बालाकोट: जैश-ए-मोहम्मद कैंप की वो तस्वीरें जहां आतंकियों को दिया जाता था प्रशिक्षण
भारत ने बुधवार तड़के एलओसी में घुसकर आतंकी समूह जैश ए मोहम्मद के ठिकानों पर हमला किया है। इस दौरान भारतीय सेना ने आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। यह हमले बालाकोट में किए गए। यह क्षेत्र 6 एकड़ में फैला हुआ है। इसमें करीब 600 लोगों के लिए आवास बने हुए थे। जिसमें कई बड़े हॉल और शयनगृह भी थे। एनडीटीवी की एक खबर के मुताबिक सरकारी सूत्रों ने बताया कि आतंकियों के यह शिविर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर या पीओके से लगभग 80 किमी दूर थे। अब इनकी तस्वीरें सामने आई हैं। जिसमें दिखाया गया है कि यहां पर फायरिंग रेंज, स्विमिंग पूल और व्यायाम करने की जगह जैसी सुविधाएं शामिल हैं। यह सभी घर एक छोटी पहाड़ी पर घने जंगलों के बीच बने हुए थे।
सूत्रों के मुताबिक जहां पर भारत ने हमला किया है वहां की अंदर की तस्वीरें भी शेयर की गई हैं। इन तस्वीरों में दिखाया गया है कि कैसे जैश के मोहम्मद अपने आतंकियों को तैयार कर रहा है।
इस प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण 2003-04 में शुरू हुआ था। अफगान युद्ध के दिग्गज जिन्होंने यूएसएसआर के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी, को पाकिस्तान के युवाओं को सैन्य प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए प्रशिक्षकों के रूप में भर्ती किया गया था। इन तस्वीरों में मुख्य हॉल भी दिखाया गया है जहां जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों को प्रशिक्षित किया गया था, इन्हें आतंकी समूह के झंडे और बैनर से सजाया गया था।
इस हॉल में मुफ्ती अब्दुल रऊफ असगर, संगठन के डी-फैक्टर अमीर और मौलाना मसूद अजहर के भाई ने 01 अप्रैल, 2018 को आतंकवादी कैडर की वार्षिक परेड में भाग लिया था। तस्वीरों में यह भी दिखाया गया है कि आतंकी कैडर के बीच दुश्मन देशों के खिलाफ नफरत की भावनाओं को कैसे विकसित किया जाए। इसके लिए संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और इजराइल के झंडे के साथ एक सीढ़ी को चित्रित किया गया था।
सूत्रों का कहना है कि प्रशिक्षण केंद्र पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की प्रत्यक्ष देखरेख और संरक्षण में चलाया जा रहा था और परिसर में 250 से अधिक आतंकवादियों को प्रशिक्षित किया जा रहा था।
तस्वीरों में एक गोला बारूद भी दिखाया गया है। जहां 200 एके राइफल, बहुत सारे गोले, हैंड ग्रेनेड, विस्फोटक और डेटोनेटर भी हैं।
बुधवार को हुए हवाई हमलों में जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर के बहनोई मौलाना यूसुफ अजहर और उस्ताद गौरी की भी मौत हो गई है। तस्वीरों में उसकी फोटो भी शामिल की है। साथ ही जिस एसयूवी गाड़ी का वह इस्तेमाल करता था उसे भी दिखाया गया है। मसूद अजहर और अन्य आतंकवादी नेता भर्तियों के दौरान यहां आते रहते थे। वह इन्हें प्रशिक्षण भी देते थे।
भारत ने बुधवार तड़के एलओसी में घुसकर आतंकी समूह जैश ए मोहम्मद के ठिकानों पर हमला किया है। इस दौरान भारतीय सेना ने आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। यह हमले बालाकोट में किए गए। यह क्षेत्र 6 एकड़ में फैला हुआ है। इसमें करीब 600 लोगों के लिए आवास बने हुए थे। जिसमें कई बड़े हॉल और शयनगृह भी थे। एनडीटीवी की एक खबर के मुताबिक सरकारी सूत्रों ने बताया कि आतंकियों के यह शिविर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर या पीओके से लगभग 80 किमी दूर थे। अब इनकी तस्वीरें सामने आई हैं। जिसमें दिखाया गया है कि यहां पर फायरिंग रेंज, स्विमिंग पूल और व्यायाम करने की जगह जैसी सुविधाएं शामिल हैं। यह सभी घर एक छोटी पहाड़ी पर घने जंगलों के बीच बने हुए थे।
सूत्रों के मुताबिक जहां पर भारत ने हमला किया है वहां की अंदर की तस्वीरें भी शेयर की गई हैं। इन तस्वीरों में दिखाया गया है कि कैसे जैश के मोहम्मद अपने आतंकियों को तैयार कर रहा है।
इस प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण 2003-04 में शुरू हुआ था। अफगान युद्ध के दिग्गज जिन्होंने यूएसएसआर के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी, को पाकिस्तान के युवाओं को सैन्य प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए प्रशिक्षकों के रूप में भर्ती किया गया था। इन तस्वीरों में मुख्य हॉल भी दिखाया गया है जहां जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों को प्रशिक्षित किया गया था, इन्हें आतंकी समूह के झंडे और बैनर से सजाया गया था।
इस हॉल में मुफ्ती अब्दुल रऊफ असगर, संगठन के डी-फैक्टर अमीर और मौलाना मसूद अजहर के भाई ने 01 अप्रैल, 2018 को आतंकवादी कैडर की वार्षिक परेड में भाग लिया था। तस्वीरों में यह भी दिखाया गया है कि आतंकी कैडर के बीच दुश्मन देशों के खिलाफ नफरत की भावनाओं को कैसे विकसित किया जाए। इसके लिए संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और इजराइल के झंडे के साथ एक सीढ़ी को चित्रित किया गया था।
सूत्रों का कहना है कि प्रशिक्षण केंद्र पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की प्रत्यक्ष देखरेख और संरक्षण में चलाया जा रहा था और परिसर में 250 से अधिक आतंकवादियों को प्रशिक्षित किया जा रहा था।
तस्वीरों में एक गोला बारूद भी दिखाया गया है। जहां 200 एके राइफल, बहुत सारे गोले, हैंड ग्रेनेड, विस्फोटक और डेटोनेटर भी हैं।
बुधवार को हुए हवाई हमलों में जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर के बहनोई मौलाना यूसुफ अजहर और उस्ताद गौरी की भी मौत हो गई है। तस्वीरों में उसकी फोटो भी शामिल की है। साथ ही जिस एसयूवी गाड़ी का वह इस्तेमाल करता था उसे भी दिखाया गया है। मसूद अजहर और अन्य आतंकवादी नेता भर्तियों के दौरान यहां आते रहते थे। वह इन्हें प्रशिक्षण भी देते थे।