बुधवार, 18 मार्च 2015

राजस्थान दिवस समारोहमशाल जुलूस में उमड़ा जनसमुदाय

राजस्थान दिवस समारोह 
मशाल जुलूस में उमड़ा जनसमुदाय


बाडमेर, 18 मार्च। राजस्थान दिवस समारोह की कडी में बुधवार को मशाल जुलूस निकाला गया। प्रातः आठ बजे कलक्ट्रेट से जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा ने हरी झण्डी दिखाकर इस मशाल जुलूस को रवाना किया।
राजस्थान दिवस समारोह के अन्तर्गत बुधवार को निकाला गया मशाल जुलूस कलक्ट्रेट से रवाना होकर शहर के विभिन्न स्थानों से गुजरते हुए करीब तीन किलोमीटर की यात्रा के पश्चात् विवेकानन्द सर्किल होते हुए टाउन हॉल पहुंच कर विसर्जित हुआ। कलक्ट्रेट से रवाना होकर विश्वकर्मा सर्किल, पंाच बती चौराहा, तनसिंह सर्किल, पनघट रोड, गौपूजन धाम, पुरानी सब्जी मण्डी, जवाहर चौक, पीपली चौक, प्रतापजी की प्रोल, हमीरपुरा, ऑरियन्टल बैंक, सुभाष चौक तथा अंहिसा सर्किल से गुजरा इस दौरान इसका जगह-जगह पुष्प वर्षा से स्वागत किया जाएगा।
इस जुलूस में नगर परिषद सभापति लूणकरण बोथरा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोपालराम बिरड़ा, अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी. विश्नोई, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रघुनाथ गर्ग, उपखण्ड अधिकारी मुकेश चौधरी, भूमि अवाप्ति अधिकारी नखतदान बारहठ समेत जिला स्तरीय अधिकरी, पार्षदों एवं बड़ी संख्या में कार्मिक व नागरिकांे ने भाग लिया।

बाड़मेर करंट से एक की मौत

बाड़मेर करंट से एक की मौत 


बाड़मेर। चोह्टन पॉवर हाउस के लाइन मेन धन्जय की बावड़ी गाँव में करंट लगने से मौत हो गई। लाइन मेन कनेक्शन करने गया था। पीछे से लाइन चालु कर दी जिससे मोके पर करंट लगने से धनंजय घायल हो गया जिसे चोह्टन अस्पताल लाया गया जहा डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।

बाड़मेर गिड़ा आ गई गर्मी, ग्र्रामीण क्षेत्रों में पेयजल को लेकर नही हैं पुख्ता इंतजामात




बाड़मेर गिड़ा आ गई गर्मी, ग्र्रामीण क्षेत्रों में पेयजल को लेकर नही हैं पुख्ता इंतजामात
खुदने का इंतजार करते बीत गये चार साल

गिड़ा क्षेत्र में कई हैंडपम्प स्वीकृति के बाद भी नही खुदे

जलदाय विभाग के अधिकारी नही दे रहे हैं ध्यान


बंशी चौधरी 
गिड़ा। पंचायत समिति क्षेत्र के कई गांवों में स्वीकृत हुए हैंडपम्प पिछले चार वर्षों से खुदने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं कई तो खुदे हुए हैं पर उन पर उपकरण नही लगे होने से बेकार पड़े हैं। ऐसे ही हाल चालू हैंडपम्पों के हैं जो पिछले कई महिनों से खराब पडे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि इस संबंध में कई बाद जलदाय विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क किया लेकिन कोई संतोषजनक जबाव देने को तैयार नही हैं। ऐसे में ग्रामीणों के हाल बेहाल हैं, अब तो ऊपर से गर्मी और शुरु हो गई तो पानी को लेकर बड़ा संकट गहरा सकता हैं। यहां पर पानी का एकमात्र साधन हैंडपम्प ही हैं, हालांकि पानी की पाईप लाईन स्वीकृत जरूर हैं, पर वह भी पिछले चार वर्षो से अधिक समय से बंद पड़ी हैं।

यह हैंडपम्प हैं स्वीकृत

ग्रामीण दिनेखां ने बताया कि गिड़ा पंचायत समिति क्षेत्र की खोखसर पश्चिम ग्राम पंचायत में सिंधी मुस्लमानों की ढाणी में विधाययक कोटे से हैंडपम्प स्वीकृत हुए चार साल हो गये लेकिन आज दिन तक खुदने का इंतजार हो रहा हैं। ऐसी ही स्थिति खेराजोणियों की ढाणी, जोगमाया मंदिर, माजीसा मंदिर, सऊओं की ढाणी, रामोणी सऊओं की ढाणी में भी हैंडपम्प स्वीकृत हुए तीन साल से अधिक समय हो गया हैं लेकिन विभाग इन्हे नही खुदवा रहा हैं।

यहां खुदे तो हैं पर इंस्टूमेंट नही लगाये

ग्रामीणों ने बताया कि खेताराम गोदारो की ढाणी, में 180 फुट बोरिंग करके छोड़ दिया इसे तीन साल हो गये तथा पैलादाणी सऊओ की ढाणी में हैंडपम्प खुदे एक साल से अधिक का समय हो गया लेकिन इसके ऊपर उपकरण नही लगाये जिससे इनके खुदने का कोई औचित्य ही नही रहा हैं।

यहां तो खराब पड़े हैं कई हैंडपम्प

ग्रामीण एडवोकेट चुनाराम जाखड़ व दिनेखां ने बताया कि फुसे खॉन मुसलमानो की ढाणी खोखसर दक्षिण ओर माताजी का स्थान हुडो कि ढाणी खोखसर दक्षिण कही महिनो से खराब पड़े है खोखसर पचिश्म खोखसर व खोखसर पूर्व मे हेड़पम्प के अलावा पानी का ओर कोई साधन नही है एक मात्र हैडपम्प ही है।

खोखसर में बैठता हैं जेईए, चार्ज ऊंडू एईएन के पास

ग्रामीणों के अनुसार जलदाय विभाग की ओर से खोखसर में जेईएन का पद स्वीकृत कर रखा हैं, लेकिन यहां पर पद खाली होने से यहां का चार्ज ऊडू एईएन के पास हैं जो इस ओर बहुत कम ही ध्यान दे रहे हैं जिससे हालात दिनो-दिन बिगड़ते जा रहे हैं।

यहां 25 दिनों से हैंडपम्प सही होने का इंतजार

इसी तरह के हालात पाटोदी पंचायत समिति के कोडूका गांव के हैं जहां आईमाता मंदिर के पास स्थित हैंडपम्प पिछले चार सप्ताह से खराब पड़ा हैं, ग्रामीणों की शिकायत के बावजूद विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान नही दे रहे हैं।

नागौर पिकअप-ट्रेक्टर भिड़ंत में महिला की मौत, 10 घायल

नागौर पिकअप-ट्रेक्टर भिड़ंत में महिला की मौत, 10 घायल
नागौर राजस्थान में नागौर जिले के कुचैरा थाना क्षेत्र में बुधवार को पिकअप और ट्रैक्टर की भिड़न्त में एक महिला की मौत हो गई तथा दस अन्य महिलाएं घायल हो गई।



पुलिस सूत्रों के अनुसार सुबह करीब सात बजे आकेली रोड पर विपरीत दिशा से आ रही पिकअप टैक्टर ट्राली से टकरा गई।




इस हादसे में ट्रोली में सवार एक महिला ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। सूत्रों ने बताया कि घायलों में से दो महिलाओं को जोधपुर भेजा गया है शेष का उपचार स्थानीय अस्पताल में किया जा रहा है।

"ऎसे तो किसानों को उचित मुआवजा नहीं मिलेगा"

"ऎसे तो किसानों को उचित मुआवजा नहीं मिलेगा"

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि वह बेमौसम की बारिश और ओलावृष्टि से नष्ट हुई फसलों के सर्वे में मानवीय पहलू को नजरंदाज कर रही है जिससे किसानों को उचित मुआवजा नहीं मिल पाएगा।




गहलोत ने बीकानेर जिले में बारिश और ओलावृष्टि से प्रभावित गांवों का दौरा करने के बाद बुधवार को पत्रकारों से कहा कि जयपुर में बीकानेर तक रास्ते में किसानों की समान शिकायत है कि जिला प्रशासन फसलों के खराबे का ढंग से सर्वे नहीं कर रहा हैं।




उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर की निगरानी में गांव-गांव में सर्वे होना चाहिए। उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि सर्वे के दौरान मानवीय नजरिया नहीं अपनाया गया तो किसानों को पूरा मुआवजा नहीं मिल पाएगा।




गहलोत ने कहा कि मौसम की मार से राज्य में 20 से अधिक लोग मारे गए है। साथ ही भेड़ बकरी और अन्य जानवर ही नहीं बल्कि तोते मोर जैसे पक्षी भी मरे हैं।




उन्होंने कहा कि बीकानेर जिले के बिग्गारामसरा गांव में तो अजीब स्थिति हैं। वहां तूफान से करीब 200 घर पूरी तरह तबाह हो गए हैं। बाड़े से बकिरयां लापता हो गई। मशीनें उखड़कर दूर चली गई। फसलें तो पूरी तरह तबाह हो चुकी हैं।




इससे स्थिति की भयावहता का अंदाज लगाया जा सकता है। गहलोत ने कहा कि राज्य में बेमौसम बारिश ओलावृष्टि तेज हवाएं तूफान में नुकसान हुआ है उसे देखते हुए नियम से हटकर किसानों की मदद करनी चाहिए।

गुड़गांव गायों को मिलेगी विशेष पहचान, जारी होगा 'आधार' नंबर

गुड़गांव गायों को मिलेगी विशेष पहचान,  जारी होगा 'आधार' नंबर 


गुड़गांव। हरियाणा की खट्टर सरकार ने गौ संरक्षण और गौ संवर्धन कानून पास कराने के बाद अब नया कदम उठाया है। राज्य में गायों की पहचान के लिए 'आधार' जारी किया जाएगा। दरअसल सरकार अब गायों के लिए आधार की तर्ज पर यूनिक आइडेंटिफिकेशन (यूआईडी) नंबर जारी करने की तैयारी में हैं।




एक अंग्रेजी दैनिक अखबार के मुताबिक सरकरार के इस फैसले के पीछे का उद्देश्य गायों को स्पेशल पहचाना दिलाना है। इस फैसले के बाद यूआईडी की तर्ज पर गायों की देसी नस्ल को विशेष पहचान टैग लगाया जाएगा। इस टैग में आधार नंबर की तरह ही 12 अकों का यूनिक नंबर होगा जो कि गाय के गले में लटका होगा। सूत्रों के मुताबिक इस कार्यक्रम की शुरुआत अगले महीने से हरियाणा के कुछ ब्लॉक में ट्रायल के तौर पर होगा। सरकार का कहना है कि इससे गायों में किसी खतरनाक बीमारी फैलने की स्थिति से भी निपटने में मदद मिलेगी।




हरियाणा पशुपालन विभाग के प्रधान सचिव महावीर सिंह ने बताया कि इस योजना का मकसद गायों को उनकी पहचान देना और गायों की सुरक्षा और स्वास्थ्य पर नजर रखना तथा सुविधा मुहैया करवाना है।




विशेष टैग की खूबी

गायों के लिए जारी होने वाले आधार नंबर के लिए स्पेशल टैग तैयार किए जाएंगे। इस टैग में गाय की तस्वीर, नस्ल, रंग और शारीरिक बनावट के साथ ही उम्र की जानकारी होगी। हरियाणा सरकार इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय डेयरी कार्यक्रम के तहत शुरू हो जाएगा।




बीमारियों से बचेंगी गायें

सूत्रों के अनुसार हरियाणा सरकार का इस कार्यक्रम को शुरू करने का उद्देश्य गायों को खास सुरक्षा और स्‍वास्‍थ्‍य लाभ देना है। ताकि कोई गंभीर बीमारी फैलने की स्थिति में भी उस पर आसानी से काबू पाया जा सके।

पुलिस के हाथ नहीं आ रहा रेप आरोपी पूर्व विधायक



लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित आवास पर बंधक बनाकर घरेलू नौकरानी से बलात्कार करने के आरोपी पूर्व विधायक कौशलेन्द्र नाथ योगी को पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है।



पुलिस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि योगी की तलाश में उनके पाए जाने के संभावित ठिकानों पर छापे मारे जा रहे हैं लेकिन अभी तक उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।




योगी के खिलाफ चिनहट थाने में नौकरानी को घर में बंधक बनाकर उसके साथ बलात्कार करने और धमकाने के आरोप में मामले दर्ज किए गए हैं।




गौरतलब है कि योगी की नौकरानी ने आरोप लगाया है कि लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र स्थित अपने आवास पर योगी ने मंगलवार को उसे बंधक बना लिया और उसके साथ बलात्कार किया।




नौकरानी ने आरोप लगाया है कि उसे जबरन शराब पिलाई गई। योगी वर्ष 2009 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर तुलसीपुर सीट से विधायक निर्वाचित किये गये थे लेकिन पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण उन्हें वर्ष 2012 में भाजपा से निष्कासित कर दिया गया था।

अलवर के बहरोड़ में डकैती, परिवार को बंधक बना 25 लाख लूटे

अलवर के बहरोड़ में डकैती, परिवार को बंधक बना 25 लाख लूटे


अलवर

अलवर जिले के बहरोड़ कस्बे में डकैतों ने फिर से पुलिस को खुलेआम चुनौती दे डाली है। पिछले दिनों हुआ ज्वेलर हत्याकांड का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि अलवर में ही बीती रात एक अन्य ज्वेलर पर जानलेवा हमला हुआ। ज्वेलर पर हमला कर डकैतों ने पूरे परिवार को बंदूक दिखाकर डराया और फिर मकान व दुकान से लाखों रूपए के जेवर और नकदी ले गए।




पुलिस के अनुसार बहरोड़ के रियाली गांव में रहने वाले ज्वेलर सुरेश कुमार सोनी मंगलवार देर रात अपने घर पर परिजनों के साथ सो रहे थे। इसी दौरान हथियारबंद डकैत घर में घुसे और ज्वेलर पर हमला कर दिया।




जिससे ज्वेलर गंभीर घायल हो गया। डकैतों ने पूरे परिवार को गन प्वाइंट पर लिया। उसके बाद सभी कमरों की अलमारियां खोलीं और सोने-चांदी के जेवर निकाल लिए।




फिर घर के नीचे ही बने शोरूम में गए और वहां से भी सोने के जेवर चुरा लिए। साथ ही सेफ में रखे लाखों रूपए भी साथ ले गए। जाते-जाते डकैतों ने फायरिंग की और फरार हो गए।




पड़ोसी के लगी गोली

सोनी के घर से फायरिंग की आवाज सुनकर पड़ोसी प्रकाश यादव बीच बचाव करने पहुंचा। डकैतों ने प्रकाश पर गोली चला दी, जो उसके हाथ में लगी, जिससे वह बेहोश हो गया। बाद में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।




दो घंटे बाद पहुंची पुलिस

उधर, ज्वेलर सुरेश सोनी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। डकैतों के जाते ही ग्रामीणों ने इस बारे में पुलिस को सूचना दी। लेकिन पुलिस घटना के करीब दो घंटे बाद पहुंची, जिसपर ग्रामीणों ने पुलिस को खरी-खोटी सुनाई। साथ ही पुलिस जीप के टायरों की हवा भी निकाल दी। आज सवेरे कुछ कांगे्रसी नेता और अन्य जनप्रतिनिधी भी गांव पहुंचे।

साध्वी प्राची का एक ओर विवादित बयान, अंग्रेजों के एजेंट थे गांधी



विश्व हिन्दू परिषद के 50वें वार्षिक समारोह में शरीक होने उत्तर प्रदेश के बहराइच पहुंची वीएचपी नेता साध्वी प्राची ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। साध्वी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आजादी में दिए योगदान पर ही सवाल खड़ा कर दिया। साध्वी ने महात्मा गांधी पर टिप्पणी करते हुए कहा, महात्मा गांधी अंग्रेजों के एजेंट थे। साध्वी ने कहा कि ये देश चरखा चलाने से आजाद नहीं हुआ, बल्कि वीर सारवरकर और भगतसिंह जैसे सपूतों के बलिदान देने से आजाद हुआ है।

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इसके साध ही साध्वी ने एक नए विवाद को जन्म देते हुए कहा कि दो से अधिक बच्चे पैदा करने वाले लोगों का मताधिकार समाप्त कर देना चाहिए। साध्वी अभी भी अपने चार बच्चों वाले बयान पर कायम हैं। विहिप के स्वर्ण जयंती वर्ष के मौके पर आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए साध्वी ने कहा कि कानून बनाकर सभी धर्मों के लोगों के लिए दो बच्चों की अनिवार्यता तय की जानी चाहिए और इससे ज्यादा बच्चे पैदा करने वालों का मताधिकार समाप्त करके उन्हें मिलने वाली सरकारी सुविधाएं समाप्त कर दी जानी चाहिएं।



साध्वी ने कहा कि उन्होंने हिंदुओं से चार बच्चे पैदा करने को कहा था, जिन लोगों को उनके इस बयान पर एतराज है वह सामने आकर दो बच्चों की अनिवार्यता का कानून बनाने पर बहस करें। साध्वी ने अपने चिर परिचित उग्र अंदाज में कहा कि जो भारत मां की जय और वंदे मातरम कहने से परहेज करे, तिरंगे का अपमान करे और गौहत्या कराए वह भारत में रहने का हकदार नहीं है।



लव जिहाद के मामले में प्राची ने कहा कि जितने भी फिल्म स्टार खान है. वो लव जिहाद को बढ़ावा देते है। हमें उनकी फिल्मों से दूर रहना चाहिए। उत्तर प्रदेश सरकार पर साध्वी ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार केवल सैफई मेले मस्त है, जबकि पूरे प्रदेश में अपराधों की बाढ़ है।



यहां कृष्ण के अवतार के साथ होती है रुक्मिणी की पूजा



सनातन संस्कृति में देवी-देवताओं के पूजन की परंपरा है। वास्तव में सभी देवता परमात्मा की विशेष शक्ति का एक प्रतीक हैं। इनका पूजन भगवान का ही पूजन है। भारत भूमि में भगवान ने कई अवतार लिए हैं। राम, कृष्ण आदि अवतारों के अलावा लोकदेवाओं के रूप में भी भगवान का प्राकट्य हुआ है।



भगवान विट्ठल भी ऐसे ही देवता हैं जो श्रीकृष्ण के अवतार माने जाते हैं। विट्ठल के बारे में यह बात मशहूर है कि उनके दर्शन और यहां तक कि नाम स्मरण से भी अगर आप कुछ मांगें तो वे मनोकामना जरूर पूरी करते हैं।




यूं तो उनकी पूजा का मुख्य दिन बुधवार माना जाता है लेकिन उनके द्वार पर ऐसा कोई दिन नहीं जब दूर-दूर से आए भक्तों के शीश अपने भगवान के सामने न झुकते हों। हर रोज श्रद्धालु अपने प्रभु से मन्नत मांगने आते हैं।




न्यारी है विट्ठल की महिमा

भारत के कई गांव-शहरों में भगवान विट्ठल के मंदिर हैं, लेकिन उनका सबसे प्रसिद्ध मंदिर महाराष्ट्र के पंढरपुर में है। विट्ठल की प्रतिमा काले रंग की होती है। उनके दोनों हाथ कमर पर होते हैं। विट्ठल के साथ रुक्मिणी भी विराजमान रहती हैं और भक्त उनका पूजन कर आशीर्वाद लेते हैं।




महाराष्ट्र के अलावा दक्षिण भारत के कई स्थानों पर भी विट्ठल के मंदिर हैं। यहां सभी विशेष पर्वों पर धूमधाम के साथ भगवान का पूजन किया जाता है। महाराष्ट्र में स्थित मंदिर में हर दिन श्रद्धालु आते हैं लेकिन चार महीने - आषाढ़, कार्तिक, माघ और श्रावण में काफी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होता है।




ऐसा माना जाता है कि विट्ठल के लिए की जाने वाली इन पदयात्राओं का इतिहास सैकड़ों साल पुराना है। लोगों के मुताबिक 800 वर्षों से भी ज्यादा समय से लोग दूर-दूर से पैदल आकर अपने भगवान के प्रति श्रद्धा प्रकट करते रहे हैं। इस दौरान पंढरपुर की अलग ही रौनक होती है।




विट्ठल तेरे कितने नाम!

भगवान विट्ठल को उनके भक्त विभिन्न नामों से भी संबोधित करते हैं। कोई उन्हें विट्ठाला कहता है तो किसी के लिए वे पांडुरंगा हैं। इसके अलावा नारायण, पंधारीनाथ और हरि जैसे नाम भी भगवान विट्ठल के ही हैं। मंदिर में विट्ठल के साथ विराजमान रुक्मिणी को साक्षात लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है।




महाराष्ट्र के कई संतों ने मराठी भाषा में भगवान विट्ठल के गुणगान में रचनाएं लिखी हैं। श्रद्धालु पदयात्रा के दौरान उनकी रचनाओं का संगीतमय तरीके से गायन भी करते हैं। भक्तों की प्रबल मान्यता है कि विट्ठल के दरबार में कोई सच्चे मन से आए तो कभी खाली हाथ नहीं जाता।

जैसलमेर भारत आए छह हजार पाक नागरिक नहीं लौटे



जैसलमेर
जैसलमेर जिले के पाक सीमा से सटे गांवों में बिजली की लाइन या तो बिछाने ही नहीं दी जाती या फिर चुरा ली जाती है, क्योंकि अंधेरा तस्करों को अपने मंसूबों को अंजाम देने के लिए अनुकूल लगता है।


इसके अलावा एक रोचक बात यह भी है कि यहां पशुपालन, कृषि या मजदूरी कार्य से जुड़े कई लोगों बारे में पक्के तौर पर किसी को नहीं पता कि इनमें कौन कहां से आया है? और कब तक यहां रहेगा। बिना रोक-टोक के रोज सैकड़ों की संख्या में लोग प्रतिबंधित इलाकों में आ-जा रहे हैं।


ताकि नापाक मंसूबे हो कामयाब
खुफिया सूत्रों के मुताबिक इन क्षेत्रों को अपनी शरणगाह बनाने वाले असामाजिक व राष्ट्रविरोधी तत्व ये चाहते ही नहीं कि इन इलाकों में बिजली जैसी मूलभूत सुविधा हो, तभी वे अपने नापाक इरादों को अंजाम तक पहुंचा सकते हैं।


उधर, खुफिया एजेंसिया ऐसे पाक नागरिकों को भी तलाश कर रही है, जो वीजा अवधि समाप्त होने के बाद भी जैसलमेर व आसपास के सरदही क्षेत्रों में बैठे हैं।


चिंता का बड़ा कारण यह भी है कि अब ऐसे लोगों की कोई खैर खबर भी नहीं है कि कौन कहां है? यही नहीं ऐसे लोगों ने पाकिस्तान जाने के लिए किसी तरह का न तो आवेदन किया है और न ही उनके पास पाकिस्तान वापस नहीं जाने के लिए कोई विशेष कारण है।


क्यों नहीं लौटे अपने वतन
पुलिस सूत्र बताते हैं कि वीजा अवधि समाप्त होने के बाद भी कई ऐसे लोग संदिग्ध हंै, जो वापिस पाकिस्तान नहीं लौटे हैं। पुलिस फिलहाल खुफिया तंत्र व सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर ऐसे संदिग्ध तत्वों की धरपकड़ के लिए तलाश में जुटी हुई है।


सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि विगत वर्षो में करीब 6 हजार पाकिस्तानी नागरिक अलग-अलग कारणों से भारत तो आए, लेकिन पाकिस्तान लौटे ही नहीं।


इनमें बड़ी संख्या में लोग जैसलमेर जिले में डेरा जमाए हुए हंै। उधर, सीसुब से जुड़े अधिकारी व सुरक्षा एजेंसियों व पुलिस का मानना है कि संदिग्ध गतिविधियों पर उनकी नजर है और इंटेलीजेंस एक्टिव है। सरहद में बसे संदिग्ध लोग उनकी निगाह में है, किसी भी अवांछनीय गतिविधियों को रोकने के लिए सुरक्षा पहरा मजबूत है।


प्रतिबंधों की परवाह नहीं
क्रिमिनल संशोधन एक्ट 1996 के तहत अधिसूचित थाना क्षेत्रों में किसी भी बाहरी व्यक्ति के प्रवेश के लिए अनुमति लेना अनिवार्य है।


जैसमलेर में 2008 में बार्डर को बेचने के मामले के बाद इस कानून को सख्त किया गया है।


बिना अनुमति आए व्यक्ति के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर सकती है। हकीकत यह भी है कि इन क्षेत्रों में बाहर से संदिग्ध लोग बेरोकटोक आते हैं और रह भी रहे हैं। कानून व प्रतिबंधों से बेपरवाह कई लोगों ने तो यहां आने आवास तक बना लिए हैं।


इन गांवों में अनुमति जरुरी
प्रतिबंधित क्षेत्र में जैसलमेर जिले के आठ थाना क्षेत्रों के करीब साढ़े तीन सौ गांव आते हैं। जिसमें झिझनियाली क्षेत्र के 40 गांव, खुहड़ी क्षेत्र के 65 गांव, सम क्षेत्र के 35 गांव, शाहगढ़ क्षेत्र के 68 गांव, रामगढ़ क्षेत्र के 32 गांव, मोहनगढ़ क्षेत्र के 48 गांव, नाचना क्षेत्र के 22 गांव व नोख क्षेत्र के 29 गांव शामिल हंै।


एसडीएम, संबंधित थाना, पुलिस अधीक्षक व तहसीलदार से सत्यापन होने के बाद उस शख्स को प्रतिबंधित थाना क्षेत्र में जाने की अनुमति मिलती है, जो अधिकतम 15 दिन तक के लिए होती है। अवधि बढ़ाने पर फिर अनुमति लेनी पड़ती है।

रोहट डीजल से भरा टैंकर पकड़ा, दो आरोपित गिरफ्तार



रोहट

जोधपुर से गुजरात ले जाए जा रहे डीजल के अवैध टैंकर को रोहट पुलिस ने मंगलवार देर रात 12 बजे जब्त कर दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।




थाना प्रभारी देवेन्द्रसिंह कविया ने बताया कि मंगलवार देर रात मुखबिर से इत्तला मिली कि रोहट के रास्ते अवैध डीजल से भरा टैंकर गुजरात ले जाया जा रहा है। इस पर थाने के बाहर नाकाबंदी की गई। इसी बीच गुजरात पासिंग नम्बर का एक टैंकर जोधुर से आता दिखाई दिया। पुलिस ने टैंकर रुकवाकर तलाशी ली तो उसमें डीजल भरा मिला।




तलाशी में टैंकर में एक बिल्टी मिली, जिस पर केमिकल भरे टैंकर का गुजरात ले जाना बताया गया। इस पर पुलिस ने देवा का पुरो सुरोली गोसाईगंज सुल्तानपुर निवासी मोहम्मद समीद खान पुत्र अब्दुल मजीद खान व सुरोली गोसाईगंज सुल्तानपुर निवासी लक्ष्मण मौर्य पुत्र बैजनाथ मौर्य को गिरफ्तार कर टैंकर जब्त कर लिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।




अधिकारी पहुंचे रोहट, सैम्पल लिए

सूचना पर ग्रामीण वृत्ताधिकारी रामदेव जलवानिया, प्रवत्र्तन अधिकारी ओपी हर्ष भी रोहट पहुंचे। उन्होंने टैंकर में भरे डीजल के सैम्पल लिए।

मंगलवार, 17 मार्च 2015

जोधपुर चालीस लाख की अवैध शराब के साथ टैंकर जब्त, दो गिरफ्तार



जोधपुर ग्रामीण पुलिस की स्पेशल टीम ने मंगलवार को पीपाड़ थाना क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए चालीस लाख रुपए कीमत की अवैध शराब से भरा टैंकर पकड़ा। मामले में टैंकर जब्त कर दो जनों को गिरफ्तार किया है।




पीपाड़ थाना क्षेत्र में अवैध शराब का परिवहन रोकने के लिए पुलिस गश्त करते हुए इस क्षेत्र से होकर निकलने वाले सभी वाहनों की तलाशी ले रही थी।




इसी दौरान जोधपुर का नंबर प्लेट लगा हुआ एक टैंकर वहां से निकला। उसे रोककर चालक से पूछताछ की गई तोवह पुलिस को ढंग से जवाब नहीं दे पाया।




ऐसे में शक के आधार पर पुलिस ने टैंकर की जांच की तो उसमें बीयर व शराब की बोतलें भरी हुई थी। पुलिस टैंकर कोजब्त कर थाने ले आई।




टैंकर से माल निकालना शुरू किया तो मालूम पड़ा कि इसमें चालीस लाख रुपए मूल्य की देश में निर्मित अंग्रेजी शराब व बीयर भरी हुई थी।




इस मामले में पुलिस ने बाड़मेर जिला के आगौर चोहटन निवासी नैनूराम पुत्र दुदाराम और बाड़मेर जिले के ही होडू तहसील सिणधरी निवासी खेमाराम पुत्र चोलाराम को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। इससे पता चल सकेगा कि यह शराब किस जगह भेजी जा रही थी।

जैसलमेर बसिया क्षेत्र को सेना में जाने के खिलाफ लामबंदी ,ज्ञापन दिया

 जैसलमेर बसिया क्षेत्र को सेना में जाने के  खिलाफ लामबंदी ,ज्ञापन दिया 



जैसलमेर जिलेका बसिया क्षेत्र बाड़मेर जिले के कुछ गांव आर्मी को आवंटित करने की तैयारी के खिलाफ क्षेत्र के लोग इस निर्णय के खिलाफ लामबंध हो गए। मंगलवार को सेकड़ो लोगो ने जिला प्रमुख अंजना मेघवाल के नेतृत्व में राज्य सरकार के नाम तहसील दर को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणो ने इस निर्णय का पुरजोर विरोध किया तथा इस निर्णय के खिलाफ अभियान चलने का प्रस्तान पारित किया ,आंदोलन उच्च  किया जाएगा। आज विशेष सभा का आयोजन कर क्षेत्र के लोगो ने इस निर्णय के विरोध में स्वर बुलंद किया ,बाद में ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा।इस दौरान कांग्रेस नेता रूपाराम धनदे ,जिला  अंजना मेघवाल ,  दिनेश पाल सिंह ,सम प्रधान   सहित कई नेता उपस्थित थे। 



मामला क्या हे पढ़िए 
बसिया सेना को देने की तैयारी  इन गांवों की जमीन है प्रस्तावित

कवायद | जैसलमेर और बाड़मेर क्षेत्र के सैकड़ों गांव-ढाणियां और आबादी होगी प्रभावित
 

जिलेका बसिया क्षेत्र बाड़मेर जिले के कुछ गांव आर्मी को आवंटित करने की तैयारी चल रही है। इस संबंध में सरकार के स्तर पर कार्रवाई भी शुरू हो गई है। जानकारी के अनुसार यह एरिया आर्मी को युद्ध प्रशिक्षण के लिए दिया जाना है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि बसिया क्षेत्र को खाली करवाया जाकर अन्य जगह पर विस्थापित किया जाएगा। गौरतलब है कि जैसलमेर जिले पहले भी कई जमीनें आर्मी बीएसएफ को आवंटित की जा चुकी हैं। ऐसे में जिले के चाराें तरफ आर्मी एरिया विकसित हो रहा है। आबादी मौके की जमीनों को आर्मी को आवंटित किया जा रहा है।

क्याहै मामला

जानकारीके अनुसार आर्मी को युद्ध प्रशिक्षण के लिए जैसलमेर में रेंज की आवश्यकता है। इस पर आर्मी की ओर से सरकार से जिले के बसिया क्षेत्र में जमीन आवंटित करने की मांग की गई है। इस पर सरकार ने जिला प्रशासन को और जिला प्रशासन ने फतेहगढ़ एसडीएम को इस संबंध में पत्र लिखकर शीघ्र ही कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

आर्मी की मांग के अनुरूप प्रस्तावित ट्रेनिंग एरिया के नक्शे में बसिया क्षेत्र के करीब 50 राजस्व गांव सैकड़ों ढाणिया रही है। जिसमें मुख्य रूप से देवड़ा, चेलक, जोगीदास का गांव, गाले की बस्ती, कोहरा, भीलों की बस्ती, मेहरों की ढाणी, झिनझिनयाली, गुहड़ा, गजसिंह का गांव, तेजमालता, बईया, मोढ़ा, रणधा, लखा भाडली, भंभारा, रिवड़ी, कपूरिया, गेराजा, हापा, अडबाला नगराजा आदि शामिल है। वहीं बाड़मेर जिले के आंतरा, नागड़दा, जांफली, बालासर स्वामी का गांव आदि इस प्रस्तावित क्षेत्र में रहे हैं।

क्या हो रही है कार्रवाई

बसियाको आर्मी को आवंटित करने के मामले में कार्रवाई शुरू हो चुकी है। एडीएम के पत्र के बाद तहसीलदार, पटवारी आर्मी के अधिकारी 17 मार्च को सर्वे करेंगे और उसके बाद अधिग्रहण विस्थापित करने की कार्रवाई की जाएगी।

एकलाख लोग प्रभावित

बसियाक्षेत्र में जिस क्षेत्र की मांग ट्रेनिंग एरिया के लिए की गई है उस इलाके में करीब एक लाख की आबादी है। ऐसे में ट्रेनिंग एरिया यहां स्थापित करने से यह एक लाख की आबादी प्रभावित होगी और इन्हें अन्यत्र विस्थापित करना आसान नहीं होगा। वर्षो से यहां रह रहे लोगों के सामने अब बहुत बड़ी समस्या खड़ी होने वाली है।

खनन-कृषिक्षेत्र शामिल

बसियामें लखा भाडली इलाका खनन क्षेत्र है। वर्तमान में कई ग्रेनाइट की खदानें संचालित हैं। जैसलमेर का यह ग्रेनाइट विश्व विख्यात है। वहीं देवड़ा झिनझिनयाली उसके आसपास के इलाके में 1 हजार से अधिक ट्यूबवैल है। यहां सालाना करोड़ों रुपए की खेती होती है। ऐसे में यह इलाका आर्मी को आवंटित कर दिया जाता है तो निश्चित तौर पर खनन कृषि क्षेत्र भी प्रभावित होगा।

^अतिरिक्तकलेक्टर का इस संबंध में पत्र मिला है। इस इलाके में 17 मार्च को पटवारियों आर्मी के अधिकारियों के सहयोग से सर्वे किया जाकर आगामी कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। तुलसारामविश्नोई, तहसीलदार, फतेहगढ

^आर्मीने इस क्षेत्र में जमीन आवंटन की मांग की है। जिस पर फिलहाल सर्वे किया जा रहा है और उसके बाद किस तरह से जमीन अवाप्त की जाकर लोगों को विस्थापित किया जाएगा दिशा निर्देश मिलने पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। जयसिंह,एसडीएम, फतेहगढ़

^पूर्वमें भी इस इलाके की जमीन सेना को आवंटित करने की बात हुई थी। जिस समय में हमने राजनीति से ऊपर उठकर सेना को जमीन आवंटन करने का विरोध किया था। हमारे साथ उस समय जसवंतसिंह जसोल भी थे। इस बार भी हम इसका पुरजोर विरोध करेंगे। हरीशचौधरी, पूर्व सांसद, बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र

एडीएम ने तहसीलदार को लिखा पत्र

एडीएमजैसलमेर ने फतेहगढ़ तहसीलदार को 12 गार्डस (आर्मी) को मनोवर ट्रेनिंग एरिया के लिए चेलक देवड़ा आदि क्षेत्र में भूमि आवंटन संबंध में पत्र लिखा है। एडीएम के पत्र में बताया गया कि आर्मी के पत्र क्रमांक 510/1/एमए/क्यू/दिनांक 02.0.2015 में तहसील फतेहगढ़ के ग्राम चेलक छंतागर आदि क्षेत्र में 12 गार्डस (आर्मी) के लिए मनोवर ट्रेनिंग एरिया के लिए भूमि आवंटन अवाप्त के लिए मांग की गई है। अत: प्रस्तावित भूमि के संबंध में मौके की जांच कर प्रस्तावित भूमि के आवंटन अवाप्त के लिए निर्धारित प्रपत्र में प्रस्ताव मार्फत उपखंड अधिकारी फतेहगढ़ के माध्यम से शीघ्र ही भिजवाए जाएं।

नेहरू युवा केन्द्र, बाड़मेर विकास की असली धुरी युवाः शर्मा

नेहरू युवा केन्द्र, बाड़मेर  विकास की असली धुरी युवाः शर्मा


सिवाना, 17.3.15। ‘विकास की असली धुरी युवा है। युवा अगर अपने क्षेत्र के विकास की ठान ले तो वह दिन दूर नहीं जब विकास की गंगा बहेगी। युवाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहकर काम करने की जरूरत है। ’

यह बात मंगलवार को सिवाना एसडीएम गोमती शर्मा ने पंचायत समिति सिवाना सभागार में नेहरू युवा केन्द्र बाड़मेर की ओर से आयोजित पड़ौस युवा संसद कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान, प्रधानमंत्री जन धन योजना का लाभ सभी को मिले इसके लिए युवा अधिक से अधिक जानकारी लोगों को दें।

सिवाना विकास अधिकारी जितेन्द्रसिंह सांदू ने कहा कि क्षेत्र की बेरोजगारी को समाप्त करने के लिए युवा प्रोजेक्ट तैयार करें। साथ ही बैंकों के वित्तीय सहयोग से उद्योग धंधे लगाएं जिससे स्वयं की बेरोजगारी तो समाप्त होगी ही साथ ही अन्य लोगों को भी रोजगार मिल सकेगा। उन्होंने कन्या भ्रुण हत्या का पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि बेटी तो घर की शान है। इन्हें बेहतरीन तालीम दिलाया जाना जरूरी है। इनके विकास से ही देष आगे बढ़ेगा।

एबीईईओ जेतमालसिंह ने कहा कि युवाओं को बेरोजगारी को समाप्त करने के लिए व्यवसायिक षिक्षा प्राप्त करना आवष्यक है। विभिन्न तकनीकी क्षेत्र में प्रषिक्षण प्राप्त कर युवा रोजगार पा सकते है। उन्होंने नषा विरोधी अभियान चलाने की आवष्यकता बताई। उन्होंने कहा कि नषा नाष है, इसे जड़ से उखाड़ने में युवाओं को आगे आना होगा।

जिला युवा समन्वयक ओमप्रकाष जोषी ने कहा कि युवाओं ने अच्छे प्रोजेक्ट तैयार कर दिखा दिया कि युवा किसी से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि युवाओं की ओर से उठाई गई समस्याओं को जिला प्रषासन के समक्ष रखा जाएगा, जिससे इनका समाधान हो सकें। उन्होंने विभिन्न कंपनियों से आह्वान किया कि क्षेत्र के अधिकांष युवाओं को रोजगार से जोड़ने में मदद करें ताकि विकास हो सकें। कार्यक्रम में 40 युवा मंडलों के 85 प्रतिभागियों ने भाग लिया।