शुक्रवार, 20 मई 2016

बाड़मेर बैंकर्स निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति सुनिश्चित करेंः शर्मा



बाड़मेर बैंकर्स निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति सुनिश्चित करेंः शर्मा
बाड़मेर, 20 मई। बैंकर्स निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति सुनिश्चित करें। इसमें किसी तरह की कौताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निर्धारित लक्ष्यां के अनुरूप लाभार्थियां को ऋण उपलब्ध कराया जाए। उदासीनता बरतने वाले बैंकां के खिलाफ कार्रवाई के लिए उच्च प्रबंधन एवं वित मंत्रालय को अवगत कराया जाएगा। जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल में जिला स्तरीय साख समिति की बैठक के दौरान यह बात कही।

जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने विभिन्न ऋण योजनाआें की वर्ष 2015-16 की प्रगति की समीक्षा करते हुए जिला अग्रणी बैंक अधिकारी को निर्देश दिए कि जिन बैंकां ने लक्ष्य के अनुरूप ऋण स्वीकृत नहीं किए अथवा बैंकां में अनुपस्थित रहने के साथ समय पर सूचनाएं नहीं भिजवाते है, उनके खिलाफ रीजनल हैड एवं वित मंत्रालय को अवगत कराए। जिला कलक्टर शर्मा ने इस दौरान संबंधित बैंक अधिकारियां को विभिन्न ऋण योजनाआें में लंबित आवेदनां को वर्ष 2016-17 के लक्ष्यां के विरूद्ध स्वीकृति प्रदान कर जून 2016 तक वितरित करने के निर्देश दिए। इस दौरान जिला अग्रणी बैंक अधिकारी बिशनाराम बाकोलिया ने वर्ष 2015-16 में दिसंबर 2015 को समाप्त तिमाही के अंत में प्रमुख बैकिंग आंकड़ां के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्हांने बताया कि जिले में सभी बैंकां की कुल जमाएं 468906.5 लाख है। इसमें पिछले वर्ष की अपेक्षा 98057.5 लाख की बढोतरी हुई है। उन्हांने अग्रिम राशि, साख जमा अनुपात के साथ मुख्य व्यवसायिक मानदंड संबंधित जानकारी दी। बाकोलिया ने बताया कि वर्ष 2015-16 की दिसंबर माह की तिमाही की समाप्ति पर बैंकां ने 2015-16 की बाड़मेर जिले की वार्षिक साख योजना की 94.69 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की गई है जो संतोषप्रद है। उन्हांने एनयूएलएम, ग्रामीण एवं शहरी पोप योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, भामाशाह रोजगार सृजन योजना के तहत आवंटित किए ऋण के बारे में जानकारी दी। इस दौरान जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक घनश्याम गुप्ता ने बताया कि भामाशाह रोजगार सृजन योजना एवं प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना में ऋण आवंटित करने की समस्त प्रक्रिया अब आनलाइन हो गई है। इसके लिए आवेदन भी अब आनलाइन लिए जाएंगे। आरसेटी प्रबंधक ने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत 100 दिवस का रोजगार प्राप्त करने वाले लोगां को स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्हांने समस्त बैंकर्स से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले लोगां को ऋण उपलब्ध कराने के लिए कहा, ताकि ये लोग स्वरोजगार से जुड़ सके। बैठक के दौरान सहायक निदेशक आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग हीरालाल मालू ने कहा कि बैंकर्स न्याय आपके द्वार अभियान के दौरान आयोजित हो रहे शिविरां में रूपे कार्ड वितरण के साथ उसके एक्टिवेशन का कार्य भी संपादित करें। इस बैठक में अनुसूचित जाति निगम के प्रबंधक ताराचंद चौहान समेत विभिन्न बैंक अधिकारी उपस्थित रहे।

बाड़मेर में रोड़वेज अव्यवस्था रोड़वेज यात्री भयंकर गर्मी में परेशान तिलक बस स्टेण्ड पर टिकट खिड़की की व्यवस्था करने की मांग



बाड़मेर में रोड़वेज अव्यवस्था रोड़वेज यात्री भयंकर गर्मी में परेशान

तिलक बस स्टेण्ड पर टिकट खिड़की की व्यवस्था करने की मांग

बाड़मेर। बाड़मेर शहर मे आम जनता के सुविधाजनक स्थान तिलक बस स्टेण्ड पर यात्री सुविधा हेतु स्थित टिकट खिड़की व्यवस्था को रोड़वेज द्वारा बिल्कुल ही हटा देने के कारण वर्तमान में बाड़मेर की समस्त आम जनता/यात्रीगण भयंकर रूप से परेशान हो रहे है।

रोड़वेज का नया बस स्टेण्ड बाड़मेर मुख्य शहर के बाहरी छोर पर, दूर होने के कारण यात्रियों को जितना किराया उनके जानें वाले स्थान का लगता है, उससे भी अधिक दुगुना-चैगुना अतिरिक्त किराया टैक्सी आदि वाहन को देकर रोड़वेज के इतने दूर नये बस स्टैण्ड तक पहुॅचना पड रहा है। एक तरफ इतनी बढती महंगाई के चलते आम जनता/यात्रियों पर रोड़वेज की उक्त अव्यवस्था के कारण किराये की दोहरी मार पड़ रही है। बीमारी के उपचार हेतु आने-जाने वाले बीमार/वृद्ध/चलने फिरने से लाचार यात्री/आम जनता इससे भारी परेशान हो रही है।

आम जनता के सार्वजनिक उपयोग के आरक्षित तिलक बस स्टेण्ड की उक्त भूमि का व्यवसायिक प्रयोजनार्थ उपयोग किया जाना अनुचित है। अन्यथा बाड़मेर शहर में आम जनता के सार्वजनिक उपयोग हेतु कोई खुला स्थान बच ही नहीं पायेगा? एवं बाड़मेर शहर की आम जनता को भारी परेशानी उठानी पडेगी।

रोड़वेज बसें आम जनता की यातायात सुविधा के लिए है, रोड़वेज बसें भारी वाहन की श्रेणी में भी नहीं आती है। रोड़वेज बसे तिलक बस स्टेण्ड पर टिकट खिड़की पर आकर, यात्री भार लेकर स्वतः ही रवाना हो जायेगी। इससे किसी प्रकार की यातायात व्यवस्था भी बाधित नहीं होगी।

रोडवेज प्रशासन द्वारा वास्तविक तथ्यों को छुपाकर आम जनता की सुविधा को नजरअंदाज कर बहाने बाजी करते हुए बार-बार नये-नये तरीके निकालकर गलत तथ्यों की रिपोर्ट पेश कर टालमटौल की जारही है।

बाड़मेर शहर के अन्दर यात्री सुविधा हेतु टिकट खिड़की की समुचित व्यवस्था नहीं करने से यात्री अपने घरेलु सामान सहित लदे हुये, इधर-उधर भटक कर परेशान हो रहे है। यात्रियों को शहर के बाहर छोड़ा जा रहा है। यात्रियों को वर्तमान भंयकर गर्मी में रोड़वेज के इतने दूर नये बस स्टेण्ड तक पहुंचने में परेशानी उठानी पड़ रही है।

रोड़वेज द्वारा तिलक बस स्टेण्ड के बाहर चैहटन-गडरा-साचैर मार्ग के लिए टिकट खिड़की व्यवस्था करना बताया जारहा है। परन्तु उक्त स्थान पर यात्रियों के खड़े रहकर बसों का इन्तजार करने हेतु कोई जगह ही नहीं है। टिकट खिड़की पर रोड़वेज का कोई कर्मवारी बैठता ही नहीं है। भंयकर गर्मी में यात्रियों को धूप में मुख्य सड़क पर ही खड़ा रहना पड़ता है। महिला यात्रियों को तो इससे भारी परेशानी हो रही है। इसके उपरान्त भी रोड़वेज बसें उक्त स्थान पर आती ही नहीं है, लोग इन्तजार करते रहते है।

बाड़मेर शहर की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए बाड़मेर मुख्य शहर के अन्दर रोड़वेज के यात्री सुविधा हेतु तिलक बस स्टेण्ड पर सभी मार्ग के यात्रियों के लिये टिकट खिड़की व्यवस्था करना बहुत ही आवश्यक है।

बाड़मेर की आमजनता/समस्त यात्रीगण का कथन है कि रोड़वेज की उक्त व्यवस्था से आम जनता को राहत दिलवाने हेतु उनके द्वारा बाड़मेर के माननीय सांसद एवं जिले के समस्त विधायक महोदय से बार बार निवेदन कर अवगत कराने के उपरान्त भी सांसद महोदय एवं सभी विधायक महोदय अपनी आखे मुदे हुये है। आम जनता/समस्त यात्रीगण निरंतर परेशान होकर दुखी हो रहे है। आम जनता की कोई सुनवाई नहीं होकर उन्हें राहत नहीं मिल पा रही है।

बाड़मेर रोड़वेज के प्रबन्धक यात्रियों की सुविधा को बिलकुल ही अनदेखा कर अवैध वाहन/निजी बसों आदि को बढावा देने की कवायद में लगे हुये है। जिला मुख्यालय बाड़मेर पर रोड़वेज की उपरोक्त अव्यवस्था के कारण ही अवैध वाहनों का संचालन हो रहा है रोड़वज यात्री इतने दूर नये बस स्टेण्ड नहीं पहुंचकर अपने हित में अवैध वाहनों से ही यात्रा करना उचित समझते है। जिसके लिए बाड़मेर का रोड़वेज प्रशासन ही जिम्मेवार है। रोड़वेज प्रशासन द्वारा रोकथाम हेतु पुलिस प्रशासन को जिम्मेवार ठहराया जा रहा है, जबकि इसके लिए रोड़वेज प्रबन्धन ही जिम्मेदार है।

-0-









जैसलमेर ,सफलता की कहानी श्रीमती सिरीयो देवी के लिए हमीरा में आयोजित राजस्व षिविर हुआ वरदान साबित



जैसलमेर ,सफलता की कहानी श्रीमती सिरीयो देवी के लिए हमीरा में आयोजित राजस्व षिविर हुआ वरदान साबित



जैसलमेर , 20 मई/न्याय आपके द्वार कार्यक्रम के तहत गुरुवार को हमीरा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आयोजित राजस्व षिविर गरीब अनुसूचित जाति की महिला श्रीमती सिरीयो देवी पत्नी मघाराम के लिए वास्तव में वरदान स्वरुप साबित हुआ। षिविर के दौरान एक शामलाती खाता धारको की तीनो समस्याओं का समाधान षिविर मौके पर त्वरित गति से एक साथ कर उन्हंे लाभांन्वित किया गया।

उल्लेखनीय है कि श्रीमती सिरीयो देवी अपने जेठ बाबूराम, देवर प्रेमाराम, मानाराम और अपने पुत्रो को साथ लेकर षिविर स्थल पर पहंुची। जहां पर जमाबंदी में दर्ज नामों के बारे में बताया गया तो उसने बताया कि उसके दो पुत्रो के नाम गलत दर्ज है तथा उसके चार पुत्र जो नाबालिग दर्ज है लेकिन वे अब बालिग हो गये है। इस पर षिविर प्रभारी एवं उपखंड अधिकारी संजय कुमार वासु ने उनसे प्रार्थना पत्र लेकर तहसीलदार जैसलमेर पुखराज भार्गव व राजस्व कर्मचारियों ने उनकी तीनो समस्याओं का एक साथ समाधान कर फरियादी को राहत पंहुचाई।

हमीरा षिविर के दौरान अभिलेख में अंकित अषुद्ध नाम नपाराम के अवसर पर शुद्ध नाम नरपतराम व रमणराम के स्थान पर रमेष कुमार सही नाम अंकित किया गया तथा श्रीमती सिरीयो देवी के चार पुत्र नाबालिग दर्ज थे उन्हंे बालिग दर्ज किया गया। इसके तत्पष्चात उक्त शामलाती भूमि का आपसी सहमति बंटवारा किया जाकर प्रत्येक को अपनी भूमि का हिस्सा अलग दर्ज किया गया। इस प्रकार बासनपीर नई के ये कृषक परिवार षिविर से प्रसन्नचित होकर लौटे। इस प्रकार न्याय आपके द्वार अभियान में गरीब अनुसूचित जाति की महिला के समस्या का हाथो - हाथ समाधान हो गया तथा इस परिवार ने प्रषासन व राज्य सरकार का आभार जताया। इस षिविर के सफल आयोजन में पटवारी प्रकाषचंद, गोपालाराम, हडवंदराम का विषेष योगदान रहा।

---000---

समस्त बूथ लेवल अधिकारी पुनरीक्षण का रिकार्ड तत्काल जमा करावें



जैसलमेर , 20 मई/तहसील जैसलमेर के भाग संख्या 117 से 166 के सभी बूथ लेवल अधिकारी अपना - अपना पुनरीक्षण संबंधी सम्पूर्ण अभिलेख भू अभिलेख निरीक्षक जैसलमेर एवं रुपसी श्री अमृतलाल जसोड के पास 21 मई, शनिवार तक आवष्यक रुप से पटवार द्यर जैसलमेर शहर में जमा करवाया जाना सुनिष्चित करवाये।

भू अभिलेख निरीक्षक अमृतलाल ने बताया कि पुनरीक्षण का कार्य 15 मई को पूर्ण हो जाने के उपरांत भी कई बीएलओ ने अभी तक वांछित रिकार्ड जमा नहीं कराया है। इसलिए इस संबंध में संबंधित बीएलओ को निर्देषित किया गया है कि वे 21 मई को पटवार घर में रिकार्ड शीध्र जमा करवा दें अन्यथा उनके विरुद्ध अनुषासनात्मक कार्यवाही अमल में ली जाएगी जिसके लिए बीएलओ स्वंय जिम्मेदार रहेंगे।

---000---

गुरुवार, 19 मई 2016

जैसलमेर।एक थाना एेसा, जहां 23 वर्षों में एक भी दुष्कर्म का मामला दर्ज नहीं हुआ



जैसलमेर।एक थाना एेसा, जहां 23 वर्षों में एक भी दुष्कर्म का मामला दर्ज नहीं हुआ
एक थाना एेसा, जहां 23 वर्षों में एक भी दुष्कर्म का मामला दर्ज नहीं हुआ

मरुस्थलीय जैसलमेर जिले का एकपुलिस थाना अपराधियों के लिए नहीं, स्वयं पुलिसवालों के लिए किसी 'काला पानी की सजा से कम नहीं है।

23 वर्ष में 55 मामले

जिला मुख्यालय से करीब 150 किमी दूर दुर्गम रेगिस्तानी भूभाग में आए शाहगढ़ थाना की स्थापना 1993 में राष्ट्रविरोधी तत्वों पर प्रभावी अंकुश लगाने को हुई। लगभग 23 वर्ष में इस थाना में केवल 55 मामले दर्ज हुए हैं। करीब 900 की आबादी इस थाना क्षेत्र में निवास करती है और शाहगढ़ बल्ज में पुलिस थाना इकलौती इमारत है।

एएसआई समेत 6 की नफरी

कायदे से शाहगढ़ थाना में पुलिस इंस्पेक्टर समेत 15 पुलिसकर्मियों की तैनाती होनी चाहिए मगर फिलहाल यहां एक सहायक उपनिरीक्षक सहित आधा दर्जन पुलिसकर्मी ही कार्यरत हैं। पुलिसकर्मी यहां से जैसलमेर मुख्यालय आने के लिए सीमा सुरक्षा बल के वाहनों पर निर्भर हैं।

बिजली है ना पानी

थाने में आज तक न बिजली पहुंच पाई है और ना ही पानी। यहां पुलिस के पास धरपकड़ के लिए एक पुरानी जीप है। वैसे यह थाना दूरभाष सेवा से जुड़ा हुआ है, लेकिन फोन आसानी से लगता नहीं। महिलाओं व पुरुषों के लिए अलग-अलग बैरक बने हुए हैं परंतु वे खाली ही हैं।

क्यों हुई थी स्थापना

शाहगढ़ थाना की स्थापना उस दौर में हुई थी जब सीमापार से जैसलमेर जिले में बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ, सोना-चांदी आदि सामान तस्करी कर लाए जाते थे। बाद के वर्षों में शाहगढ़ क्षेत्र से लगती सीमा पर तारबंदी होने से तस्करी लगभग बंद हो गई। इसी कारण एक दशक के दौरान शाहगढ़ थाने में पूरे वर्ष भर में इक्का-दुक्का मामले ही दर्ज होते हैं। वर्ष 2005, 2009 और 2010 में तो यहां एक भी मामला दर्ज नहीं हुआ। इस वर्ष भी अब तक कोई मामला इस थाने की दहलीज तक नहीं पहुंचा और ना ही दर्ज हुआ।

अब फिरेंगे थाने के दिन

बुनियादी सुविधाओं के लिए करीब ढाई दशक से तरस रहे शाहगढ़ थाने के दिन अब फिरने की उम्मीद जगी है। यहां पानी की व्यवस्था के लिए जलदाय विभाग ने ट्यूबवैल खोद दिया है। इसे सोलर पैनल के जरिए संचालित किया जाएगा। वैसे स्वाभाविक रूप से भी पानी निकल रहा है। बिजली पहुंचाने का कार्य भी प्रगति पर बताया जाता है। यहां से 12 किमी दूर से तार बिछा थाने को रोशन किया जाएगा। (कासं.)

जल्द ही सभी सुविधाएं मिलेंगी

शाहगढ़ पुलिस थाना अपने आप में विशिष्ट है। यहां मैंने कई बार दौरे कर इसकी जरूरतों को महसूस किया है। पेयजल के लिए ट्यूबवैल खुदवा दिया गया है तथा बिजली की सुविधा भी शीघ्र मिलने की उम्मीद है। ऐसे ही थाने की चारदीवारी और अन्य जरूरी निर्माण कार्यों के लिए बीएडीपी के अंतर्गत प्रस्ताव लिए जा चुके हैं। इन कार्यों के भी इस चालू वर्ष में पूर्ण होने की संभावना है।

-डॉ. राजीव पचार, जिला पुलिस अधीक्षक, जैसलमेर

जोधपुर मां का गला घोंट बेटे ने भी लगाई छत से छलांग, मौत



जोधपुर मां का गला घोंट बेटे ने भी लगाई छत से छलांग, मौत

मां का गला घोंट बेटे ने भी लगाई छत से छलांग, मौत
एयरफोर्स एरिया के क्वार्टर में एक जूनियर वारंट ऑफिसर ने बुधवार देर रात अपनी मां का गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद गुरुवार अलसुबह वह खुद मकान की छत से कूद गया। गंभीर हालत में उसे सैन्य अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। दोनों शव मिलिट्री अस्पताल की मोर्चरी में रखवाए गए हैं। रातानाडा थाना पुलिस मौके पर पहुंची है।

रातानाडा एसएचओ इंद्र सिंह व एसीपी राजेंद्र दिवाकर ने बताया कि एयरफोर्स में जूनियर वारंट ऑफिसर के पद पर कार्यरत जगदेव सिंह यादव ने अपनी मां संतरा देवी (70) का गला घोंट दिया। इसके कुछ देर बाद जगदेव सिंह भी लोहे की सीढ़ी लगा कर तीसरी मंजिल पर चढ़ गया और नीचे कूद गया। पड़ोस में रहने वाले एक युवक ने अलसुबह 4.30 बजे जगदे सिंह को जमीन पर गिरा देखा तो उसे मिलिट्री अस्पताल ले गया और मिलिट्री पुलिस को भी सूचित किया।

जगदेव के सिर, जांघ व कूल्हे पर गंभीर चोटें आईं। ऑफिसर को बेहोश अवस्था में अस्पताल लाया गया था। गंभीर चोटों व देर से इलाज मिलने की वजह से अस्पताल में उसकी भी मृत्यु हो गई। इसके बाद पुलिस मां संतरा देवी को जगदेव के बारे में बताने गई तो वो अपने बिस्तर पर मृत मिली। बिस्तर के पास कंप्यूटर कॉर्ड भी मिली है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि इसी से गला घोंट कर जगदेव ने मां की हत्या कर दी।

पड़ोस में रहने वालों ने पुलिस को बताया कि दोनों कुछ ही समय पहले बैंगलोर से यहां शिफ्ट हुए थे। जगदेव के बीवी व दो बच्चे हैं, जो बैंगलोर में ही रह रहे हैं। जगदेव की मां काफी समय से बीमार थी, जिनका इलाज भी चल रहा था। संभवतया अकेले सार संभाल करने की वजह से वह कुंठित था और उसने एेसा घिनौना काम किया। जगदेव के परिवार को घटना की सूचना दे दी गई है। हरियाणा स्थित रेवाड़ी में रहने वाले जगदेव के साले को खबर करने के बाद वह जोधपुर के लिए निकल चुका है।

शनिवार, 14 मई 2016

कुंभ में बोले मोदी, हम तो चांद-सूरज में भी परिवार का भाव देखते हैं

कुंभ में बोले मोदी, हम तो चांद-सूरज में भी परिवार का भाव देखते हैं


उज्जैन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिंहस्थ कुंभ के दौरान निनौरा में आयोजित विचार महाकुंभ के समापन समारोह को संबोधित करने पहुंचे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कुंभ की परंपरा हजारों साल पुरानी है। यह विशाल भारत को समेटने का माध्यम है।उन्होंने यह भी कहा कि कुंभ एक अद्भुत सामाजिक संरचना थी। अब केवल परंपरा रह गई है। इससे समाज की दिशा तय होती है। मोदी ने संस्कारों के संबंध में कहा कि यहां भिक्षुक के मुंह से भी निकलता है कि जो दे उसका भला, जो न दे उसका भी भला।

कुंभ में बोले मोदी, हम तो चांद-सूरज में भी परिवार का भाव देखते हैं

ये संस्कार हमारी रगों में हैं। ये खो न जाएं। नर कर्म करता है तो नारायण हो जाता है। महान परंपराओं के संबंध में मोदी ने कहा कि हम श्रीराम का पूजन करते हैं, जिन्होंने पिता की आज्ञा का पालन किया। हम प्रह्लाद की भी पूजा करते हैं, जिन्होंने पिता की आज्ञा का पालन नहीं किया। हम दर्शन की परंपराओं से निकले लोग हैं। कुंभ के प्रबंधन की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि कुंभ के मैनेजमेंट पर भी दुनिया को स्टडी करनी चाहिए।

दिल्ली – बाड़मेर – दिल्ली मालाणी एक्सप्रेस रद्द नहीं रहेगी

दिल्ली – बाड़मेर – दिल्ली मालाणी एक्सप्रेस रद्द नहीं रहेगी


जोधपुर स्टेशन पर यार्ड पुन:निर्माण व आधुनिक सिगनल प्रणाली स्थापना कार्य के कारण जोधपुर रेल मंड़ल के जोधपुर जोधपुर स्टेशन पर यार्ड पुन:निर्माण व आधुनिक सिगनल प्रणाली स्थापना कार्य के कारण 16 मई से 9 जून तक दिल्ली – बाड़मेर – दिल्ली मालाणी एक्सप्रेस राई का बाग़ – भगत की कोठी – राई का बाग़ के बीच रद्द नहीं रहेगी । उत्तर पश्चिम रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी श्री गोपाल शर्मा के अनुसार रेलवे ने यात्रियों की सहूलियत के लिये के लिये कदम उठाते हुए निर्णय लिया है कि गाड़ी संख्या 14661/14662 दिल्ली – बाड़मेर – दिल्ली मालाणी एक्सप्रेस बाड़मेर तक चलेगी तथा राई का बाग़ – भगत की कोठी – राई का बाग़ के बीच रद्द नहीं रहेगी । इस कारण यात्रियों को राई का बाग़ – भगत की कोठी – राई का बाग़ के बीच बस द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था के जरिए यात्रा नहीं करनी पड़ेगी । इस कारण समय में आंशिक परिवर्तन किया गया है गाड़ी संख्या 14661 जोधपुर से 05.20 के स्थान पर 15 मिनट पूर्व 05.05 बजे भगत की कोठी के लिये रवाना होगी । तथा गाड़ी संख्या 14662 जोधपुर से रात 11. 15 के स्थान पर 1 घन्टे 25 मिनट पहले, रात 09. 50 बजे राई का बाग के लिये रवाना होगी तथा राई का बाग से रात 09.59 बजे जयपुर के लिये रवाना होगी ।

समदड़ी। अल्पसंख्यक दर्जा मिलने से समाज को नई ऊर्जा मिली :- ललित गाँधी

समदड़ी। अल्पसंख्यक दर्जा मिलने से समाज को नई ऊर्जा मिली :- ललित गाँधी


रिपोर्ट :- सुनिल दवे /समदड़ी


समदड़ी। आल इण्डिया जैन अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री ललित जी गाँधी एक दिवसय दौरे के दौरान नाकोड़ा भैरव धाम के दर्शन किये और जैन समाज के लोगो से मुलाक़ात की और भारत सरकार द्वारा मिला अल्पसंख्यक दर्जे के बारे में जानकारी दी साथ ही मन्दिर कमिटी सदस्यों से मुलाक़ात की और व्यवस्थाओ की जानकारी ली व् जीवित महोत्सव व् 5 दिवसीय समदड़ी में चलने वाले रजत जयन्ती महोतसव कार्यक्रम में शिरकत की।



मिडिया से रूबरू होते हुए ग़ांधी ने बताया की अल्पसंख्यक दर्जा मिलने से समाज को नई ऊर्जा मिली हे साथ ही समाज के विकास के लिए जहा जो जरूरत हे शिक्षा से लेकर महिला ओर सहित कमजोर वर्ग के लोगो को सारी सुविधाए अब उपलब्ध हो गई।साथ ही उन्होंने नाकोड़ा मन्दिर की भुमि पर अतिक्रमण करने की कड़ी शब्दो में निंदा की साथ ही उन्होंने बताया की सेंट्रल गवर्मेंट इस मामले को गंभीरता से लिया हे।और जिस किसी ने भी जैन समाज की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की उनको वहा से हटाने के साथ ही दुबारा इस तरह की कोई हरकत करने की कोशिश ना करे, ऐसे प्रयास किये जा रहे हे।दौरे की जानकारी देते हुए बताया की हर गाँव हर शहर में जाकर हम समाज के लोगो को अल्पसंख्यक के बारे में जानकारी देते हुए ।समाज को आगे बढ़ाने के प्रयास करेगे।

शुक्रवार, 13 मई 2016

बाड़मेर,जिला कलक्टर शर्मा ने सुनी आमजन की परिवेदनाएं



बाड़मेर,जिला कलक्टर शर्मा ने सुनी आमजन की परिवेदनाएं


बाड़मेर, 13 मई। जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर जिला कलक्टर कार्यालय मंे आमजन की समस्याएं सुनकर संबंधित अधिकारियांे को निराकरण के निर्देश दिए।

जिला कलक्टर सुधीर शर्मा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा एवं अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच ने कलक्टर कार्यालय परिसर मंे आमजन की समस्याएं सुनी। उन्हांेने प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना, बिजली,पानी तथा अन्य समस्याआंे से संबंधित परिवेदनाआंे पर संबंधित अधिकारियांे को कार्रवाई कर आमजन को राहत दिलाने के निर्देश दिए।

बाड़मेर पंचायत समिति की बैठक 24 को

बाड़मेर, 13 मई। बाड़मेर पंचायत समिति की बैठक 24 मई को प्रातः 11 बजे से प्रधान श्रीमती पुष्पादेवी की अध्यक्षता मंे रखी गई है।

विकास अधिकारी नवलाराम चैधरी ने बताया कि पंचायत समिति की बैठक मंे बिजली,पानी, सार्वजनिक निर्माण विभाग, पंचायतीराज विभाग को हस्तांतरित शिक्षा, चिकित्सा,सामाजिक न्याय, कृषि, महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्याें की समीक्षा की जाएगी। इसके अलावा महात्मा गांधी नरेगा वर्ष 2016-17 के अतिरिक्त वार्षिक कार्य योजना का अनुमोदन किया जाएगा।

बाड़मेर, प्रोजेक्ट लाइफ से 30 हजार लोगांे को मिलेगा स्थाई रोजगार



बाड़मेर, प्रोजेक्ट लाइफ से 30 हजार लोगांे को मिलेगा स्थाई रोजगार
बाड़मेर, 13 मई। बाड़मेर जिले मंे करीब 30 हजार परिवारांे को स्थाई रोजगार मिलेगा। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत 100 दिन का रोजगार पूर्ण करने वाले श्रमिकांे को स्थाई रोजगार से जोड़ने के लिए मौजूदा समय मंे प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

बाड़मेर जिले मंे महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत 19480 परिवारांे के 29972 लोगांे ने स्थाई रोजगार के लिए प्रशिक्षण लेने के लिए सहमति दी थी। इसमंे 13237 पुरूष एवं 16735 महिला श्रमिक शामिल है। मौजूदा समय मंे सियाणी, असाड़ा बेरी ग्राम पंचायत मंे ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान एसबीबीजे आरसेटी की ओर से तीन प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जा रहे है। प्रोजेक्ट लाइफ के तहत पिछले वर्ष महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत 100 दिवस का रोजगार पूर्व करने वाले परिवारांे को उनकी रूचि के अनुसार कौशल संबंधित प्रशिक्षण देकर स्थाई रोजगार से जोड़ा जा रहा है। इसमंे महिलाआंे को सिलाई तथा पुरूष श्रमिकांे को खेती, मोटर वाइडिंग, मैकेनिकल समेत विभिन्न ट्रेड का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच ने बताया कि प्रोजेक्ट लाइफ मंे विशेषकर महिला श्रमिकांे की ओर से विशेष रूचि दिखाई जा रही है। प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले कई महिला श्रमिक को सिलाई के कार्य मंे पारंगत हो गई है। एसबीबीजे आरसेटी के निदेशक जयप्रकाश सिंहल के मुताबिक प्रशिक्षण के उपरांत महिलाआंे को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए बैंक से ऋण उपलब्ध कराने तथा अन्य बैकिंग योजनाआंे के बारे मंे भी विस्तार से जानकारी दी जा रही है।

बाड़मेर,न्याय आपके द्वार अभियान-2016 आज होगा कई स्थानांे पर राजस्व लोक अदालतांे का आयोजन

बाड़मेर,न्याय आपके द्वार अभियान-2016

आज होगा कई स्थानांे पर राजस्व लोक अदालतांे का आयोजन



बाड़मेर, 13 मई। जिले मंे राजस्व लोक अदालत ‘‘ न्याय आपके द्वार अभियान‘‘ के तहत शनिवार को कई ग्राम पंचायत मुख्यालयांे पर शिविरांे का आयोजन होगा। इस दौरान लंबित राजस्व प्रकरणांे का निस्तारण किया जाएगा।

जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने बताया कि 14 मई को बायतू उपखंड क्षेत्र मंे छीतर का पार, रामसर मंे सुराली, पांधी का पार, गरड़िया एवं अभे का पार ग्राम पंचायत के लिए राउप्रावि परिसर सुराली,सिणधरी की निंबलकोट ग्राम पंचायत मंेे लोक अदालत आयोजित होगी। उन्हांेने बताया कि 16 मई को बाड़मेर उपखंड मंे अटल सेवा केन्द्र सांजटा, शिव मंे बालेबा एवं रेडाणा ग्राम पंचायत के लिए अटल सेवा केन्द्र बालेवा, बायतू मंे माडपुरा बरवाला, गुड़ामालानी मंे खुडाला,बालोतरा मंे सराणा एवं मूंगड़ा ग्राम पंचायत के लिए मूंगड़ा, धोरीमन्ना मंे उड़ासर, सिवाना मंे गुड़ा एवं नाल ग्राम पंचायत के लिए गुड़ा ग्राम पंचायत मुख्यालय, चैहटन मंे बाखासर, साता एवं भलगांव ग्राम पंचायत के लिए अटल सेवा केन्द्र बाखासर मंे न्याय आपके द्वार अभियान के तहत शिविर आयोजित होंगे। जिला कलक्टर ने इन शिविरांे मंे अधिकाधिक लोगांे से शामिल होकर लंबित राजस्व प्रकरणांे का निस्तारण करवाने की अपील की है।

बाड़मेर डायरी 2016 का विमोचन



बाड़मेर डायरी 2016 का विमोचन
बाड़मेर,13 मई। जिला मुख्यालय पर शुक्रवार को जिला कलक्टर सुधीर शर्मा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा, अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच एवं सहायक निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क विभाग प्रदीप चैधरी ने बाड़मेर डायरी-2016 का विमोचन किया।

इस दौरान जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने कहा कि बाड़मेर डायरी मंे जिले से संबंधित कई महत्वपूर्ण सूचनाआंे का संकलन किया गया है। यह डायरी निसंदेह आमजन के लिए काफी उपयोगी साबित होगी। उन्हांेने कहा कि समय-समय पर इस तरह के प्रयास जारी रखे जाने चाहिए। ताकि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप अधिकाधिक लोगांे तक सरकारी कार्यक्रमांे की जानकारी पहुंच सके। मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने कहा कि इस तरह के प्रकाशनांे से सरकारी योजनाआंे की जानकारी आमजन तक पहुंचती है। एक ही प्रकाशन मंे समस्त सूचनाएं संकलित होने से इसकी उपयोगिता बढ़ जाती है। अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच ने पिछले चार वर्षाें से बाड़मेर डायरी प्रकाशन के प्रयास की सराहना की। उन्हांेने कहा कि इसके जरिए बड़े तबके तक बहुउपयोगी सूचनाआंे की पहुंच सुनिश्चित हो सकेगी। इस अवसर पर विजय कुमार, ठाकराराम मेघवाल भी उपस्थित थे। बाड़मेर डायरी का संपादन मदन बारूपाल ने किया है। इसमंे दैनिक डायरी के साथ बाड़मेर जिले के जन प्रतिनिधियांे का विस्तृत विवरण, ग्रामीण विकास योजनाआंे के साथ विभिन्न महत्वपूर्ण दूरभाष तथा रक्तदाताआंे का विवरण संकलित किया गया है।

जैसलमेर, ग्रामीणजन पावन जल के अभियान में बढ - चढकर हिस्सा लें - प्रभारी मंत्री श्री चैधरी


जैसलमेर,जिले के प्रभारी मंत्री चौधरी ने पोहडा में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान में नवनिर्मित वर्षा जल संग्रहण स्त्रोत का किया लोकार्पण

जैसलमेर, ग्रामीणजन पावन जल के अभियान में बढ - चढकर हिस्सा लें - प्रभारी मंत्री श्री चैधरी


जैसलमेर, 13 मई/जिले के प्रभारी मंत्री एवं राजस्व, उपनिवेषन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री अमराराम चैधरी ने शुक्रवार को ग्राम पंचायत बरमसर के गांव पोहडा में आईडब्ल्यूएमपी योजना में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत 9 लाख 80 हजार रुपये लागत से नवनिर्मित वर्षा जल संग्रहण (वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर) लोकार्पण पटिटका का अनावरण कर विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा , मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायण सिंह चारण, अधीक्षण अभियंता वाटर शेड भागीरथ विष्नोई, समाजसेवी स्वरुप सिंह राठौड, कवंराज सिंह चैहान, सुजान सिंह हडडा, अचलाराम जाट, भीमसिंह , सरंपच बरमसर श्री कुसुम कंवर के साथ ही ग्रामीण जन उपस्थित थे।

प्रभारी मंत्री चैधरी ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री महोदया के पावन जल सरंक्षण एंव संग्रहण के लिए संचालित मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के ड्रीम प्रोजेक्ट को सभी के सहयोग से सफल बनाना है। उन्होने कहा कि भूजल का स्तर दिनोदिन गिरता जा रहा है जो मानव जीवन के लिए घातक है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री महोदया का सपना है कि हम इस अभियान के माध्यम से वर्षा जल के प्राचीन स़्त्रोतो के साथ ही एनीकट, तालाब, डेम, खडीन आदि को विकसित करके अधिक से अधिक वर्षा जल का संग्रहण करावे ताकि हम केवल भूजल पर निर्भर न होकर बरसाती जल का उपयोग करे। उन्होनें कार्यकारी एजेन्सी वाटर शेड द्वारा पोहडा में पहाडी के बीच में बनाए गए इस डेम की तारीफ की एवं कहा कि बरसात से पूर्व इसका निर्माण होने से मानसून पूर्व हुई बरसात से अच्छी मात्रा में पानी का संग्रहण हुआ है जो खुषी की बात है । उन्होंने कहा कि इस पानी के संग्रहण होेने से यहंा के पषुधन को पीने का पानी आसानी से सुलभ हो सकेगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के जल संग्रहण स्त्रोत विकसित होंगे तो भूजल का स्तर भी बढेगा वही मानव के साथ ही पषुधन के पीने के पानी की सुविधा मिलेगी वहीं अच्छी मात्रा में संग्रहित पानी से खेती भी की जा सकेगी।

प्रभारी मंत्री ने ग्रामीणों से कहा कि वे इस अभियान में बढ - चढकर हिस्सा ले एवं प्राचीन जल स्त्रोत में श्रमदान करके उसको विकसित करें वहीं उसकी सार सम्भाल भी रखे। उन्होंने जल के महत्व की सीख देते हुए कहा कि इस प्रकार से जल स्त्रोत विकसित होंगे तो आने वाले समय मंे यह जिला पानी के रुप में आत्मनिर्भर अवष्य ही बनेगा। उन्होंने इस स्ट्रेक्चर के कार्य को भी बारीकी से देखा । उन्होंने मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत चयनित क्षेत्र में किये गये कार्यो का भी अवलोकन किया।

जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को सफल बनाने में सभी का सहयोग जरुरी है। उन्होंने कहा कि हमें केवल सरकारी पेयजल व्यवस्था पर निर्भर न रहकर इस प्रकार के जल संग्रहण के स्त्रोतों को विकसित करना है। उन्हांेने कहा कि पोहडा में हुआ वाटर हार्वेस्टिंग का यह कार्य वास्तव में सराहनीय है एवं इसमें अच्छी मात्रा में संग्रहित हुए पानी से स्थानीय लोगो को बहुत बडी राहत मिली है।

अधीक्षण अभियंता वाटर शेड भागीरथ विष्नोई ने बताया कि इस वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर पर 9 लाख 80 हजार रुपये लागत आई है। उन्होंने बताया कि इसकी भराव क्षमता लगभग 15 लाख लीटर है। इस दौरान सरपंच कुसुम कंवर के साथ ही अन्य प्रबुद्ध जनों ने प्रभारी मंत्री एवं अन्य अतिथियों को हार्दिक स्वागत किया।

---000---

झालावाड़ वन विभाग आगामी वर्षा ऋतु में हरित झालावाड़ कार्यक्रम चलाये



झालावाड़  वन विभाग आगामी वर्षा ऋतु में हरित झालावाड़ कार्यक्रम चलाये
झालावाड़ 13 मई। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे आगामी 5 जून से पर्यावरण दिवस के अवसर पर जिले में हरित झालावाड़ कार्यक्रम चलाये। साथ ही जिले में मौजूद बड़े राजकीय परिसरों में वृक्षारोपण का काम हाथ में ले।

जिला कलक्टर आज अपने कक्ष में जिला पर्यावरण समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिले में पत्थर की खदानों से निकलने वाली स्लरी को निर्धारित स्थान पर ही डालने के लिये सख्ती की जाये तथा अन्य सार्वजनिक स्थानों पर स्लरी डालने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जाये। उन्होंने कहा कि स्लरी पर मिट्टी की परत बिछाकर उस पर महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा ग्वारपाठा तथा कैक्टस का रोपण किया जाये। इससे पर्यावरण भी सुन्दर एवं शुद्ध बनेगा साथ ही महिला स्वयं सहायता समूहों को रोजगार भी मिलेगा। जिला कलक्टर ने कहा कि सड़क के किनारे तक खनिज की खुदाई करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जाये तथा वहां रेडियम प्लेट एवं रेलिंग लगाकर सड़क को सुरक्षित किया जाये। उन्होंने कहा कि वन विभाग जिले में नीमपथों की स्थापना करे इससे पर्यावरण सुधार के साथ-साथ स्थानीय लोगों की आय भी बढेगी। जिला कलक्टर ने वन क्षेत्र में मन्दिरों द्वारा करवाये जाने वाले नव निर्माण को हटाने तथा दोषी व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारियों से कहा कि वे नरेगा के माध्यम से शिक्षा विभाग की जमीनों पर वृक्षारोपण करवायें तथा उनकी सुरक्षा के लिये नरेगा से ही गार्ड रखकर उनका भुगतान करवायें। जिला कलक्टर ने वन विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे जिले में पर्यटकों के लिये टेªकिंग पाईन्ट विकसित करें। जिला कलक्टर ने कहा कि जिले में बड़ी संख्या में उपलब्ध पहाड़ियों पर सौर उर्जा एवं पवन उर्जा की इकाइयां लगाई जा सकती हैं। इसके लिए निजी क्षेत्र की कम्पनियों से प्रस्ताव तैयार करवायें। उन्होंने कहा कि खनिज विभाग द्वारा खननकर्ताओं से वसूली गई एनवायरमेन्ट सेस की राशि जिले में वन एवं पर्यावरण के विकास के लिये है अतः उसका समुचित उपयोग किया जाये। आज की बैठक में सहायक वन संरक्षक जयराम पाण्डे, वरिष्ठ खनि कार्यदेशक अतुल कुमार गुप्ता, जिला उद्योग अधिकारी बी एल मीणा, जिला परिवहन अधिकारी दिनेश सिंह सागर, रिजनल मैनेजर रिको एस. के. गर्ग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

-बेटी के जन्म पर नौलखा स्मृति वन में परिजन लगायंे पौधे

जिला प्रषासन एवं वन विभाग उपलब्ध करवायेंगे सुविधा

झालावाड़ 13 मई। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा है कि परिवार में बेटी का जन्म होने पर खुशी व्यक्त करने के लिये परिजन नौलखा स्मृति वन में वृक्षारोपण करें। इसके लिए जिला प्रशासन एवं वन विभाग सुविधाएं उपलब्ध करवायेंगे।

जिला कलक्टर आज अपने कक्ष में हर्बल गार्डन के विकास के लिये बुलाई गई बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बेेटी का जन्म होने पर उसके परिजन नौलखा स्मृति वन में 21 से 51 पौधे लगा सकेंगे तथा उनकी सार-संभाल कर उन वृक्षों को बेटी के साथ बड़ा होते देख सकेंगे। बेटी के जन्म पर नौलखा पहाड़ी पर वृक्ष लगाने वाले परिवार को जिला कलक्टर एवं वन विभाग द्वारा सम्मानित किया जायेगा।

जिला कलक्टर ने वन विभाग को निर्देश दिये कि वे नौलखा स्मृति वन की पहाड़ी पर श्रमदान के माध्यम से स्ट्रेगर्ड ट्रेन्चेज बनवायें ताकि वहां लगाये गये वृक्षों एवं वनस्पतियों को उनकी जरूरत के अनुसार जल मिल सके। उन्होंने कहा कि नौलखा पर बनायी जा रही हर्बल वाटिका में विभिन्न प्रकार के रोगों का उपचार करने वाले वृक्षों एवं वनस्पतियों की वाटिकाएं स्थापित की जायें। उन्होंने कहा कि नौलखा पर आगामी 5 जून को पर्यावरण दिवस पर वृहद स्तर पर वृक्षारोपण का कार्यक्रम बनायें तथा ट्रेकिंग वॉक, मोटरेबल वॉक एवं पर्यटकों के लिये अन्य सुविधाएं विकसित करें साथ ही जनता हो हर्बल गार्डन की एक्टिविटिज के बारे में भी बताएं। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे स्कूली बच्चों को साइंस पार्क एवं हर्बल गार्डन का दौरा करवायें।

बैठक में वन विभाग के सहायक वन संरक्षक जयराम पाण्डे द्वारा जानकारी दी गई कि हर्बल गार्डन में पर्यटकों की जानकारी के लिये टच स्क्रीन क्योस्क की स्थापना की गई है। धौलपुर स्टोन की एक छतरी भी लगाई गई है। हर्बल गार्डन में 215 प्रकार के पौधे लगाये गये हैं। जिनकी जानकारी देने वाली एक पुस्तिक भी तैयार की गई है। आज की बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर खजान सिंह, जिला आयुर्वेद अधिकारी एवं विभिन्न ऐजेन्सियों के प्रतिनिधि मौजूद थे।

-जिले में आज तीन पंचायतों में राजस्व लोक अदालत आयोजित होंगी
झालावाड़ 13 मई। 14 मई शनिवार को झालावाड़ जिले में तीन ग्राम पंचायतों में न्याय आपके द्वार अभियान के तहत राजस्व लोक अदालतें आयोजित होंगी।

उपखण्ड गंगधार में सुनारी तथा उपखण्ड असनावर में असनावर और खेड़ला ग्राम पंचायत में राजस्व लोक अदालतें आयोजित होंगी। रविवार को जिले में राजस्व लोक अदालतों का अवकाश रहेगा। सोमवार 16 मई को उपखण्ड झालावाड़ में देवनगर, उपखण्ड पिड़ावा में सोयला, उपखण्ड मनोहरथाना में रवास्या, उपखण्ड गंगधार में देवगढ़, उपखण्ड खानपुर में तारज, उपखण्ड भवानीमण्डी में आवर तथा उपखण्ड अकेलरा की ग्राम पंचायत बांसखेड़ी लोढान, बोरबन्द में राजस्व लोक अदालतों का आयोजन किया जायेगा।

---00---

झालावाड़ जिले में गुरूवार को न्याय आपके द्वार अभियान - राजस्व लोक अदालत षिविरों में 769 प्रकरण निर्णित
झालावाड़ 13 मई। झालावाड़ जिले में न्याय आपके द्वार अभियान - राजस्व लोक अदालत शिविरों में गुरूवार 12 मई को 769 प्रकरण निर्णित किये गये।

जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने बताया कि एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट कोर्ट में 4, उपखण्ड अधिकारी कोर्ट अकलेरा में 197, उपखण्ड अधिकारी कोर्ट खानपुर में 315, उपखण्ड अधिकारी कोर्ट झालावाड़ में 127, उपखण्ड अधिकारी कोर्ट गंगधार में 90, उपखण्ड अधिकारी कोर्ट पिड़ावा में 36 प्रकरण निर्णित किये गये।

---00---

झालावाड़ सफलता की कहानी प्रधान की समझाईश पर मिला बेवा तथा उसके पुत्र को न्याय

झालावाड़ सफलता की कहानी
प्रधान की समझाईश पर मिला बेवा तथा उसके पुत्र को न्याय


मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की पहल पर चलाये जा रहे राजस्व लोक अदालत अभियान 2016 के अन्तर्गत 12 मई गुरुवार को पिड़ावा उपखण्ड की कनवाड़ी ग्राम पंचायत में एक बेवा तथा उसके पुत्र को पंचायत समिति प्रधान श्री कन्हैयालाल पाटीदार की समझाईश से न केवल उनका कानूनन हक मिला अपितु बेवा तथा उसके पुत्र को पेट भरने का जरिया भी मिल गया।
ज्ञातव्य है कि लगभग पांच साल पहले कनवाड़ी ग्राम पंचायत के गुणदी गांव के निवासी बाबूलाल की मृत्यु हो गई। उसने अपने पीछे अपनी पत्नी देवबाई तथा पुत्र लखन को छोड़ा। बाबूलाल का पिता अपने पुत्र की विधवा को अपनी पुश्तैनी जमीन में से हिस्सा देने को तैयार नहीं हुआ। इस कारण देवबाई तथा उसके पुत्र लखन के पास पेट भरने का जरिया भी नहीं बचा। देवबाई ने लगभग एक साल पहले उपखण्ड न्यायालय पिड़ावा में वाद प्रस्तुत करके पुश्तैनी आराजी में अपने हक की जमीन दिलवाने की मांग की। 12 मई 2016 को जब कनवाड़ी में राजस्व लोक अदालत का आयोजन किया गया तो उपखण्ड अधिकारी रामकिशन मीणा ने नोटिस भेजकर दोनों पक्षों को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत होने के निर्देश दिये। देवबाई का ससुर अपनी पुश्तैनी जमीन में से अब भी अपनी विधवा बहु को हिस्सा देने को तैयार नहीं हुआ। इस पर अदालत में उपस्थित पंचायत समिति प्रधान पिड़ावा श्री कन्हैयालाल पाटीदार ने देवबाई के ससुर को समझाया कि पुश्तैनी आराजी में स्वर्गीय पुत्र की विधवा देवबाई तथा स्वर्गीय पुत्र के बेटे लखन का हक बनता है। उनके साथ अन्याय करना उचित नहीं है। काफी देर की समझाईश के बाद देवबाई का ससुर अपनी बहु तथा पोते को उनका हक देने को तैयार हुआ। इस पर पीठासीन अधिकारी रामकिशन मीणा ने पुश्तैनी आराजी में देवबाई बैरागी तथा उसके 10 वर्षीय पुत्र लखन बैरागी को उनके हिस्से की जमीन राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज करने का निर्णय पारित किया। अपने बेटे को उसका पुश्तैनी हक मिलने पर विधवा देवबाई की आंखों से खुशी के आंसू बह निकले। अदालत में उपस्थित ग्रामीणों ने भी इस प्रकरण के निपटारे पर न्यायालय एवं सरकार का धन्यवाद ज्ञापित किया।
- डॉ. मोहनलाल गुप्ता