सोमवार, 22 जनवरी 2018

बाड़मेर बेटी बचाओ कार्यक्रम के तहत 105 युवाओ को किया जागरूक



(बेटियां अनमोल हैं)

बाड़मेर बेटी बचाओ कार्यक्रम के तहत 105 युवाओ को किया जागरूक



बाड़मेर, 22 जनवरी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. कमलेष

चैधरी की अध्क्षकता में जिला स्वास्थ्य भवन बाडमेर में बेटिया अनमोल है

कार्यषाला का आयोजन किया गया। डाॅ चैधरी ने बताया कि सन 1981 में बाल

लिंगानुपात 1000 लडकों पर 954 लडकियंा थी जो 30 वर्षो में गिरते हुए 2011

की जनगणना में केवल 888 रह गया। इसी बीच 1994 में पीसीपीएनडीटी अधिनियम,

1996 में इसके नियम तथा 2003 में आवष्यक संषोधन होने के उपरान्त भी कन्या

भू्रण हत्या के कारण बाल लिंगानुपात में गिरावट जारी रही।

. जिला स्वास्थ्य भवन में जिला स्तर से जिला स्तरीय के अधिकारी एंव खण्ड

स्तर से बीपीएम, बीएचएस, आयुष डाॅक्टर, आरकेएसके काउन्सलर, आषा

सुपरवाईजर, बीएनओ, आॅपरेटर कुल 105 डेप रक्षकों को पीसीपीएनडीटी समन्वयक

विक्रमसिहं एवं राकेष भाटी जिला आषा समन्वयक द्वारा प्रषिक्षण दिया गया।

सचिन भार्गव ने बताया कि विष्व बालिका दिवस 24 जनवरी को बेटी बचाओ

कार्यक्रम (डाटर्स आर प्रीसियस) के दौरान जिले में विभिन्न

विष्वविद्यालयों, महाविद्यालयों, उच्च माध्यमिक विद्यालयों के साथ-साथ

मेडिकल, नर्सिंग, तकनीकी, प्रबन्धकीय संस्थानों में कुल 110 डेप रक्षकोें

द्वारा संवाद कर युवाओ को बेटी बचाओ संदेष देकर जागरूक किया जायेगा।

जिला आषा अधिकारी राकेष भाटी ने बताया कि विष्व बालिका दिवस 24 जनवरी को

110 संस्थानो पर लगभग 20,000 युवक-युवतियो द्वारा प्रातः 11.30 बजे एक

साथ राष्ट्रगान गाया जायेगा। जिला पीसीपीएनडीटी समन्वयक विक्रम सिंह ने

बताया कि बेटी बचाओ कार्यक्रम में सीएमएचओ बाड़मेर डाॅ. कमलेष चैधरी, जिला

कार्यक्रम प्रबंधक सचिन भार्गव, जिला आषा अधिकारी राकेष भाटी, डीएनओ

उम्मेदाराम जाखड़, बीएनओ जोगेष शर्मा, मदनलाल जीनगर, मूलाराम धनदे,

मूलषंकर दवें एवं बीपीएम, बीएचएस, आयुष डाॅक्टर, आरकेएसके काउन्सलर, आषा

सुपरवाईजर, बीएनओ, आॅपरेटर आदि ने कार्यषाला मे भाग लिया।

राकेष भाटी ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान भाग लेने वाले समस्त युवाओ

को कन्या भ्रुण हत्या रोकने के लिए षपथ दिलाते हुए संकल्प पत्र भरवाये

गये।

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