गुरुवार, 24 जुलाई 2014

big breaking बीकानेर जेल में गैंगवार तीन की मौत ,जेल अधिकारी निलंबित

big  breaking बीकानेर जेल में  गैंगवार तीन की मौत ,जेल अधिकारी निलंबित 


बीकानेर सीमावर्ती बीकानेर मुख्यालय स्थित सेन्ट्रल जेल में केदियो के बीच हुई गैंगवार में तीन जनो की मौत हो गयी ,राज्य सरकार ने जेल की इस घटना को गंभीरता से लेते हुए पुरे राजस्थान की जेलों में अलर्ट घोषित कर जेलों की जांच  शुरू कर दी ,इधर राज्य सरकार ने जेल से सम्बंधित कई अधिकारीयों को निलंबित कर दिया। जेल में गैंगवार जारी हैं। सूत्रानुसार सेंट्रल जेल में फायरिंग मामला,तीन कैदियों की फायरिंग में मौत
कैदी आनंदपाल पर किया गया था हमला। कैदी आनंदपाल ने की जवाबी फायरिंगजेल के सुरक्षा प्रबंधन की खुली पोल.जिला कलक्टर आरती डोगरा पहुंचीं मौके पर पहुंची , कुख्यात अपराधी बनवीर बानूड़ा की गोली मर हत्या कर दी ,वाही उसकी  हत्या करने वाले नापासर  निवासी जय प्रकाश जाट और रामलाल जाट की केदियो ने पीट पीट कर हत्या कर दी। पूरी रिपोर्ट आना शेष हैं 

लोगो डिजाइन करने पर मोदी सरकार देगी आपको 50 हजार

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने बेटियो के बेहतर भविष्य के लिए "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" योजना को लागू करने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। modi govt launches logo design competition for beti bachao beti padhao campaign
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने इस योजना के लिए एक लोगो डिजाइन कराने का निर्णय लिया है। इसके लिए एक सार्वजनिक प्रतियोगिता का ऎलान भी किया गया है।

अगर आप "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" योजना के लिए एक शानदार लोगो डिजाइन करते हैं तो आपको मंत्रालय 50 हजार रूपए का नकद इनाम देगा।

लोगो डिजाइन करते समय इस बात का खास ख्याल रखना होगा कि वह लोगो बेटी होने की खुशी और उसको सशक्त बनाने के लिए शिक्षा के महत्व को सही तरीके दर्शाता हो।

लोगो का आकार और अन्य तकनीकी संबंधी जानकारी आप महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के वेबसाइट से ले सकते हैं। इस प्रतियोगिता में शामिल होने की अंतिम तिथि 3 अगस्त 2014 है।

गौरतलब है कि चुनाव के दौरान देश में बेटियों की शिक्षा और सुरक्षा को लेकर कई सवाल खडे किए थे। अब उनकी सरकार ने बेटियों के बेहतर भविष्य के लिए "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" योजना के लिए 100 करोड़ रूपए आवंटित किए हैं।

बाड़मेर वृक्ष लगाना धरती का श्रृंगार है



बाड़मेर वृक्ष लगाना धरती का श्रृंगार है जो व्यक्ति यह काम करता है। वह दुनिया का अत्यन्त भाग्यशाली व्यक्ति होता है।वृक्षों से धरती का श्रृंगार होता है तथा उसी से होने वाली बारिश की मात्रा तय होती हैं। उपरोक्त उदगार नगर परिषद् चैयरमेन श्रीमती उषा जैन ने लाॅयन्स क्लब, बाड़मेर द्वारा आयोजित सांई धाम रातानाडा बाड़मेर में कहे। नगर परिषद् चैयरमेन उषा जैन ने सांई धाम समिति के दिलीप बंसल, पुरूषोतमदास, रघुवर प्रसाद स्वामीजी एवं आनन्द पुरोहित की मांग पर सांई धाम समिति को नगर परिषद, बाड़मेर की तरफ से पांच लाख रूपये का सहयोग देने की घोषणा की।

कार्यक्रम की शुरूआत लाॅयन्स क्लब, बाड़मेर के सचिव मनोज आचार्य ने सबके स्वागत भाषण के साथ की और वीरचन्द वडेरा ने सभी आगन्तुओं को सांई धाम समिति द्वारा किये जा रहे कार्यो की प्रंशन्सा की इस कार्यक्रम में बंशीधर वडेरा, किशनलाल वडेरा, जितेन्द्र अग्रवाल, कमल किशोर सिंघल, हितेश बिंदल, गोपाल सिंह, कैलाश राठी, पृथ्वी चण्डक, राजेन्द्र शारदा, सुबोध शर्मा, संजय सिंघवी, गौतम डूंगरवाल, सुरेन्द्र बागमलाणी उपस्थित थे। इस कार्यक्रम का संचालन सचिव मनोज आचार्य ने किया।

बाडमेर 24 जुलाई। हृदय से हृदय की मुलाकात ही संवाद है-साध्वी सौम्यागुणाश्री


हृदय से हृदय की मुलाकात ही संवाद है-साध्वी सौम्यागुणाश्री 
बाड़मेर 24 जुलाई 2014 जिन कान्तिसागर सुरि आराधना भवन में अपनी मधुरिम वाणी में अध्यात्म रागिनी छेडते हुए साध्वी सौम्यागुणाश्री जी ने कहा की  मूल समस्याओं का समाधान अध्यात्म है। अध्यात्म के द्वारा ही चेतना का विकार समाप्त होकर उन्नति के शिखर को प्राप्त करना है। मन से वासनाओं का निकास ही निवार्ण है और मन से मोह का निवारण ही मोक्ष है। मोक्ष प्रसाद या परम्परा से मिलने वाली वस्तु नहीं वह श्रम के द्वारा प्राप्त होने वाला उपहार है मोक्ष प्रार्थना के साथ प्रत्यन से प्राप्त होता है। पूजा के साथ पुरूषार्थ प्राप्त होता है। हर धर्म सम्प्रदाय मोह और मद के निवारण पर बल देना है। और उसे ही आत्मा की सर्वोच्च स्थिति मानते है। 
 साध्वी सौम्यागुणाश्री जी ने वाणी और शब्दों के प्रभाव पर चर्चा करते हुए कहा कि हर शब्द का अपना विशिष्ट अर्थ एंव प्रभाव होता है। यही शब्द संवाद औा विवाद को जन्म देते है। हद्वय से हद्वय की मुलाकात ही संवाद है और बुद्वी की तकरार विवाद है। संवाद में कोई हारता नहीं और विवाद में कभी कोई जितता नहीं है मात्र संघर्ष ही बढ.ता है। पदार्थ जगत को क्षणिकता,अनित्यता का चितंन हमें व्यर्थ विवादों से बचा सकता है। 
       इस सृष्टि में व्याप्त वायुमंडल की तंरगें के साथ जब मनो तंरगे मिलती है तब कर्म परमाणुओं को तरगों की उत्पति होती है। हमारे मन के शुभ या अशुभ विचार उन तरंगों को शुभ एंव अशुभ बनाते है। मन की इन्ही तरंगों को शुभ,शुद्व एंव स्थिर बनाने के लिए शाश्वत नवपद की आराधना आराधना भवन के पावन प्रांगण में चल रही है। इस आराधना भवन का लक्ष्य संसारिक सुख साधन अथवा साम्रगी की प्राप्ति नहीं अपितु मन,वचन एंव काया का स्थिरिकरण है यही स्थिरीकरण आत्मा को शैलेशीकरण की ओर ले जाता है आत्मा को मौन की अवस्था में ले जाता है। 
       जब तक मौन ना हो तो तब तक शब्दों का सही एंव सिमित प्रयोग अंत्यत आवश्यक है क्योंकि हर शब्द प्रागवान और मूल्यवान होता है। भारत में प्रचलित विविध रागों में भी शब्दों का विशेष महत्व होता है,वह रागे विशेष स्थितियों को उत्पन्न भी करती है। जैसे मालकोश राग कठोर मन को निर्मल बनाती है। दीपक राग बिना तेल और माचिस के दीपक जलाती है। तो मल्हार राग बिना बादल के बारीश ले आती है यह सब शब्दों का वाणी का ही प्रभाव है। नवपद आराधना से अनुभूत होने वाली मन एंव वाणी की स्थिरता मात्र नवपद दरबार तक सिमित न रहकर हमारे आचरण में व्याप्त हो,हमारे दैनिक व्यवहार का अंग बने इसी नवपद जाप की दरबार की सार्थकता है। 
खरतरगच्छ संघ के कोषाध्यक्ष गौतमचन्द डंूगरवाल  ने बताया कि तपस्वी रत्न शान्तिलाल जी गोलेच्छा चेन्नई, रणजीतमल जी गोलेच्छा फलोदी,व केसरीचन्द जी गोलेच्छा जयपुर से पधारे।  उनका  खरतरगच्छ संघ द्वारा बहुमान किया गया। एंवम तपस्वी रत्न शान्तिलाल जी गोलेच्छा चेन्नई, द्वारा संघ प्रभावना की गई।

संसद में गूंजा माउंट आबू में विकास का मुद्दा सांसद देवजी पटेल



संसद में गूंजा माउंट आबू में विकास का मुद्दा  सांसद देवजी पटेल 

सांसद देवजी पटेल ने माउंट आबू में भवन निर्माण की अनुमति एवं मुलभुत सुविधा उपलब्ध करवाने की रखी मांग

नईदिल्ली, 24 जुलाई 2014 गुरूवार।

जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल ने 16वीं लोकसभा में बुधवार को शुन्यकाल के दौरान माउण्ट आबू में भवन निर्माण एवं आवश्यक मुलभुत सुविधा उपलब्ध करवाने का मुद्दा उठाया।

सांसद देवजी पटेल ने बताया कि माउंट आबू जोकि राजस्थान एवं गुजरात प्रदेश का हृदय स्थल हैं, जिस प्रकार भारत के लिए कश्मीर हैं। माउंट आबू राजस्थान की ग्रीष्मकालीन राजस्थानी कहलाने वाला रमणिय स्थल हैं। जहां पर ग्रीष्म ऋतु में राज्य भवन एवं पुरा सचिवालय माउंट आबू से ही संचालित होता हैं। जहां प्रतिवर्ष हजारों देशी-विदेशी पर्यटक आते हैं।

सांसद पटेल ने बताया कि सन् 1982 से माउंट आबू में भवन निर्माण की अनुमति नहीं दी जाती हैं। स्थानीय लोगों के परिवार में वृद्धि होती हैं, उन्हें रहने के लिए आवास की जरूरत होती हैं। लेकिन आवास निर्माण की अनुमति नहीं मिलने के कारण लोग परेशान हैं। पूर्व में वहां म्हव.ेमदेपजपअम ्रवदम लगाकर लोगों के साथ अन्याय किया गया। जब म्हव.ेमदेपजपअम ्रवदम से निजात मिली और मास्टर प्लान बनाने की सहमति बनी लेकिन पूर्ववर्ती सरकार ने इस कार्य के प्रति रूचि नहीं ली। जिससे स्थानीय लोगों को आज दिन तक भवन निर्माण की अनुमति नहीं मिल रही हैं। जिससे यहां आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों को रहने की समुचित व्यवस्था नहीं मिलती हैं, जिसके कारण पर्यटकों को ठहरने के लिए माउंट आबू से तलहटी आबूरोड़ में आना पड़ता हैं।

सांसद देवजी पटेल ने संसद के माध्यम से केन्द्र सरकार से मांग रखते हुए कहा कि हिल स्टेशन एवं विश्व प्रसिद्व पर्यटन स्थल माउंट आबू में मास्टर प्लान लागू कर भवन निर्माण की अनुमति प्रदान करावें। ताकि स्थानीय लोगों एवं पर्यटकों को आवास से निजात मिल सकें एवं माउंट आबू की रोनक वापस लौटाई जा सकें।

बाडमेर 24 जुलाई।हुनर हाथ में होने से ही युवा आगे बढ सकता है-

बाडमेर 24 जुलाई।हुनर हाथ में होने से ही युवा आगे बढ सकता है-
बाडमेर 24 जुलाई। जीवन में आगे बढने के लिए कौशल नितान्त जरूरी है। हर युवा को किसी न किसी कौशल में निपुण होने की जरूरत बताते हुए कहा कि आज के वैज्ञानिक युग में जानकारी प्राप्त कर अच्छे कौशल प्रदान करने वाले संस्थानो से जुड़ने की अपील की यह अपील नेहरू युवा केन्द्र एवं क्षेत्रीय प्रचार कार्यालय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित युवा नेतृत्व व समुदाय विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह में मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए मूलाराम बैरड़ ब्लाक शिक्षा अधिकारी प्रा0शि0 ने युवा आश्रम में युवा मंडलो के पदाधिकारियो को सम्बोधित करते हुए कही।उन्होने युवाओ को अपने अपने क्षेत्रो में अधिक से अधिक पेड़ लगाने की भी बात कही।

इस अवसर पर अति0 ब्लाक शिक्षा अधिकारी श्याम सुन्दर व्यावस ने युवाओ को भारतीय संविधान के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करते हुए अच्छंे नागरिको के दायित्वो व अधिकारो के बारे में समझाया। वही युवाओ के इस संबंध में जिज्ञासाओ का भी निराकरण किया।

आजीविका मिशन के प्रबन्धक विकास व मुकेश जैन ने विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओ की जानकारी देते हुए बताया कि आप अपने अपने क्षेत्रो से बेरोजगार युवाओ का चयन कर उन्हें विभाग संचालित प्रशिक्षण शिविरो के साथ जुडृकर कौशल प्रदान करावे ताकि उन्हे आसानी से रोजगार प्राप्त हो सके।

कार्यक्रम में बोलते हुए क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी नरेन्द्र तनसुखाणी ने युवाओ को ग्राम विकास में सक्रिय भागीदार निभाने के नुस्खे बताते हुए कहा कि युवाओ को अपना चरित्र उतम रखना चाहिए तथा स्वंय को नशे की लत से दुर रखते हुए गाॅव में भी विशेष कर डोडा-पोस्ट के सेवन वालो को इस लत से छुटकारा दिलाने में सहयोग करावे। उन्होने केन्द्र सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओ एवं सूचना के अधिकार की विस्तृत जानकारी प्रदान की ।

शिविर में केन्द्र के जिला युवा समन्वयक ओम प्रकाश जोशी ने युवाओ को टीम भावना के साथ कार्य करने के गुर सिखाते हुए युवा मंडलो के बारे में विस्तार से जानकारी । केन्द्र के राजेन्द्र पुरोहित ने युवाओ को एक आदर्श युवा मंडल के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कार्यक्रम का संचालन किया

शिविर में नेहरू युवा मंडल बामणोर भंवरशाह,नेहरू युवा मंडल सारणो का तला,नेहरू युवा मंडल लखू,महिला मंडल ढूढा कवास,महिला मंडल सरणू,नेहरू युवा मंडल नोहड़ियो की बस्ती,नेहरू युवा मंडल रानी गांव नेहरू युवा मंडल रेडाणा, किरण सेवा संस्थान सहित 20 से अधिक युवा मंडलो के पदाधिकारियो ने भाग लेकर अपने विचार व्यक्त किये।

राष्ट्रीय युवा कोर स्वंय सेवक मोहन लाल हुडा, मेहरदीन, श्रीमती रंभा चैधरी, भंवराराम, भुवनेश,युवा कार्यकत्ता कपिल माली ने अपने विचार व्यक्त किये।

खेल सामग्री का वितरण-

नेहरू युवा केन्द्र से जुड़े चयनित ग्रामीण नेहरू युवा मंडलो को खेल प्रौत्साहन योजना के तहत इस अवसर पर खेल सामग्री का वितरण अतिथियो द्वारा किया गया खंेल सामग्री के तहत युवा मंडलो को बालीबाल, बालीबाल नैट, बल्ला,गेद,कैरम बोर्ड,कूदने की रस्सी वितरित की गई।

मुंबई।मुंबई के डीआईजी ने मॉडल से किया रेप, एफआईआर दर्ज

मुंबई। एक मॉडल ने मुंबई के वरिष्ठ आईपीएस ऑफिसर पर रेप का आरोप लगाया है। उसकी शिकायत पर आरोपी ऑफिसर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।mumbai model accuses senior ips officer of rape
पीडित युवती ने डीआईजी सुनील पारासकर पर पिछले साल उससे रेप करने का अरोप लगाया है। तब वह अतिरिक्त पुलिस आयुक्त थे।

वह इस समय पुलिस मुख्यालय में नागरिक अधिकार सुरक्षा ईकाई में डीआईजी हैं।

मॉडल का आरोप है कि पारासकर ने उससे कई मौकों पर रेप किया है। एक बार उन्होंने एक होटल में भी उसका रेप किया था।

पीडिता की शिकायत पर मुंबई के पुलिस आयुक्त राकेश मारिया ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।

सूत्रों का कहना है कि डीआईजी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। यह मामला बडे पुलिस अधिकारी से जुड़ा होने के कारण पुलिस इसे बड़ी सावधानी से ले रही है।

जयपुर।राजस्थान में 73 हजार पदों के लिए जल्द होगी भर्ती

जयपुर। डॉक्टर व नर्सो समेत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न संवर्गो के रिक्त पड़े 73 हजार से अधिक पदों को "वाक इन इंटरव्यू" के जरिए भरा जाएगा।
Raj Govt to fill up over 73000 vacant posts in medical dept

इसके लिए राज्य भर के जिला स्तर पर चार माह तक अभियान चलाया जाएगा। यह घोषणा चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने बुधवार को विधानसभा में विभाग की अनुदान मांगों पर बहस के जवाब में की।

उन्होंने कहा कि हर जिले में वहां के योग्य एवं संबंधित संवर्ग की योग्यता पूरी करने वाले व्यक्ति को हाथोंहाथ नियुक्ति पत्र दिया जाएगा। उन्होंने आयुष नीति बनाने की भी घोषणा की।

चिकित्सा मंत्री राठौड़ ने कहा कि डिप्थीरिया, काली खांसी, टिटनेस, हेपेटाइटिस-बी एवं हाल ही इजाद हुई हिब बीमारियों के लिए एक ही टीका पेन्टावेलेंट वैक्सीन लगाया जाएगा, ताकि बच्चों को बार-बार टीकाकरण के दर्द से मुक्ति मिल सके।

इसके बाद सदन ने चिकित्सा एवं लोक स्वास्थ्य और सफाई की वित्तीय वर्ष 2014-15 की अनुदान मांगें 65 अरब 97 करोड़ 94 लाख 3 हजार रूपए की पारित कर दी।

ये भी की घोषणाएं
रियायती दर पर जमीन लेने वाले निजी अस्पतालों में गरीब मरीज के लिए हैल्प-डेस्क व रोगी मित्र केन्द्र।

सर्वाधिक मातृ एवं शिशु मृत्यु दर वाले दस जिलों में चिकित्सकों को परफॉर्मेंस पर प्रतिमाह 35 हजार रूपए इन्सेन्टिव।

क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट चार महीने में। एसएमएस में दानदाताओं के सहयोग से 400 आधुनिक सुविधायुक्त कोटेज। जेकेलोन में पीपीपी पर सीटी स्केन, एमआरआई मशीन, पिडियाट्रिक हिमेटोऑन्कोलोजी विभाग, मदर वार्ड, मदर मिल्क बैंक।

1600 डिलीवरी प्वाइंट में रेडियेन्ट वार्मर।

निजी क्षेत्र प्रोत्साहन के लिए 3 माह में नई नीति।

पीएमओ और सीएमएचओ का नया कैडर।

1400 एंबुलेंस के साथ हैल्थ रूट प्रोग्राम, प्रथम चरण धौलपुर और जैसलमेर से।

पीपीपी मोड पर स्वयंसेवी संस्थाओं को दी जाएगी पीएचसी।

गायनी, पीडियाट्रिक-मेडिसन एवं एनेस्थीसिया के डॉक्टरों का स्क्रीनिंग कमेटी के जरिये चयन।

निजी प्रेक्टिस करने वाले सरकारी डॉक्टर फीस का बोर्ड लगाने के लिए होंगे बाध्य।

1089 सब सेंटर, 100 पीएचसी एवं 25 सीएचसी का भवन निर्माण।

टोंक में 60 बैड का यूनानी अस्पताल इसी साल। 10 जिला मुख्यालयों पर आयुर्वद चिकित्सालयों का भवन निर्माण।

चिकित्सा निदेशालय में विधायक व सांसद को अस्पताल में भेजी जाने वाली अनुशंसा के लिए नियंत्रण कक्ष।

नागौर। शर्मनाक! 2 साल की मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी

नागौर। राजस्थान के नागौर जिले में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है।

एक दरिंदे ने दो साल की मासूम बच्ची की गला रेत कर हत्या कर दी।


two year old girl murdered in nagaur rajasthan


यहां तक की आरोपी ने हत्या के बाद बच्ची के शव को जलाने की कोशिश भी की।

पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मृतका का शव पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है। घटना के बाद गांव मे तनाव का माहौल है।

जानकारी के अनुसार, जिले के पीलवा थाने के पीह गांव के खटीकों की ढाणी में गुरूवार को आरोपी द्वारका प्रसाद पुत्र टीकूराम खटीक ने दो साल की मासूम बच्ची की उसकी दादी की गोद से छीन कर सुनसान इलाके में ले गया।

वहां पर दरिंदे ने कुल्हाड़ी से बच्ची गर्दन रेत कर हत्या कर दी और अरोपी ने सबूत मिटाने के लिए बच्ची का शव जलाने का प्रयास किया। इस घटना की भनक ग्रामीणों को लग गई और घटना स्थल पर पहुंचकर आग से बच्ची के शव को निकाला और आरोपी को पकड़ लिया।

सूचना मिलते ही पीलवा थाना पुलिस मय जाप्ते के साथ घटना स्थल पर पहुंची। एएसआई सोहनलाल ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और पूछताछ की जा रही है। हालांकि हत्या के कारणों को अभी तक पता नहीं चल पाया है।  

जयपुर।कावडियों का ट्रक पलटा, दो की मौत

जयपुर। कोटपूतली के बालेश्वर शिव मंदिर में कावड़ चढ़ाकर लौट रहे कावडियों से भरा एक ट्रक गुरूवार को सवेरे बिजली के पोल से टकराकर पलट गया।
truck overturns killing two Kavdia in kotputli

हादसे में दो कावडियों की ट्रक के नीचे दबने से मौके पर ही मौत हो गई। एक दर्जन से ज्यादा कावडिए घायल हो गए। तीन कावडियों की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों में महिलाएं भी शामिल हैं।

...और मच गई भगदड़
पुलिस के अनुसार कोटपूतली के पास ही स्थित बालेश्वर धाम शिव मंदिर से कावड़ चढ़ाकर किशोरपुरा गांव से लौटने के दौरान हादसा हुआ। हादसे में किशोरपुरा गांव के हवासिंह और चेतराम की मौत हो गई।

हादसे में घायल धापूदेवी, पवन गुर्जर, विजय गुर्जर, सेडू राम यादव, दिनेश, छोटा देवी, मनभर देवी, मालाराम, करण सिंह, पप्पू, सुरेश गुर्जर और चिडिया देवी घायल हुए हैं। -  

बहू मनाती थी रंगरलियां, बाधक बने ससुर की हत्या

खमनोर। समीपवर्ती उनवास ग्राम पंचायत क्षेत्र के ढ़ीमड़ा गांव में अवैध संबंध में बाधक बने ससुर की उसकी पुत्रवधु ने प्रेमी के साथ मिलकर मंगलवार देर रात हत्या कर दी।
father in law murdered by daughter in law in rajasthan

पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार ढ़ीमड़ा (उनवास) निवासी किशनसिंह (70) पुत्र अणदुसिंह राजपूत के गांव में दो मकान पास-पास ही स्थित है।

मृतक के दोनों ही पुत्रों के मुम्बई में नौकरी करने के कारण एक मकान में अपनी पत्नी एवं पोत्री के साथ रहता है, जबकि पास ही बनाए नए मकान में पुत्रवधु अणछी (25) पत्नी मांगूसिंह राजपूत रहती थी।

मंगलवार रात जब वह अपने घर के बाहर बाड़े में सोया हुआ था। इस दौरान पुत्रवधू ने अपने प्रेमी सोलकियों की भागल सेमा निवासी नाथूसिंह (24) पुत्र हिमसिंह राजूपत के साथ मिलकर सिर पर लट्ठा से वार कर हत्या कर दी।

घटना की जानकारी बुधवार सुबह उस वक्त हुई जब मतृक का पड़ोसी शम्भूसिंह राजपूत घटना स्थल के पास ही खेतों में खुदाई कर रहा था एवं पानी पीने के लिए घर जाने लगा तो उसने रास्ते में मृतक का शव देखा।

सूचना पर पुलिस उपधीक्षक सिद्धांत शर्मा एवं खमनोर थानाधिकारी रमेश कविया मय जाप्ते मौके पर पहुंचे। इस दौरान एफएसएल टीम ने घटना स्थल की जांच कर नमूने एकत्र किए। पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया।

आंखें हुई नम
हत्या में अपने ही परिजन के शामिल होने का दुख मृतक की पत्नी सवली बाई, पौत्री ललिता (11), हंजा एवं सीता की आंखें में साफ झलक रहा था। इधर, पिता की मृत्यु की सूचना मुम्बई में काम कर रहे बेटों को मिलने पर वे रवाना हो गए।

हत्या से पहले हुआ झगड़ा
अणछी व नाथूसिंह के बीच पिछले डेढ़ साल से अवैध संबंध थे। इसको लेकर किशन सिंह ने अपनी पुत्रवधु को कई-बार समझाने का प्रयास किया, पुत्रवधु समझने के बजाए उसके साथ ही झगड़ा करने लगती थी।

इस पर किशन ने अवैध सम्बधों पर अंकुश लगाने के लिए अपनी पुत्रवधु के मकान के बाहर ही मवेशियों के लिए बने बाड़े में सोना आरम्भ कर दिया। मंगवार रात को भी करीब 9 बजे किशनसिंह जब बाड़े में सोने आया तो उसका पुत्रवधु से झगड़ा हो गया।

फोन कर प्रेमी को बुलाया
झगड़े के पश्चात किशनसिंह वहीं चारपाई पर सो गया। इधर, अणछी ने रात को ही अपने प्रेमी को फोन पर झगड़े की जानकारी दी व ससुर को रास्ते से हटाने की योजना बताई।

रात को करीब 1 बजे अणछी व व नाथूसिंह दबे पांव किशनसिंह के चारपाई के पास आए और गहरी नींद में सो रहे वृद्ध के सिर पर ताबातोड़ कई वार कर हत्या कर दी।

पूछताछ में ही उगला सच
पुलिस ने पुत्रवधू के अवैध सम्बंधों की जानकारी होने पर दोनों आरोपियों को पूछताछ के लिए अपनी हिरासत में लिया। इस दौरान पुलिस के सख्ती करने पर दोनों टूट गए और रोते हुए अपना जुर्म कबूल कर लिया।

पुलिस ने हत्या के आरोप में ढीमड़ा(उनवास) निवासी अणछी(25) पत्नी मांगूसिंह राजपूत एवं सोलकियों की भागल सेमा निवासी नाथूसिंह (24) पुत्र हिम्मतसिंह राजूपत को गिरफ्तार कर लिया।

तेलंगाना में ट्रेन ने मारी स्कूल बस को टक्कर, 15 बच्चों की मौत -

हैदराबाद। तेलंगाना राज्य के मेडक में गुरूवार सुबह स्कूल बस और ट्रेन के बीच टक्कर होने से 15 बच्चों की मौत की खबर है। हादसे में कई बच्चे घायल हो गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। 8 students died in train accidet in telangana
एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार ट्रेन की टक्कर से बस तकरीबन 100 फीट हवा में उछलकर जमीन पर गिर गई।

हादसे के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने बच्चों को बस से बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया।

जानकारी के अनुसार गुरूवार सुबह एक स्कूल बस बच्चों को लेकर स्कूल जा रही थी। बस में तकरीबन 50 बच्चे सवार थे।

मेडक के पास एक मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग को बस पार कर रही थी।

इसी दौरान नांदेड-हैदराबाद पैसेंजर ट्रेन की जोरदार टक्कर से बस तकरीबन 100 फीट हवा में उछल कर जमीन पर गिर गई।

हादसे में 15 बच्चों की मौत हो गई और एक दर्जन से ज्यादा बच्चे घाल हो गए जिन्हें अस्पताल पहुंचाया गया है।

हादसे के पीछे मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर गार्ड का ना होना बताया जा रहा है।

मौके पर पुलिस और रेलवे के आलाधिकारी पहुंच गए है। -

 

मां की मजबूरी! 20 साल से बेटी को बांध रखा है पेड़ से -



बीजिंग। चीन में एक हैरान कर देना वाला मामला सामने आया है, जहां एक लड़की को पिछले 20 साल से पेड़ से बांधकर रखा गया है। 26 साल की ज्हांगयनरांग को अपने घर के बाहर ही उसके परिजनों ने उसे एक पेड़ से बांधकर रखा है। उसे बचपन में एक चोट लग गई थी, जिसके बाद वह मानसिक तौर पर अपंग हो गई। वह अपने घर का रास्ता भी याद नहीं रख पाती थी। उसके परिजन उसे कई डॉक्टरों के पास लेकर गए, लेकिन ईलाज का खर्च नहीं उठा पाए। इसलिए उन्होंने फैसला किया कि उसे पेड़ से बांधकर रखना ही एक समाधान है।
26-year-old gilr has been tied to a tree for more than 20 years
पड़ोसियों का कहना है कि वह हिंसक और अस्थिर नहीं थी, वह केवल धीमी थी। वह कई बार गायब हो चुकी थी, इसलिए उसे बांधना ही एक समाधान था। उसकी 60 साल की मां का कहना है कि उसकी बेटी ने कभी भी बांधने का विरोध नहीं किया। लेकिन उसकी मां को एक चिंता सता रही है कि उसकी मौत के बाद उसकी बेटी का ख्याल कौन रखेगा। एक चीनी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक चीन में अक्सर ऎसे मामले देखने में मिल जाते हैं, जहां इलाज करा पाने में असमर्थ लोग ऎसे मरीजों को बांधकर रखते हैं।

दर्शनीय है तीर्थस्थली बोधगया



बौद्ध धर्मावलंबियों के चार प्रमुख तीथस्थलों में से एक बोधगया प्रमुख आध्यात्मिक नगर है। यह स्थान बहुत ही पवित्र माना जाता है। वर्ष 2002 में यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में महाबोधि मंदिर शामिल है। बौद्धमंदिर में भगवान बुद्ध का पद्माकार आसान है। मान्यता है कि वे उसी पर बैठकर ध्यानयोग किया करते थे। महाबोधी मंदिर के नजदीक ही बोधि वृक्ष है। उस वृक्ष के नीचे ही सिद्धार्थ गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। बोधगया या उरुवेला (बुद्ध के समय कहलाता था) हिंदुओं और बौद्धों का एक पवित्र तीर्थ स्थल है। क्योंकि गौतम बुद्ध भगवान विष्णु के नावें अवतार माने जाते हैं। बोधगया के कुछ ही दूरी पर गया शहर है जहां हिंदू अपने पूर्वजों का पिंडदान करवाने आते हैं।

दर्शनीय स्थल

महाबोधि मंदिर, पीपल वृक्ष, अनिमेषलोचन चैत्य, चंक्रमण, रत्‍‌नाकार, मुचलिन्द सरोवर, तिब्बती मंदिर, चीन का मंदिर, जापानी मंदिर, थाई मंदिर, भूटान का मंदिर, पुरातात्विक संग्रहालय दर्शनीय है। बोघगया से 12 किमी पर ढोगेश्वरी गुफा है। जहां बुद्ध ने मनन-चिंतन किया था।

आसपास के अन्य आकर्षण

गया-गया हिंदुओं का पवित्र स्थल माना जाता है। यह पितृदेवों का स्थल है। यहां हिंदु अपने पूर्वजों का पिंडदान करने आते हैं। फाल्गु नदी के किनारे विष्णुपाद का मंदिर तीर्थयात्रिकों को अपने ओर आकर्षित करता है। विष्णुपाद मंदिर में भगवान विष्णु के पैरों के निशान 40 सेमी लंबे और चांदी की परत से मढ़े हुए है। मंदिर परिसर में एक बरगद का वृक्ष है जिसे अक्षयवट कहा जाता है।

बाराबार गुफा

बाराबार गुफा व नागार्जुनी पहाड़ियां बोधगया से 41 किमी दूर है। इनमें चट्टानों को काटकर बने सात गुफा मंदिर है जिनमें चार बाराबार पहाड़ी पर है। यह स्थान महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थलों में से एक है। ठोस चट्टानों से निकली गुफाओं में बुद्ध की जीवन की झलकियां दर्शाई गई है। ये दो गुफाएं अशोक द्वारा आजीविका के भिक्षुओं को समर्पित की गई है।

करण चौपा गुफा

यहां का प्रवेश मिस्री शैली में है। गुफा के भीतरी हिस्से व चबूतरे पर पॉलिश की गई है।

सुदामा गुफा

यहां का प्रवेश मिस्री शैली में है और केवल दो ही कक्ष है।

लोमश ऋषि गुफा

लोमश ऋषि गुफा का प्रवेश द्वार मिस्री शैली में है और केवल बाहरी कमरों की दीवार पर पॉलिश की गई है।

विश्व झोंपड़ी गुफा

इस गुफा में बाहरी कक्ष है जिसमें दीवारों पर पॉलिश व चपटी छत है। दाएं हाथ की दीवार पर एक शिलालेख भी खुदा हुआ है।

जाने का सही समय

अक्टूबर से मार्च

बोली जाने वाली भाषा

हिंदी, भोजपूरी, अंग्रेजी

कैसे जाएं

वायुमार्ग-पटना निकटतम हवाई अड्डा है जो भारत के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा है।

रेलमार्ग-निकटतम रेलवे स्टेशन गया (16 किमी) है। यह स्टेशन भारत के कई महत्वपूर्ण स्टेशनों से जुड़ा है।

सड़कमार्ग-बोधगया गया से 16 किमी की दूरी पर है जो ग्रैंड ट्रंक रोड पर स्थित है। बोधगया से पटना 97 किमी, वाराणसी 250 किमी और इलाहाबाद 375 किमी की दूरी पर स्थित है।

आवासीय व्यवस्था

इंडियन टूरिज्म डेवलपमेंट कार्पोरेशन के तरफ से होटल है। इसके अलावा कई निजी होटल भी उपलब्ध है।

यात्रा: चलें लक्ष्मी जी की क्रीड़ास्थली पर...

गोकुल में नंदबाबा जी प्रधान थे। जब लाला के जन्म लेने में आठ दिन बाकी थे तब ब्रह्माण नन्द बाबा के घर आए तो बाबा ने उनसे पूछा," हे ब्राह्मणदेव ! आप देखकर बताएं कि लाला के जन्म लेने में कितना समय है। तब ब्राह्मणों ने पंचांग में देखकर बताया कि आज से आठवें दिन, अष्टमी तिथी को, रोहिणी नक्षत्र में, आपके यहां लाला का जन्म होगा।"

इतना कहकर ब्राह्मण चले गए। नन्द बाबा ने सोचा मेरे लाला को जन्म लेने में केवल आठ दिन बचे हैं और हमने तो कुछ तैयारी भी नहीं की सारे ब्रजवासी तैयारी करने लगे। कब आठ दिन निकल गए, पता ही नहीं चला। दिन भर राह देखते-देखते शाम हो गई। आठ बजे सब नौकर-चाकर बाबा से कहने लगे," बाबा! अब तो रात हो गई लाला का जन्म अब तक नहीं हुआ हमें तो नींद आने लगी है हम तो सोने जा रहे हैं।"
यात्रा: चलें लक्ष्मी जी की क्रीड़ास्थली पर...
बाबा ने कहा," ठीक है आप सो जाईए जब लाला का जन्म हो जाएगा तो हम आप सब को जगा देंगे।"

एक घंटे बाद नौ बजे नन्द बाबा की आंखों में भी नींद आने लगी। नन्द बाबा ने अपनी बहन सुनंदा से कहा," बहन! अब तो हमें भी नींद आने लगी है। लाला का जन्म तो अभी तक नहीं हुआ।"

सुनंदा ने कहा," भईया ! जब लाला का जन्म हो जाएगा, तब हम आपको जगा देंगे।"

नन्द बाबा भी सो गए एक घंटा और निकला दस बजे सुनंदा की आंखों में भी नींद आने लगी सुनन्दा जी यशोदा मईया से कहने लगी,"भाभी मेरी आंखों में तो नींद आने लगी है।"

यशोदा जी कहने लगी," आप सो जाओ जब लाला का जन्म हो जाएगा तो मैं आपको जगा दूंगी।"

वही पास में सुनंदा जी सो गई। एक घंटा और निकला तो ग्यारह बजे यशोदा जी की आंखों में भी नींद आने लगी और लाला की मईया भी सो गई। क्या आप जानते हैं ये सब लोग क्यों सो रहे हैं ?

क्योंकि योगमाया जी आ रही थी। उनका काम ही जीव को सुलाना है, जैसे ही बारह बजे वासुदेव आए और कौतुक करके चले गए। लाला को सुलाकर लाली को ले गए।
भगवान ने पहली बार अपने कमल के से नेत्र खोले अब भगवान जहां-जहां कान लगाते खर्राटों की आवाज आती।

भगवान ने सोचा ये ब्रजवासी कितने भोले हैं इनके यहां लाला का जन्म हो गया
और ये सब सो रहे हैं ये नहीं की उठकर नाचे गाए, यहां तो मेरी मईया भी सो रही हैं
कैसे इन्हें जगाऊं?

भगवान ने रोना शुरु किया, ऊँ-ऊँ-ऊँ की ध्वनि निकल पड़ी जैसे कोई तपस्वी अपनी साधना शुरू करने से पहले प्रणव का उच्चारण करता है। ऐसे ही भगवान ब्रज में अपनी लीला शुरू करने से पहले प्रणव नाद कर रहे थे जैसे ही रोने की ध्वनि यशोदा जी ने सुनी तो झट से सुनंदा जी से कहा," बहन! बधाई-है-बधाई, लाला को जन्म हो गया है।"

झट सुनंदा जी उठी और बाबा के पास जाकर बोली,"भईया! बधाई-है-बधाई लाला का जन्म हो गया है।"

बाबा नन्द ने जैसे ही सुना तो शरीर का कुछ होश नहीं रहा झट प्रसूतिका ग्रह की ओर भागे जा रहे हैं। यशोदा जी ने कपड़ों से भगवान को ढक लिया बाबा से बोली," पहले कुछ मुहं दिखाई दो।"

बाबा ने कहा," जैसे तुम्हारे लाला होंगे वैसे ही मुंह दिखाई दे दूंगा।"

झट यशोदा जी ने कपड़ा हटाकर लाला का दर्शन कराया बाबा कहने लगे," तुम्हारे इस लाल पर तन-मन-धन सब कुछ वार दूं।"

नन्द बाबा बड़े मनस्वी और उदार थे। पुत्र का जन्म होने पर तो उनका हृदय विलक्षण आनंद से भर गया। उन्होंने स्नान किया और पवित्र होकर सुन्दर-सुन्दर वस्त्राभूषण धारण किए। फिर वेदज्ञ ब्राह्मणों को बुलाकर स्वस्तिवाचन और अपने पुत्र का जातकर्म संस्कार करवाया।

उन्होंने ब्राह्मणों को वस्त्र और आभूषणों से सुसज्जित दो लाख गौएं दान की, रत्नों और सुनहरे वस्त्रों से ढके हुए तिल के सात पहाड़ दान किए। ब्रजमंडल के सभी घरों के द्वार, आंगन और भीतरी भाग झाड़-बुहार दिए गए। उनमें सुगन्धित जल का छिड़काव किया गया। उन्हें चित्र-विचित्र, ध्वजा-पताका, पुष्प की मालाओं, रंग-बिरंगे वस्त्र और
पल्लवो की बन्दनवारो से सजाया गया। गाय ,बैल और बछडों के अंगों में हल्दी-तेल का लेप कर दिया गया और उन्हें गेरू आदि रंगीन धातुएं, मोरपंख, फूलों के हार,
तरह-तरह के सुन्दर वस्त्र और सोने की जंजीरो से सजा दिया गया, सभी ग्वाल-बाल बहुमूल्य वस्त्र, गहने, अंगरखे और पगडियों से सुसज्जित होकर और अपने हाथों में
भेंट की बहुत सी सामग्रियां ले-लेकर नंद बाबा के घर आए।

यशोदा जी के पुत्र हुआ है यह सुनकर गोपियों को बड़ा आनंद हुआ। उन्होंने सुन्दर-सुन्दर वस्त्र, आभूषण और अंजन आदि से अपना श्रंगार किया। गोपियों के मुखकमल बड़े ही सुन्दर जान पड़ते थे। गोपियों के कानो में चमकती हुई मणियों के कुंडल झिलमिला रहे थे। मार्ग में उनकी चोटियों में गुंथे हुए फूल बरसते जा रहे थे। इस प्रकार नंद बाबा के घर जाते समय उनकी शोभा अनूठी जान पड़ती थी।

भगवान श्रीकृष्ण समस्त जगत के एकमात्र स्वामी है उनके ऐश्र्वर्य,माधुर्य,वात्सल्य सभी अनंत है। जब वे ब्रज में प्रकट हुए उस समय उनके जन्म का महान उत्सव मनाया गया। आनंद से मतवाले होकर गोपगण एक दूसरे पर दही, दूध, घी और पानी उड़ेलने लगे एक दूसरे के मुंह पर मक्खन मलने लगे और मक्खन फेंक-फेंककर आनंदोत्सव मनाने लगे उसी दिन से नंदबाबा के ब्रज में सब प्रकार की रिद्धि सिद्धियां अठखेलियां करने लगे और भगवान श्रीकृष्ण के निवास तथा अपने स्वाभाविक गुणों के कारण वह लक्ष्मी जी का क्रीड़ास्थल बन गया।

सार-
जहां भगवान हैं वही सारे आनंद और सुख हैं।