शनिवार, 22 अप्रैल 2017

बाड़मेर, ग्रामीण अब चलाएंगे स्मार्ट फोन, करेंगे ई-मेल एवं डिजिटल पेमेंट

बाड़मेर, ग्रामीण अब चलाएंगे स्मार्ट फोन, करेंगे ई-मेल एवं डिजिटल पेमेंट


प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान की मासिक बैठक आयोजित


बाड़मेर, 22 अप्रैल। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान के तहत ग्रामीणांे को डिजिटल साक्षर बनाया जाएगा। इसके तहत बाड़मेर जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत मंे 250 लोगांे को डिजिटल साक्षर बनाने की कवायद शुरू होगी। इसको लेकर प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान की जिला स्तरीय मासिक बैठक शनिवार को जिला कलक्टर सुधीर शर्मा की अध्यक्षता मंे कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे आयोजित हुई।




इस दौरान जिला कलक्टर सुधीर कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान के तहत 14 से अधिक आयु के स्कूली बालक,बालिकाओं का अधिकाधिक पंजीयन कर उनको प्रशिक्षित करें। उन्हांेने कहा कि प्रशिक्षण का तरीका प्रभावी होने के साथ लाभार्थी चयन में पारदर्शिता भी होनी चाहिए तथा ग्रामीण क्षेत्र विशेष रूप से अनुसूचित जाति, जनजाति, बी.पी.एल., निःशक्तजनों एवं महिलाओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, राशन डीलर को कम्प्यूटर टेबलेट एवं स्मार्ट फोन आदि के द्वारा गहन प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। उन्हांेने कहा कि क्रियान्वयन एजेन्सियां अभियान के मूल उद्देश्यों एवं भावनाओं को ध्यान में रखते हुए इस अभियान को संचालित करें। अभियान के तहत् ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित सैकण्डरी एवं हायर सैकण्डरी स्कूलों में भी प्रशिक्षण कार्यक्रम किये जा सकते है। जहां पर 14 से अधिक आयु वर्ग के बालक,बालिकाओं के साथ ही अन्य ग्रामीण जन भी जो कि स्वेच्छा से डिजिटल साक्षर होना चाहते हैं उन्हे शामिल किया जाकर उन्हें भी प्रशिक्षित करें ताकि डिजिटल इण्डिया का महत्वाकांक्षी अभियान साकार रूप ले सके।




बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मदनलाल नेहरा ने कहा कि अभियान के तहत दिये जाने वाले प्रशिक्षण में अन्य डिजिटल सेवाओं का भी प्रशिक्षण दिया जाए, ताकि प्रशिक्षण बहुउपयोगी साबित हो सके। उन्हांेने विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस महत्वूपर्ण योजना को सफल बनाने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में पूरा प्रयास कर आमजन को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य प्राप्त करें। इस दौरान सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के उप निदेशक देवेन्द्र माथुर ने प्रधानमंत्री गामीण डिजिटल साक्षरता अभियान की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि इसके तहत देश मंे 6 करोड़ लोगांे को डिजिटल साक्षर बनाया जाना है। उन्हांेने कहा कि इन लोगांे को इस प्रकार प्रशिक्षित किया जाएगा, कि वे कम्प्यूटर, टैबलेट, स्मार्ट फोन का उपयोग तेजी से कर पाएंगे। साथ ही ई-मेल, इंटरनेट का उपयोग करना, सरकारी ऑनलाइन सेवाओं का उपयोग, महत्वपूर्ण जानकारियों को इंटरनेट के माध्यम से खोजना, डिजिटल पेमेंट सीख सके और इसका ज्यादा से ज्यादा उपयोग कर सके। उन्हांेने कहा कि इस योजना में ऐसे लोगों को लाभान्वित करने पर प्राथमिकता दी जाएगी, जो डिजिटल साक्षर नहीं है, जिनके पास स्मार्ट फोन नहीं है। साथ ही उम्र 14 से 60 के साल के बीच है, जो अंत्योदय परिवार या कॉलेज से ड्रापआउट, प्रौढ़ साक्षरता मिशन के सदस्य, कक्षा नवमी से 12 वीं के बीच के ऐसे स्कूली बच्चे जो डिजिटल साक्षर नहीं है और न ही उनके स्कूलों में कम्प्यूटर की सुविधा उपलब्ध है। प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान के जिला प्रबंधक एवं सदस्य सचिव चैनाराम चौधरी ने कहा कि जिले के हर ग्राम पंचायत पर सीएससी,ई मित्रा के माध्यम से प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित कर आमजन को प्रशिक्षण करने का लक्ष्य हासिल करेगें। जिसमें सभी विभाग एवं कमेटी सदस्यों का सहयोग अपेक्षित रहेगा। चौधरी ने कहा कि इसके तहत संबंधित व्यक्ति को 10 घंटे का प्रशिक्षण दिया जाना है। यह प्रशिक्षण कम से कम 10 दिन एवं अधिकतम 30 दिन मंे दिया जा सकता है। इसके उपरांत इनको प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। उन्हांेने प्रस्तावित कार्य योजना के बारे मंे जानकारी दी। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने विकास अधिकारियांे को इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करवाने के निर्देश दिए। उन्हांेने कहा कि ग्रामीणांे को इसका लाभ लेने के लिए प्रेरित किया जाए। उन्हांेने कहा कि प्रत्येक घर मंे एक व्यक्ति को आवश्यक रूप से डिजिटल साक्षर किया जाए।

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