बाड़मेर गुड़ामालानी को मिली खारे पानी से मुक्ति, इस साल 171 गाँव जुड़े नहरी पानी से
जिले के बड़े कस्बो में से एक गुड़ामालानी को खारे पानी से हमेशा हमेशा के लिए इस साल निजात मिल गई है। जिले के प्रभारी मंत्री और जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री बी डी कल्ला की अगुवाई में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग बाड़मेर ने इस 1 साल में कई जन हितैषी कार्यो को धरातल पर उतारा है। राज्य की अशोक गहलोत सरकार ने इस 1 साल में व्रहद परियोजना पोकरण फलसुंड बालोतरा सिवाना से 171 गाँवो को नहरी पानी से जोड़कर लाभान्वित किया गया है। जिले के खारे पानी और दूरस्थ ग्रामीण इलाकों में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग 211 जगहों पर आर ओ प्लांट संचालित कर रही है जिससे बाड़मेर के हजारो परिवारों को सीधे तौर पर लाभ मिल रहा है।राज्य सरकार के एक साल के कार्यकाल में जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग वृत्त बाड़मेर की ओर से जिले में पेयजल समस्या के समाधान के लिए 218 नलकूप स्वीकृत करवाए गए। इनमें से 158 नलकूपों का निर्माण कर 143 नलकूप चालू कर दिए गए हैं। इसके अलावा विभाग द्वारा जिले में पेयजल समस्या के समाधान के लिए 546 हैण्डपंप स्वीकृत किए गए, जिसमें से 388 हैण्डपंप का निर्माण कर 283 हैण्डपंप चालू कर दिए गए हैं। विभाग द्वारा पेयजल समस्या के निराकरण को लेकर 239 जल योजना स्वीकृत की गई, जिनकी कुल लागत 5824.40 लाख रुपए हैं। धोरीमन्ना एवं गुड़ामालानी कस्बे की पेयजल समस्या के समाधान के लिए आगुमेंटेशन जल योजना स्वीकृत करवाई गई, जिसकी लागत क्रमशः 482.10 लाख एवं 295.45 लाख रुपए है। गुड़ामालानी कस्बे के खारे पानी की समस्या के समाधान के लिए कस्बे को नर्मदा नहर से जोड़कर जलापूर्ति कर दी गई है। इसके अलावा वृहद् परियोजना पोकरण-फलसूण्ड-बालोतरा-सिवाना से 171 गांवों को नहरी पानी से जोड़कर लाभांवित किया गया। विभाग द्वारा 70 सोलर ऊर्जा आधारित नलकूप स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 10 नलकूप शामिल है। इसके अलावा 249 में से वर्तमान में 211 आर.ओ. प्लांट चालू हैं।
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जिले के बड़े कस्बो में से एक गुड़ामालानी को खारे पानी से हमेशा हमेशा के लिए इस साल निजात मिल गई है। जिले के प्रभारी मंत्री और जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री बी डी कल्ला की अगुवाई में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग बाड़मेर ने इस 1 साल में कई जन हितैषी कार्यो को धरातल पर उतारा है। राज्य की अशोक गहलोत सरकार ने इस 1 साल में व्रहद परियोजना पोकरण फलसुंड बालोतरा सिवाना से 171 गाँवो को नहरी पानी से जोड़कर लाभान्वित किया गया है। जिले के खारे पानी और दूरस्थ ग्रामीण इलाकों में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग 211 जगहों पर आर ओ प्लांट संचालित कर रही है जिससे बाड़मेर के हजारो परिवारों को सीधे तौर पर लाभ मिल रहा है।राज्य सरकार के एक साल के कार्यकाल में जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग वृत्त बाड़मेर की ओर से जिले में पेयजल समस्या के समाधान के लिए 218 नलकूप स्वीकृत करवाए गए। इनमें से 158 नलकूपों का निर्माण कर 143 नलकूप चालू कर दिए गए हैं। इसके अलावा विभाग द्वारा जिले में पेयजल समस्या के समाधान के लिए 546 हैण्डपंप स्वीकृत किए गए, जिसमें से 388 हैण्डपंप का निर्माण कर 283 हैण्डपंप चालू कर दिए गए हैं। विभाग द्वारा पेयजल समस्या के निराकरण को लेकर 239 जल योजना स्वीकृत की गई, जिनकी कुल लागत 5824.40 लाख रुपए हैं। धोरीमन्ना एवं गुड़ामालानी कस्बे की पेयजल समस्या के समाधान के लिए आगुमेंटेशन जल योजना स्वीकृत करवाई गई, जिसकी लागत क्रमशः 482.10 लाख एवं 295.45 लाख रुपए है। गुड़ामालानी कस्बे के खारे पानी की समस्या के समाधान के लिए कस्बे को नर्मदा नहर से जोड़कर जलापूर्ति कर दी गई है। इसके अलावा वृहद् परियोजना पोकरण-फलसूण्ड-बालोतरा-सिवाना से 171 गांवों को नहरी पानी से जोड़कर लाभांवित किया गया। विभाग द्वारा 70 सोलर ऊर्जा आधारित नलकूप स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 10 नलकूप शामिल है। इसके अलावा 249 में से वर्तमान में 211 आर.ओ. प्लांट चालू हैं।
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