अजमेर, बाबा साहेब डाॅ. भीमराव अम्बेडकर प्रतिमा अनावरण समारोह
डाॅ. अम्बेडकर ने शोषण एवं अन्याय के विरूद्ध सदैव आवाज उठायी
- श्री मेघवाल
अजमेर, 10 सितम्बर। केन्द्रीय जल संसाधन एवं नदी विकास राज्य मंत्राी श्री अर्जुन राज मेघवाल ने कहा कि बाबा साहेब डाॅ. भीमराव अम्बेडकर ने हर वर्ग को शोषण एवं अन्याय से बचाने के लिए आवाज उठायी। वे अन्याय के विरूद्ध कभी थके नहीं, झूके नहीं ।
केन्द्रीय जल संसाधन एवं नदी विकास राज्य मंत्राी रविवार को अजमेर के कायड़ में राजस्थान मेघवाल शिक्षा, शोध संस्थान एवं सेवा ट्रस्ट द्वारा आयोजित बाबा साहेब डाॅ. भीमराव अम्बेडकर प्रतिमा अनावरण एवं सामाजिक जागरूकता समारोह में मुख्य अतिथ पद से संबोधित कर रहे थे। समारोह की अध्यक्षता दानदाता श्री नानूराम ने की। उन्होंने कहा कि नदियों को जोड़ने का काम पहली बार बाबा साहेब ने प्रस्तावित किया था उसे अब हम पूरा करने का प्रयास करेंगे।
श्री मेघवाल ने बाबा साहेब के कुछ अनछूए पहलुओं को बताते हुए बताया कि अंग्रेजों के विरूद्ध आवाज उठाने वाले बाबा साहेब ही थे जिन्होंने अंग्रेजों की वित्त व्यवस्था पर सवाल खड़े कर सिस्टम को ठीक करने पर मजबूर किया था, उस कारण उनकी पीएचडी भी रोकी गयी, लेकिन अंत में देनी पड़ी। उन्होंने समाज सेवा का प्रण लेकर हर वर्ग के लिए कार्य किया। जिसमें मजदूरों को कार्य घंटे निर्धारित करने, महिलाओं को प्रसूति अवकाश, न्यूनतम मजदूरी तय करने तथा महिलाओं को मताधिकार दिये जाने के कार्य प्रमुख हैं। उन्होंने धारा 370 का सदैव विरोध किया । इसे हमारी एकता और अखण्डता को खतरा बताते हुए इसके प्रस्तावक नहीं बनें।
प्रारंभ में संस्थान के अध्यक्ष श्री डी.आर. जोधावत ने सभी का स्वागत किया तथा संस्थान द्वारा समाज सेवा के लिए किए जा रहे कार्यो की जानकारी दी।
मूर्ति का अनावरण एवं निर्देशिका का विमोचन
केन्द्रीय जल संसाधन एवं नदी विकास राज्य मंत्राी श्री अर्जुन राम मेघवाल ने समारोह से पूर्व संस्थान कार्यालय को देखा तत्पश्चात बाबा साहेब डाॅ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने इस मौके पर संस्थान की त्रिवार्षिक प्रतिवेदन एवं निर्देशिका तथा गोपाल राज द्वारा लिखित पुस्तिका दलितों के कानूनी अधिकार का विमोचन भी किया।
पांच लाख रूपये की घोषणा
केन्द्रीय जल संसाधन एवं नदी विकास राज्य मंत्राी श्री अर्जुन राम मेघवाल ने इस मौके पर संस्थान को सांसद मद से पांच लाख रूपये देने की घोषणा भी की।
इस मौके पर संसदीय सचिव श्री सुरेश सिंह रावत, कैलाश वर्मा, सीकर की जिला प्रमुख सुश्री अपर्णा रोलण, श्री बद्रीलाल रोलण, डाॅ. अशोक मेघवाल, श्री के.पी. वर्मा, श्री रूपाराम, श्री पूनाराम जोधावत, श्री मोहन लाल जोधावत, श्री मंगलाराम जोधावत, श्री बंशीलाल गहलोत सहित अनेक समाजसेवी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
‘‘महिला सशक्तिकरणः चुनौतियों एवं सम्भावनाएं’’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी
अजमेर, 10 सितम्बर। सशक्त महिला वर्तमान की आवश्यकता व सुखद भविष्य की अनिवार्यता है। आज जितनी आवश्यकता वृक्षारोपण की है उतनी ही आवश्यकता बेटी को बचाने की भी है।
यह विचार डा0 भारती प्रकाश ने बीकानेर के स्वामी केशवानन्द कृषि विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर अध्ययन विभाग की ओर से ‘‘महिला सशक्तिकरणः चुनौतियों एवं सम्भावनाएं’’ विषय पर आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में रखें।
महिला सशक्तिकरण की इस संगोष्ठी के तकनीकी सत्राः में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए उन्होनें कहा की वर्तमान में संविधान के अनुच्छेद 21, जीने का अधिकार की आवश्यकता नारी के लिए सर्वाधिक है क्योंकि मान, सम्मान, प्रतिष्ठता एवं सशक्तिकरण जीवन के अस्त्तिव में आने के बाद हैं। इतिहास का उदाहरण देते हुए उन्होनंे कहा कि उदय सिंह पूर्णत्य सुरक्षित है किन्त दुर्भाग्यवश पन्ना धाय संकट में आ रही है। भ्रुण परीक्षण व उनसे जुडे सामाजिक अपराधों का जिक्र करते हुए डां भारती प्रकाश ने कहा कि राजस्थान इस एक्ट के सफल क्रियान्वन मंे बुलन्दी छू रहा है। क्योंकि आसपास के नजदीकी राज्यों की तुलना में राजस्थान में पूरी दृढ़ता के साथ इस एक्ट की अनुपालना सुनिश्चित की जा रही है। महिला भू्रण की डायरी के एक पन्ने की प्रस्तूति करते हुए उन्होनें बताया कि समय आ गया है उन नन्ही ऊंगलियों को अपनी डायरी पूरी भरने के लिए पूरा अवसर दिया जाए और यह व्यक्ति विषेष,परिवार विशेष,समाज विषेष व सम्पूर्ण राज्य का अनिवार्य एवं प्रथम दायित्व होना चहिए। डाॅ भारती ने अपनी प्रस्तुति में तथ्यों के माध्यम से स्पष्ट किया कि लिंगानुपात का बढता असन्तुलन केवल बायोलोजिकल समस्या नहीं है अपितु यह विभिन्न समाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, राष्ट्रीय एवं अन्राष्ट्रीय समस्याओे का भयानक समूह है,। यदि इसके जाल को अभी नहीं तोडा गया तो यह भविष्य को भयावह ही नहीं बल्कि इसका अन्त भी कर देगा।
इस संगोष्ठी में सम्पूर्ण भारत से विभिन्न क्षेत्रों में महिला सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा, शोध, साहित्य, मीडिया, प्रशासन जैसे क्षेत्रों में प्रभावशाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। अजमेर से सम्राट पृथ्वीराज चैहान महाविद्यालय की प्राणीशास्त्रा विभाग की प्रवक्ता डाॅं0 भारती प्रकाश एवं तिरूपति महाविद्यालय केकडी की प्राचार्य डां राजेश्वरी आचार्य को महिला सशक्तिकरण के क्षेत्रा में योगदान देने हेतु सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्राी स्वच्छता सम्मान दिवस 12 सितम्बर को
अजमेर, 10 सितम्बर। जिला परिषद द्वारा मुख्यमंत्राी स्वच्छता सम्मान दिवस आगामी 12 सितम्बर को प्रातः 10.30 बजे सूचना केन्द्र में आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम में स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिले में उल्लेखनीय कार्य करने वाले स्वच्छताग्रहियों का सम्मान किया जाएगा। यह जानकारी जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अरूण गर्ग ने दी।
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