रविवार, 14 जनवरी 2018

पुणे: बेटे के सामने ही पिता के सीने में दाग दी 5 गोली, फिर...

पुणे: बेटे के सामने ही पिता के सीने में दाग दी 5 गोली, फिर...

पुणे: बेटे के सामने ही पिता के सीने में दाग दी 5 गोली, फिर...

पुणे: डेक्कन-जिमखाना क्षेत्र में 56 वर्षीय एक बिल्डर की दो अज्ञात अपराधियों ने उनके घर के बाहर कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस ने आज यह जानकारी दी.एक अधिकारी ने बताया कि हमलावरों ने प्रभात रोड पर कल देर रात देवेंद्र शाह पर उनके बेटे के सामने पांच गोलियां चलाई. इनमें से दो गोली शाह को लगी. पुलिस ने इस क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरा फुटेज हासिल कर लिए हैं, जिसमें दो हमलावर दिखाई दे रहे हैं.




अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (दक्षिण/उत्तर क्षेत्र) रविंद्र सेनगांवकर ने बताया, एक हमलावर ने उससे शाह को बुलाने को कहा. इसके बाद दुकानदार ने बिल्डर को बुलाया. उन्होंने बताया कि जैसे ही शाह अपने बेटे के साथ नीचे आए हमलावरों ने उन पर लगातार पांच गोलियां दाग दी.सेनगांवकर ने बताया कि दो गोली शाह को लगी और इसके बाद हमलावर घटनास्थल से फरार हो गए.” शाह को तत्काल अस्पताल ले जाया गया जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.




पिछले साल जनवरी माह में इंफोसिस में कार्यरत 23 वर्षीय एक महिला सॉफ्टवेयर इंजीनियर की हत्या के सिलसिले में 26 वर्षीय एक सुरक्षा गार्ड को गिरफ्तार किया गया था. महिला यहां हिंजवाडी स्थित राजीव गांधी इंफोटेक पार्क में कंपनी के सम्मेलन कक्ष में कल रात मृत पाई गई थी.




हिंजवाडी पुलिस थाना के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अरण वाइकर ने कहा, ‘कंपनी परिसर के सीसीटीवी फुटेज और अन्य सुरागों के आधार पर असम के रहने वाले सुरक्षा गार्ड को मुंबई से गिरफ्तार किया गया. वह घटना के बाद फरार हो गया था.’ उन्होंने बताया कि संदिग्ध की पहचान भाभेन सैकिया के रूप में की गई है जो इंफोसिस इकाई में एक गार्ड के रूप में तैनात था. गिरफ्तार करने के बाद उसे पुणे लाया गया.केरल की रहने वाली ओ पी रासिला इंफोसिस में सिस्टम इंजीनियर के रूप में काम कर रही थीं. उनकी हत्या कंप्यूटर के तार से कथित तौर पर गला घोंटकर की गई और उनके चेहरे पर चोट के निशान पाये गये. पुलिस के अनुसार, घटना शाम को करीब पांच बजे के आसपास की है लेकिन पुलिस को इसकी सूचना कल रात करीब आठ बजे मिली.




एसीपी वैशाली जाधव-माने ने बताया कि महिला इंफोसिस बिल्डिंग की नौवीं मंजिल पर सम्मेलन कक्ष में काम कर रही थी जबकि उनकी टीम के दो सदस्य बेंगलुरू से ऑनलाइन थे. अधिकारी ने कहा, ‘उनके मैनेजर उन्हें फोन करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल रही थी. इसके बाद प्रबंधक ने एक सुरक्षा गार्ड से जाकर उनका पता लगाने के लिए कहा और जब सुरक्षा गार्ड उन्हें देखने पहुंचा तब वह सम्मेलन कक्ष में अचेत अवस्था में फर्श पर पड़ी मिलीं.

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