रविवार, 13 मई 2012

चूरू में ट्रक-ट्रोला भिड़े, 3 जिंदा जले

चूरू में ट्रक-ट्रोला भिड़े, 3 जिंदा जले
चूरू। चूरू में रविवार दोपहर ट्रक और ट्रोले की भिड़ंत में तीन लोगों की मौत हो गई। मरने वाले तीन लोग हरियाणा के रहने वाले हैं। हादसा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 65 पर हुआ। सूत्रों के मुताबिक राजमार्ग के एक मोड़ पर तेज रफ्तार से आ रहा ट्रोला सामने से आ रहे ट्रक से भिड़ गया।

भिड़ंत इतनी जोरदार थी कि ट्रक और ट्रोले में आग लग गई। सूचना मिलते ही तीन दमकलें और क्रेन घटनास्थल के लिए रवाना की गई लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। ट्रक ड्राइवर सुरेश,ट्रोला ड्राइवर विजय कुमार की झुलस कर मौके पर ही मौत हो गई। एक अन्य व्यक्ति विजय पूनिया ट्रोलें में भरे सामान में दब कर मर गया।

दौ सौ तीस किलो मिलावटी घी बरामद

दौ सौ तीस किलो मिलावटी घी बरामद 


बाड़मेर पुलिस विभाग तथा चिकित्सा विभाग ने संयुक्त कार्यवाही कर बालोतरा में दौ सौ तीस किलो मिलावटी घी बरामद कर .जांच के लिए भेजा गया .स्वास्थ्य निरीक्षक भूराराम चौधरी ने बताया की प्रशिक्षु पुलिस अधीक्षक अमृत जीनगर मुख्य चिकित्सा एवम स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अजमल हुसैन के नेतृत्व में बालोतरा मुख्यालय पर उजाला एजेंसी पर छपा मार कर मिलावटी घी के संदेह में दौ सौ तीस किलो घी बरामद किया जिसे जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा गया हें 

जिला प्रशासन ने सोनोग्राफी केन्द्रों के दस्तावेज जब्त किये

 जिला प्रशासन ने सोनोग्राफी केन्द्रों के दस्तावेज जब्त किये 

बाड़मेर जिला प्रशन के कन्या भ्रूण हत्या को लेकर राज्य सरकार द्वारा कड़े कदम उठाने के बाद जारी निर्देशों की पालना में जिला प्रशासन बाड़मेर ने जिला मुख्यालय पर संचालित सोनोग्राफी केन्द्रों का आकस्मिक निरिक्षण उप खंड अधिकारी के नेतृत्व में कर सभी के दस्तावेज बरामद किये बाड़मेर उप खंड अधिकारी सी आर देवासी ने बताया की राज्य सरकार के निर्देशानुसार बाड़मेर मुख्यालय पर संचालित सभी चिकित्सा लेबो तथा सोनोग्राफी केन्द्रों पर छपे मार उनके दस्तावेज बरामद किये .उन्होंने बताया की प्राथन चरण में समस्त दस्तावेजो की जांच की जाकर देखा जाएगा की यह केंद्र नियमानुसार संचालित किये जा रहे हें या नहीं उन्होंने बताया की कन्या भ्रूण ह्त्या रोकने के लिए समस्त सोनोग्राफी केन्द्रों को पूर्व में लिंग जांच नहीं करने के लिए पाबन्द किया जा चुका था .दस्तावेजो में नियमो की अवहेलना करने वाले केन्द्रों के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई जायेगी .


चाची ने किया बेहोश, फिर कर दिया बलात्‍कारियों के हवाले



लखनऊ. यूपी के बागपत जिले में पारिवारिक रंजिश का बेहद शर्मनाक वाकया सामने आया है। जिले के असारा गांव में एम महिला ने रंजिश निकालने के लिए अपनी दो सगी भतीजियों की आबरू का ही सौदा कर डाला।
मां समान चाची ने दोनों लड़कियों को नशीला पदार्थ खिलाकर उनका अपहरण करा दिया, जहां एक हफ्ते तक अपहर्ता दोनों की अस्मत लूटते रहे। पुलिस ने दोनों लड़कियों को बरामद कर दो अपहर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है। इन लड़कियों ने चाची की करतूत का खुलासा कर आपबीती सुनाई।
 
जिले के रमाला थाना क्षेत्र के गांव असारा की रहने वाली दो सगी बहनें बीते 30 अप्रैल को पड़ोस के ही सरकारी हैंडपंप पर पानी लेने गई थीं। घंटों बाद भी जब वे वापस घर नहीं लौटीं तो परिवार के लोगों ने उनकी काफी तलाश की, लेकिन कहीं पता नहीं चला। परिजनों ने घटना की तहरीर थाने पर दी, तभी से पुलिस उनकी तलाश में जुट गई थी। पुलिस ने दोनों बहनों की बरामदगी के लिए कई जगह दबिश दी, लेकिन उनका कहीं पता नहीं चला था।



दो दिन पहले पुलिस ने दोनों बहनों को रमाला बस स्टैंड से बरामद कर उनके साथ दो आरोपियों को भी दबोच लिया। पीड़ित किशोरियों ने परिजनों को आपबीती बताई, तो उनके पैरों तले की जमीन ही खिसक गई। युवतियों के भाई ने बताया कि उसकी बहनों को उनकी चाची ने हैंडपंप से बहला, फुसलाकर बुलाया था। उसके बाद उन्हें नशीला पदार्थ खिलाया।



चाची और परिवार के एक युवक ने तमंचे के बल पर दो युवकों से इन लड़कियों का अपहरण करा दिया। पीड़ित लड़कियों को इस बात का नहीं पता है उन्हें कार में डालकर कहां ले जाया गया। उसने बताया कि दोनों बहनों को आरोपी युवकों ने एक कमरे में बंधक बनाकर दुष्कर्म किया। शनिवार को उनका बागपत सदर अस्‍पताल में मेडिकल परीक्षण कराया गया है।

प्रोटीन मोटापा घटाने में सहायक!



लंदन : कैंब्रिज विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों ने एक ऐसे प्रोटीन की पहचान की है जो दिमाग और शरीर के उत्तकों में भूरे रंग की वसा की सक्रियता को नियंत्रित करता है।

 

इन वैज्ञानिकों का मानना है कि बीएमपी8बी नाम के ये प्रोटीन भूरे रंग की वसा को सक्रिय करती है जिससे वजन घटाने की चिकित्सा में मदद मिल सकती है।



चूहों पर पूरा किया गया अनुसंधान ‘सेल’ जर्नल में प्रकाशित हुआ है। विश्वविद्यालय से जारी बयान के अनुसार भूरे रंग की वसा थर्मोजेनेसिस प्रक्रिया के जरिए गर्मी पैदा करने के लिए वसा का इस्तेमाल करती है।

कॉस्मेटिक में मौजूद रसायन से कैंसर



लंदन: घरेलू सामनों, कॉस्मेटिक और यहां तक की दवाईयों में मौजूद रसायनों से कैंसर और मधुमेह, मोटापा सहित अन्य बीमारियां हो रही हैं।
 
यूरोपीयन इंवायरनमेंट एजेंसी (ईईए) ने अपने अध्ययन में दावा किया कि घरेलू सामग्रियों में मौजूद ईडीसी रसायन इंसानों के लिए नुकसानदेह साबित हो सकते हैं।

एजेंसी ने पिछले 15 सालों में इस विषय पर किए गए सारे वैज्ञानिक अध्ययनों को अपने निष्कर्ष का आधार बनाया।

डेली टेलीग्राफ ने ईईए के कार्यकारी निदेशक के हवाले से कहा, पिछले कुछ दशकों में किए गए वैज्ञानिक अनुसंधान हमें बताते हैं कि इंडोक्राइन में बाधा एक वास्तविक समस्या है और इसका वन्यजीव और संभवत: इंसानों पर गंभीर प्रभाव पड़ता है।

‘जनता ने बनाया लोकतंत्र को कामयाब’



नई दिल्ली : लोकसभाध्यक्ष मीरा कुमार ने संसद की पहली बैठक की 60वीं वर्षगांठ पर रविवार को देशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि लोकतंत्र की कामयाबी का असली श्रेय उन्हीं को जाता है क्योंकि वे चुनावों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते हैं।

 

60वीं वर्षगांठ के अवसर पर लोकसभा की विशेष बैठक में अपने सम्बोधन में मीरा ने कहा कि लाखों लोग अपने जीवन में कड़ा परिश्रम करते हैं और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हिस्सा लेते हैं।

उन्होंने कहा, मैं देश की जनता को नमन करती हूं, वे इस पथ के निर्धारक हैं। इस अवसर पर उन्होंने पूर्व लोकसभाध्यक्षों के योगदान को भी स्मरण किया। सदन की विशेष बैठक राष्ट्रगान के साथ शुरू हुई।

‘‘ माँ,



मदर्स डे 13 मई 2012, 
‘‘ माँ, 


‘‘ माँ,

ये एक शब्द ही नहीं,

और न है ये कोई धर्म पुराण।

ये तो केन्द्र है सृष्टि का,

गंगा के उद्गम सा,

और सागर की विशालता सा ।’’



मदर्स डे पर माँ को नमन ।

नही



फोटो - कमलेश शर्मा

जालोर थार की धार आज के समाचार अपराध


पिता-पुत्री को कुचला

जालोर। जिले में शनिवार का दिन भारी रहा। केशवना के समीप सड़क हादसे में जहां छह जने घायल हो गए। वहीं आहोर के समीप टै्रक्टर की चपेट में आने से पिता-पुत्री की मौत हो गई। इधर, महेशपुरा-स्वरूपपुरा रेल फाटक के बीच रेल की चपेट में आने से एक की मौत हो गई। वहीं करंट से एक होटल प्रबंधक की मौत हो गई।

घटनास्थल पर ही तोड़ा दम
आहोर. कस्बे के चरली सड़क मार्ग स्थित कृषि मंडी के सामने शनिवार शाम एक अनियंत्रित ट्रैक्टर ने पिता-पुत्री को कुचल दिया। हादसे में पिता-पुत्री की मौके पर ही मौत हो गई। कृषि मंडी के सामने शनिवार शाम दयालपुरा निवासी सुरेशकुमार पुत्र मगजी गोमतीवाला ब्राह्मण (30), उसके पिता मगजी व उसकी पुत्री सुरवी (10) के साथ बाइक पर दयालपुरा से आहोर की तरफ आ रहा था। कृषि मंडी के सामने बाइक सड़क किनारे रोककर पिता-पुत्री पास में खड़े हो गए और मगजी लघुशंका करने साइड में गए।

उसी दौरान आहोर की तरफ से तेज गति से आए ग्रेनाइट टाइल्स से भरे ट्रैक्टर ने दोनों को कुचल दिया। इससे दोनों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। अनियंत्रित ट्रैक्टर पलटी खा गया। ट्रैक्टर चालक मौके से फरार हो गया। मृतकों को 108 एम्बुलेंस की सहायता से चिकित्सालय लाया गया। गौरतलब है कि सुरेश कुमार मुम्बई में व्यवसाय करता था। वह 11 मई को ही दयालपुरा आया था।

लोगों ने लगाया जाम
आहोर. हादसे के बाद सड़क पर भीड़ जमा हो गई। ट्रैक्टर चालक को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर लोगों ने आहोर-तखतगढ़ मार्ग पर जाम लगा दिया। सड़क के दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई। थाना प्रभारी नारायणलाल विश्Aोई ने मौके पर पहुंचकर आक्रोशित लोगों से समझाइश की।

लोगों ने की पत्थरबाजी
आहोर. हादसे के बाद आक्रोशित लोगों ने पत्थबाजी की। हैड कांस्टेबल चिमनाराम को पत्थर लगा। हादसे के दो घंटे बाद पुलिस उप अधीक्षक देवकिशन शर्मा ने मौके पर पहुंचकर लोगों को चार घंटे में ट्रैक्टर चालक की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। इसके बाद लोगों ने जाम हटाया और थाने के बाहर एकत्र हो गए। लोगों ने पुलिस पर घटना स्थल पर देरी से पहुंचने का आरोप लगाया और गिरफ्तार नहीं होने तक मोर्चरी से शव उठाने से इनकार कर दिया।

होटल प्रबंधक की करंट से मौत
बाकरारोड. कस्बे में स्थित एक निजी होटल के प्रबंधक की शनिवार सवेरे करंट लगने से मौत हो गई। मैनेजर 41 वर्षीय मोदरा निवासी ईश्वरसिंह चम्पावत की शनिवार तड़के करंट लगने से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार होटल परिसर में ही प्रबंधक ईश्वरसिंह चम्पावत (41) की करंट लगने से मौत हो गई। घटना उस समय हुई जब वे नहाते समय टयूबवेल की मोटर बंद कर रहे थे।

करंट से वे अचेत होकर गिर पड़े। बाद में उन्हें उपचार के लिए जालोर के सामान्य चिकित्सालय ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने इन्हें मृत घोषित कर दिया। इधर, चम्पावत के निधन से पैतृक गांव मोदरा में शोक की लहर फैल गई। गौरतलब है कि चम्पावत समाजसेवा में अग्रणी रहे हैं। इधर, चम्पावत की मौत का समाचार सुनते ही जालोर विधायक रामलाल मेघवाल भी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने परिजनों को ढाढस बंधाया।

ट्रेन की चपेट में आने से एक की मौत
जालोर. ट्रेन की चपेट में आने से शनिवार सुबह एक जने की मौत हो गई। जीआरपी पुलिस के अनुसार बाड़मेर निवासी पबाराम(28) पुत्र तुलसाराम महेशपुरा व स्वरूपपुरा फाटक के बीच सुबह सवा सात बजे मालगाड़ी की चपेट में आ गया। सूचना मिलने पर 108 एम्बुलेंस के इंसाफ खान व बहादुर ने घायल अवस्था में सामान्य चिकित्सालय में भर्ती कराया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपा।

हादसे में छह घायल
जालोर. केशवना के समीप शनिवार को जीप-ट्रक की भिड़ंत में छह जने घायल हो गए। गंभीर घायल दो जनों को रैफर किया गया। कानीवाड़ा हनुमानजी के दर्शन कर शनिवार सुबह सायला निवासी एक परिवार के छह सदस्य वापस गांव लौट रहे थे। केशवना के निकट जीप सामने से आ रहे ट्रक से भिड़ गई। हादसे में जीप चालक भीमसिंह, दिनेश राजपुरोहित, मीनाक्षी, श्रीमती सौरभ, पूजा व नरपत घायल हो गए। सूचना पर घायलों को 108 एम्बुलेंस की सहायता से जालोर चिकित्सालय लाया गया। वहां से गंभीर घायल भीमसिंह व मीनाक्षी पुत्री उम्मेदसिंह को रैफर किया गया। ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने ट्रक जब्त किया है।

थार की धार आज के समाचार अपराध

थार की धार आज के समाचार अपराध 
दंपती ने किया दो बालिकाओं का अपहरण

बालोतरा। गुजरात पुलिस को राजकोट से दो बालिकाओं का अपहरण कर लापता हुए एक दंपती की तलाश है। गुजरात से आई पुलिस टीम बालोतरा व आस-पास के इलाकों में बालोतरा पुलिस के सहयोग से इस दंपती का सुराग लगाने में जुटी हुई है। राजकोट के मिठौड़ा जीआईडीसी में टाइल्स बनाने के कारखाने में कार्यरत मूलत: चितौड़गढ़ के कीरखेड़ा निवासी हरीसिंह पुत्र भवानीसिंह ने 1 मई को राजकोट के लोधिका पुलिस स्टेशन में आरोपी ओमप्रकाश चौधरी व उसकी पत्नी सुगनाबेन के खिलाफ उसकी दो मासूम पुत्रियों का अपहरण कर ले जाने का मामला दर्ज करवाया था।

लोधिका स्टेशन के पी एस आई आर.एल. दवे व हैड कांस्टेबल डी.के. मेहर के अनुसार आरोपी ओमप्रकाश व उसकी पत्नी सुगना हरीसिंह के साथ टाइल्स फैक्ट्री में एक साथ काम करते थे। इनका रहवास भी फैक्ट्री परिसर में ही था। दोनों परिवारों के बीच काफी मेलजोल था।

ओमप्रकाश ने खुद को बाड़मेर जिले बालोतरा शहर का निवासी बताया था। 29 अप्रेल को ओमप्रकाश व उसकी पत्नी हरीसिंह की सात वर्षीय पुत्री सपना व पांच वर्षीय खुशी को मणिदीप माता मंदिर में झूले खिलाने का झांसा देकर ले गए थे। देर रात तक वापिस नहीं लौटे। काफी तलाश के बाद भी उनका कोई सुराग नहीं लगा। 1 मई को हरीसिंह ने ओमप्रकाश व उसकी पत्नी सुगना के खिलाफ उसकी दो पुत्रियो के अपहरण का मामला दर्ज करवाया।


युवती की गुमशुदगी का मामला दर्ज

बालोतरा। पचपदरा पुलिस थाना क्षेत्र में एक युवती की गुमशुदगी का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार इन्द्रमल पुत्र केवलचंद निवासी उपरला वास पचपदरा ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसकी बीस वर्षीय पुत्री दीपिका 11 मई की रात 12 बजे घर से लापता है। काफी तलाश के बाद भी उसका सुराग नहीं लगा है। पुलिस ने गुमशुदगी के तहत मामला दर्ज कर तलाश शुरू की।

शासन की देखरेख में सफाई कर्मचारियों ने किया काम


शासन की देखरेख में सफाई कर्मचारियों ने किया काम

कलेक्टर ने पैदल घूमकर शहर के भीतरी हिस्सों का लिया जायजा

शहर में चला विशेष सफाई अभियान

छह दलों की देखरेख में हुई शहर की सफाई

कलेक्टर स्वयं ने किया निरीक्षण

लोगों ने सुनाई व्यथा



. जैसलमेर  
नवनियुक्त कलेक्टर शुचि त्यागी के निर्देशों पर शनिवार को शहर में नगरपालिका की ओर से सफाई अभियान चलाया गया। शहर के विभिन्न हिस्सों में नगरपरिषद के सफाई कर्मचारियों ने प्रशासन की देखरेख में साफ सफाई की। शनिवार सुबह छह बजे यह अभियान शुरू हुआ जो दस बजे तक चलता रहा। विशेष सफाई अभियान के तहत शहर के सौंदर्य में एकबारगी निखार देखने को मिला। जहां रोजाना कचरे के ढेर लगे रहते हैं वहां शनिवार को कुछ साफ सफाई नजर आई। 

कलेक्टर शुचि त्यागी ने इस अभियान को लेकर क्षेत्रवार छह दलों का गठन किया था। इसमें हर क्षेत्र के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को दल प्रभारी बनाया गया तथा उन्हें आवंटित क्षेत्रों में विशेष सफाई अभियान के लिए प्रत्येक दल में नगरपालिका के तीन-तीन पालिकाकर्मी, एक-एक ट्रैक्टर मय चालक तथा 10-10 सफ ाई कर्मचारी लगाए गए थे।

कलेक्टर त्यागी को निरीक्षण के दौरान हर क्षेत्र के लोगों ने अपनी व्यथा सुनाई। शहर की सफाई व्यवस्था से कोई भी संतुष्ट नहीं था। हर किसी ने यही कहा कि जगह जगह गंदगी रहती है और परिषद के सफाईकर्मी सही ढंग से सफाई नहीं करते हैं। उन्होंने इस दौरान सहायक अभियंता राजकुमार सिंघल को व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए। पटवा हवेली क्षेत्र के लोगों ने सुलभ कॉम्पलेक्स व क्षेत्र की बिखरी सड़क के संबंध में कलेक्टर को अवगत करवाया। जिस पर कलेक्टर ने सहायक अभियंता को शहर में पेचवर्क करवाने के निर्देश दिए।

सफाई अभियान के तहत इंदिरा कॉलोनी वार्ड नंबर 21 के लिए उपनिवेशन तहसीलदार, इंदिरा कॉलोनी वार्ड नंबर 22 के लिए उपखण्ड अधिकारी, गांधी कॉलानी वार्ड नंबर 24 व 25 के लिए जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी, वाल्मीकि कॉलोनी, आदर्श विद्या मन्दिर से मेघवाल पाड़ा काम्पलेक्स तक के लिए जैसलमेर तहसीलदार, विजय स्तंभ चौराहे से अमरसागर गेट, ग्रामीण बस स्टैंड, भास्कर मोहल्ला, गीता आश्रम चौराहा तक जैसलमेर नायब तहसीलदार तथा गीता आश्रम चौराहा से कलाकार कॉलोनी व पटवा हवेली तक सहायक कलेक्टर (प्रशिक्षु) को सफाई अभियान के लिए दल प्रभारी अधिकारी बनाया गया था। सफाई अभियान के संपूर्ण प्रभारी अतिरिक्त कलेक्टर बनाए गए थे। इनके द्वारा क्षेत्र का भ्रमण कर सफ ाई व्यवस्था का जायजा लिया गया।

सुबह करीब 9 बजे कलेक्टर शुचि त्यागी ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में पैदल घूमकर सफाई अभियान का जायजा लिया। उन्होंने अपना दौरा गीता आश्रम रोड से शुरू किया और पटवा हवेली तक पैदल पहुंचकर लोगों से रूबरू हुई। वहीं इसके बाद उन्होंने वाल्मिकी कॉलोनी का भी जायजा लिया।

सरकारी कागजों पर लगेगा बेटी बचाओ का लोगो



सरकारी कागजों पर लगेगा बेटी बचाओ का लोगो


कलेक्टर शुचि त्यागी की पहल , आदेश पर लोगो लगा किया शुरुआत


जैसलमेरजिले में घटते लिंगानुपात, कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम व आमजन में जागरुकता लाने के लिए नवनियुक्त कलेक्टर शुचि त्यागी ने अनूठी पहल की है।

कलेक्टर त्यागी ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि जिले के विभिन्न विभागों को आदेशित किया गया है कि सभी विभागों से निकलने वाले सभी पत्रों पर बेटी बचाओ का लोगो दांयीं ओर लगाया जाए। उन्होंने बताया कि जैसलमेर में लिंगानुपात बहुत कम है जो एक चिंताजनक विषय है। सभी को इसके लिए जागरूक होने की महत्ती आवश्यकता है। शनिवार को कलेक्टर कार्यालय से निकले इस आदेश की कॉपी पर सर्वप्रथम बेटी बचाओ का लोगो लगाया गया

सोनोग्राफी करवाने वाली महिला का पहचान पत्र लेना होगा

कन्या भ्रूण हत्या के संबंध में कलेक्टर त्यागी ने बताया कि जिले में गिरते लिंगानुपात की गंभीरता को देखते हुए सोनोग्राफी केन्द्रों को निर्देशित किया गया है कि महिला की सोनोग्राफी करने से पूर्व फार्म एफ के साथ संबंधित चिकित्सक की रैफरल स्लिप तथा महिला से संबंधित सभी जानकारियां संधारित करना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में सोनोग्राफी केन्द्रों पर फार्म एफ में कुछ भी जानकारी नहीं भरी जाती है। केवल महिला का नाम लिख दिया जाता है।

सोनोग्राफी से पूर्व यह जानकारी लेनी होगी

महिला स्वयं के पहचान पत्र की प्रति।

स्वयं का न होने की स्थिति में पति या पिता के पहचान पत्र की प्रति।

क्च वह भी न होने की स्थिति में सोनोग्राफी सेंटर द्वारा संबंधित ग्राम पंचायत एवं सरपंच का नाम व पता संधारित किया जाना आवश्यक है।



नर्सिंग-डे पर जमकर झूमे स्टूडेंट्स



नर्सिंग-डे पर जमकर झूमे स्टूडेंट्स


रैली निकाली, प्रतियोगिताओं में लिया बढ़-चढ़कर भाग


बाड़मेरफ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्म दिवस को अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग दिवस के रूप में मनाया गया।

नर्सिंग क्षेत्र से जुड़े लोगों ने इस मौके पर नाइटिंगेल को श्रद्धा के साथ याद किया। पूरे दिन कई कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। शनिवार सुबह गांधी चौक से रैली साथ कार्यक्रमों का आगाज हुआ। वहीं स्थानीय राजकीय चिकित्सालय स्थित जनरल नर्सिंग मिडवाइफरी सेंटर में हुईकईप्रतियोगिताओं में स्टूडेंट्स ने उत्साह से भाग लिया। 


प्रतियोगिताओं में झलका उत्साह

सेवा करने का संदेश देने के साथ गांधी चौक से रवाना हुई रैली शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई राजकीय चिकित्सालय पहुंची। रैली के बाद नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र में प्रश्नोत्तरी, म्यूजिकल चेयर, मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। वहीं मैत्री क्रिकेट मैच में युवाओं ने दमखम दिखाया। प्रश्नोत्तरी में सुशीला व सुमित्रा प्रथम और दिलीप व ओमप्रकाश की जोड़ी द्वितीय स्थान पर रही। वहीं मेहंदी में यशवंती पहले व पूनम दूसरे स्थान तथा रंगोली में चंचल ने पहला और रितु जांगिड़ ने दूसरा स्थान प्राप्त किया।

दामाद ने ससुराल में खेली खून की होली

दामाद ने ससुराल में खेली खून की होली


पत्नी व सास पर धारदार हथियार से किया हमला, सास की मौत,आरोपी बाड़मेर से गिरफ्तार

गुड़ामालानी. उपखंड मुख्यालय पर स्थित इंदिरा कॉलोनी में शुक्रवार देर रात्रि ससुराल आए दामाद ने पत्नी पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। इस दौरान पास में सो रही सास के चिल्लाने पर आरोपी ने उस पर भी हथियार से ताबड़तोड़ वार किए। इससे उसकी मौत हो गई। जबकि पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना के बाद आरोपी फरार हो गया। बाद में पुलिस ने उसे बाड़मेर से गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस के अनुसार कस्बे के इंदिरा कॉलोनी में स्थित खीमाराम भील के घर उसका दामाद जलदास पुत्र मंगलदास भील हाल निवासी नेहरू नगर बाड़मेर शुक्रवार को पत्नी संतोष को लेने के लिए आया था। वह परिवार के सदस्यों के साथ भोजन करने के बाद सो गया। रात्रि को जलदास व उसकी पत्नी संतोष (25)के बीच कहासुनी हो गई। इसपर उसने पत्नी पर धारदार हथियार से हमला बोल दिया। जिससे संतोष गंभीर रूप से घायल हो गई। इस बीच पास में सो रही उसकी सास रूपा देवी (40) पत्नी खीमाराम निवासी गुड़ामालानी की नींद खुली तो वह चिल्लाने लगी। इस पर आरोपी ने सास के गले पर तलवार से वार कर निर्मम हत्या कर दी। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। शनिवार सुबह मां बेटी खून से लथपथ मिली। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस थाना गुड़ामालानी को दी। थानाधिकारी मदनलाल रावल मय दल मौके पर पहुंचे। गंभीर रुप से घायल संतोष को उपचार के लिए सीएचसी गुड़ामालानी लाया गया। जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद उसे जोधपुर रेफर कर दिया। पुलिस आरोपी जलदास को बाड़मेर में गिरफ्तार कर गुड़ामालानी ले गई। जहां पर पूछताछ की जा रही है। इधर, बाड़मेर से एफएसएल टीम मौके पर पहुंची। जहां पर फिगर प्रिंट लिए गए।

शर्मनाक: हरीश के साथ 11 साल तक होता रहा 'रेप'

नई दिल्‍ली. आमिर खान के टीवी शो 'सत्‍यमेव जयते' इस बार एक और गंभीर सामाजिक मुद्दे को लेकर सामने आया है। इस बार का विषय है बच्‍चों के साथ होने वाली यौन शोषण की घटनाएं। सुनिए बचपन में यौन शोषण का शिकार दो बच्चियों की दुख भरी दास्‍तान।
 
शो में उत्तर प्रदेश की 6 साल की अनामिका की कहानी सुनाई गई। अनामिका के मुताबिक बचपन में उसका ट्यूटर बंद कमरे में उसे छूता था। अनामिका डर में रहने लगी। उसे ट्यूटर से डर लगने लगा। ट्यूटर ने घरवालों का दिल भी जीत लिया था। अनामिका को लगता था कि अगर वो कुछ कहेगी तो उस पर यकीन नहीं किया जाएगा। सात साल तक अनामिका के साथ यौन शौषण होता रहा।
अनामिका के घर में 22 सदस्य थे लेकिन फिर भी उसके साथ सात साल तक यह होता रहा। बच्चों का यौन शौषण करने वाला व्यक्ति या तो परिवार का सदस्य होता है या फिर परिवार के बहुत करीब होता है।
मुंबई की सिंड्रेला प्रकाश-

सिंड्रेला ने कहा, 'लोग कहते हैं कि बचपन के दिन अच्छे थे, काश हम वापस बचपन में जा सके लेकिन मैं ऐसा नहीं सोचती, मैं अपने बचपन में बापस में नहीं जाना चाहती। मेरे नाना की उम्र के एक व्यक्ति थे। वो अक्सर मेरे घर आया जाया करते थे। जब मैं 12 साल की थी तब मां की तबियत खराब हो गई। मां की डायलसिस होती थी। कभी-कभी मैं घर पर अकेली होती थी। एक बार घर में मैं अकेली थी। मैंने नई ड्रैस पहनी थी। वो फ्लॉपी देने के बहाने घर पर आए थे, शायद ये एक बहाना था। उन्होंने मुझे ऐसे छुआ, इतनी जगह पर छुआ की मेरे शरीर को ही बुरा लगने लगा, मुझे खुद से घ्रणा होने लगी, वो ऐसा वक्त था कि मेरा शरीर पूरा ठंडा हो गया, मैं पत्थर हो गई थी। उन्होंने आधे घंटे तक जो मन किया वो किया, आधे घंटे बाद मुझे अहसास हुआ कि मेरे होंठ सूज गए थे और खून बह रहा था। कोई भी लड़की नहीं चाहेगी कि उसका पहला किस ऐसा हो। उस वक्त वो 55 साल के थे और मैं 12 साल की थी। उनसे मेरा सामना होता तो मैं खुद को छुपा लेती। वो अक्सर घर आते लेकिन मैं कमरे में छुप जाती। मेरी हिम्मत नहीं हुई कि परिजनों से कुछ बताउं।
मेरे पास अपने मां-बाप को इस बारे में बताने के लिए शब्द नहीं थे। इसके बाद भी उन्होंने दो तीन बार ऐसा करने की कोशिश की। लेकिन मैं भाग जाती थी। मैंने चार साल पहले अपने परिवार को इस बारे में बताया। मां को बहुत धक्का लगा। मां ने कहा कि पहले क्यों नहीं बताया। मेरे परिजन मुझसे बहुत खुले थे लेकिन फिर मैं ऐसा नहीं बता पाई।
मैं अब उस काले दौर से बाहर निकल गई हूं। अब मुझे लगता है कि इसमें मेरी कोई गलती नहीं थी, यह उस व्यक्ति की गलती थी जिसने मेरे साथ ऐसे किया। मैं अब खुश हूं।'

हरीश के साथ 11 साल तक होता रहा %रेप%

शो पर आए हरीश अय्यर ने कहा, 'मेरे परिवार में मेरे मां-बाप, छोटा भाई, मेरे पिता के दो भाई और उनकी पत्नियां थी। मैं जब साढ़े 6 साल का था तब मेरी मम्मी की साइड के रिलेटिव ने मेरा बलात्कार किया। वो हमारे घर में हमेशा आता जाता रहता था।
वो मुझे एक दिन नहला रहा था। एक दिन उसने सारे कपड़े निकाल दिए। मैं पूरी तरह नंगा था। उसने मुझे जकड़ने की कोशिश की। मैं नीचे भागना चाहता था लेकिन तभी मेरी आंटी ने कहा मैं कुछ सामान लेने जा रही तो उसका हौसला बढ़ गया और उसने मेरा बलात्कार किया।
इसके बाद कई बार उन्होंने ऐसा किया। अगर मैं लड़की होता तो शायद प्रेग्नेंट हो गया होता। उसके बाद वो कई लोगों को अपने साथ लेकर आते थे और मेरा बलात्कार करते थे। यह सब बहुत घिनौना था।
न उस वक्त मुझे डर लगता था न बुरा लगता था। मैं पत्थर हो गया था। मेरे दो जीवन हो गए थे। एक जब मेरा शौषण होता था और एक जब मैं अकेला होता था। मेरे बाहर बहुत शोर था और मेरे अंदर बहुत सन्नाटा। मुझे आदमियों से बहुत डर लगता था।
मैं क्लास में बैठे-बैठे अचानक खडा़ हो जाता था क्योंकि मुझे बहुत डर लगता था। एक बार मैं पिकनिक पर गया था। मेरे सभी साथी कपड़े उतारकर पानी में गए। जब मैंने कपड़े उतारे तब देखा कि मुझे ब्लीड हो रहा है और मैंने तुरंत अपने कपड़े पहन लिए।
मैंने एक बार अपनी मां से ये सब बताने की कोशिश की लेकिन मेरे पास शब्द ही नहीं थे ये सब बताने के लिए। मैंने मां को बताया कि वो मुझे छूने की कोशिश करते हैं। मैंने मां से बताया तो मां को यकीन नहीं हुआ।
तब उसने कहा कि देखा मैंने कहा था कि कोई यकीन नहीं करेगा। अगर अब किसी को कुछ बताओगे तो मैं तुम्हें मार दूंगा, जिसे तुम बताओगे उसे भी मार दूंगा। मैंने कई बार मां को बताने की कोशिश की लेकिन वो समझ नहीं पाईं।
फिर मुझे लगने लगा कि मेरी मां भी मुझे समझ नहीं पाई। मेरी मदद मेरे जर्मन शैफर्ड कुत्ते ने की। जब मैं अकेले रोता था तब वो मेरे पास आकर मेरे आंसू चाटता था। वो मुझे अकेला नहीं रहने देता था। मेरा कुत्ता जिम्मी मुझे बचा लेता था। मेरे कुत्ते जिम्मी के अलावा फिल्म इंडस्ट्री ने मेरी मदद की। मैं श्रीदेवी को बहुत पसंद करता था। श्रीदेवी की फिल्में देखकर मुझे बहुत प्रेरणा मिलती थी।
मेरे साथ 11 साल तक यह सब होता रहा। मेरे साथ सात साल की उम्र से ही यह सब हो रहा था।'
मुद्दा है बेहद गंभीर

एक अनुमान के मुताबिक देश भर में 53 फीसदी बच्‍चे बाल यौन शोषण के शिकार हैं। यानी हर दो में से एक बच्‍चा बाल यौन शोषण का शिकार रह चुका है। इनमें 21 फीसदी मामले बलात्‍कार, दुष्‍कर्म जैसे गंभीर मामलों से जुड़े हैं जबकि 32 फीसदी कम गंभीर मामले हैं। ऐसा नहीं कि केवल लड़कियों के साथ ही यौन शोषण होता है। यौन शोषण के शिकार 53 फीसदी बच्‍चों में लड़के ही थे।

एनजीओ राही की अनुजा गुप्‍ता ने शो (सत्‍यमेव जयते) के दौरान सलाह दी कि पैरेंट्स को बच्‍चे की बात सुननी चाहिए और यकीन करना चाहिए कि उनका बच्‍चा इस बारे में (अपने साथ हुए यौन शोषण के बारे में) झूठ नहीं बोल रहा है।

मनोवैज्ञानिक रजत मित्रा कहते हैं कि बाल शौषण करने वालों के मन में कोई पछतावा नहीं होता। उन्हें लगता है कि उन्होंने बच्चों को साथ कुछ गलत नहीं किया। जो ऐसा करता है वो बहुत शातिर दिमाग होते हैं। वो अपना टारगेट बनाते हैं और फिर बच्चे पर नजर रखते हैं। न्यूयॉर्क की एक स्टडी के मुताबिक कुछ माओं ने कहा था कि उनका बच्चा कभी उन्हें छोड़कर नहीं जाता। इस शोध के मुताबिक माओं और बच्चों को पार्क में छोड़ा गया तब बाल यौन शौषण करने वालों ने बच्चों को पहले गोद में उठा लिया। बाल यौन शौषण करने वाले परिवार में घुल मिल जाते हैं। ये अलग शक्ल वाले नहीं होते हैं, समाज के हर वर्ग में होते हैं। इन्हें इनके व्यावहार से पहचाना जा सकता है।
ऐसे लोग बच्चों के साथ ज्यादा वक्त बिताते हैं। उनके करीब आने की कोशिश करते हैं। एक बार एक बच्ची ने मुझसे पूछा कि क्या हमें बढ़ों की इज्जत करनी चाहिए तब मैंने जवाब दिया की नहीं हम किसी की उम्र का नहीं बल्कि उनके व्यवहार का सम्मान करना चाहिए। जिनका व्यवहार आपके प्रति सही हो आप उसी का सम्मान करें। मित्रा पिछले आठ साल से बाल यौन शौषण मामलों में दिल्ली पुलिस की मदद कर रहे हैं।