बाड़मेर बाल विवाहों की रोकथाम के लिए विशेष चौकसी बरतने के निर्देश
बाड़मेर, 26 अप्रैल। जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट सुधीर शर्मा ने अक्षय तृतीया एवं पीपल पूर्णिमा के अवसर पर होने वाले बाल विवाहांे की रोकथाम के लिऐ उपखंड अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों, विकास अधिकारियों एवं संबंधित विभागीय अधिकारियांे को विशेष चौकसी बरतने के निर्देश दिए है।
जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने निर्देशित किया कि विगत वर्षाें की भांति इस बार भी जिले में 28 अप्रेल को अक्षय तृतीया एवं 10 मई को पीपल पूर्णिमा के अवसर पर बाल विवाह होने की प्रबल संभावनायें रहेगी। इसलिए समस्त उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार, विकास अधिकारी तथा पुलिस अधिकारी आदि अपने-अपने इलाकांे में विशेष चौकसी बरतने के साथ ही अपने अधीनस्थ कार्मिकों, विभिन्न सहायता समूहों, महिला समूहांे, स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता, आंगनवाडी कार्यकर्त्ता साथिन एवं सहयोगिनी, कोर ग्रुप, एनजीओ, पटवारी, नोडल विधालयों के प्रधानाध्यापक, एएनएम एवं अध्यापक आदि को क्षेत्रा में सक्रिय करते हुए सूचना तंत्र को मजबूत रखते हुए पूर्ण रूप से निगरानी रखे तथा कही पर भी बाल विवाह की जानकारी हो तो उसकी सूचना उच्च अधिकारियों को तत्काल दें। उन्होनें बाल विवाह पर प्रभावी रोकथाम स्कूली बच्चों के माध्यम से विद्यालयों की प्रार्थना सभाओं में बच्चों को बाल विवाह के नुकसानों की जानकारी देने तथा जबरन बाल विवाह की सूरत में सम्बन्धित बच्चों को संरक्षण के उपायों की जानकारी देने के निर्देश दिए है। उन्होंने जिले में बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के अन्तर्गत नियुक्त बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारियों को पाबन्द किया कि वे अपने कर्त्तव्यों की पुख्ता जानकारी रखें तथा अपनी शक्तियों के प्रयोग करते हुए किसी प्रकार की कौताही नहीं बरतें।
अधिकाधिक ग्रामीणांे को पटटा अभियान से लाभांवित करेंःशर्मा
-राज्य सरकार की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाआंे से आमजन को रूबरू कराया।
बाड़मेर, 26 अप्रैल। राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले अधिकाधिक पात्र परिवारांे को पटटा अभियान के दौरान पटटे जारी किए जाए। जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने मंगलवार को गूंगा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आयोजित रात्रि चौपाल के दौरान यह बात कही।
जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने कहा कि जिन परिवारों के पास स्वयं के भू-खण्ड हैं, उन्हें पट्टे दिए जाएं तथा जिन परिवारों के पास भू-खण्ड नहीं हैं, उन्हें राज रकबे से नियमानुसार भूखण्ड आवंटित किए जाएं, जिससे उन्हें आवासीय योजना का लाभ मिल सकें। उन्होंने ग्रामीणों से खाद्य सुरक्षा योजना के गेहूं के लिए अपात्र लोगों के नाम सूची से हटाने मंे सहयोग की अपील की। ताकि गरीब, जरूरतमंद एवं पात्र लोगों को इस योजना का लाभ दें। जिला कलक्टर शर्मा ने ग्रामीणांे से प्रत्येक घर मंे शौचालय निर्माण करवाकर स्वच्छ भारत मिशन मंे सहयोग करने का आहवान किया। जिला कलक्टर शर्मा ने कहा कि शौचालय निर्माण करवाने के साथ उसका उपयोग सुनिश्चित किया जाए। उन्हांेने कहा कि आगामी दिनांे मंे अक्षय तृतीया एवं पीपल पूर्णिमा के अवसर पर बाल विवाह नहीं हो, इसके लिए ग्रामीण संबंधित परिवारांे से समझाइश करें। उन्हांेने कहा कि अगर इसके उपरांत भी बाल विवाह नहीं रूकता है तो ततकाल निरयंत्रण को सूचना दी। उन्हांेने राजश्री बीमा योजना एवं भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के बारे मंे जानकारी दी। इस दौरान ग्रामीणांे को जागरूक होकर जन कल्याणकारी योजनाआंे से लाभांवित होने की बात कही। रात्रि चौपाल के दौरान उपखंड अधिकारी चन्द्रभानसिंह भाटी, विकास अधिकारी चांगदेव सोपान कामठे, तहसीलदार हीरदान चारण, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता नेमाराम परिहार, डिस्काम के अधिशाषी अभियंता भेराराम चौधरी समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। रात्रि चौपाल के दौरान ग्रामीणांे की कई समस्याआंे का मौके पर समाधान किया गया। वहीं कई मामलांे मंे संबंधित अधिकारियांे को आवश्यक कार्रवाई कर परिवादियांे को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए गए।
सड़क सुरक्षा को अपनाएं,अनमोल जीवन बचाएंःद्विवेदी
बाडमेर, 26 अप्रेल। जीवन अनमोल है, यह सिर्फ एक बार ही मिलता है उसे जरा सी लापरवाही के कारण नहीं गंवाए। सड़क हादसांे को रोकने के लिए सदैव सुरक्षा नियमांे की पालना करें। कार्यक्रम अधिकारी मुकेष द्विवेदी ने राजस्थान सड़क आधुनिकीकरण परियोजना के तहत सार्वजनिक निर्माण विभाग एवं महिला मंडल बाड़मेर आगोर की ओर से चलाए जा रहे सड़क सुरक्षा, षिक्षा एवं जन जागृति अभियान के तहत भादरेस, सरणू पनजी, सरणू चिमनजी, आटी, रामसर का कुंआ ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम के दौरान यह बात कही।
इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी मुकेष द्विवेदी ने कहा कि दो पहिया वाहन पर हेलमेट एवं चार पहिया वाहन पर सीट बेल्ट का आवष्यक रूप से इस्तेमाल करें। इससे अगर केाई हादसा होता है तो भी शारीरिक क्षति कम होती है। उन्हांेने कहा कि हम मोबाइल की सुरक्षा का इतना ध्यान रखते है तो क्या अपने स्वयं सुरक्षा के लिए सुरक्षा नियमों एवं संकेतों का पालन नहीं कर सकते। इस दौरान पी.एम.सी. के कार्यक्रम प्रतिनिधि संतोष कुमार ने कहा कि जागरूकता कार्यक्रम पूरे राजस्थान में चलाया जा रहा है। ग्राम पंचायत मुख्यालयांे पर एक दिवसीय कार्यक्रम के जरिए ग्रामीणांे को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि सड़क हादसांे मंे कमी लाई जा सके। सहायक अभियंता एम.डी.वैष्णव ने कहा कि जोधपुर संभाग के लिए महिला मण्डल बाड़मेर आगोर को यह जागरूकता कार्यक्रम मिला है, जिसमें हमारा सार्वजनिक निर्माण विभाग सहयोगी के रूप मंे कार्य कर रहा है। उन्हांेने जागरूकता कार्यक्रम के लिए विभाग की ओर से हरसंभव मदद करने का भरोसा दिलाया। इस अभियान में विभिन्न प्रकार की ज्ञानवर्धक फिल्म, नुक्कड नाटक, प्रदर्षनी एवं प्रजेन्टेषन के जरिए सड़क सुरक्षा का संदेष दिया जा रहा है। महिला मण्डल बाड़मेर आगोर की ओर से प्रतिदिन छः टीमों द्वारा ग्राम पंचायतों में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। अभियान के तहत विभिन्न ग्राम पंचायतांे मंे करीब 483 से ज्यादा संभागीयों ने प्रषिक्षण लिया। इस दौरान प्रत्येक पंचायत से 10 स्वंय सेवकों का चयन किया गया, जो कि इस अभियान को नियमित रूप से आगे बढ़ाने का कार्य करेंगें।
जागरूकता कार्यक्रम के दौरान स्वंय सेवकांे एवं ग्रामीणों को दुर्घटना पश्चात दिये जाने वाले प्राथमिक उपचार एवं ट्रोमा मैनेजमेन्ट की पूर्ण जानकारी दी गई। साथ ही ग्रामीणांे से अनुरोध किया गया कि वे भविष्य मंे सहयोग करते हुए सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने मंे सहयोग देंगे। इस अवसर पर ग्राम पंचायत सरपंच डुंगराराम एवं कनिष्ठ लिपिक प्रागाराम और ग्रामीणांे तथा महिला मण्डल बाड़मेर की टीम सदस्यांे ने सड़क सुरक्षा व्यवस्था एवं जीवन रक्षा की शपथ ली। यह जागरूकता कार्यक्रम टीम लीडर निर्मला व्यास, मनदीप, ईषराराम, फहीम खां, जगाराम एवं दषरथ सिंह जाट के नेतृत्व में चलाया जा रहा है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें