मंगलवार, 12 सितंबर 2017

बाड़मेर क्रूड चोरी मामला; बाड़मेर की अब तक की सबसे बड़ी चार्जशीट पेश, 37 हजार से अधिक पेज, 700 दस्तावेज



बाड़मेर
क्रूड चोरी मामला; बाड़मेर की अब तक की सबसे बड़ी चार्जशीट पेश, 37 हजार से अधिक पेज, 700 दस्तावेज
 
दो मोबाइल गिफ्ट किए, 10 हजार रुपए देता था गौतम

60 दिन में 32 आरोपियों के खिलाफ एसओजी ने पेश की पहली चार्जशीट, 15 को दूसरी चार्जशीट पेश होगी

फैक्ट्री मालिकों के खातों से लाखों का लेन-देन, रिटर्न फाइल जीरो

खेतसिंह प्याऊ में टैंकर खाली होते, गादान रोड फैक्ट्री से होती थी क्रूड की बिक्री

सरस्वती वेलपेड से लेकर एमपीटी तक हर कार्मिक की प्रति टैंकर की मिलती थी बंधी

बाड़मेर

क्रूडतेल चोरी प्रकरण में एक नागाणा और दो सदर थाने के दर्ज मुकदमों में एसओजी ने सोमवार को कोर्ट में चार्जशीट पेश की है। चार्जशीट में 32 आरोपियों के बयान, गवाह और बरामदगी दस्तावेज सहित कुल 38411 पेज की चार्जशीट तैयार कर पेश की गई। जिसमें 700 पेज दस्तावेज है, जबकि 37 हजार से ज्यादा पेज इंवेस्टिेगेशन रिपोर्ट की सीडी है। पुलिस की ओर से दर्ज करवाए गए सदर थाने के दो और नागाणा के एक समेत कुल तीन प्रकरण में यह चार्जशीट पेश की गई है, जबकि आरजीटी और जालोर में दर्ज प्रकरण में अभी तक चार्जशीट पेश की जानी है। 3/8 ईसी एक्ट में 60 दिन में चार्जशीट पेश किया जाना आवश्यक है। 13 जुलाई को नागाणा थाना पुलिस ने पानी की बिल्टी पर क्रूड तेल से भरे ट्रक को पकड़ा था। प्रोड्यूस वाटर की आड़ में क्रूड तेल चोरी किया जा रहा था। जांच में सामने आया कि प्रोड्यूस वाटर के कागजात बनाकर क्रूड तेल को सरस्वती वेलपेड कोशलू से टैंकर में भर कर बीच रास्ते में अवैध फैक्ट्रियों में सप्लाई करते थे। जहां से क्रूड को जयपुर और अन्य ठेकेदारों को बेच दिया जाता था। अब तक कुल 32 आरोपी गिरफ्तार है। एमपीटी में अनलोड करने वाले कर्मियों, कंपनी का विवरण, इंचार्ज की भूमिका को लेकर जानकारी ली। जुर्म धारा 407, 420, 120बी भादस एवं 3/8 ईसी एक्ट का अपराध प्रमाणित माना है। ज्ञात एवं अज्ञात सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 173 (8) सीआरपीसी में अनुसंधान जारी रखा गया है।

^कोर्ट में एक प्रकरण की चार्जशीट पेश की है। गिरफ्तार 32 आरोपियों के खिलाफ प्रमाणित अपराध और ज्ञात और अज्ञात अपराधियों के खिलाफ पेश की गई चार्जशीट में करीब 38411 पेज है। फिलहाल हम जयपुर के लिए रवाना हो गए है। एडीजी उमेश मिश्रा और एएसपी बजरंगसिंह के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। -नरेंद्र शर्मा,डीएसपी, एसओजी

एसएमसीसी कंपनी का कार्य मनोज चौधरी देखता था। चोरी में नरेंद्र रोड लाइंस और एसएमसीसी एतराज नहीं करें इसलिए प्रत्येक वाहन से महीने के दस हजार रुपए गौतम भूरसिंह कटाता था और भगवानसिंह मनोज चौधरी को देता था। 26 दिसंबर 2016 को गौतम भूरसिंह ने मनोज को दो मोबाइल गिफ्ट किए है। मनोज ने भूरसिंह से 7 लाख रुपए उधार ले रखे थे। क्रूड चोरी में गौतमसिंह के साथ भूरसिंह की सक्रिय रूप से भागीदारी सामने आई है।

बाड़मेर. क्रूड तेल चोरी के आरोपियों को कोर्ट में पेश करती पुलिस।

{अब तक कोई रिटर्न नहीं भरा, खातों में लाखों का टर्नओवर : फ्लाईइंफोटेक एवं भंवरिया एंड ब्रदर्स ने दोनों फर्मों का शून्य रिटर्न दाखिल किया। किसी भी प्रकार की बिक्री नहीं दिखाई। गौतमसिंह के ग्रोस इनकम 753370 रुपए दिखाई गई। दोनों फर्मों के यश बैंक से प्राप्त रिकार्ड के अनुसार 2016-17 में बैंक खातों से लाखों रुपए क्रेडिट, डेबिट किए गए। इसके लिए कम्प्यूटर सीपीयू जब्त किए गए है। बैंकों और वाणिज्य विभाग का रिकार्ड जुटाया गया है। एसओजी ने बिल और कम्प्यूटर सीपीयू को जब्त किया है।

{एमपीटी में सर्वेयर, जीपीएस, सिटीएस, क्यूआरटी टीम की बंधी : एमपीटीपर आईसीएस कंपनी में लगे सर्वेयर प्रमोद महला, श्रीजीत, सतीश े गौतमसिंह की मिलीभगत थी। इस वजह से सर्वेयर टैंकर की ओके रिपोर्ट कर देता था। इसके एवज में 10-15 रुपए मिलते थे। सिटीएस सिस्टम पर लगे कर्मचारी बांकाराम जयप्रकाश अलर्ट आने के बावजूद समय पर मैसेज नहीं भेजते थे। इसके लिए गौतमसिंह बांकाराम को प्रति गाड़ी 1000 रुपए देता था। क्यूआरटी टीम लगा हुआ कुंभाराम लोकेशन गौतमसिंह को समय पर देता था। इसके बदले 7-8 हजार मिलते थे।

{खुद के टैंकरों से करते थे दोनों फैक्ट्रियों के बीच तेल परिवहन :गौतमसिंह राजपुरोहित और भूरसिंह अपनी फैक्ट्री खेतसिंह की प्याऊ से इस क्रूड ऑयल को एकत्र करने के बाद बाड़मेर गादान रोड पर बनी दूसरी फैक्ट्री में क्रूड को इकट्ठा करते थे। इसके लिए खुद के टैंकर काम में लिए। गादान रोड से खरीददार लोगों को फ्लाई इंफोटेक एवं भंवरिया एंड ब्रदर्स के नाम के बिल बनाकर माल बेच देता था। इसके जयपुर में खरीददार रमेश शर्मा, अब्दुल, पाली में राजेंद्र अग्रवाल, बबलू बनारस उर्फ एसपी गुप्ता, खूबीलाल कलकत्ता अन्य थे। गीतमसिंह और भूरसिंह ने नरेंद्र रोड लाइंस में 3 और एसएमसीसी में 2 टैंकर लगा रखे थे। इन टैंकरों से भी क्रूड को चोरी किया जाता था।

{सबसे ज्यादा क्रूड सरस्वती वेलपेड से चोरी हुआ :सबसे ज्यादाक्रूड चोरी सरस्वती वेलपेड से होता था। यहां तेल परिवहन में लगे 44 टैंकर थे, जिसमें लगभग सभी क्रूड चोरी में शामिल थे। सरस्वती वेलपेड से क्रूड ऑयल और प्रोड्यूस वाटर दोनों के टैंकर भरवाए जाते थे। ऐसे में प्रोड्यूस वाटर की आड़ में सबसे ज्यादा क्रूड चोरी होता था। सरस्वती-एक पर कुल 12, सरस्वती-दो पर कुल 7 राग ऑयल पर कुल 25 टैंकर लगे हुए थे। सरस्वती से भरकर मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल एमपीटी नागाणा में खाली होते थे। चालक, हेल्पर, वेलपेड पर काम करने वाले कार्मिक, प्रोडक्शन हेल्पर, डीजल जनरेटर ऑपरेटर मिलकर प्रोड्यूस वाटर के साथ क्रूड ऑयल भरवा देते थे। बीच रास्ते में गौतमसिंह राजपुरोहित की फैक्ट्री में खाली करते थे।

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