बाडमेर जिला कलक्टर सुधीर शर्मा की सराहनीय पहल
बाडमेर, 16 अक्टूबर। जिला मुख्यालय पर रविवार को सफाई अभियान के दौरान जिला कलक्टर सुधीर शर्मा की सराहनीय पहल देखने को मिली। आमतौर पर जिला स्तरीय अधिकारी सफाई अभियान की शुरूआत के बाद लगातार उपस्थित नहीं रहते। जिला कलक्टर सुधीर शर्मा रविवार को सफाई अभियान के दौरान उपस्थित रहने के साथ सक्रिय भूमिका भी निभाई।
जिला कलक्टर शर्मा प्रातः 8 बजे से लगातार 10.30 बजे तक सफाई अभियान मंे जुटे रहे। उन्हांेने झाडू लेकर कलेक्ट्रेट परिसर एवं पार्क मंे सफाई की। इस दौरान बिना किसी औपचारिकता के जिला कलक्टर लगातार पोलीथिन एवं अन्य विभिन्न प्रकार के कचरे को एकत्रित करते रहे। जब वे कलेक्ट्रेट स्थित वाटिका पहुंचे तो एकबारगी लगा, शायद बेहद मुश्किल काम है। कई साल से जमा कचरा, थोड़े ही हट पाएगा। लेकिन जिला कलक्टर शर्मा शुरूआत के बाद लगातार सफाई करने मंे जुटे रहे। जिला कलक्टर को सफाई करते देख अन्य कार्मिक भी वाटिका मंे पहुंचे। कचरे को ढेर को एकत्रित करने के साथ जलाया गया और ट्रेक्टर से भरकर बाहर डाला गया। यह पहला मौका था जब कई अधिकारियांे को कलेक्ट्रेट परिसर मंे एक साथ सफाई अभियान मंे शिरकत करने एवं कई कार्यालयांे का परिसर भी देखने को मिला, क्यांेकि आमतौर अधिकतर कार्मिक अपने कार्यालय मंे आने-जाने तक ही सिमित रहते है। सफाई अभियान के दौरान जिला कलक्टर ने अधिकारियांे एवं कर्मचारियांे को प्रोत्साहित भी किया। उन्हांेने कहा कि कलेक्ट्रेट परिसर की पूरी सफाई होने के बाद ही घर जाना है।
बाडमेर, 16 अक्टूबर। जिला मुख्यालय पर रविवार को सफाई अभियान के दौरान जिला कलक्टर सुधीर शर्मा की सराहनीय पहल देखने को मिली। आमतौर पर जिला स्तरीय अधिकारी सफाई अभियान की शुरूआत के बाद लगातार उपस्थित नहीं रहते। जिला कलक्टर सुधीर शर्मा रविवार को सफाई अभियान के दौरान उपस्थित रहने के साथ सक्रिय भूमिका भी निभाई।
जिला कलक्टर शर्मा प्रातः 8 बजे से लगातार 10.30 बजे तक सफाई अभियान मंे जुटे रहे। उन्हांेने झाडू लेकर कलेक्ट्रेट परिसर एवं पार्क मंे सफाई की। इस दौरान बिना किसी औपचारिकता के जिला कलक्टर लगातार पोलीथिन एवं अन्य विभिन्न प्रकार के कचरे को एकत्रित करते रहे। जब वे कलेक्ट्रेट स्थित वाटिका पहुंचे तो एकबारगी लगा, शायद बेहद मुश्किल काम है। कई साल से जमा कचरा, थोड़े ही हट पाएगा। लेकिन जिला कलक्टर शर्मा शुरूआत के बाद लगातार सफाई करने मंे जुटे रहे। जिला कलक्टर को सफाई करते देख अन्य कार्मिक भी वाटिका मंे पहुंचे। कचरे को ढेर को एकत्रित करने के साथ जलाया गया और ट्रेक्टर से भरकर बाहर डाला गया। यह पहला मौका था जब कई अधिकारियांे को कलेक्ट्रेट परिसर मंे एक साथ सफाई अभियान मंे शिरकत करने एवं कई कार्यालयांे का परिसर भी देखने को मिला, क्यांेकि आमतौर अधिकतर कार्मिक अपने कार्यालय मंे आने-जाने तक ही सिमित रहते है। सफाई अभियान के दौरान जिला कलक्टर ने अधिकारियांे एवं कर्मचारियांे को प्रोत्साहित भी किया। उन्हांेने कहा कि कलेक्ट्रेट परिसर की पूरी सफाई होने के बाद ही घर जाना है।
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