मंगलवार, 24 अक्टूबर 2017

बाड़मेर मंे पांच दिवसीय राजस्थान कबीर यात्रा का शुभारंभ आज से



बाड़मेर मंे पांच दिवसीय राजस्थान कबीर यात्रा का शुभारंभ आज से
बाड़मेर, 24 सितंबर। जिला एवं पुलिस प्रशासन बाड़मेर, पुलिस कमिश्नरेट जोधपुर, लोकायन संस्थान बीकानेर, ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान, बाड़मेर के संयुक्त तत्वावधान में पांच दिवसीय भक्ति एवं सूफियाना संगीत से ओतप्रोत राजस्थान कबीर यात्रा 2017 का आयोजन 25 से 28 अक्टूबर तक बाड़मेर में होगा। जोधपुर एवं बाड़मेर पुलिस सहयोगी की भूमिका में रहेंगे। इसके उपरांत 29 अक्टूबर को जोधपुर के महिलाबाग झालरा गुलाब सागर पर कबीर यात्रा की समापन संध्या होगी।

राजस्थान कबीर यात्रा 2017 के संरक्षक जोधपुर पुलिस उपायुक्त (पूर्व) डा0 अमनदीपसिंह कपूर ने बताया कि आमतौर पर पुलिस की भूमिका को रक्षात्मक अथवा कानून की पालना करवाने वाले एक तंत्र तक सीमित करके देखा जाता है,लेकिन राजस्थान पुलिस कुछ लीक से हटते हुए राजस्थान कबीर यात्रा जैसे सर्जनात्मक आयोजन के साथ इसलिए जुड़ रही है। ताकि इस अवसर का लाभ पुलिस और जनसाधारण के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने की दिशा में उठा सकें। ग्रामीण क्षेत्रों में सौहार्द कायम रखने के उद्देश्य से जोधपुर और बाड़मेर जिले की पंचायत समितियों के स्तर पर पहले से गठित सामुदायिक संपर्क समूह इस आयोजन में महत्ती भूमिका निभाने जा रहे है। रचनात्मक-सृर्जनात्मक अंदाज के रंग का यह आयोजन इस वर्ष बाड़मेर-जोधपुर के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में होगा। भक्ति, अध्यात्मक, वाणी तथा सूफी परम्परा के नामचीन गायक कलाकार अपनी लोकप्रिय तथा प्रतिनिधि संगीत रचनाओं के साथ रूबरू होंगे। निःसंदेह इस आयोजन से साम्प्रदायिक सद्भाव, राष्ट्रीय एकता एवं देशभक्ति के हमारे मूल स्तम्भ और अधिक सुदृढ होंगे। यही कारण है कि जोधपुर-बाड़मेर पुलिस इसके सफल आयोजन के लिए कंधे से कंधा मिलाकर साथ है। बाडमेर के जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदान नकाते ने राजस्थान कबीर यात्रा के तीसरे चरण का आयोजन बाडमेर जिले में होने पर प्रसन्नता जाहिर की है। पुलिस अधीक्षक बाडमेर डा0 गगनदीप सिंगला ने बताया कि पुलिस प्रशासन की भी भागीदारी रहेगी। ताकि पश्चिमी क्षेत्र में परस्पर सौहार्द परम्परा को बल मिल सके।

आज बाड़मेर में होगा शुभारंभ:राजस्थान कबीर यात्रा 2017 का विधिवत उद्घाटन 25 अक्टूबर को शाम 7 बजे बाड़मेर के हाई स्कूल मैदान में होगा। बाड़मेर के दानसिंह, मालवा के कालूराम बामनिया, बैंगलोर के वेदंात भारद्वाज, मुम्बई की राधिका सूद एवं माटी-बानी, दिल्ली के मेजिल मिस्टिक तथा बाड़मेर की लोक कलाकार मंडली गायक इस उद्घाटन संध्या को यादगार बनायेंगे। भक्ति से ओत प्रोत कबीर यात्रा 26 अक्टूबर को बाडमेर के गांव गडरा रोड पहुंचेगी। 27 अक्टूबर को यात्रा का आगमन गांव चौहटन(बाड़मेर), 28 को गांव सिवाना(बाड़मेर) में ठहराव करेगी। यहंा भी भक्ति एवं सूफियाना संगीत का रसास्वादन करने का महत्वपूर्ण अवसर श्रोता वर्ग को खूब अच्छे से मिल सकेगा।

अंतर्राष्ट्रीय मंच के गायक-गायिकाओं की भागीदारी:राजस्थान कबीर यात्रा के निदेशक गोपालसिंह चौहान ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर अपनी गायिकी का जादू प्रभाव बिखेरने वाले उच्च कोटि के गायक-गायिकाएं इस आयोजन में आकर्षण का केन्द्र रहेंगे। मदन गोपालसिंह एवं चार-यार, कालूराम बामनिया, महेशाराम, बिन्दुमालिनी और वेदंात भारद्वाज, गवरा देवी, ओमप्रकाश नायक, दानसिंह, वासु दीक्षित, कलेेक्टिव, किशन कुमार, निम्बाराम, कुंभाराम मेघवाल, लच्मणदास बाल, माटी-बानी, मंजिल मिस्टिक्स, मूरालाला मारवाडा, प्रोजेक्ट युग्म, राधिका सूद नायक सरीखें सिद्धहस्त कलाकारों की संगीत प्रस्तुतियंा श्रोताओं को रसरूपी शीतल झलने का अहसास करवाएगी। उन्होंने बताया कि स्पेन, यू के, कनाडा, स्तानमूल के विदेशी पर्यटक सहित विभिन्न क्षेत्रों के दो सौ यात्री राजस्थान कबीर यात्रा 2017 के साक्षी बनेंगे। यह यात्री पांच दिवसीय इस आयोजन की तमाम गतिविधि-कार्यक्रम में सम्मलित होंगे। साथ ही स्थानीय जन की रूचि भी देखने लायक होगी। राजस्थान पर्यटन विभाग का सहयोग विशेष रूप से उल्लेखित है। राजस्थान कबीर यात्रा 2017 के आर्थिक सहयोगी भंवर-नरसी-पूनम कुलरिया ने बताया कि इस अनूठे आयोजन से जुड़ने की प्रेरणा हमारे पिता संत दुलाराम कुलरिया के जीवन दर्शन से मिली है। उनसे कबीर, गोरखनाथ, मीरा की वाणी सुनने का सुअवसर मिलता रहा। ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान बाड़मेर के सचिव विक्रमसिंह गोदारा ने बताया कि कबीर यात्रा के आयोजन की भागीदारी में संस्थान का पूरा सहयोग रहेगा। उन्होंने बताया कि बाड़मेर एवं जोधपुर जिला संास्कृतिक विरासत की दृष्टि से काफी समृद्ध रहा है लेकिन वर्तमान में वाणी गायन करने वाले कलाकार दिनों दिन कम होते जा रहे है और युवा पीढी इस विरासत से विमुख होती जा रही है। इस संास्कृतिक विरासत को वापस समृद्ध करने के लिए यह यात्रा ऐतिहासिक रूप से मददगार सिद्ध होगी। संस्थान अध्यक्ष रूमादेवी ने बताया कि दूर दराज धोरों पर बैठे गुमनाम वाणी कलाकारों को यह यात्रा नवीन अवसर एवं मंच उपलब्ध करवाएंगी। साथ ही युवा पीढी को लोककला से समझने एवं जुडने का मौका प्रदान करेगी। राजस्थान कबीर यात्रा का आयोजन राजवेस्ट पावर लिमिटेड, भामाशाह नवल किशोर गोदारा, होटल संाचल फोर्ट, होटल पार्क प्लाजा जोधपुर इत्यादि के सहयोग से किया जा रहा है।

महिलाबाग झालरा पर होगी समापन संगीत संध्या:29 अक्टूबर को जोधपुर के महिलाबाग झालरा गुलाब सागर पर राजस्थान कबीर यात्रा-2017 का समापन संगीत संध्या से होगा। कार्यक्रम में दिल्ली के मदन गोपालसिंह एवं चार यार, वासु दीक्षित(बैंगलोर), मूरालाल मारवाडा(कच्छ), मालवा के लोक गायक कालूराम बामनिया एवं बंगाल से लक्ष्मणदास बाउल सहित अनेक गायक कलाकार इस शाम को अवस्मिरणीय बनाएंगे। साथ ही प्रतिदिन प्रातःकालीन सत्संग भी नियमित रूप से रहेंगे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें