19 साल में पहली बार PAK में होने जा रही जनगणना, 2 लाख सैनिक करेंगे मदद
इस्लामाबाद. पाकिस्तान में 19 साल में पहली बार जनगणना होने जा रही है। यह बुधवार से शुरू होगी। इस काम में पाक अार्मी के 2 लाख से ज्यादा सैनिक मदद करेंगे। यह पाकिस्तान की छठी जनगणना होगी, जिसे दो फेज में अंजाम दिया जाएगा। इसे पूरा करने के लिए 25 मई तक का वक्त तय किया गया है। बता दें कि पाक में इससे पहले 1998 में जनगणना हुई थी। उस दौरान कुल आबादी करीब 18 करोड़ दर्ज की गई थी। घरों और उनमें रहने वालों की जानकारी जुटाई जाएगी...
- न्यूज एजेंसी के मुताबिक आर्मी स्पोक्सपर्सन मेजर जनरल आसिफ गफूर और मिनिस्टर ऑफ स्टेट फॉर इन्फॉर्मेशन मरियम औरंगजेब ने एक ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में जनगणना की तैयारी की जानकारी दी।
- मेजर जनरल गफूर ने कहा, "हर सैनिक एक एन्युमरेटर (गणनाकार) के साथ घर-घर जाकर जानकारी इकट्ठा करेगा। इस दौरान वे घरों और वहां रहने वालों की संख्या हासिल करेंगे। सैनिक एन्युमरेटर को सिक्युरिटी देने के साथ ही जुटाए गए डाटा के वेरिफिकेशन में भी उसकी मदद करेगा।'
- मरियम औरंगजेब ने बताया, "आबादी और घरों की इस जनणगना के लिए एडमिनिस्ट्रेटिव और सिक्युरिटी अरेंजमेंट्स पूरे कर लिए गए हैं।"
1 लाख सिविलियन स्टाफ करेगा काम
- मरियम औरंगजेब ने बताया, "जनगणना में 1,18,918 सिविलियन स्टाफ हिस्सा लेगा। ये सभी गवर्नमेंट इम्प्लॉई हैं जिन्हें इस काम की ट्रेनिंग दी गई है। पहला फेज 15 मार्च से शुरू होगा और 15 अप्रैल को खत्म होगा। 10 दिन के गैप के बाद सेकंड फेज 25 अप्रैल से शुरू होकर 25 मई को खत्म होगा। जनगणना पर 18.5 अरब रुपए खर्च होंगे।"
गलत जानकारी देने वालों को 6 महीने की जेल
- मरियम औरंगजेब ने कहा, "जनगणना से फंड के सही अलोकेशन और अन्य रिर्सोसेज को सही जगह पहुंचाने में मदद मिलेगी। गलत जानकारी देने वाले को 6 महीने की जेल की सजा भुगतनी पड़ेगी और उसे 50 हजार रुपए जुर्माना भी देना पड़ेगा।'
- नवंबर 2016 में भारत के साथ संबंधों में तनाव के चलते पाकिस्तान सरकार को जनगणना का काम टालना पड़ा था।
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