भीनमाल स्थायी समाधान के नाम पर कराई तालाब की सफाई
शहर के जाकोब तालाब में पसरी गंदगी को लेकर प्रकाशित खबर के बाद नगरपालिका प्रशासन ने हरकत में आकर कर्मचारियों को भेजकर तालाब के किनारे की सफाई करवाई। हालांकि समस्या का स्थाई समाधान गंदे पानी को अन्यत्र छोड़ने पर ही होना है।
शहर के मध्य स्थित जाकोब तालाब में फैली गंदगी को लेकर आसपास के मौहल्लेवासी जन-जन की आस्था के केन्द्र नीमगोरिया आने वाले श्रद्धालु परेशान है। हमारे संवाददाता ने जाकोब तालाब में पसरी गंदगी शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी, जिस नगरपालिका ने तालाब के किनारे सफाई कर्मियों को भेज सफाई करवाई । पालिका कर्मचारियों ने तालाब में पसरी गंदगी को हटाकर वहां डी.डी.टी. पाऊडर का छिड़काव किया।
कचरा डालने वालों से जुर्माना वसूले नगरपालिका
प्राचीन जाकोब तालाब में गंदगी पसरने का मुख्य कारण है कि नगरपालिका ने शहर के कई बस्तियों का गंदा पानी नाले के जरिए जाकोब तालाब में छोड़ रखा है, जिससे यह गंदगी पानी में मिलकर साफ पानी को खराब कर रही है। शहर के धोराढाल, मालियों का वास, घांचियों का मौहल्ला, भाटों का वास, बागरियों का वास सहित आधा दर्जन बस्तियों की नालियों का गंदा पानी बालसमंद बांध के ओवर फ्लो नाले में छोड़ रखा है, जहां से यह नाला सीधा जाकोब तालाब में मिलता है। जिससे इस तालाब में गंदगी फैल जाती है। इसके लिए नगरपालिका को स्पेशल बजट स्वीकृत करवाने की आवश्यकता होगी । नागरिक कल्याण मंच के अध्यक्ष माणकमल भण्डारी ने बताया कि नगरपालिका प्रशासन बालसमंद के ऑवरफ्लो नाले में सिवरेज लाइन की तरह बड़े नाले का निर्माण कराकर सभी बस्तियों का गंदा पानी जाकोब तालाब के पास होते हुए जाकोब तालाब के ऑवर फ्लो मार्ग होते हुए जुंजाणी के जंगल की तरफ छोड़े, तो बात बन सकती है और जाकोब तालाब में गंदगी पसरने से रोकी जा सकती है। सभी को पाबंद कर बालसमंद के ऑवर फ्लो नाले में कचरा डालने पर अगर नगरपालिका जुर्माना वसूलती है, तो भी काफी हद नाले में कचरा डालना बंद हो सकता है।
प्रस्ताव लेकर गंदे पानी को तालाब से बाहर छोड़ा जाएगा
इसका स्थाई समाधान तो प्रस्ताव लेकर नाला निर्माण कर डायवर्ट करने पर ही होगा। प्रस्ताव लेकर गंदे पानी को तालाब से बाहर छोड़ा जाएगा।
- भीखारामजोशी, अधिशाषीअधिकारी, नगरपालिका भीनमाल
शहर के जाकोब तालाब में पसरी गंदगी को लेकर प्रकाशित खबर के बाद नगरपालिका प्रशासन ने हरकत में आकर कर्मचारियों को भेजकर तालाब के किनारे की सफाई करवाई। हालांकि समस्या का स्थाई समाधान गंदे पानी को अन्यत्र छोड़ने पर ही होना है।
शहर के मध्य स्थित जाकोब तालाब में फैली गंदगी को लेकर आसपास के मौहल्लेवासी जन-जन की आस्था के केन्द्र नीमगोरिया आने वाले श्रद्धालु परेशान है। हमारे संवाददाता ने जाकोब तालाब में पसरी गंदगी शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी, जिस नगरपालिका ने तालाब के किनारे सफाई कर्मियों को भेज सफाई करवाई । पालिका कर्मचारियों ने तालाब में पसरी गंदगी को हटाकर वहां डी.डी.टी. पाऊडर का छिड़काव किया।
कचरा डालने वालों से जुर्माना वसूले नगरपालिका
प्राचीन जाकोब तालाब में गंदगी पसरने का मुख्य कारण है कि नगरपालिका ने शहर के कई बस्तियों का गंदा पानी नाले के जरिए जाकोब तालाब में छोड़ रखा है, जिससे यह गंदगी पानी में मिलकर साफ पानी को खराब कर रही है। शहर के धोराढाल, मालियों का वास, घांचियों का मौहल्ला, भाटों का वास, बागरियों का वास सहित आधा दर्जन बस्तियों की नालियों का गंदा पानी बालसमंद बांध के ओवर फ्लो नाले में छोड़ रखा है, जहां से यह नाला सीधा जाकोब तालाब में मिलता है। जिससे इस तालाब में गंदगी फैल जाती है। इसके लिए नगरपालिका को स्पेशल बजट स्वीकृत करवाने की आवश्यकता होगी । नागरिक कल्याण मंच के अध्यक्ष माणकमल भण्डारी ने बताया कि नगरपालिका प्रशासन बालसमंद के ऑवरफ्लो नाले में सिवरेज लाइन की तरह बड़े नाले का निर्माण कराकर सभी बस्तियों का गंदा पानी जाकोब तालाब के पास होते हुए जाकोब तालाब के ऑवर फ्लो मार्ग होते हुए जुंजाणी के जंगल की तरफ छोड़े, तो बात बन सकती है और जाकोब तालाब में गंदगी पसरने से रोकी जा सकती है। सभी को पाबंद कर बालसमंद के ऑवर फ्लो नाले में कचरा डालने पर अगर नगरपालिका जुर्माना वसूलती है, तो भी काफी हद नाले में कचरा डालना बंद हो सकता है।
प्रस्ताव लेकर गंदे पानी को तालाब से बाहर छोड़ा जाएगा
इसका स्थाई समाधान तो प्रस्ताव लेकर नाला निर्माण कर डायवर्ट करने पर ही होगा। प्रस्ताव लेकर गंदे पानी को तालाब से बाहर छोड़ा जाएगा।
- भीखारामजोशी, अधिशाषीअधिकारी, नगरपालिका भीनमाल
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