बाड़मेर रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को समारोहपूर्वक होगी निःशुल्क इलाज की शुरूआत
बाड़मेर, 25 सितंबर। बाड़मेर जिला मुख्यालय पर लाइफ लाइन एक्सप्रेस मंे मंगलवार से विधिवत निःशुल्क इलाज की शुरूआत होगी। इस दौरान मोतियाबिंद,पोलियो, मुख कैंसर, मिर्गी, स्त्री रोग जांच के साथ परिवार नियोजन सेवाएं उपलब्ध रहेगी।
बाड़मेर रेलवे स्टेशन पर आयोजित समारोह के दौरान मंगलवार को प्रातः 10 बजे चिकित्सा विभाग की प्रमुख शासन सचिव वीनू गुप्ता, जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते, बजाज ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष त्रिवेदी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.कमलेश चौधरी, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा.बी.एल.मंसूरिया निःशुल्क चिकित्सा सेवाआंे की विधिवत शुरूआत करेंगे। लाइफ लाइन एक्सप्रेस इम्पैक्ट के उप परियोजना निदेशक डा.याज्ञनिक वाजा ने बताया कि लाइफ लाइन ऐसी पहली ट्रेन है, जिसमें स्थित अस्पताल मंे असाध्य रोगों के आपरेशन किए जाते है। उन्हांेने बताया कि निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 27 से 30 सितंबर तक आंखांे का परीक्षण कर 28 से 03 अक्टूबर तक मोतियाबिंद के आपरेशन किए जाएंगे। इसी तरह 4 एवं 5 अक्टूबर को पोलियो परीक्षण तथा 5 से 7 अक्टूबर को आपरेशन होंगे। कटे-फटे होंठ एवं जलने के बाद संकूचन का परीक्षण 4 एवं 5 अक्टूबर को करने के साथ 5 एवं 6 अक्टूबर को आपरेशन किए जाएंगे। कान के रोगियांे का परीक्षण 8 से 11 अक्टूबर को होगा। इसके बाद 9 से 14 अक्टूबर तक आपरेशन होंगे। इसी तरह 28 सितंबर से 10 अक्टूबर तक स्त्री रोग जांच ब्रेस्ट एवं सरवाइकल कैंसर, मुख कैंसर जांच होगी। इसके बाद 7 एवं 8 अक्टूबर को आपरेशन होंगे। मिर्गी रोगियांे का परीक्षण एवं उपचार 14 एवं 15 अक्टूबर तथा दातांे का उपचार एवं परीक्षण 6 से 12 अक्टूबर तक होगा। परिवार नियोजन कार्यक्रम 7 से 13 अक्टूबर तक चलेगा।
क्या है लाइफ लाइन एक्सप्रेस की विशेषताः इसको 1991 में शुरु किया था और तब से देश के कोने-कोने में पहुंचकर लोगों का इलाज जारी है। इस ट्रेन में ऑपरेशन से लेकर हर प्रकार के इलाज की सुविधाएं हैं। इसलिए इसे हॉस्पीटल ऑन व्हील कहा जाता है। इसमें दो सर्जीकल ऑपरेशन थियेटर है, जिसमें पोलियो से लेकर कटे होठों और मोतियाबिंद जैसे ऑपरेशन किए जाते हैं। ऑपरेशन थियेटर में पांच टेबल हैं, जो आधुनिक मेडिकल उपकरणों से जुड़ी हैं। ट्रेन में दो रिकवरी रूम हैं, जिसमें ऑपरेशन के बाद मरीजों को रखा जाता है। ऑपरेशन थियेटर में इलाज के लिए अल्ट्रा मार्डन माइक्रोस्कोप से लेकर लेबोरेटरी, एक्सरे यूनिट भी है। ट्रेन में डेंटल रूम, ऑप्थेलोलॉजी ट्रीटमेंट से लेकर मेडिकल स्टाफ के लिए रूम बने हुए हैं। उन्हांेने बताया कि इस टेªन में अब तक दस लाख मरीजांे के स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान एक लाख लोगांे के आपरेशन किए जा चुके है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.कमलेश चौधरी ने बताया कि लाइफ लाइन एक्सप्रेस के जरिए अधिकाधिक लोगांे को लाभांवित करने के लिए माकूल इंतजाम किए गए है। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा.बी.एल.मंसूरिया ने बताया कि राजकीय चिकित्सालय मंे अतिरिक्त वार्ड आरक्षित करने के साथ मरीजांे के लिए समुचित सुविधाएं मुहैया कराई गई है। मरीज को अपने साथ आधार कार्ड या अन्य पहचान कार्ड लाना होगा। भर्ती किए गए मरीजांे के साथ एक व्यक्ति के सहयोगी के रूप मंे रहने की अनुमति होगी।
बाड़मेर रेलवे स्टेशन पर आयोजित समारोह के दौरान मंगलवार को प्रातः 10 बजे चिकित्सा विभाग की प्रमुख शासन सचिव वीनू गुप्ता, जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते, बजाज ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष त्रिवेदी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.कमलेश चौधरी, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा.बी.एल.मंसूरिया निःशुल्क चिकित्सा सेवाआंे की विधिवत शुरूआत करेंगे। लाइफ लाइन एक्सप्रेस इम्पैक्ट के उप परियोजना निदेशक डा.याज्ञनिक वाजा ने बताया कि लाइफ लाइन ऐसी पहली ट्रेन है, जिसमें स्थित अस्पताल मंे असाध्य रोगों के आपरेशन किए जाते है। उन्हांेने बताया कि निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 27 से 30 सितंबर तक आंखांे का परीक्षण कर 28 से 03 अक्टूबर तक मोतियाबिंद के आपरेशन किए जाएंगे। इसी तरह 4 एवं 5 अक्टूबर को पोलियो परीक्षण तथा 5 से 7 अक्टूबर को आपरेशन होंगे। कटे-फटे होंठ एवं जलने के बाद संकूचन का परीक्षण 4 एवं 5 अक्टूबर को करने के साथ 5 एवं 6 अक्टूबर को आपरेशन किए जाएंगे। कान के रोगियांे का परीक्षण 8 से 11 अक्टूबर को होगा। इसके बाद 9 से 14 अक्टूबर तक आपरेशन होंगे। इसी तरह 28 सितंबर से 10 अक्टूबर तक स्त्री रोग जांच ब्रेस्ट एवं सरवाइकल कैंसर, मुख कैंसर जांच होगी। इसके बाद 7 एवं 8 अक्टूबर को आपरेशन होंगे। मिर्गी रोगियांे का परीक्षण एवं उपचार 14 एवं 15 अक्टूबर तथा दातांे का उपचार एवं परीक्षण 6 से 12 अक्टूबर तक होगा। परिवार नियोजन कार्यक्रम 7 से 13 अक्टूबर तक चलेगा।
क्या है लाइफ लाइन एक्सप्रेस की विशेषताः इसको 1991 में शुरु किया था और तब से देश के कोने-कोने में पहुंचकर लोगों का इलाज जारी है। इस ट्रेन में ऑपरेशन से लेकर हर प्रकार के इलाज की सुविधाएं हैं। इसलिए इसे हॉस्पीटल ऑन व्हील कहा जाता है। इसमें दो सर्जीकल ऑपरेशन थियेटर है, जिसमें पोलियो से लेकर कटे होठों और मोतियाबिंद जैसे ऑपरेशन किए जाते हैं। ऑपरेशन थियेटर में पांच टेबल हैं, जो आधुनिक मेडिकल उपकरणों से जुड़ी हैं। ट्रेन में दो रिकवरी रूम हैं, जिसमें ऑपरेशन के बाद मरीजों को रखा जाता है। ऑपरेशन थियेटर में इलाज के लिए अल्ट्रा मार्डन माइक्रोस्कोप से लेकर लेबोरेटरी, एक्सरे यूनिट भी है। ट्रेन में डेंटल रूम, ऑप्थेलोलॉजी ट्रीटमेंट से लेकर मेडिकल स्टाफ के लिए रूम बने हुए हैं। उन्हांेने बताया कि इस टेªन में अब तक दस लाख मरीजांे के स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान एक लाख लोगांे के आपरेशन किए जा चुके है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.कमलेश चौधरी ने बताया कि लाइफ लाइन एक्सप्रेस के जरिए अधिकाधिक लोगांे को लाभांवित करने के लिए माकूल इंतजाम किए गए है। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा.बी.एल.मंसूरिया ने बताया कि राजकीय चिकित्सालय मंे अतिरिक्त वार्ड आरक्षित करने के साथ मरीजांे के लिए समुचित सुविधाएं मुहैया कराई गई है। मरीज को अपने साथ आधार कार्ड या अन्य पहचान कार्ड लाना होगा। भर्ती किए गए मरीजांे के साथ एक व्यक्ति के सहयोगी के रूप मंे रहने की अनुमति होगी।
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