड़मेर जैसलमेर सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ,जिला कलक्टर शिव प्रसाद मदन नकाते,पांचला मठ के पीठाधीश्वर सूरजनाथ, यूआईटी चेयर पर्सन डॉक्टर प्रियंका चौधरी,बार एसोसिएशन बाड़मेर के अध्यक्ष एडवोकेट करनाराम चौधरी, युवा उधमी जोगेंद्र सिंह चौहान, समाजसेवी जालूराम चौधरी,जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता रणजीत सिंह, ताराचंद जाटोल, पूर्व प्रधान उदाराम मेघवाल , शिक्षाविद अमृता कौर समेत कई अतिथियों ने किसान नेता वीरमाराम पर आधारित पुस्तक का विमोचन खचाखच भरे टाउन हॉल में किया गया। पुस्तक का लेखन जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिशासी अभियंता सोनाराम बेनीवाल ने किया है।आयोजन के आगाज पर अतिथियों ने स्वर्गीय वीरमाराम की तस्वीर के आगे दीप प्रज्जवलित कर किया गया। आयोजन में आये अतिथियों का साफा औऱ माला पहना कर स्वागत किया गया।आयोजन को संबोधित करते हुए राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी ने वीरमाराम चौधरी को किसानों की सच्ची आवाज बताया। उन्होंने कहा कि चौधरी ने हमेशा ज़मीन और जनता की आवाज को बुलन्द किया था। आयोजन को संबोधित करते हुए बाड़मेर जैसलमेर सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने वीरमाराम के व्यक्तित्व को जमीन के संघर्ष करने वाला मसीहा बताया। आयोजन को जिला कलक्टर शिव प्रसाद मदन नकाते,पांचला मठ के पीठाधीश्वर सूरजनाथ, यूआईटी चेयर पर्सन डॉक्टर प्रियंका चौधरी,बार एसोसिएशन बाड़मेर के अध्यक्ष एडवोकेट करनाराम चौधरी, युवा उधमी जोगेंद्र सिंह चौहान, समाजसेवी जालूराम चौधरी ने भी संबोधित किया।आयोजन में सैकड़ो की तादात में लोग मौजूद रहे।कार्यक्रम का संचालन आदर्श किशोर जनि ने किया।

बाड़मेर सर्वोपरि कल्याण से परमात्मा की प्राप्ति संभवः सत्यसिद्धा



बाड़मेर सर्वोपरि कल्याण से परमात्मा की प्राप्ति संभवः सत्यसिद्धा


बाड़मेर। ‘मनुश्य जीवन बड़ी तपस्या से मिला है। इसको व्यर्थ में ही गंवाना नहीं चाहिए। परम पूज्य परमात्मा के प्रति भक्तिमय भाव व निर्मल हृृदय से सर्वोपरि कल्याण सेवा में जुट जाना चाहिए, तभी परमात्मा की प्राप्ति संभव है।’

यह प्रवचन इंदिरा नगर में रविवार को प्रारंभ हुई श्री राम कथा में साध्वी सत्यसिद्धा ने दिए। उन्होंने कहा कि लोग मंदिरों में पूजा अर्चना के लिए जाते है, किन्तु पूजा अर्चना भी सही भाव से नहीं कर पाते। उनका षरीर तो मंदिर में होता है, लेकिन मन कहीं और भटकाव की स्थिति में होता है। ऐसी पूजा भी किसी काम की नहीं। उन्होंने कहा कि मनुश्य जो भी कार्य करें दिल से व सच्चे मन से करें, दिखावा नहीं करें। वहीं सच्चे मायने में परोपकार होता है। उन्होंने ‘मुझे और कछु नहीं चाहिए मुझे राम-सीता चाहिए’ आदि मधुर भजनों की भी प्रस्तुति दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह कथा वात्सल्य सेवा केन्द्र, बाड़मेर में रह रही निराश्रित बालिकाओं के सहयोगार्थ की जा रही है, ऐसे में अधिक से अधिक सहयोग करें। कथा में कथा आयोजक महादेवसिंह परिहार, ष्यामसिंह परिहार, उम्मेदसिंह कमांडो, चेतनसिंह, गेमरसिंह, आम्बसिंह, चुतरसिंह ईन्दा, षोभसिंह ईन्दा, किषन गौड़, अमरसिंह सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। आयोजक महादेवसिंह ने बताया कि श्री राम कथा 25 मार्च तक दोपहर 1 से दोपहर 4 बजे तक चलेगी। उन्होंने आह्वान किया कि अधिक से अधिक श्रद्धालु कथा में षिरकत करें।

जैसलमेर, राजस्थान स्थापना दिवस पर परम्परागत खेलों के आगाज में कबड्डी रहा आकर्षण का केन्द्र





जिले के समस्त आहरण-वितरण अधिकारीगण 23 मार्च तक संबंधित पारित
योग्य विपत्र कौषालय में अवष्यमेव प्रस्तुत करें



जैसलमेर, 18 मार्च। कोषाधिकारी जैसलमेर सुषील कुमार भाटिया ने जिले के समस्त आहरण एवं वितरण अधिकारियों से एक प्रेसनोट जारी कर आग्रह किया है कि वे चालु वित्तीय वर्ष की समाप्ति को देखते हुए माह मार्च, 2018 के अंतिम तीन दिवसों में राजकीय अवकाष होने के कारण वित वर्ष 2017-2018 से संबंधित पारित योग्य विपत्र कोषालय और उप कौषालय में 23 मार्च, 2018 तक आवष्यक रुप से प्रस्तुत करना सुनिष्चित करावें ताकि सीमित कार्यावधि में उनके वित्तीय लेन-देन पूर्ण करने में कोई कठिनाई नहीं हो सकें। उल्लेखनीयष् है कि इस कार्य को सभी विभागीय अधिकारी अत्यंत गंभीरता से लेते हुए समय रहते कार्यवाही करें।

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जैसलमेर,  राजस्थान स्थापना दिवस पर परम्परागत खेलों के

आगाज में कबड्डी रहा आकर्षण का केन्द्र

जैसलमेर ,18 मार्च।राजस्थान सरकार के युवा मामले एवं खेल विभाग एवं राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद व जिला प्रषासन के संयुक्त तत्वाधान में पर्यटक विभाग, जिला खेलकूद प्रषिक्षण केन्द्र व नगर परिषद के सहयोग से आयोजित होनें वाले परम्परागत खेलो को जिला कलक्टर कैलाषचन्द मीणा के निर्देषानुसार राजस्थान स्थापना दिवस के उपलक्ष में आज 18 मार्च रविवार को शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में पुरूष वर्ग के सतोलिया, रस्सा-कस्सी एवं कबड्डी की परम्परागत खेल प्रतियोगिता आयोजित हुई, जिसमें परम्परागत खेलों की आयोजन समिति के अध्यक्ष कन्हैयालाल स्वामी अतिरिक्त जिला कलक्टर के मार्गदर्षन में जिले के युवा खिलाड़ियों नें खेल प्रतियोगिताओं में लगभग 200 खिलाड़ियों नें बढचढ कर भाग लिया। प्रतियोगिता के दौरान षुभारम्भ में जैसलमेर नगर के खेल के क्षेत्र में सबसे अधिक उम्र दराज खिलाड़ी परमानन्द गोयल नें सतोलिया पर गेंद फेंक कर शुभारम्भ किया। अतिथि के रूप में झब्बर सिंह आयुक्त नगरपरिषद, आषाराम सिन्धी अध्यक्ष सिन्धु षिक्षा समिति जैसलमेर चुन्नीलाल माली योग प्रषिक्षक, नत्थु सिंह चैहान उपस्थित थे। अतिथियों नें लुप्त हो रहे परम्परागत खेलो को पुनः जीवित करनें के लिये राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों की सराहना की।

पुरूष वर्ग में सतोलिया में 9 टीमों नें भाग लिया जिसमें धम क्लब विजेता, राजपूताना क्लब उप-विजेता एवं आईनाथ क्लब तृत्तीय स्थान पर रही। कबड्डी प्रतियोगिता में जिला खेलकूद प्रषिक्षण केन्द्र नें संघर्शपूर्ण सेमीफाईनल मुकाबले में राजपूताना क्लब को 34-21 के अन्तर से पराजित कर फाईनल में प्रवेष किया एवं पूनम क्लब नें डाईट को 25-12 के अन्तर से पराजित किया एवं फाईनल मुकाबले में जिला खेल केन्द्र के विकास व आकाष नें षानदार खेल का प्रदर्षन करते हुए पूनम क्लब को 20-16 के अन्तर से पराजित कर खिताब पर कब्जा किया। रस्सा-कस्सी के जोर अजमाईस मुकाबले में राजपूताना क्लब के रिडमल सिंह, लोकेन्द्र सिंह, समुन्द्र सिंह, भरतपाल सिंह एवं सरदार सिंह नें अपने दमखम से एक तरफा मुकाबले में आईनाथ क्लब को 2-0 से पराजित कर खिताब अपनें नाम किया।

जिला खेल अधिकारी लक्ष्मण सिंह तंवर नें बताया कि इस प्रतियोगिता में राकेष बिष्नोई बास्केटबाॅल प्रषिक्षक खेल केन्द्र नें प्रतियोगिता के प्रभारी के रूप में सहयोग दिया एवं निर्णायक के रूप में मांगीलाल, एवं कोजाराम सतोलिया, व षिक्षा विभाग के नरपत सिंह, सत्यनारायण भार्गव, जुगल किषोर, ष्याम कवॅर, अराधना व कमल सिंह ने कबड्डी एवं रस्सा कस्सी में निर्णायक के रूप में रहे। इस दोरान खिलाड़ियों की हौसला अफजाई के लिये सैना से सेवा निवृत प्रयाग सिंह, राजेन्द्र सिंह चैहान, महेन्द्र सिंह, देवकीनन्दन षर्मा आदि खिलाड़ी उपस्थित रहे।

उल्लेखनीय है कि 19 मार्च को प्रातः 07ः00 बजे इसी मैदान पर महिला वर्ग की परम्परागत खेल कबड्डी, सतोलिया,रूमाल झपट्टा एवं रस्सा-कस्सी की प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी। जिसमें पुलिस विभाग, डाईट, समाज कल्याण महिला छात्रावास, बालिका महाविधालय व नगर के महिला खेल क्लब व नर्सिंग महिला स्टाॅफ की टीमें विषेषश्रूप से भाग लेगी एवं जिले की 15 से 25 वर्ष आयु वर्ग की कोई भी महिला खिलाड़ी भाग ले सकती है।

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