अलवर सहकारी बैंक के मैनेजर, कैशियर व दो क्लर्क गिरफ्तार, मास्टरमाइंड के कहने पर किया था फर्जीवाड़ा
चारों की मिलीभगत से ही जेल गए आरोपित जोशी ने 92 फर्जी बैंक खाते खुलने के साथ ही उन बैंक खातों पर 8.28 करोड़ का लोन भी उठाया था। आरोपितों से पूछताछ जारी है। कई ऐसे दस्तावेज मिले हैं, जिनमें सभी की भूमिका जोशी की मदद करने की है।
बिना सत्यापन दिया लोन
एसओजी ने नोटिस देकर बैंक मैनेजर आनंद शर्मा सहित सात बैंक कर्मचारियों को अलवर से पूछताछ के लिए मुख्यालय बुलाया था। मंगलवार सुबह सभी कर्मचारी आ गए। इसके बाद एसओजी अधिकारियों ने आरोपितों से एक-एक करके दस्तोवज के आधार पर पूछताछ की। सभी का बस एक ही जबाव था कि उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया। इस पर एसओजी अधिकारियों ने कहा कि उनकी देखरेख में ही फर्जी बैंक खाता खोले गए। फिर उन बैंक खातों पर लोन पास किया गया। बिना सत्यापन के फिर कैसे लोन का भुगतान किया गया।
अभी और होनी हैं गिरफ्तारियां
एसओजी अभी इस गबन कांड में अन्य बैंककर्मी और दूसरे लोगों की गिरफ्तारी की तैयारियों में लगी है। बैंक, सहकारिता विभाग और मुम्बई से मिले दस्तावेजों की भी छानबीन जारी है।
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