शनिवार, 9 सितंबर 2017

जैसलमेर षिक्षा के क्षेत्र में बेहतर परिणाम लावें षिक्षाधिकारी -षिक्षा राज्यमंत्री श्री देवनानी



जैसलमेर षिक्षा के क्षेत्र में बेहतर परिणाम लावें षिक्षाधिकारी -षिक्षा राज्यमंत्री श्री देवनानी
भामाषाहों का सहयोग लेकर विद्यालयों का विकास करने के दिए निर्देष

बेहतर लाएं बोर्ड के परीक्षा परिणाम




जैसलमेर, 09 सितम्बर। षिक्षा राज्यमंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने षिक्षाधिकारियों को निर्देष दिए कि वे षिक्षा के क्षेत्र में बेहतर परिणाम लावे एवं गुणवत्तापूर्ण षिक्षा पर विषेष ध्यान दें इसके लिए सभी संस्था प्रधानों को पाबंद करें। उन्होंने कहा कि सरकारी विद्यालयों में शैक्षणिक उन्नयन के लिए जनप्रतिनिधि और अधिकारी मिल कर मिषन भावना से अपना रचनात्मक सहयोग देें। उन्होंने षिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देष दिए कि वे फिल्ड क्षेत्र में अधिक से अधिक भ्रमण कर शैक्षणिक व्यवस्थाओं में बेहतर सुधार लावें। उन्होंने प्रारंभिक एवं सैकण्डरी सैटअप शैक्षणिक गतिविधियों की विस्तार से समीक्षा की एवं निर्देष दिए कि अब षिक्षा के क्षेत्र में बेहतर परिणाम आए उसी अनुरुप षिक्षा विभाग के अधिकारी कार्य करें एवं यह भी संदेष जाना चाहिए कि सरकारी विद्यालयों में निजी विद्यालयों से अच्छी षिक्षा दी जा रही है।

षिक्षा राज्यमंत्री श्री देवनानी शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार जैसलमेर में आयोजित जिला स्कूल सलाहकार समिति की बैठक ले रहे थे। बैठक में जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी ,पोकरण विधायक शैतानसिंह राठौड़ , जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल ,युआईटी अध्यक्ष डाॅ. जितेन्द्रसिंह , मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनुराग भार्गव ,समिति सदस्य उमेष छंगाणी ,डूंगरराम ओड ,जेठमल जीनगर ,मूलसिंह बीदा ,नटवर व्यास के साथ ही षिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

षिक्षा राज्यमंत्री श्री देवनानी ने कहा कि जिला स्कूल सलाहकार समिति का गठन इस उद्वेष्य से किया हैं कि जनप्रतिनिधि , अधिकारी , षिक्षाविद् ,अभिभावक एवं स्कूली षिक्षा के विषेषज्ञ साथ-साथ कार्य कर सरकारी स्कूलों में षिक्षा के गुणवत्ता में सक्रिय भूमिका अदा कर सकें। उन्होंने बैठक के दौरान उत्कृष्ठ एवं आदर्ष विद्यालयों की शैक्षणिक स्थिति के साथ ही नामांकन , बोर्ड परीक्षा परिणाम ,छात्रवृति वितरण एवं अन्य सुविधाओं की विस्तार से समीक्षा करते हुए षिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देष दिए कि वे षिक्षा विभाग के निर्धारित मापदण्डों के अनुरुप लक्ष्यों को अर्जित करें। उन्होंने नामांकन वृद्धि कम होने पर उसमें बढोतरी लाने एवं 15 सितम्बर तक आॅनलाईन फिडींग करने के सख्त निर्देष दिए।

उन्होंने पांचवीं, आठवीं ,दसवीं एवं बारहवीं के बोर्ड परीक्षा परिणाम में जिन विद्यालयों में सी एवं डी परीक्षा परिणाम रहा है ऐसे अध्यापकों के खिलाफ अनुषासनात्मक कार्यवाही करें इसके साथ ही उन्होंने इस वर्ष बेहतर परीक्षा परिणाम आवें इसके लिए विषेष प्रयास करने के निर्देष दिए। उन्होंने उत्कृष्ठ विद्यालयों में महानरेगा में खेल मैदान एवं चार दीवारी के विकास कार्य कराने एवं सभी विद्यालयों में विद्युत कनेक्षन लेने के निर्देष दिये। उन्होंने सभी विद्यालयों में बालक-बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालय हो यह सुनिष्चित कर लें।

षिक्षा राज्यमंत्री ने यह भी निर्देष दिये कि इस वर्ष गार्गी पुरस्कार प्राप्त करने वाली बालिकाओं की संख्या में गत वर्ष की तुलना में अधिक बढ़ोतरी हो वहीं लेपटाॅप प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की संख्या में भी बढोतरी लावें इसके लिये विषेष प्रयास करें। उन्होंने भामाषाहों के सहयोग से सभी विद्यालयों में आईसीटी लैब स्थापित करने , मुख्यमंत्री विद्यादान कोष में सभी षिक्षक एवं सरकारी कर्मचारियों को प्रेरित कर एक दिवस का वेतन सहयोग के रुप लेने , जनप्रतिनिधियों का इसमें पूर्ण सहयोग लेने पर जोर दिया ताकि विद्यालय एवं शैक्षणिक विकास में उत्तरोतर विकास किया जा सकें।

उन्होंने यह भी निर्देष दिये कि शारदे बालिका छात्रावास में निर्धारित लक्ष्य के अनुरुप बालिकाओं का नामांकन हो यह सुनिष्चित करें। वहीं कड़े निर्देष दिये कि ब्लाॅक षिक्षाधिकारी अपने स्तर पर शैक्षणिक व्यवस्था के नाम पर किसी भी षिक्षक की प्रतिनियुक्ति नहीं करें यदि अति आवष्यक हो तो जिला कलक्टर की अनुमती से ही षिक्षक को लगाया जायें। उन्होंने पोकरण विधायक शैतानसिंह राठौड़ द्वारा लौंगासर उच्च प्राथमिक विद्यालय को उत्कृष्ठ विद्यालय में लेने के निर्देष दिये। उन्होंने सरकारी नोम्र्स के अनुसार विद्यालयों में षिक्षक लगाने , शाला दर्पण पर गलत सूचना फीड करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देष दिए। उन्होंने बताया कि तीन वर्ष पूर्व जहां 34 प्रतिषत विद्यालयों में षिक्षक थे वहां अब 72 प्रतिषत अध्यापक विद्यालयों में लगवा दिए गये है।

जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी , पोकरण विधायक शैतानसिंह राठौड़ तथा नगर विकास न्यास के अध्यक्ष डाॅ. जितेन्द्रसिंह ने सीमाक्षेत्र के विद्यालयों में प्राथमिकता से षिक्षक लगाने , उत्कृष्ठ विद्यालयों के चयन के लिए उनकी पूरी राय लेने , शाला दर्पण पर गलत सूचना नहीं देने पर जोर दिया। उन्होंने विद्यार्थियों की संख्या के अनुरुप षिक्षक व्यवस्था को लागु करने पर जोर दिया। जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल ने जो बालिका स्कूले बंद हो गई है उन्हें पुनः चालु करने की आवष्यकता जताई।

बैठक में जिला षिक्षाधिकारी माध्यमिक मन्नीराम मीणा एवं प्रारंभिक रामधन जाट ने पाॅवर पाॅइन्ट प्रर्जेन्टषन के माध्यम से जिले की शैक्षणिक गतिविधियों के बारे में प्रस्तुतीकरण किया। बैठक में उपनिदेषक माध्यमिक बंषीधर गुर्जर व प्रारंभिक सुभाष शर्मा भी उपस्थित थे।



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