बाड़मेर, राजस्थान रत्नाकर साहित्य और लोकगीत पुरस्कारों के लिए प्रविष्ठियां आमंत्रित
बाड़मेर, 02 जून। दिल्ली में प्रवासी राजस्थानियों की प्रमुख समाजसेवी संस्था राजस्थान रत्नाकर ने साहित्य और लोकगीत आदि क्षेत्रों में प्रदत पुरस्कारों के लिए प्रविष्ठियां आमंत्रित की है।
रत्नाकर के चेयरमेन राजेन्द्र गुप्ता ने बताया कि यह पुरस्कार आगामी 16 जुलाई को नई दिल्ली के शाह ऑडिटोरियम में आयोजित होने वाले संस्था के वार्षिक समारोह में दिए जाएंगे। प्रत्येक पुरस्कार में 25-25 हजार रुपये नगद एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर पात्र व्यक्तियों को सम्मानित किया जाएगा। श्री दीपचंद जैन साहित्य पुरस्कार संस्था के प्रधान रतन पोद्दार ने बताया कि सर्वश्रेष्ठ साहित्य सेवा के लिए एक साहित्यकार को श्री दीपचंद जैन साहित्य पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। श्री ओ.पी.बागला साहित्य पुरस्कार इसी प्रकार सर्वश्रेष्ठ राजस्थानी पुस्तक के लिए एक लेखक को श्री ओ.पी.बागला साहित्य पुरस्कार दिया जाएगा। रूपरामका लोकगीत पुरस्कार इसके अलावा राजस्थानी लोकगीत में सर्वश्रेष्ठ गायक को श्री रूपरामका लोकगीत पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा। ज्यूरी सदस्य करेंगे चयन संस्था के सचिव श्री सतीश गुप्ता ने बताया कि इन पुरस्कारों के लिए गठित ज्यूरी के सदस्य प्राप्त नामांकनों में से सर्वश्रेष्ठ राजस्थानी साहित्यकार, लेखक और गायक का चयन करेंगे। प्रविष्ठियां भेजने की अंतिम तिथि 15 जून उन्होंने बताया कि प्रविष्ठियां भेजने के लिए प्रार्थी अपनी प्रविष्ठियां चार-चार प्रतियों में 15 जून तक राजस्थान रत्नाकर के कार्यालय 30, हाथी खाना, आजाद मार्किट दिल्ली को भिजवा सकते हैं।
जर्जर भवनांे की सूचना भिजवाएं
बाड़मेर, 02 जून। सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता जे.आर.जीनगर ने समत विभागीय अधिकारियांे को पत्र लिखकर सरकारी कार्यालय के भवन को असुरक्षित पाए जाने पर सूचित कराने को कहा है।
सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता जे.आर.जीनगर ने बताया कि अगर कोई भवन असुरक्षित लगे तो आगामी सात दिन के भीतर सूचित करवाएं, ताकि उस भवन का विभाग के सहायक एवं अधीक्षण अभियंता निरीक्षण कर जर्जर भवन को असुरक्षित भवन घोषित किया जा सके। उन्हांेने बताया कि समस्त कार्यालय भवनांे की छत एवं नाल्दांे की साफ सफाई भी करवा ले। इसके अलावा छत पर किसी प्रकार की अनावश्यक सामग्री यथा अनुपयोगी फर्नीचर वगैरह का जमाव नहीं हो। वर्षा के पानी की निकासी के लिए लगाए गए मौखे पूर्णतया साफ हो ताकि बारिश के पानी की निकासी बिना रूकावट के हो सके।
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