मंगलवार, 15 नवंबर 2016

जैसलमेर मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के संबंध में जनप्रतिनिधियों एवं जिला स्तरीय अधिकारियों की हुई कार्यषाला



जैसलमेर मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के संबंध में जनप्रतिनिधियों एवं जिला स्तरीय अधिकारियों की हुई कार्यषाला
अभियान के द्वितीय चरण में वर्षाती जल संग्रहण के कार्यो पर विषेष ध्यान दें-विधायक भाटी

जैसलमेर ,15 नवंबर। मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के प्रथम चरण में वर्षाती जल संग्रहण के संबंध में हुए कार्यों एवं अभियान के द्वितीय चरण की सफलता के संबंध में मंगलवार को अटल सेवा केन्द्र जिला परिषद में जनप्रतिनिधियों एवं जिला स्तरीय अधिकारियों की कार्यषाला आयोजित हुई जिसमें प्रथम चरण की सफलता पर विस्तार से समीक्षा एवं सुझावों का आदान-प्रदान हुआ। जैसलमेर विधायक श्री छोटूसिंह भाटी के मुख्य आतिथ्य में आयोजित हुई इस कार्यषाला की अध्यक्षता जिला प्रमुख श्रीमती अंजला मेघवाल ने की एवं जिला कलक्टर मातादीन शर्मा विषिष्ठ अतिथि के रूप मंे उपस्थित थें। कार्यषाला में प्रथम चरण में चयनित ग्राम पंचायतों के सरपंच एवं द्वितीय चरण में चयनित ग्राम पंचायतों के सरपंच भी उपस्थित थे।

जैसलमेर विधायक भाटी ने कहा कि जैसलमेर जिलें में मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान का प्रथम चरण सफलता पूर्वक रहा है। उन्होंनंे कहा कि प्रथम चरण में वर्षाती जल संरक्षण के इस अनूठे अभियान में जल संरक्षण के अच्छे कार्यों का निर्माण हुआ है जिससे वर्षात का जल संग्रहित हुआ है। उन्होंनें कहा कि हमें प्रथम चरण से भी अच्छे जल संरक्षण के कार्य कर मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के द्वितीय चरण में और अधिक सफलता हासिल करनी है वहीं आमजन की भागीदारी भी सुनिष्चित करनी है। उन्होंनें द्वितीय चरण में टांकों के साथ ही खडिन, नाडी, तालाब इत्यादि कार्यो को बहुतायत मात्रा में लेंनें पर विषेष जोर दिया एवं सभी कार्यो को अच्छी गुणवता के साथ कराने की सीख दी। उन्होंनें पानी के आगोर क्षेत्र को अच्छी तरह से विकसित करने पर बल दिया।

उन्होंनें कहा कि प्रथम चरण में जो कमियां रहीं है उसकांे हमें द्वितीय चरण में दूर करनी है एवं वर्षाती जल संग्रहण के ठोस कार्यो को करवाकर पूरे जिले को पानी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है। उन्होंनें अभियान से जुडंे अभियंताओं एवं सरपंचांे से कहा कि वें धरातल पर कार्य को पूर्ण तकनीकी के साथ करावें ताकि हम अधिक से अधिक वर्षात के जल को संग्रहित कर सकें। उन्होंनें द्वितीय चरण में अभियान के तहत ग्राम सभा द्वारा प्र्रस्तावित कार्यों को ही स्वीकृत करने पर बल दिया एवं कहा कि इसमें किसी प्रकार से विभाग स्तर से परिवर्तित नहीं करें।

जिला प्रमुख श्रीमती अंजला मेघवाल ने कहा कि इस अभियान के तहत प्रथम चरण में जल संरक्षण के जो कार्य हुए है उन पंचायतों के लोगांे को पीने के पानी के साथ ही पशुधन के पानी के लिए भी काफी राहत मिली है। उन्होंनें कहा कि योजना के उद्देष्य की सार्थकता तभी होगी जब हम अच्छी तकनीकी के साथ पानी के आगोर को विकसित करते हुए जल संग्रहण के कार्य को संपादित करेंगें। उन्होंनें कहा कि द्वितीय चरण में ग्राम पंचायतों को कार्यकारी एजेन्सी के रूप मंे कार्य करने की स्वीकृति प्रदान करने की आवष्यकता जताई। उन्होंनंे प्रथम चरण मंे हुए अच्छे कार्यो के फोटोग्राफ एवं विषेष उपलिब्ध सहित पावरपाॅइन्ट प्रजेन्टेषन तैयार कर पंचायत समितिवार वर्कषाॅप आयोजित करानें की आवष्यकता जताई।

जिला कलक्टर मातादीन शर्मा ने कहा कि इस कार्यषाला का मुख्य उद्देष्य मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन के अभियान में प्रथम चरण मंे हुए कार्यो की सरपंचों के साथ विकास कार्याे की चर्चा का आदान-प्रदान कर द्वितीय चरण के सरपंचों को उसकी जानकारी प्रदान करना एवं जनप्रतिनिधि एवं जिला अधिकारी सामुहिक रूप से चर्चा कर द्वितीय चरण को और अधिक सफल बनाना है। उन्होंनें कहा कि अभियान के द्वितीय चरण की डीपीआर तैयार कर ली गई है एवं कार्यो योजना को अन्तिम रूप प्रदान कर दिया है।उन्होंनें जन प्रतिनिधियों एवं सरपंचों सें आग्रह किया कि वे जल महत्व के इस द्वितीय चरण में भी अपनी सहभागिता दर्ज करवाते हुए प्रथम चरण की तुलना में अधिक उपलिब्ध अर्जित करावें ताकि हम जल के क्षेत्र में आत्म निर्भरता की और बढ सकें। उन्हांेनें अभियान में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से स्वयं जुडकर अभियान को सफल बनाने की सीख दीं।

कार्यषाला के दौरान अभियान में प्रथम चरण में चयनित ग्राम पंचायत रूपसी के सरपंच आम्बसिंह भाटी, दांतल सरपंच श्रीमती गुड्डी कंवर, फतेहगढ सरपंच सवाईलाल सैन ने इस अभियान के तहत जल सरंक्षण के करवाये गए कार्यो पर विस्तार से प्रकाष डाला एवं बताया कि इस बार कम वर्षात होने के बावजूद भी तालाब, नाडियों के साथ ही टांकों में वर्षाती जल का संग्रहण हुआ है जिससे ग्रामीणों को पानी के मामलें में राहत मिली है। उन्होंनें इस अभियान से जुडें अपने अनुभव को द्वितीय चरण की चयनित ग्राम पंचायतों के सरपंचों के साथ साझा करते हुए कहा कि वे कार्यो की गुणवता पर विषेष ध्यान दें।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायणसिंह चारण ने संभागियों का आभार व्यक्त किया वहीं अधीक्षण अभियंता वाटरषेड एवं परियोजना प्रबंधक मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान गंगासिंह राठौड ने कार्यषाला के उद्देष्य पर प्रकाष डाला पावरपाइन्ट प्रजेन्टेषन के माध्यम से प्रथम चरण की गतिविधियों एवं विकास कार्यो की जानकारी प्रदान की। उन्होंनंे बताया कि द्वितीय चरण के लिए तैयारियां कर ली गई है एवं इसकी शुरूआत 10 दिसंबर से होगी। कार्यषाला में सरपंच तनेरावसिंह, श्रीमती हनीफा, श्रीमती निम्बू, राजूराम के साथ ही वाटरषेड कमेटी के सदस्य देवीसिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यषाला में विकास अधिकारी जैसलमेर समिति धनदान देथा, सम सुखराम विष्नोई के साथ ही अभियान से जुडे अधिकारियों नें भी अपने विचार व्यक्त किए।

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