गुरुवार, 5 अक्तूबर 2017

हाउसिंग बोर्ड इंजीनियर व उसकी पत्नी की आय से 250 फीसदी ज्यादा संपत्ती, जानिए इनकी प्रोपर्टी के बारे में

हाउसिंग बोर्ड इंजीनियर व उसकी पत्नी की आय से 250 फीसदी ज्यादा संपत्ती, जानिए इनकी प्रोपर्टी के बारे में

हाउसिंग बोर्ड इंजीनियर व उसकी पत्नी की आय से 250 फीसदी ज्यादा संपत्ती, जानिए इनकी प्रोपर्टी के बारे में
जयपुर। हाउसिंग बोर्ड के प्रोजेक्ट इंजीनियर ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर पिछले 29 साल में आय से करीब 250 फीसदी की चल व अचल संपत्तियां खरीद लीं। जांच पड़ताल के बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने आरोपी इंजीनियर सुभाषचंद यादव व पत्नी सुषमा यादव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज करके गुरुवार को उनके घर व ऑफिस में छापा मारा जहां से एसीबी ने जांच के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज जांच के लिए जब्त किए हैं। जानिए और इस बारे में ....

- सुभाष चंद यादव प्रतापनगर खंड-4 हाउसिंग बोर्ड में सीनियर प्रोजेक्ट इंजीनियर व सुषमा यादव राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय चारणवाला में टीचर है। एसीबी की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि सुभाष चंद यादव ने 1988 में सर्वेयर के पद पर और सुषमा ने वर्ष 2005 में स्कूल में टीचर के पद पर ज्वाइन किया था। दोनों की अब तक की आय करीब 34 लाख रुपए है जबकि दोनों के नाम से करीब 1.30 करोड़ रूपए की चल व अचल संपत्तिया हैं।

- एसीबी के आईजी सचिन मित्तल ने बताया कि सूचना के आधार पर सुभाष चंद द्वारा आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की जांच पड़ताल की गई।

जांच में यह सामने आया

- जांच में सामने आया था कि सुभाष चंद यादव व उनकी पत्नी के नाम से जोधपुर के कुड़ी भगतासनी में एक प्लाट, प्रतापनगर में दो-दो मकान, प्रताप एनक्लेव में एक फ्लेट, जगतपुरा में एक प्लाट व मानसरोवर अरावली मार्ग पर एक मकान है जिनकी कीमत डीएलसी के आधार पर करीब 1.30 करोड़ रुपए है जबकि दोनों की अभी तक की आय 34 लाख रुपए ही थी।

सुबह ही जा धमकी एसीबी टीम

- जांच-पड़ताल के बाद एसीबी ने तीन टीम बनाकर सुबह सात बजे के करीब सुभाष चंद के अरावली मार्ग स्थित घर व हाउसिंग बोर्ड के आफिस में छापा मारा। अरावली मार्ग स्थित घर पर सुभाष अपने परिवार के साथ रहता था जहां तलाशी ली तो प्रतापनगर में दो दुकान होने के दस्तावेज मिले। दुकानों की कीमत करीब 63 लाख रुपए है। इसके अलावा तलाशी में जोधपुर जेडीए द्वारा आवंटित 350 वर्गगज का प्लाट होने के दस्तावेज मिले हैं।

- आरोपियों व दोे बेटों के नाम से 15 एलआईसी की पॉलिसी होने के दस्तावेज मिले हैं जिनकी सालाना प्रीमियम राशि दो लाख रुपए है। आरोपी व परिजनों के नाम से 15 बैंक खाते व एक लॉकर मिला है। एसीबी अब बैंक खातों व लॉकर की जांच करेगी।

दस संपत्तिया रिश्तेदारों के नाम से

- एसीबी अधिकारियों ने बताया कि सुभाष यादव द्वारा अर्जित आय से करीब दस संपत्तियां अपने रिश्तेदारों के नाम से भी ले रखी हैं। हालांकि एसीबी ने अभी तक संपत्तियों का खुलासा नहीं किया है। आईजी मित्तल ने संबंध में बताया कि रिश्तेदारों के नाम से संपत्तियां होने की सूचना है। इसकी जांच की जा रही है।

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