जैसलमेर, विद्यालय भवनों की होगी जीपीएस मैपिंग
शिक्षकों के प्रशिक्षण अब उच्च शिक्षा की तर्ज पर पदोन्नति से जोड़कर होंगे क्रियान्वित
- आदर्श विद्यालय के प्रधानाचार्य को मॉडल प्रधानाचार्य बनाकर पंचायत समिति स्तर के विद्यालयों की प्रभावी मोनिटरिंग करवाई जाएगी -
जैसलमेर, 8 नवम्बर। सर्व शिक्षा तथा माध्यमिक शिक्षा अभियान परियोजनाओं के अंतर्गत सरकारी विद्यालयों के भवनों की स्थिति का सही-सही आकलन किए जाने के लिए उनकी जीपीएस मैपिंग करवाई जाएगी। इसके साथ ही कुछ चुनिंदा विद्यालयों में पायलट परियोजना के तहत कक्षाओं में कम्प्यूटर शिक्षण के लिए टेबलेट्स की व्यवस्था भी की जाएगी। शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी के अनुसार विद्यालयों में अब वर्ष में एक महीना ऐसा होगा जिसे विद्यालय शिक्षा गुणवत्ता माह के रूप में क्रियान्वित किया जाएगा। इस माह के दौरान विद्यालयों में अध्ययन-अध्यापन के साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता के लिए हो रहे प्रयासों का आकलन कर भविष्य की दिशा निर्धारित की जाएगी।
शिक्षकों के प्रशिक्षण पदोन्नति से जोड़कर होंगे क्रियान्वित
विद्यालयों के शिक्षकों को अब अनिवार्य रूप से प्रशिक्षण गतिविधियों में भाग लेना होगा। विद्यालयों के शिक्षकों के प्रशिक्षण को भी अब उच्च शिक्षा की तर्ज पर उनकी पदोन्नति से जोड़कर क्रियान्वित किया जाएगा। शिक्षक प्रशिक्षण को उनके एप्रेजल से लिंक करने के साथ ही यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उन्हें मिलने वाले प्रशिक्षण का व्यावहारिक लाभ विद्यार्थियों को मिले। विद्यालय शिक्षा के अंतर्गत प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों से जुड़े अधिकारियों से सीधे संवाद के साथ ही शैक्षिक गुणवत्ता कार्यक्रमों को भी प्रभावी रूप में क्रियान्वित किया जाएगा।
मॉडल प्रधानाचार्य करेंगे प्रभावी मोनिटरिंग
आदर्श विद्यालय के प्रधानाचार्य को मॉडल प्रधानाचार्य बनाकर पंचायत समिति स्तर के विद्यालयों की प्रभावी मोनिटरिंग करवाई जाएगी। शाला दर्पण पोर्टल में शिक्षकों के साथ-साथ लिपिकीय संवर्ग का विवरण भी डाला जाएगा। इससे विद्यालयों में शिक्षकों की सही-सही स्थिति के साथ ही वहां कार्यरत लिपिकीय संवर्ग के बारे में भी जानकारी उपलब्ध हो सकेगी।
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