जैसलमेर सोनू-हमीरा रेल लाइन कार्य आखिर पूर्ण,इंजन ट्रायल हुआ
जैसलमेर करीब साढ़े छह वर्षों से तारीखों में उलझे सोनू-हमीरा रेल लाइन कार्य आखिर पूर्ण हुआ हुआ और शुक्रवार को 236 करोड़ के प्रोजेक्ट की संकल्पना ने साकार रुप लिया। करीब 56 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन पर इंजन ट्रायल हुआ, जो 100 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ा। ट्रायल पूर्ण होने के बाद मौजूद अधिकारियों, अभियंताओं व कार्मिकों ने एक-दूसरे को बधाई दी। गौरतलब है कि गौरतलब है कि वर्ष 2013 के रेल बजट में सोनू-हमीरा रेल लाइन शुरू करवाने की घोषणा की गई थी, लेकिन उसके बाद से रेलवे की ओर से सोनू-हमीरा रेल लाइन के कार्य को पूरा करने की तारीखें दी जाती रही। समय-समय पर रेलवे की ओर से सोनू-हमीरा रेल लाइन के कार्य को पूरा करने की अलग-अलग तारीखें सामने आई है। ट्रायल के दौरान रेलवे के उप मुख्य अभियंता बलदेवराम, अधिशासी अभियंता एसएस गहलोत, उप मुख्य संकेतक इंजीनियर पवनलाल आदि मौजूद थे। यूं हुआ कार्य -वर्ष 2013 के बजट में सोनू-हमीरा रेल लाइन को मंजूरी मिली -वर्ष 2014 में आरएसएमएम ने योजना की आधी राशि रेलवे को जमा करवा दी। -शुरूआत में रेल लाइन के सर्वे कार्य में देरी हुई, यह सिलसिला बदस्तूर जारी रहा। -जीएसटी लागू होने के चलते एक बार ठेेकेदार ने काम आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया। वह मामला सुलट गया। -लाइन के कुछ हिस्से में जमीन अधिग्रहण का मसला खड़ा हो गया, जो कुछ महीनों बाद जाकर थमा। -प्रोजेक्ट के तहत अर्थवर्क कार्य करने के बाद पुलिया व पिलर निर्माण का कार्य पूर्ण हुए। -19 दिसंबर 2019 को आखिरकार सोनू-हमीरा रेल लाइन पूर्ण व इंजन ट्राइल।
जैसलमेर करीब साढ़े छह वर्षों से तारीखों में उलझे सोनू-हमीरा रेल लाइन कार्य आखिर पूर्ण हुआ हुआ और शुक्रवार को 236 करोड़ के प्रोजेक्ट की संकल्पना ने साकार रुप लिया। करीब 56 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन पर इंजन ट्रायल हुआ, जो 100 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ा। ट्रायल पूर्ण होने के बाद मौजूद अधिकारियों, अभियंताओं व कार्मिकों ने एक-दूसरे को बधाई दी। गौरतलब है कि गौरतलब है कि वर्ष 2013 के रेल बजट में सोनू-हमीरा रेल लाइन शुरू करवाने की घोषणा की गई थी, लेकिन उसके बाद से रेलवे की ओर से सोनू-हमीरा रेल लाइन के कार्य को पूरा करने की तारीखें दी जाती रही। समय-समय पर रेलवे की ओर से सोनू-हमीरा रेल लाइन के कार्य को पूरा करने की अलग-अलग तारीखें सामने आई है। ट्रायल के दौरान रेलवे के उप मुख्य अभियंता बलदेवराम, अधिशासी अभियंता एसएस गहलोत, उप मुख्य संकेतक इंजीनियर पवनलाल आदि मौजूद थे। यूं हुआ कार्य -वर्ष 2013 के बजट में सोनू-हमीरा रेल लाइन को मंजूरी मिली -वर्ष 2014 में आरएसएमएम ने योजना की आधी राशि रेलवे को जमा करवा दी। -शुरूआत में रेल लाइन के सर्वे कार्य में देरी हुई, यह सिलसिला बदस्तूर जारी रहा। -जीएसटी लागू होने के चलते एक बार ठेेकेदार ने काम आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया। वह मामला सुलट गया। -लाइन के कुछ हिस्से में जमीन अधिग्रहण का मसला खड़ा हो गया, जो कुछ महीनों बाद जाकर थमा। -प्रोजेक्ट के तहत अर्थवर्क कार्य करने के बाद पुलिया व पिलर निर्माण का कार्य पूर्ण हुए। -19 दिसंबर 2019 को आखिरकार सोनू-हमीरा रेल लाइन पूर्ण व इंजन ट्राइल।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें