बाड़मेर,हर चुनौती से निपटने मंे सक्षम है बीएसएफ एवं वायुसेना की महिला जवान
-देश की रक्षा तैनात महिला जवान महिला सशक्तिकरण एवं बेटियांे को आगे बढ़ाने की मुहिम मंे जुटी।
बाड़मेर,18 अगस्त। देश की हिफाजत के लिए हर चुनौती से निपटने मंे समक्ष बीएसएफ एवं वायुसेना की महिला जवान इन दिनांे कैमल सफारी के जरिए महिला सशक्तिकरण एवं बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश दे रहे है। इनमंे वायुसेना एवं सीमा सुरक्षा बल की कई अधिकारी भी शामिल है। इनके मुताबिक वे हर स्थिति से निपटने मंे सक्षम है।
वायुसेना की स्कवाड्रन लीडर अयुष्का लोमस एवं सीमा सुरक्षा बल की पहली महिला अधिकारी अस्टिटेंट कमाडेंट सुश्री तनुश्री पारीक के निर्देशन मंे महिला कैमल सफारी सरहदी इलाकांे मंे महिला सशक्तिकरण की बात आमजन तक पहुंचाने मंे जुटी है। विभिन्न सांस्कृतिक आयोजनांे एवं विद्यालयांे मंे पहुंचकर कैमल सफारी दल आमजन को यह समझाने मंे जुटा है कि बेटियां किसी भी रूप मंे कमजोर नहीं है। बल्कि उनको आगे बढ़ने का अवसर तो दो। सीमा सुरक्षा बल की पहली महिला अधिकारी तनुश्री पारीक तो अपने जीवन के अनुभवांे को साझा करते हुए ग्रामीणांे से राजस्थानी भाषा मंे समझाइश करती हुई नजर आती है कि अभिभावक अगर बेटियांे को अध्ययन करने के साथ सक्षम बना देंगे तो भविष्य मंे वे अपने पैरांे पर खड़े होने के साथ किसी पर निर्भर नहीं रहेगी। पारीक ने मिठड़ाउ, केलनोर, समेत विभिन्न स्थानांे पर ग्रामीणांे से कैमल सफारी दल का जिक्र करते हुए कहा कि किस तरह से महिला जवान इस अनूठे अभियान मंे जुटी है। उन्हांेने टीम के सदस्यांे का हवाला देते हुए आगामी बीस दिन तक अपनी बेटियांे का आगे बढने एवं उनके सपनांे को पूरा करने का अवसर देने का अनुरोध किया। कैमल सफारी के इस अभियान मंे बाड़मेर सीमा सुरक्षा बल के उप महानिरीक्षक प्रतुल गौतम, कमांडेट शाम कपूर, आशूतोष शर्मा, डिप्टी कमाडेंट मनोज कुमार, डिप्टी कमांडेंट एन.के.तिवारी समेत विभिन्न अधिकारी सांस्कृतिक गतिविधियांे एवं ग्रामीणांे से साथ हो रहे आदान-प्रदान कार्यक्रमांे मंे शरीक हो रहे है। यह अधिकारी कैमल सफारी दल की हौसला अफजाई भी कर रहे है। कैमल सफारी दल के ग्रामीण इलाकांे मंे पहुंचने पर ग्रामीणांे की ओर से उनका स्वागत किया जा रहा है। यह कैमल सफारी दल विशेषकर ग्रामीण महिलाआंे के लिए भी विशेष आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। यह कैमल सफारी दल आगामी 2 अक्टूबर को वाघा बोर्डर पहुंचेगा। यह पहला मौका है जब देश की हिफाजत मंे तैनात महिला जवान कैमल सफारी के जरिए महिला सशक्तिकरण का संदेश दे रही है।
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