गुरुवार, 7 सितंबर 2017

अजमेर, अब अभिभावकों को पता होगा बच्चे की शिक्षा का स्तर - श्री जावडे़कर



अजमेर, अब अभिभावकों को पता होगा बच्चे की शिक्षा का स्तर - श्री जावडे़कर

स्मार्ट क्लास, स्पोर्टस, स्किल डवलपमेंट व सेंसेविटी से बदलेगी राजस्थान की शिक्षा -श्री देवनानी

माकड़वाली में विवेकानन्द माॅडल स्कूल का लोकार्पण

केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्राी ने की राजस्थान की शिक्षा की प्रशंसा

देश की शिक्षा में होगा आमूलचूल परिवर्तन, युवाओं की प्रतिभा निखारने पर रहेगा फोकस

अजमेर, 7 सितम्बर। केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्राी श्री प्रकाश जावडे़कर ने कहा कि प्रधानमंत्राी श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की शिक्षा आमूलचूल परिवर्तन के दौर से गुजर रही है। प्रधानमंत्राी का न्यू इण्डिया का स्वप्न शिक्षा के जरिए साकार होगा। हमारा फोकस युवाओं को चुनौती स्वीकार करने के योग्य बनाने के साथ ही उनकी प्रतिभा निखारने पर भी है। शीघ्र ही सभी स्कूलों में लर्निंग आउटकम की नीति लागू होगी। इसके तहत अभिभावकों को पता होगा कि हमारा बच्चा जिस कक्षा में है। उसमें उसकी पढ़ाई का स्तर और विभिन्न विषयों में उसकी जानकारी कितनी होनी चाहिए। यह जानकारी हैण्डबुक के जरिए शिक्षकों के पास तो होगी ही, अभिभावकों को भी पता रहेगा। उन्होंने राजस्थान की शिक्षा की प्रशंसा करते हुए कहा कि यहां शिक्षा और शिक्षकों की उन्नति के लिए शानदार काम हुआ है।

केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्राी श्री प्रकाश जावडे़कर ने आज माकड़वाली गांव मंे शिक्षा राज्यमंत्राी श्री वासुदेव देवनानी के साथ 6.5 करोड़ की लागत से बने स्वामी विवेकानंद माॅडल स्कूल का लोकार्पण किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्री जावडे़कर ने कहा कि केन्द्र सरकार देश की शिक्षा को युवानुकूल व युगानुकूल बनाने के लिए कई सकारात्मक परिवर्तन करने जा रही है। इसके तहत सभी स्कूलों में लर्निग आउटकम की नीति लागू होगी। इसके तहत अभिभावकों को अपने बच्चे की शिक्षा का स्तर पता होगा। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि प्रतिदिन अपने बच्चों से पूछें कि आज आपके शिक्षक स्कूल आए या नहीं, स्कूल में क्या पढ़ाया गया और स्कूल के बाद आपने घर पर दो घण्टे अध्ययन किया या नहीं। यह सोशल आॅडिट है जो शिक्षा को बेहतर करेगी।

उन्होंने कहा कि अब देश में वह माहौल बन रहा है। जब प्राइवेट स्कूलों को सरकारी स्कूलों से प्रतिस्पद्र्धा करनी पड़ेगी । राजस्थान इसका जीता जागता उदाहरण है जहां 17 लाख बच्चों का नामांकन सरकारी स्कूलों में बढ़ा है। उन्होंने कहा कि देश में सभी अप्रशिक्षित शिक्षकों के लिए दूरस्थ शिक्षा के जरिए बीएड की शुरूआत की गई है। वर्ष 2019के पश्चात एक भी अप्रशिक्षित शिक्षक स्कूलों में नहीं पढ़ा पायेगा। उन्होंने शिक्षा का अधिकार अधिनियम में सुधार की घोषणा करते हुए कहा कि अब कक्षा पांच और आठ में भी परीक्षाएं होगी। केन्द्र सरकार ने दसवीं में भी वैकल्पिक बोर्ड परीक्षा की व्यवस्था पिछले साल ही समाप्त कर दिया है।

श्री जावडे़कर ने मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे और शिक्षा राज्य मंत्राी श्री वासुदेव देवनानी द्वारा शिक्षा के क्षेत्रा में किए जा रहे नवाचारों की प्रशंसा करते हुए कहा कि राजस्थान ने बहुत अच्छा काम किया है। उन्होंने कहा कि 30 साल पहले आॅपरेशन ब्लैक बोर्ड ने देश की शिक्षा को नई गति दी थी। अब समय आ गया है जब स्कूलों को आॅपरेशन डिजीटल बोर्ड से जोड़ दिया जाए। केन्द्र सरकार सबको शिक्षा, अच्छी शिक्षा के इरादे के साथ काम कर रही है। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा प्रदान करें तथा सरकारी स्कूलों में शिक्षा के उन्नयन के लिए सहयोग करें।

शिक्षा राज्यमंत्राी श्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द माॅडल स्कूूल ग्रामीण क्षेत्रों में अंगे्रजी माध्यम की शिक्षा के क्षेत्रा में एक नई क्रांति के वाहक बनेेंगे। विवेकानन्द का जीवन हमें चरित्रा का गठन मनोबल और बुद्धि का विकास तथा स्वावलम्बी बनना सिखाता है। राज्य सरकार ने भी इन्हीं मूल मंत्रों को ध्यान में रखकर अपनी शिक्षा नीति को आगे बढ़ाया है। हमने पाठ्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों के ज्ञान का आधार मजबूत किया। वही शिक्षकों की समस्याओं का निस्तारण उन्हें राहत प्रदान की। राज्य मंे एक लाख शिक्षकों का प्रमोशन किया गया है। यह शिक्षकों की मेहनत ही है कि हमारे परीक्षा परिणाम में 16.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में अभिभावकों का विश्वास बढ़ा है। यह मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में टीम राजस्थान एजूकेशन की जीत है। सरकारी स्कूलों में 17 लाख नामांकन बढ़े है। उन्होंने कहा कि आगामी 25 सितम्बर से 2 अक्टूबर तथा 12 जनवरी 2018 से 23 जनवरी तक प्रदेश की स्कूलों में शिक्षा सम्बलन का कार्यक्रम चलाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि राजस्थान की शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए सरकार फोर एस फार्मूले पर काम कर रही है। यह फोर एस यह स्मार्ट क्लास रूम, स्पोर्टस, स्किल डवलपमेंट और सेंसिविटी । इसके आधार पर विद्यार्थियों का सम्पूर्ण विकास होगा। शिक्षा व्यवस्था विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारने में सहयोग करेंगी। शिक्षा को सुचारू रखने के लिए नई भर्तियों के साथ ही रिक्त पदों को भी भरा जा रहा है। वर्तमान में राज्य में शिक्षकों के सिर्फ 24 प्रतिशत पद खाली है शीघ्र ही यह आंकड़ा घटकर 11 प्रतिशत रह जाएगा।

शिक्षा सचिव श्री नरेश पाल गंगवार ने राजस्थान में शिक्षा की स्थिति एवं नवाचारों की जानकारी दी। जिला प्रमुख वंदना नोगिया ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत, एडीए अध्यक्ष श्री शिवशंकर हेड़ा, अध्यक्ष श्री अरविन्द यादव, प्रो. बी.पी.सारस्वत, श्री ओमप्रकाश भड़ाना, प्रधान श्रीमती सुनिता रावत, संभागीय आयुक्त श्री हनुमान सहाय मीना, पुलिस महानिरीक्षक श्रीमती मालिनी अग्रवाल, जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल, पुलिस अधीक्षक श्री राजेन्द्र सिंह चैधरी सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी, स्कूली बच्चे एवं शिक्षक उपस्थित थे।



राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष 9 सितम्बर को अजमेर आएंगे
अजमेर 7 सितम्बर। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष प्रो. रामशंकर कटारिया आगामी 9 सितम्बर को प्रातः 10.30 बजे अजमेर पहुंचेगे। निर्धारित कार्यक्रमानुसार वे प्रातः 11 बजे आॅल इण्डिया एससी/एसटी रेल्वे एम्पलोइज एसोसिएशन के साथ बैठक लेंगे तथा दोपहर एक बजे उत्तर पश्चिम रेल्वे के डीआरएम/ सीडब्ल्यूएम के साथ सर्किट हाउस मंे बैठक लेंगे। दोपहर पश्चात 3 बजे वे जिला मजिस्ट्रेट, पुलिस अधीक्षक, जिला सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के साथ अनुसूचित जाति एवं जनजाति योजना के संबंध में समीक्षा करेंगे।

राजस्व मण्डल के अध्यक्ष 8 को लेंगे राजस्व अधिकारियों की बैठक
अजमेर 7 सितम्बर। राजस्व मण्डल के अध्यक्ष श्री वी. श्रीनिवास आगामी 8 सितम्बर को दोपहर 2 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में जिले के समस्त राजस्व अधिकारियों की बैठक लेंगे। जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने सभी अधिकारियों को पूर्ण तैयारियों के साथ बैठक में उपस्थित होने के निर्देश दिए।


भेड़ निष्क्रमण संबंधी बैठक 8 सितम्बर को
अजमेर, 7 सितम्बर। अजमेर संभाग में भेड़ निष्क्रमण के नियंत्राण एवं सुचारू रूप से संचालन के संबंध में आगामी 8 सितम्बर को प्रातः 11.30 बजे संभागीय आयुक्त श्री हनुमान सहाय मीना की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी। यह जानकारी अतिरिक्त संभागीय आयुक्त श्री के.के.शर्मा ने दी।



अजमेर डेयरी की वार्षिक साधारण सभा की बैठक 22 को

वर्ष 2018-19 का 700 करोड़ का बजट प्रस्तावित

अजमेर, 7 सितम्बर। अजमेर जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लि., अजमेर की 27 वीं वार्षिक आमसभा आगामी 22 सितम्बर को प्रातः 11.00 बजे, जवाहर रंगमंच पर आयोजित की जाएगी। जिसमें जिले के 700 दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के अध्यक्ष भाग लेगें। आमसभा में वर्ष 2018-19 के लिए 700 करोड़ रू. के बजट प्रस्तावों को पारित किया जाएगा। आमसभा के पश्चात् दोपहर 1.00 बजे आजाद पार्क, अजमेर में सरस महाकुम्भ का आयोजन भी प्रस्तावित हैं।

अजमेर डेयरी के अध्यक्ष श्री रामचन्द्र चैधरी ने बताया कि 22 सितम्बर 2017 को सुबह 11 बजे से दोपहर 1.00 बजे तक जवाहर रंगमंच पर अजमेर डेयरी की आम सभा होगी। आमसभा में सात सौ दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के प्रतिनिधि भाग लेगें। इस अवसर पर एक साल के लेखे-जोखे, गत वर्ष के बजट, खर्च एवं आगामी वित्तीय वर्ष 2018-19 के करीब सात सौ करोड़ रू. के बजट का अनुमोदन किया जाएगा। जिसके आधार पर डेयरी का व्यय निर्धारित होगा। इस दौरान वित्तीय वर्ष 2015-16 के आॅडिट आक्षेपो की अनुपालना की जाएगी। श्री चैधरी ने बताया कि जिले में पशुधन की कंरट से मृत्यु होने पर, किसी भी वाहन दुर्घटना अथवा बाडे में आग से मृत्यु होने पर पशुपालक को भैंस पर 25000/- रू. एवं गाय पर 15000/- की आर्थिक सहयोग देने का प्रस्ताव पास किया जाएगा। इसके लिए पुलिस में एफआईआर दर्ज होनी जरूरी होगी तथा पटवारी/तहसीलदार का प्रमाणन किया हुआ होना जरूरी होगा।

श्री चैधरी ने बताया कि आमसभा के दौरान एक अक्टूबर 2017 से पशुपालकों के लिए सरस डेयरी की ओर से आरोग्य बीमा योजना लागू करने का प्रस्ताव है। गत वर्ष में हुए अध्यक्ष व संचालक मण्डल के व्यय का अनुमोदन किया जाएगा। आमसभा द्वारा दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के वित्तीय वर्ष 2016-17 के अर्जित लाभांश, बोनस दुग्ध के भाव से वितरित करने का प्रस्ताव पारित किया जाएगा। संघ की हिस्सा राशि 30 करोड़ रू. से बढ़ाकर 50 करोड़ रूपए करने का प्रस्ताव भी शामिल है। इसके अलावा आम सभा इस बैठक के दौरान 16 प्रस्ताव पास किए जाएगे।

सरस महाकुंभ - आजाद पार्क, अजमेर में होगा

श्री चैधरी ने बताया कि आमसभा के बाद दोपहर 1.00 बजे से आजाद पार्क में सरस महाकुंभ का आयोजन भी प्रस्तावित हैं। जिसे मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे की स्वीकृति के बाद आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्य सभा, सांसद, श्री भूपेन्द्र जी यादव, करेगे। जिसमें जिले के मंत्राी, विधायक एवं अन्य जन प्रतिनिधि शामिल होगे। इस अवसर पर राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री दिलीप रथ, राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम के प्रबन्ध संचालक श्री अशोक डलवाई एवं राजस्थान को-आॅपरेटिव डेयरी फैडरेशन के प्रबन्ध संचालक श्री राजेश यादव शामिल होगे। उन्होंने बताया कि इसी दिन एनसीडीसी द्वारा 253 करोड़ रू. के स्वीकृत ऋण के अन्तर्गत अजमेर डेयरी के 10 लाख लीटर प्रतिदिन क्षमता के प्रोसेसिंग प्लांट एवं 30 एमटी प्रतिदिन क्षमता के पाउड़र प्लांट के भूमि पूजन एवं शिलान्यास का कार्यक्रम भी प्रस्तावित है। इस कार्यक्रम में भारत सरकार के राष्ट्रीय डेयरी विकास परियोजना के अन्तर्गत अजमेर डेयरी की स्वीकृत 12 करोड़ 95 लाख रू. की स्वीकृत परियोजना एवं राष्ट्रीय डेयरी योजना के अन्तर्गत सात करोड़ रू. की योजना का शुभारम्भ कराया जायेगा। तीनों योजनाओं में 274 करोड़ रू. की लागत लायेगी। एनपीडीडी एवं एनडीपी द्वितीय योजना के अन्तर्गत 20 करोड रू. के लागत की 500 दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियां पर आॅटोमेटिक मिल्क कलेक्शन यूनिट 1.50 लाख रू. एवं 250 बीएमसी वाली समितियों पर मिलावट की जांच करने वाली 3.0 लाख रू. की लागत की मिल्कोस्क्रीन (डेनमार्क निर्मित) मशीन उपलब्ध करवाई जावेगी। इसके अतिरिक्त जिले के पशुपालको को नस्ल सुधार, पशुआहार एवं चारा पद्धति की नवीनतम तकनीक की जानकारी देने के लिए निःशुल्क प्रशिक्षण देने का भी प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि अजमेर डेयरी दो वर्ष के भीतर डेनमार्क की पद्धति को पूर्ण रूप से अपना लेगी एवं देश के चुनिन्दा अत्याधुनिक डेयरी की श्रेणी में आ जायेगी।

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