सोमवार, 22 जनवरी 2018

बाड़मेर पद्मावत फिल्म के विरोध में किया चक्का जाम, रैली निकाल दिया ज्ञापन

 बाड़मेर पद्मावत फिल्म के विरोध में किया चक्का जाम, रैली निकाल दिया ज्ञापन
बाड़मेर 22 जनवरी। 


संजय भंसाली की फिल्म पदमावती के नाम बदलकर पद्मावत करने के बाद भी देष भर में फिल्म को लेकर विरोध प्रदर्षन लगातार जारी है। श्री राष्ट्रीय राजपूत करनी सेना ने करीब तीन घंटे चामुण्डा चैराहे पर उग्र आन्दोलन करते हुए टायर जलाकर चक्का जाम कर दिया। उसके बाद वहां से रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुॅचे और प्रधानमंत्री के नाम का ज्ञापन जिला कलक्टर को दिया। 
सोमवार को जिला मुख्यालय पर राजपूत समाज सभा गांधी नगर में सुबह से करनी सेना के कार्यकर्ता और सर्वसमाज के लोग एकत्रित हुए। बैठक में स्वरूपसिह चाडी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि देषभर में जो फिल्म बैन की मांग चल रही है उसे शांतिपूर्वक तरीके विरोध प्रदर्षन करे और सरकार से मांग करे की फिल्म पूर्णतया बैन की जाये। 
बैठक में लिये निर्णय के बाद कार्यकर्ता चामुण्डा चैराहे पर जाकर टायर जलाकर चक्का जाम किया करीब तीन घंटे तके विरोध प्रदर्षन के बाद करनी सेना और सर्वसमाज के लोगा शांतिपूर्वक तरीके से चामुण्डा से निकलकर, सिणधरी चैराहे से होते हुए महावीर पार्क पहुॅचंे जहां सभा का आयोजन किया। सभा को सम्बोधित प्रकाषसिह बलाई ने हम शांतिपूर्वक शांतिपूर्वक तरीके से प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन देगे और देषभर में फिल्म बैन की मांग करेगे। छात्रसंघ  अध्यक्ष गजेन्द्र गोरड़िया ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि पद्मावत फिल्म पर पूर्णतया बैन होना चाहिए और सरकार को समय रहते बैन कर देना चाहिए। जिलाध्यक्ष विक्रमसिह कापराऊ ने बताया कि अगर समय रहते पद्मावत फिल्म को बैन नही किया गया तो करनी सेना उग्र आन्दोलन करेगी। महावीर पार्क से फिर रैली निकालकर नारे लगाते हुए कलेक्ट्रेट गेट पहुॅचे जहां विक्रपसिह कापराऊ, गजेन्द्र गोरड़िया, महिलपालसिह बावड़ी, सरपंच शैतानदान, भीखसिह सांता के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम का ज्ञापन जिला कलक्टर को ज्ञापन दिया। 
विरोध प्रदर्षन में लोकेन्द्रसिह गोरडिया, पुष्पेन्द्रसिह खारिया, श्रवणसिह आगौर, रतनदान झणकली, वेरिसालसिह सांकड़ा, वीपीसिह आगौर, महेन्द्रसिह हड़वा, राणसिह मारूड़ी, जसंवतसिह खारिया, भोमसिह सुन्दरा, धर्मसिह महाबार, प्रकाषसिह बलाई, जुझारसिह बलाई, स्वरूपसिह मारूड़ी, मदनसिह कापराऊ, छुगसिह मारूड़ी, प्रवीणसिह तारातरा, महिपालसिह गोरडिया, जालमसिंह बाखासर, ईष्वरसिह अरटी, मदनसिह फागलिया, शैलेन्द्र दान गंगासरा, भंवरसिह बेरड़ी, विष्णुदान सांता, हरसिंगदान साता, गोरूदान साता, प्रतापदान साता, धीरेन्द्रसिह तिबड़ियार, नरेन्द्रसिंह एसकेडी, प्रेमसिह लंगेरा, नरेन्द्रसिह तारातरा सहित कई सर्वसमाज के लोग मौजूद थे। 




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