मंगलवार, 28 नवंबर 2017

राजस्थान हेरिटेज वीक के दौरान फेशन शो में छाएगी बाड़मेर कीकलात्मक कशीदाकारी



राजस्थान हेरिटेज वीक के दौरान फेशन शो में छाएगी बाड़मेर कीकलात्मक कशीदाकारी
(क्राफ्ट को फेशन इंडस्ट्री से जोड़ने के साथ ही होगा बाड़मेर के ब्रांड विकास का कार्य )
ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान द्वारा राजस्थान हेरिटेज वीक 2017 के दौरान 7 से 10 दिसम्बर तक जयपुर में आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय फेशन शो में बाड़मेर की पारम्परिक कशीदाकारी परिधानों को संस्थान अध्यक्ष व हस्तशिल्पी रुमा देवी के नेतृत्व में फेशन के रेम्प पर प्रस्तुत किया जायेगा | राजस्थान हेरिटेज वीक इस समय देश का प्रसिद्ध फेशन शो बन चूका है जिसमे देश-विदेश के ख्यातिनाम डिजायनर अपने कलेक्शन को प्रस्तुत करते है |

इस बार का फेशन शो पूरी तरह बाड़मेर पर फोकस है जिसमें तीनो दिन बाड़मेर की कला को रेम्प पर प्रस्तुत किया जायेगा | संस्थान द्वारा तैयार विशेष स्टाइलिश परिधानों को चुनी हुई दक्ष महिला दस्तकार देश की प्रसिद्ध मोडल के साथ रेम्प पर प्रस्तुत कर बाड़मेर का गौरव बढ़ाएगी | अंतर्राष्ट्रीय फेशन डिजाइनर डिजायनर बीबी रशेल, अब्राहम एंड ठाकुर, बॉलीवूड के प्रसिद्ध डिजाइनर हेमंत त्रिवेदी आदि ने भी ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान के सहयोग से बाड़मेर की क्राफ्ट द्वारा कलात्मक परिधान तैयार किये है जिसे इस शो में प्रस्तुत किया जायेगा |

सचिव विक्रम सिंह ने बताया की बाड़मेर में लाखों महिला दस्तकार होने के बाद भी यहाँ की क्राफ्ट के नाम से ब्रांड का विकास नहीं होने से आज तक दस्तकारों को अपेक्षित पहचान नही मिल पाई है | जो की हमारे लिए बड़ी दुर्भाग्य की बात है | संस्थान बाड़मेर की क्राफ्ट को फेशन इंडस्ट्री से जोड़ने के साथ हीबाड़मेर के ब्रांड विकास और प्रमोशन का कार्य भी कर रहा है | जिससे भविष्य में बाड़मेर के लाखों दस्तकारों को लाभ मिलेगा | बाड़मेर की सभी क्राफ्ट को सम्मिलित कर एक ब्रांड का विकास किया जायेगा | संस्थान ने देश के कई फेशन शो में यहाँ की क्राफ्ट परिधानों को बाड़मेर के ब्रांड के नाम से प्रस्तुत कर जिले को नवीन पहचान दी है | खत्म होती क्राफ्ट को भी इस ब्रांड में शामिल करना संस्थान का पहला उद्देश्य है |पहले मारवाड़ में धाबला महिलाओं का मुख्य पहनावा हुआ करता था जो समयानुसार आज उपयोगी नही रहा है लेकिन इसे पुन: ट्रेंड में लाने के लिए हम नये डिजायन में फेशन शो में अन्य परिधानों के साथ प्रस्तुत कर रहे है | धाबला ऊन से बना होता जिसे हाथ से बन कर प्राकृतिक रंगों से रंगा जाता है और फिर कांच कशीदाकारी से इसे खूबसूरत रूप दिया जाता है |

अध्यक्ष रुमा देवी ने बताया कि संस्थान के प्रयासों के फलस्वरूप आज देश के कई नामी डिज़ाइनर ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान के साथ मिलकर बाड़मेर के क्राफ्ट परिधानों को अपने कलेक्शन में शामिल कर रहे है जो की बाड़मेर के हेंडीक्राफ्ट के लिये सफलता का संकेत है | उन्होंने बताया कि पारम्परिक क्राफ्ट को आधुनिक फेशन से जोड़ने के विशेष हुनर एवं कला की आवश्यकता होती है| संस्थान द्वारा दक्ष दस्तकारों के सहयोग से फेशन रेम्प के लिए आधुनिकता व पारम्परिकता के संगम से विशेष परिधान तैयार किये जाते है |

क्राफ्ट सेन्टर के अधिकारी गणेश कुमार बोसिया ने बताया कीफेशन शो की तैयारियों महीनो से चल रही है | बाड़मेर के विभिन्न गांवों में संस्थान के हुनरमंद दस्तकारों द्वारा शो हेतु कलात्मक परिधान तैयार किये गये है | बलदेव नगर स्थित क्राफ्ट डवलपमेंट सेन्टर पर बाड़मेर के ग्रामीण अंचलों से इस शो के लिए बने विभिन्न उत्पादों को अंतिम रूप दिया जा रहा है | जिसके बाद अगले हफ्ते संस्थान की टीम दक्ष दस्तकारों के साथ फेशन शो के लिए जयपुर पहुचेगी |

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