बुधवार, 18 जनवरी 2017

आनंदपाल की 50 करोड़ की बेनामी जमीन पर सरकारी कब्जा



आनंदपाल की 50 करोड़ की बेनामी जमीन पर सरकारी कब्जा
कार्रवाई में अवरोध पैदा करने पर भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष सहित दो गिरफ्तार
लाडनूं

पुलिसने डीडवाना तिराहे से कुछ ही दूरी पर एवं डिस्कॉम ग्रामीण एईएन कार्यालय के पीछे की तरफ स्थित गैंगस्टर आनंदपाल की करीब 50 करोड़ बाजार मूल्य की 27 बीघा 15 बिस्वा भूमि को पुलिस बल के साथ कब्जे में लिया। तीन खसराओं की इस जमीन को सीतादेवी निवासी सांवराद ने तहसीलदार के समक्ष उपस्थित होकर समर्पित की थी। इस भूमि के दो भागों खसरा नंबर 1587 की 4 बीघा 17 बिस्वा एवं खसरा नं. 1587/1 की 4 बीघा 17 बिस्वा भूमि के लिए तहसीलदार ने गत 5 अगस्त को ही आदेश जारी कर कुल भूमि 9 बीघा 13 बिस्वा को राज हक में समर्पण स्वीकार किया था। दोनों खसराओं के साथ समर्पणकर्ता सीतादेवी पत्नी धर्मेंद्र निवासी सांवराद ने खसरा नं. 1548 की 18 बीघा 2 बिस्वा भूमि को भी राजस्थान काश्तकारी अधिनियम की धारा 55 के तहत समर्पित किया था, लेकिन इस भूमि का विवाद संभागीय आयुक्त की अदालत में होने से उसे समर्पण के लिए उस समय स्वीकार नहीं किया था। संभागीय आयुक्त द्वारा मुकदमे भंवरी देवी बनाम लिखमाराम का निर्णय गत 29 दिसंबर को किया जा चुका था। सीतादेवी की ओर से फिर 13 जनवरी को तहसीलदार के समक्ष उपस्थित होकर शेष खसरा नं. 1548 की 18 बीघा 2 बिस्वा भूमि को समर्पण का आवेदन पेश किया। 16 जनवरी को तहसीलदार ने आदेश जारी करके राज हक में समर्पण स्वीकार किया। भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष लोकेंद्र सिंह नरूका एवं उसके पिता कालुसिंह ने कार्रवाई पर ऐतराज जताया लेकिन वे इस बारे में कोई सबूत दिखाने के बजाए केवल कब्जा नहीं करने देने पर अड़े रहे। तब दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

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