जैसलमेर दुर्घटना में मारे गए हेड कॉन्स्टेबल के परिजनों को एक लाख की सहायता
दूर्घटना से हैड कानिस्टेबल की मृत्यु के पश्चात मृतक की बच्ची की शिक्षा हेतु पुलिस विभाग जैसलमेर द्वारा 01 लाख रूपये आर्थिक सहायता प्रदान कर ‘‘बेटी बचाओं, बेटी पढाओं‘‘ स्लोगन को किया साकार
ज्ञात रहे कि पुलिस थाना मोहनगढ में तैनात हैड कानि0 तुलछाराम का अचानक वाहन दूघटना होने पर दिनांक 01.03.2017 को जैर ईलाज अस्पताल में देहानत हो गया। जिस पर पुलिस अधीक्षक द्वारा उक्त हैड कानि. के परिवार के बारे में जानकारी प्राप्त की गई तो पता चला कि उसके एक बच्चा तथा एक बच्ची है। जिस पर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर की पहल पर स्वयं एवं पुलिस विभाग जैसलमेर में तैनात समस्त अधिकारियों/कर्मचारियों के वेतन में से कटौती करवाकर हैड कानि. के परिवार के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करते हुए उनकी पुत्र व पुत्री की परवरिश व पढाई के लिए ‘‘बेटी बचाओं, बेटी पढाओं‘‘ स्लोगन को साकार करते हुए आज दिनांक 01.05.2017 को पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर गौरव यादव द्वारा वेतन की कटौती से एकत्रित 01 लाख रूपये की नकद राशि हैड कानिस्टेबल की पुत्री रविता एवं पत्नी श्रीमति कबुदेवी को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में देकर बच्ची को अच्छी शिक्षा देने की बात कही तथा पुलिस द्वारा हरसम्भव सहायता करने का भरोसा जताया।
दूर्घटना से हैड कानिस्टेबल की मृत्यु के पश्चात मृतक की बच्ची की शिक्षा हेतु पुलिस विभाग जैसलमेर द्वारा 01 लाख रूपये आर्थिक सहायता प्रदान कर ‘‘बेटी बचाओं, बेटी पढाओं‘‘ स्लोगन को किया साकार
ज्ञात रहे कि पुलिस थाना मोहनगढ में तैनात हैड कानि0 तुलछाराम का अचानक वाहन दूघटना होने पर दिनांक 01.03.2017 को जैर ईलाज अस्पताल में देहानत हो गया। जिस पर पुलिस अधीक्षक द्वारा उक्त हैड कानि. के परिवार के बारे में जानकारी प्राप्त की गई तो पता चला कि उसके एक बच्चा तथा एक बच्ची है। जिस पर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर की पहल पर स्वयं एवं पुलिस विभाग जैसलमेर में तैनात समस्त अधिकारियों/कर्मचारियों के वेतन में से कटौती करवाकर हैड कानि. के परिवार के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करते हुए उनकी पुत्र व पुत्री की परवरिश व पढाई के लिए ‘‘बेटी बचाओं, बेटी पढाओं‘‘ स्लोगन को साकार करते हुए आज दिनांक 01.05.2017 को पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर गौरव यादव द्वारा वेतन की कटौती से एकत्रित 01 लाख रूपये की नकद राशि हैड कानिस्टेबल की पुत्री रविता एवं पत्नी श्रीमति कबुदेवी को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में देकर बच्ची को अच्छी शिक्षा देने की बात कही तथा पुलिस द्वारा हरसम्भव सहायता करने का भरोसा जताया।
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