आठ माह बाद मनाली लेह मार्ग खुला,रोहतांग के लिए इलेक्ट्रिकल बस सेवा शुरू
आखिरकार आठ माह बाद सामरिक महत्व का 485 किलोमीटर लंबा मनाली-लेह मार्ग बहाल हो गया है। 15,000 फीट की ऊंचाई पर बारालाचा दर्रे से हो कर वाहन दौड़ना शुरू हो गए हैं। इस बार रिकॉर्ड बर्फबारी के चलते सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) को इस मार्ग को बहाल करने में 22 दिनों का अधिक का समय लगा।
अब चीन और पाकिस्तान सीमा तक आसानी से सेना को रसद पहुंचाई जा सकेगी। पर्यटक भी मनाली-रोहतांग के बाद लाहौल होते हुए लेह-लद्दाख जा रहे हैं। वहीं आज से रोहतांग के लिए इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू हो गई है। इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू होने से पर्यटकों को बड़ी राहत मिली है। पहले चरण में रोहतांग के लिए चार इलेक्ट्रिक बसें रवाना की गई हैं।
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देश-विदेश के पर्यटक और सेना रोहतांग दर्रा खुलने के बाद लेह मार्ग के बहाल होने का बेसब्री से इंतजार कर रही थी। बीआरओ ने करीब एक सप्ताह पहले ही बारालाचा दर्रे से बर्फ हटा दी थी, पर तंग मोड़ और पासिंग प्वाइंट नहीं होने के चलते वाहनों के आवागमन को हरी झंडी नहीं दी गई थी। आज सबसे पहले सेना के वाहन रवाना हुए। पिछले साल 18 मई को मनाली-लेह मार्ग खुल गया था जबकि 23 मई से एचआरटीसी की बस सेवा शुरू हुई थी। इस बार पिछले साल की तुलना करीब 22 दिन देरी से मार्ग खुला है।
38 बीआरटीएफ के कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि आज से मनाली-लेह मार्ग पर वाहन दौड़ना शुरू हो गए हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन मार्ग का निरीक्षण कर उन्हें बताए कि कहां समस्या है, वह उसे भी दुरुस्त कर देंगे। एचआरटीसी केलांग के आरएम मंगल चंद मनेपा ने कहा कि निगम के अधिकारी जल्द ही सड़क का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद जल्द ही सरकारी बस सेवा को शुरू कर दिया जाएगा। 485 किलोमीटर लंबे सड़क मार्ग पर जल्द ही निगम की बस सेवा भी शुरू की जाएगी।
आखिरकार आठ माह बाद सामरिक महत्व का 485 किलोमीटर लंबा मनाली-लेह मार्ग बहाल हो गया है। 15,000 फीट की ऊंचाई पर बारालाचा दर्रे से हो कर वाहन दौड़ना शुरू हो गए हैं। इस बार रिकॉर्ड बर्फबारी के चलते सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) को इस मार्ग को बहाल करने में 22 दिनों का अधिक का समय लगा।
अब चीन और पाकिस्तान सीमा तक आसानी से सेना को रसद पहुंचाई जा सकेगी। पर्यटक भी मनाली-रोहतांग के बाद लाहौल होते हुए लेह-लद्दाख जा रहे हैं। वहीं आज से रोहतांग के लिए इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू हो गई है। इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू होने से पर्यटकों को बड़ी राहत मिली है। पहले चरण में रोहतांग के लिए चार इलेक्ट्रिक बसें रवाना की गई हैं।
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देश-विदेश के पर्यटक और सेना रोहतांग दर्रा खुलने के बाद लेह मार्ग के बहाल होने का बेसब्री से इंतजार कर रही थी। बीआरओ ने करीब एक सप्ताह पहले ही बारालाचा दर्रे से बर्फ हटा दी थी, पर तंग मोड़ और पासिंग प्वाइंट नहीं होने के चलते वाहनों के आवागमन को हरी झंडी नहीं दी गई थी। आज सबसे पहले सेना के वाहन रवाना हुए। पिछले साल 18 मई को मनाली-लेह मार्ग खुल गया था जबकि 23 मई से एचआरटीसी की बस सेवा शुरू हुई थी। इस बार पिछले साल की तुलना करीब 22 दिन देरी से मार्ग खुला है।
38 बीआरटीएफ के कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि आज से मनाली-लेह मार्ग पर वाहन दौड़ना शुरू हो गए हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन मार्ग का निरीक्षण कर उन्हें बताए कि कहां समस्या है, वह उसे भी दुरुस्त कर देंगे। एचआरटीसी केलांग के आरएम मंगल चंद मनेपा ने कहा कि निगम के अधिकारी जल्द ही सड़क का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद जल्द ही सरकारी बस सेवा को शुरू कर दिया जाएगा। 485 किलोमीटर लंबे सड़क मार्ग पर जल्द ही निगम की बस सेवा भी शुरू की जाएगी।
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