असंगठित और निजी क्षेत्र में काम करने वाले सेवानिवृत लोगों को हर महीने 5000 रुपये की पेंशन सुनिश्चित कराने के लिए पेश किए गए एक निजी बिल को सभी पार्टी के सदस्यों ने समर्थन दिया है।
शुक्रवार को इसे भाजपा के निशिकांत दुबे ने पेश किया, जिसे सांसदों ने पार्टी लाइन से ऊपर उठ कर समर्थन दिया। निशिकांत दुबे की ओर से पेश नेशनल मिनिमम पेंशन (गारंटी) बिल, 2014 में असंगठित और निजी सेक्टर के कर्मचारियों को हर महीने न्यूनतम 5000 रुपये पेंशन मुहैया कराने के लिए एक राष्ट्रीय पेंशन बोर्ड के गठन का प्रावधान है।
बोर्ड पर इस सेक्टर के सेवानिवृत और इस प्रस्तावित कानून के तहत पेंशन न हासिल करने वालों के रिकार्ड रखने की जिम्मेदारी होगी।बिल पर बहस की शुरुआत करते हुए दुबे ने कहा कि गरीब बुजुर्गों को दो वक्त के भोजन की गारंटी देने के लिए यूनिवर्सल पेंशन स्कीम काफी कारगर साबित होगी।
उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियां सिर्फ युवाओं के लिए नहीं बुजुर्गों के लिए भी होनी चाहिए। इस तरह की स्कीमों से असंगठित और निजी क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को सामाजिक सुरक्षा हासिल होगी।
बिल में 50,000 करोड़ रुपये से नेशनल पेंशन फंड बनाने की बात कही गई है। बिल का समर्थन करते हुए बीजू जनता दल के भर्तृहरि महताब ने कहा कि मेडिकल सुविधाओं में सुधार होना चाहिए क्योंकि लोगों की औसत उम्र बढ़ती जा रही है। इसलिए ऐसे बोर्ड की जरूरत है, जिससे गैर संगठित क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों, किसानों और दबे-कुचले लोगों की देखभाल हो सके।
सहारनपुर में दो पक्षों के बीच धार्मिकस्थल की जमीन को लेकर झड़प हो गई।
उग्र भीड़ ने कई वाहनों और दुकानों को आग लगा दी। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को रबर की गोलियां चलानी पड़ी। हालात बेकाबू होते देख शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। प्रशासन ने एहितियातन सेना को बुलाया है। सेना ने शहर के कई इलाकों में फ्लैगमार्च किया।
झड़प में तीन लोगों की मौत हो गई। हालांकि प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
अहमादाबाद। एक युवती के कामकाजी मां-बाप एक दिन समय से पहले ही घर लौट आए। उनको आता देखकर युवती के होश उड़ गए, उसने तत्काल अपने कमरे की आलमारी बंद कर दी और उनके पास चली गई।
लगभग डेढ़ घंटे बाद जब आलमारी खुली तो उसके मां-बाप हैरान रह गए। उन्होंने तत्काल पुलिस से संपर्क किया। मामला जब पुलिस के पास पहुंचा तो उनके जवान बेटी का राज भी खुल गया। उस आलमारी में उसने अपने ब्वॉयफ्रेंड को बंद कर रखा था।
जब युवती के घरवालों उसके प्रेमी को थाने लेकर गए तो दोनों ने अपने मोहब्ब्त की बात कबूल की। घटना गुजरात के अहमदाबाद की है।
मां-बाप के सामने आई बेटी की प्रेम कहानी
गुजरात विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के पुलिस सूत्रों ने बताया कि स्मिता के मां-बाप नौकरी करते हैं। उसका भाई भी पढ़ाई के लिए सुबह ही घर से निकल जाता है और शाम को घर लौटता है।
स्मिता शहर के अच्छे कॉलेज में पढ़ती है। वह दोपहर में घर आती है और अक्सर फोन करके अपने प्रेमी को घर बुला लेती थी। फिर दोनों शाम तक साथ रहते थे। जब तक उसके मां-बाप घर आते तब तक उसका प्रेमी राहुल वहां से चला जाता था।
एक दिन उसके मां-बाप अचानक जल्दी घर आ गए। दरवाजे पर मां-बाप को आता देखकर स्मिता ने राहुल को अपने आलमारी में बंद कर दिया। काफी देर बाद राहुल ने स्मिता को एसएमएस किया कि उसे कितनी देर आलमारी में रहना होगा।
लगभग डेढ़ घंटे बाद जब सांस लेने में परेशानी होने लगी तो राहुल आलमारी से बाहर आ गया। लड़के को आलमारी से निकलते देखकर स्मिता के पिता गुस्से में आ गए। वे राहुल को पकड़कर थाने ले गए और उस पर बेटी के शोषण का आरोप लगाया।
ुपुलिस अधिकारियोे ने बताया कि उन लोगोें ने मामले को गंभीरता से लिया और राहुल से पूछताछ की। जैसे ही उन्होंने राहुल से पूछा कि वह घर में क्यों घुसा, इस पर स्मिता परेशान होने लगी। तब उनको लगा कि कुछ गड़बड़ है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि स्मिता से पूछताछ में पता चला कि उसने ही राहुल को फोन कर घर पर बुलाया था। दोनों पुलिस के सामने सच बोल दिए और प्यार क ी बात बताई।
यह बात जब स्मिता के परिजनों को पता चली तो पहले वे नाराज हुए लेकिन बाद में मसले को थाने के बाहर सुलझा लिया।
जयपुर। राजधानी जयपुर में कुछ दिनों पहले एक रिटायर्ड आईएएस अधिकारी के घर नौकरानी की हत्या का खुलासा पुलिस ने शनिवार को कर दिया।
करीब एक माह पहले बजाज नगर थाना क्षेत्र में रिटायर्ड आईएएस के घर हुई नौकरानी की हत्या की वारदात को उसके पूर्व प्रेमी ने ही अंजाम दिया था।
पुलिस ने पश्चिम बंगाल निवासी आरोपी बाबू राय को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी जयपुर में ऑटो चलाता था। डीसीपी ईस्ट अमनदीप सिंह कपूर ने बताया कि आरोपी से अभी पूछताछ की जा रही है और हथिया बरामदगी के प्रयास किए जा रहे है।
गौरतलब है कि क रीब एक माह पहले बजाज नगर थाना क्षेत्र स्थित महावीर नगर में रिटायर्ड आईएएस राजेन्द्र जैन की नौकरानी साधना दास का कमरे में लहुलुहान हालत में शव पड़ा मिला था।
मृतका व आरोपी पति-पत्नी की तरह रहते थे लेकिन अनबन होने के बाद दोनों अलग हो गए थे। -
बीकानेर। बीकानेर में शिक्षा के पवित्र पेशे को बदनाम करते हुए एक शिक्षक ने बच्चों के साथ अप्राकृतिक दुराचार किया।
मामले का खुलासा होने के बाद आक्रोशित परिजनों ने शिक्षक की जमकर पिटाई कर डाली।
शिक्षा के पवित्र मंदिर मे शिक्षक ये गंदा काम पिछले कई महीनों से कर रहा था लेकिन मामले की भनक किसी को नहीं लगी।
मामले के उजागर होने के बाद शिक्षा विभाग ने आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया है।
बीकानेर के गजनेर स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मे कार्यरत शिक्षक संजय शर्मा पिछले 4-5 माह से कई बच्चों को शिकार बना चुका है।
जानकारी के अनुसार आरोपी शिक्षक संजय शर्मा ने सात दिन पहले कुछ बच्चों से डरा-धमकाकर कुकर्म किया था।
शिक्षक ने बुधवार को फिर से एक बच्चे को अप्राकृतिक दुराचार का शिकार बनाया, जिसके बाद घबराए बच्चे ने गुरूवार को ये बात अपने परिजनों को बता दी।
आक्रोशित परिजनों ने आरोपी शिक्षक की जमकर पिटाई कर डाली।
मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी शिक्षक को पीबीएम अस्पताल मे भर्ती क रवाया है।
मामले के खुलासे के बाद शिक्षा निदेशक रवि जैन ने आरोपी शिक्षक संजय शर्मा को निलंबित कर दिया है।
7 बच्चों के परिजनों ने पुलिस थाने में आरोपी शिक्षक के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।
वहीं जिला कलेक्टर आरती डोगरा ने मामले की जानकारी शिक्षा विभाग के अधिकारियों से मांगी है।
जयपुर। बीकानेर में हुए गैंगवार के बाद तलाशी और जांच अभियान के लिए जयपुर जिला कलेक्टर कृष्ण कुणाल शनिवार सुबह जयपुर सेंट्रल जेल पहुंचे। उन्होंने करीब बीस मिनट तक जेल का निरीक्षण किया। बैरक नंबर तेरह और दस का हाल देखते ही कलेक्टर दंग रह गए।दोनों ही बैरकों में कैदियों को ठूंस-ठूंस कर भरा गया था। जेल उप अधीक्षक ने उनको बताया कि दोनों ही जेल में बंद कैदियों को जल्द अन्य बैरकों में शिफ्ट किया जाना है।कलेक्टर ने जेल की सुरक्षा व्यवस्था और उपकरणों की जानकारी ली। निरीक्षण के बाद विजिटर डायरी में डीएम ने कैदियों को ठसा-ठसाकर भरे होने के बारे में नोट भी डाला।आश्रम जैसी महिला जेलइससे पहले डीएम महिला जेल में पहुंचे। वहां महिला बंदियों से बातचीत की और खाने और मेडिकल सुविधा का हाल जाना। पूरी जेल का निरीक्षण किया। विजिटर डायरी में उन्होंने लिखा कि महिला जेल का माहौल आश्रम जैसा है। वहीं आनंद पाल और नेमीचंद को जयपुर सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया है। दोनों की सुरक्षा में तीस से भी ज्यादा कर्मी लगाए गए हैं।
मुंबई के 26/11 हमले के मास्टरमाइंड को पाकिस्तान सरकार ने क्लीन चिट दी है. मुंबई हमले पर पाक ने जो चार्जशीट तैयार की है, उस लिस्ट में आतंकी हाफिज सईद का नाम नहीं है.
अंग्रेजी अखबार मेल टुडे की खबर के मुताबिक, पाकिस्तान की ओर से दायर चार्जशीट में लश्कर-ए- तैयबा के संस्थापक और जमात-उद दावा के प्रमुख हाफिज सईद का नाम तक नही है. जबकि भारत की जांच एजेंसियों ने हाफिज को मुंबई हमले का मास्टर माइंड बताया है.
पाकिस्तानी चार्जशीट में लश्कर के कमांडर जकीउर रहमान लखवी को हमले का मास्टरमाइंड माना गया है. लखवी ने दूसरे आतंकियों के साथ मिलकर कराची और थट्टा में ट्रेनिंग कैंप बनाए जहां अजमल कसाब को भी ट्रेनिंग मिली.
पाक चार्जशीट के मुताबिक, जमीन अहमद और यूनुस अंजुम ने मुंबई हमले की फंडिंग के लिए 39 लाख 40 हजार रुपए बैंक से निकाले. मजहर इकबाल और अब्दुल वाजिद VOIP कनेक्शन से मुंबई हमलावरों को निर्देश दे रहे थे. जबकि भारतीय चार्जशीट में कहा गया है कि सईद जबीउद्दीन अंसारी उर्फ अबु हमजा उर्फ अबु जुंदाल कराची से मुंबई हमलावरों को निर्देश दे रहा था.
भारत की चार्जशीट में सईद के साथ लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी डेविड हेडली और पाक सेना के दो अफसर मेजर इकबाल और मेजर समीर अली को हमले का मास्टरमाइंड बताया गया था. 11 हजार 280 पेज की चार्जशीट में दो भारतीय नागरिक फहीम अंसारी और सबाहुद्दीन अहमद को भी आरोपी बनाया गया है.
पाक की इस नापाक हरकत से ये साफ हो गया है कि वो हाफिज सईद के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करना चाहता. भारत ने मुंबई हमले के सारे सबूत पाकिस्तान सरकार को दिए थे. मुंबई हमलों की जांच के लिए पाकिस्तान से एक दल भी भारत आ चुका है. लेकिन पाक 166 बेगुनाहों की मौत के मास्टरमाइंड पर मुकदमा भी चलाने को तैयार नहीं है.
द्रास: पाकिस्तान को हराकर करगिल की पहाड़ियों पर विजय पताका लहराने के 15 साल पूरे होने के मौके पर आज द्रास और नई दिल्ली में शहीदों को श्रद्धांजलि दी जा रही है। रक्षा मंत्री अरुण जेटली और सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों ने इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति पर करगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
1999 में पाकिस्तान की आक्रामक कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब देते हुए भारतीय जवानों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए दुश्मन को खदेड़ दिया था और 26 जुलाई, 1999 को करगिल की लड़ाई में जीत हासिल की थी। इस दिन को करगिल विजय दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
विजय दिवस के मौके पर आज द्रास के वॉर मेमोरियल पर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जहां सेना के जवान और शहीदों के परिजन मौजूद रहेंगे।
राष्ट्र ने जिस दिन करगिल युद्ध में विजय पताका लहराई, वह दिन देश के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले शहीद जवानों के परिजनों के लिए गर्व के साथ साथ आंखें नम करने वाला होता है। देश करगिल युद्ध में जीत के 15 साल पूरे होने का जश्न मना रहा है।
शहीद जवानों के परिजन विजय दिवस के मौके पर हर साल यहां युद्ध स्मारक का दौरा करके शहीदों को याद करते हैं। वे अपने प्रियजनों को गर्व के साथ याद करते हैं, लेकिन इस दौरान उनकी आंखें नम हो जाती हैं।
चंडीगढ़। चंडीगढ़ पुलिस के एक कांस्टेबल ने शुक्रवार को सेक्टर 16 स्थित गवर्नमेंट अस्पताल में अपनी पत्नी की गोली मार कर हत्या कर दी। इस दौरान गोली लगने से एक अन्य महिला भी घायल हो गई। कांस्टेबल अनंत कुमार ने खुद को भी गोली मार कर आत्महत्या का प्रयास किया। गोली उसके कंधे पर लगी लेकिन इस दौरान वहां मौजूद एक अन्य पुलिसकर्मी ने उसे दबोच लिया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि लगभग 11.30 बजे अनंतकुमार की अपनी पत्नी डिम्पल के साथ पहले अस्पताल की नई ओपीडी के सामने लगभग 15 मिनट तक कहासुनी होती रही। इसके बाद अचानक उसने अपनी नौ एमएम सर्विस पिस्तौल निकाली और डिम्पल पर चार गोलियां दागीं। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। डिम्पल इसी अस्पताल में कार्यरत थी। अनंत ने इसके बाद दो फायर अपने पर किए जिनमें से एक गोली उसके कंधे में लगी जबकि दूसरी गोली पास से गुजरती एक महिला सावित्री देवी को लगी।
इससे पहले की हमलावर कांस्टेबल कोई और फायर करता वहां मौजूद एक पुलिसकर्मी ने उसे काबू कर लिया। अनंत कुमार और सावित्री को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जाती है। बताया जाता है कि पति पत्नी के बीच विवाद चल रहा था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
-