एक तरफ स्वच्छ भारत अभियान, दूसरी तरफ बाड़मेर शहर की बदहाल सफाई व्यवस्था
बाड़मेर। पीएम मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की बाड़मेर शहर की ऑफीसर्स कॉलोनी में धज्जियां उड़ती नजर आ रही हैं | पूरे मामले में नगर परिषद की लापरवाही साफ दिखाई दे रही है |
दरअसल, शहर की बदहाल सफाई व्यवस्था को लेकर वर्ष 2012 में पारसमल नामक एक व्यक्ति ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी |इसके बाद हाईकोर्ट ने आदेश जारी कर जिला कलेक्टर को बदहाल सफाई व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए थे | इस पर जिला कलेक्टर मधुसूदन शर्मा ने शहर का दौरा कर नगर परिषद सहित प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली थी और तीन आरएएस अधिकारियों को इस मुहिम में लगाया था |
लेकिन उसके बावजूद भी सफाई व्यवस्था नहीं सुधर रही हैं करीब पंद्रह दिन से एडीएम और तहसीलदार के बंगलों के पीछे गंदे नाले का पानी बह रहा है इसको लेकर यहां के वांशिदों ने नगर परिषद आयुक्त को अवगत भी करवाया लेकिन इसके बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई|
बाड़मेर। पीएम मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की बाड़मेर शहर की ऑफीसर्स कॉलोनी में धज्जियां उड़ती नजर आ रही हैं | पूरे मामले में नगर परिषद की लापरवाही साफ दिखाई दे रही है |
दरअसल, शहर की बदहाल सफाई व्यवस्था को लेकर वर्ष 2012 में पारसमल नामक एक व्यक्ति ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी |इसके बाद हाईकोर्ट ने आदेश जारी कर जिला कलेक्टर को बदहाल सफाई व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए थे | इस पर जिला कलेक्टर मधुसूदन शर्मा ने शहर का दौरा कर नगर परिषद सहित प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली थी और तीन आरएएस अधिकारियों को इस मुहिम में लगाया था |
लेकिन उसके बावजूद भी सफाई व्यवस्था नहीं सुधर रही हैं करीब पंद्रह दिन से एडीएम और तहसीलदार के बंगलों के पीछे गंदे नाले का पानी बह रहा है इसको लेकर यहां के वांशिदों ने नगर परिषद आयुक्त को अवगत भी करवाया लेकिन इसके बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई|