सोमवार, 18 सितंबर 2017

28 वर्षीय ग्राफिक डिजाइनर लोकेश बनेगें अपनी आत्मा के डिजाइनर



28 वर्षीय ग्राफिक डिजाइनर लोकेश बनेगें अपनी आत्मा के डिजाइनर
शानदार उपलब्धि हासिल करने वाले लोकेश गोलच्छा 15 नव. को बनेगें जैन मुनि



बाड़मेर, 18 सितम्बर। ग्राफिक डिजाइनर का कोर्स पुरा कर चुके छतीसगढ़ के जगदलपुर निवासी मुमुक्षु लोकेश गोलच्छा सांसारिक चकाचैंख से मोहभंग होने के बाद 15 नवम्बर, बुधवार को चैहटन स्थित श्री लब्धिनिधान पाश्र्वनाथ तीर्थ परिसर में जैन मुनि दीक्षा ग्रहण करेगें।

चन्द्रप्रकाश छाजेड़ बताया कि जहां इस उम्र में युवा वर्ग पापाचार, व्यभिचार व व्यसन में डूबा हुआ वहीं इस युवावस्था में मुमुक्षु लोकेश गोलेच्छा ने इन तमाम भौतिक पदार्थ को परित्याग करने का निर्णय लिया तथा संयम पथ पर अग्रसर होने की स्फुरणा जागृत की। तथा अपने स्वजन-परिजन से दीक्षा की अनुमति प्राप्त कर अपना जीवन आचार्य जिनपीयूषसागर सूरीश्वर महाराज के चरणों में समर्पित कर दिया। मुमुक्षु लोकेश आज से लगभग 6 वर्ष पूर्व आचार्य भगवंत के जगदलपुर चातुर्मास के समय उनकी वैराग्यमय जिनवाणी सुनकर प्रभावित हुआ तथा उसे संसार की असारता का अनुभव हुआ। 3 वर्ष तक गुरू निश्रा में रहकर जैन धर्म के विभिन्न सिद्धान्तों, सूत्रों आदि का अध्ययन किया इस दौरान उसके परिवारजन द्वारा भी परीक्षा ली गई जिसमें खरे उतरने पर, उन्हें 2 सितम्बर को उनके परिवारजन द्वारा दीक्षा की अनुमति प्रदान की गई तथा आचार्य भगवंत से दीक्षा का मुहूर्त प्रदान करने की विनंती की गई। मुमुक्षु एवं परिवारजन की विनंती स्वीकार कर आचार्य भगवंत ने 15 नवम्बर 2017, बुधवार को दीक्षा का शुभ मुहूर्त प्रदान किया।

मुमुक्षु लोकेश का व्यवहारिक जीवन एवं उपलब्धियां- मुमुक्षु लोकेश गोलच्छा ने अपने व्यवहारिक शिक्षा के अन्तर्गत डिप्लोमा इन विज्युल एण्ड ई-मिडिया का सार्टिफिक्टे प्राप्त किया तथा व्यवसायिक क्षेत्र मेे फ्रीलेंस लोगा डिजाइन, वेब डिजाइन और ग्राफिक्स डिजाइन में कार्यरत रहकर फिवरस डाॅट काॅम आॅनलाइन जाॅब में टाॅप रेटेड सेलर रहे। नेशनल के्रडिट काॅर में ‘ए’ लेवल का सार्टिफिकेट प्राप्त किया। नेशनल सर्विस स्कीम, पीपल फाॅर दी ऐथिकल ट्रीटमेंट आॅफ एनिमल(पेटा) संगठन से भी जुड़े रहे।

ज्ञान-ध्यान स्वाध्याय-तप- मुमुक्षु लोकेश गोलव्छा ने गुरू निश्रा में रहकर 15 उपवास, नव उपवास, 8 उपवास आदि की तथा आचार्य श्री के साथ सम्पूर्ण भारत के विभिन्न स्थानों की पदयात्रा की एवं खरी-खोटी(अकबर प्रतिबोधक श्री जिनचन्द्रसूरिजी) पुस्तक का लेखन किया।

दीक्षा समारोह 15 नवम्बर को- मुमुक्षु लोकेश गोलच्छा का दीक्षा समारोह 15 नवम्बर को आचार्य जिनपीयूषसागर सूरीश्वर महाराज एवं मालाणी क्षेत्र में विराजित गुरूभगवतों की निश्रा में 15 नवम्बर को श्री लब्धिनिधान पाश्र्वनाथ तीर्थ, चैहटन में सम्पन्न होगा। इस दीक्षा समारोह में विभिन्न संगीतकार अपनी प्रस्तुतियां देगे एवं देशभर से श्रद्धालुगण शिरकत करेगें।

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