मंगलवार, 8 नवंबर 2016

श्री पुष्कर पशु मेला 2016 मेला क्षेत्रा में पशु पालकों को मिल रही है निःशुल्क पशु चिकित्सा 24 घण्टे उपलब्ध है पशु चिकित्सा सुविधा



प्रभारी मंत्राी की समीक्षा बैठक स्थगित

अजमेर, 8 नवम्बर। प्रभारी मंत्राी श्री हेम सिंह भडाना की अध्यक्षता में गुरूवार 10 नवम्बर को आयोजित होने वाली समीक्षा बैठक स्थगित की गई है। अतिरिक्त जिला कलक्टर किशोर कुमार ने बताया कि जिले के विकास कार्यों की समीक्षा के लिए बैठक की आगामी तिथि बाद में घोषित की जाएगी।




मिशन स्कूल के गल्र्स हाॅस्टल का किया चिकित्सा विभाग के दल ने दौरा

अजमेर, 8 नवम्बर। चिकित्सा विभाग के दल ने मंगलवार को मिशन स्कूल के गल्र्स हाॅस्टल का दौरा कर व्यवस्थाओं की समीक्षा की।

उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. लाल थदानी ने बताया कि अजमेर स्थित मिशन स्कूल के गल्र्स हाॅस्टल की साफ.-सफाई एवं स्वच्छता के बारे में समीक्षा के लिए चिकित्सा विभाग के दल द्वारा किया गया। दल ने हाॅस्टल की समस्त ईमारत का निरीक्षण किया। कमरों तथा परिसर की साफ सफाई के बारे में समीक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता की जांच भी की गई। डाॅ. थदानी ने हाॅस्टल के आसपास के क्षेत्रा में फोगिंग करने के लिए भी निर्देश प्रदान किए।




श्री पुष्कर पशु मेला 2016

मेला क्षेत्रा में पशु पालकों को मिल रही है निःशुल्क पशु चिकित्सा

24 घण्टे उपलब्ध है पशु चिकित्सा सुविधा


अजमेर, 8 नवम्बर। अन्र्राष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले में पशु पालकों को पर्याप्त सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए पशु पालन विभाग द्वारा 24 घण्टे निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवायी जा रही है।

पशु पालन विभाग के उप निदेशक एवं पुष्कर मेला अधिकारी डाॅ. श्याम सुन्दर चन्दावत ने बताया कि पुष्कर मेले में पशु पालकों एवं व्यापारियों के पशुओं की चिकित्सा के लिए विभाग द्वारा मेला मैदान के सामने स्थित पशु चिकित्सालय तथा दडा स्थित पशु चिकित्सालय एवं एक मोबाइल यूनिट के माध्यम से चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवायी गई है। इससे पशु पालक मेला अवधि के दौरान 24 घण्टे पशुओं का निःशुल्क उपचार करवा सकेंगे। विभाग द्वारा अब तक 613 पशुओं का निःशुल्क उपचार किया गया है।


12 नवम्बर को आयोजित होने वाले पं. दीनदयाल उपाध्याय पंचायत शिविर स्थगित

अब 24 मार्च 2017 को होंगे आयोजित

अजमेर 08 नवम्बर। जिले मे शनिवार 12 नवम्बर को आयोजित होने वाले पं. दीनदयाल उपाध्याय जनकल्याण पंचायत शिविर पुष्कर मेले एवं लोक अदालत कार्यक्रम के कारण स्थगित किए गए है।

जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय माथुर ने बताया कि पंचायत शिविर कार्यक्रम के तहत जिले में 12 नवम्बर को अरांई में बोराड़ा, मनोहरपुरा, भिनाय में राताकोट, पडांगा, जवाजा में दुर्गावास, कोटड़ा, मसूदा में धोलादांता, नयागांव, श्रीनगर में नारेली, सेंदरिया, किशनगढ़ में अमरपुरा, करकेड़ी, केकड़ी में भीमड़ावास, प्रान्हेड़ा, सरवाड़ में हरपुरा, हिंगोनियां तथा पीसांगन में पिचैलियां में होने प्रस्तावित थे। पुष्कर मेला एवं शनिवार 12 नवम्बर को पंचायत समिति स्तर पर आयोजित होने वाले लोक अदालत कार्यक्रम के कारण शिविर कार्यक्रम में परिवर्तन करते हुए इन्हें ग्राम पंचायत स्तर पर आगामी 24 मार्च 2017 को आयोजित किया जायेगा।

राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए मांगे आवेदन

अजमेर 08 नवम्बर। अन्तर्राष्ट्रीय विकलांग दिवस के अवसर पर विशेष योग्यजन कल्याणार्थ राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए बुधवार तक आवेदन मांगे गए है।

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक ने बताया कि विभिन्न श्रेणियों में सर्वेश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले व्यक्तियों को ये पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। ये श्रेणियां विशेष योग्यजन कर्मचारी, स्वनियोजित विशेष योग्यजन नियोक्ता, स्थापन अधिकारी, संस्था, व्यक्ति, प्रेरणा स्त्रोत पुरस्कार, विशेष योग्यजनों के जीवन में सुधार लाने वाले अनुसंधान एवं उत्पाद, बाधामुक्त वातावरण बनाने में योगदान देने वाले, पुर्नवास सेवाएं, विशेष योग्यजन संस्था, सृजनशील वयस्क एवं बालक -बालिका विशेष योग्यजन, ब्रेल प्रेस, सुगम्य वैबसाईट तथा सर्वेश्रेष्ठ विशेष योग्यजन खिलाड़ी की निर्धारित की गई है। प्रत्येक श्रेणी के लिए अलग े आवेदन करना होगा। आवेदन विभाग की वैबसाईट एसजेई डाॅट राजस्थान डाॅट जीओवी डाॅट इन से प्राप्त किया जा सकता है। पूर्ण भरे हुए आवेदन बुधवार 9 नवम्बर तक विभाग के कलेक्ट्रेट स्थित कार्यालय में जमा करवा सकते है।



शिक्षा विभाग से संबंधित मुख्यमंत्राी उप सलाहकार समिति की बैठक आयोजित

विद्यालय भवनों की जीपीएस मैपिंग करवाई जाएगी -प्रो. वासुदेव देवनानी, षिक्षा राज्य मंत्राी


अजमेर, 8 नवम्बर। सर्व शिक्षा तथा माध्यमिक शिक्षा अभियान परियोजनाओं के अंतर्गत राज्य के विद्यालयों के भवनों की स्थिति का सही-सही आकलन किए जाने के लिए उनकी जीपीएस मैपिंग करवाई जाएगी। इसके साथ ही प्रदेश के कुछ चुनिंदा विद्यालयों में पायलट परियोजना के तहत कक्षाओं में कम्प्यूटर षिक्षण के लिए टेबलेट्स की व्यवस्था भी की जाएगी।

म्ंागलवार को शिक्षा संकुल स्थित सभागार में आयोजित शिक्षा विभाग से संबंधित मुख्यमंत्राी उप सलाहकार समिति की बैठक पश्चात शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे की पहल पर राज्य में शैक्षिक गुणवत्ता में वृद्धि के महत्ती प्रयास किए गए हैं। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में अब वर्ष में एक महिना ऐसा होगा जिसे विद्यालय शिक्षा गुणवत्ता माह के रूप में क्रियान्वित किया जाएगा। इस माह के दौरान विद्यालयों मंे अध्ययन-अध्यापन के साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता के लिए हो रहे प्रयासों का आकलन कर भविष्य की दिशा निर्धारित की जाएगी।

शिक्षा राज्य मंत्राी ने कहा कि विद्यालयों के शिक्षकों को अब अनिवार्य रूप से प्रशिक्षण गतिविधियों में भाग लेना होगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश के विद्यालयों के शिक्षकों के प्रषिक्षण को भी अब उच्च शिक्षा की तर्ज पर उनकी पदोन्नति से जोड़कर क्रियान्वित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिक्षक प्रशिक्षण को उनके एप्रेजल से लिंक करने के साथ ही यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उन्हें मिलने वाले प्रशिक्षण का व्यावहारिक लाभ विद्यार्थियों को मिले।

प्रो.देवनानी ने बताया कि विद्यालय शिक्षा के अंतर्गत शिक्षा संकुल स्थित परिसर में पृथक से विडियो काॅन्फ्रेन्स स्टूडियो की स्थापना की जा रही है। इस विडियो काॅन्फ्रेन्स स्टूडियो से प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों से जुड़े अधिकारियों से सीधे संवाद के साथ ही शैक्षिक गुणवत्ता कार्यक्रमों को भी प्रभावी रूप में क्रियान्वित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने यह भी निर्णय किया है कि आदर्श विद्यालय के प्रधानाचार्य को माॅडल प्रधानाचार्य बनाकर पंचायत समिति स्तर के विद्यालयों की प्रभावी मोनिटरिंग की जाए।

शिक्षा राज्य मंत्राी ने शाला दर्पण पोर्टल में शिक्षकों के साथ-साथ लिपिकीय संवर्ग का विवरण भी डाले जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इससे विद्यालयों में शिक्षकों की सही-सही स्थिति के साथ ही वहां कार्यरत लिपिकीय संवर्ग के बारे में भी जानकारी उपलब्ध हो सकेगी। उन्होंने बैठक में आदर्श विद्यालय द्वितीय चरण के प्रभावी क्रियान्वयन की प्रगति की भी समीक्षा की।

बैठक में उत्कृष्ट विद्यालय परियोजना की प्रगति और चुनौतियों पर डाॅ. प्रिया बलराम ने प्रस्तुतिकरण दिया। गुणवत्ता षिक्षा के लिए राज्य की पहल पर श्रीमती तुलिका सैनी ने तथा शाला दर्पण और शाला दर्शन पर श्री विनोद जैन ने अपना प्रस्तुतिकरण दिया। शिक्षा विभाग के संयुक्त शासन सचिव श्री सुनिल कुमार शर्मा ने राज्य में डाईट एवं एसआईईआरटी के सुदढ़िकरण के संबंध में प्रस्तुतिकरण दिया।

प्रारंभिक एवं माध्यमिक षिक्षा विभाग के सचिव श्री नरेशपाल गंगवार ने प्रदेश में शिक्षा विभाग की विभिन्न क्रियान्वित योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि राजस्थान में सुनियोजित तरीके से शिक्षा के विकास को गति दी जा रही है। मुख्यमंत्राी उप सलाहकार समूह की सदस्य श्रीमती उर्वशी साहनी, श्री अरूण कपूर, श्रीमती गौरी ईश्वरन ने शैक्षिक गुणवत्ता संबधित सुझाव दिए तथा राज्य में हो रहे शैक्षिक उन्नयन कार्यों की सराहना की।

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