शिक्षा में मिलेगा अनुसंधान को बढ़ावा - प्रो. देवनानी
राज्य को शैक्षिक शिखर पर ले जाएं शिक्षक, होगी नवाचारों की शुरूआत
अजमेर 4 सितम्बर। शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर राज्य के शिक्षकों से राजस्थान को शैक्षिक शिखर पर ले जाने का आह्वान किया है। उन्हांेने कहा कि मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में राजस्थान शिक्षा के क्षेत्रा में बहुत आगे बढ़ गया है। हमने शिक्षकांे की सालों पुरानी समस्याओं को सुलझाया, उन्हें साथ लिया और शिक्षा की दशा बदल दी। शीघ्र ही प्रदेश देश में शिक्षा की अग्रिम पंक्ति में खड़ा होगा। वैश्विक स्तर पर शिक्षा से जुड़े सुधारों और नवाचारों पर नजर रखने वाली संस्था यूनिसेफ ने भी अपनी रिपोर्ट में राजस्थान के शिक्षा विभाग की प्रशंसा की है।
शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कल आयोजित होने वाले शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर शिक्षकों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे ने जब प्रदेश की कमान संभाली । तब सबसे पहले उन्होंने शिक्षक वर्ग की समस्याओं को दूर करने तथा शिक्षा को विकास के पथ पर अग्रसर करने के लिए पूरी गंभीरता से कदम उठाएं । आज सरकार के ढाई वर्षों के कार्यकाल में हम कह सकते है कि राजस्थान में शैक्षिक नवाचारों एवं शिक्षकों के हितों की रक्षा के लिए अभूतपूर्व कार्य किए है। प्रदेश के गांवों में बच्चों को ग्राम पंचायत स्तर पर ही 12 वीं शिक्षा एक ही जगह उपलब्ध कराने के लिए आदर्श एवं उत्कृष्ट विद्यालय स्थापित किए गए है। हमने 83 हजार से अधिक शिक्षकों को पदोन्नति दी है। यह कार्य विगत कई दशकों से लम्बित था। मुख्यमंत्राी ने जो वादा किया, उसे पूरा भी किया गया।
प्रो. देवनानी ने कहा कि देश के पूर्व राष्ट्रपति और महान शिक्षाविद् डाॅ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिन को कल हम शिक्षक दिवस के रूप में मनाएंगे । इस दिन हम सब संकल्प लें कि राजस्थान को शिक्षा के क्षेत्रा में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए हम सब दिनरात अथक मेहनत करेंगे। आज राजस्थान शिक्षा के क्षेत्रा में जिस गति से आगे बढ़ रहा है, शीघ्र ही हम देश के अग्रणी शैक्षिक प्रदेश के रूप में पहचान बनाएंगे। भारतीय संस्कृति गुरु व शिष्य परंपरा से आरंभ से आबद्ध रही है। स्वयं मैं यह मानता हूं कि शिक्षक किसी भी देश, समाज के भविष्य निर्माता होते हैं। वह जो संस्कार विद्यालयो में बच्चों को प्रदान करते हैं, उसी से तो भविष्य के नागरिक बनते हैं। उन्होंने गुरूजनों से आग्रह किया कि वे विद्यालयों में पाठ्यक्रम अध्यापन के साथ संस्कार और चरित्रा निर्माण की शिक्षा प्रदान करने के संवाहक बने। विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थी हमारे देश की नींव हैं और इन विद्यालयों द्वारा विद्यार्थियों को प्रदत्त ज्ञान जितना उन्नत होगा हमारा देश उतनी ही तीव्रता से उन्नति के मार्ग पर प्रशस्त होगा।
उन्होंने कहा कि शिक्षा का कार्य केवल पाठ्यपुस्तकों का अध्ययन कराना ही नही है बल्कि नये नये अनुसंधानों से समाज को समृद्ध करना भी है। किताबी ज्ञान ही पर्याप्त नहीं है, स्थान विशेष की आवश्यकता के अनुसार शिक्षा में स्थतियों-परिस्थतियों से सबंधित समस्याओं के निराकरण के लिए भी विद्यार्थियों में ज्ञान का प्रवाह करना शिक्षा का उद्देश्य होना चाहिए। राज्य सरकार इस दिशा में भी प्रयास कर रही है।
प्रो. देवनानी ने कहा कि हम सभी चाहते हैं कि राजस्थान शैक्षिक दृष्टि से देश का अग्रणीय राज्य बनें। निश्चित ही इसमें आप सभी शिक्षकों की महत्ती भूमिका है। शिक्षा संस्कार ही नहीं प्रदान करती, निरंतर आगे बढ़ने के अवसर भी देती है। प्रदेश के विद्यालयों में गुणवत्ता की शिक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
शिक्षा राज्य मंत्राी ने कहा कि हमने 5 हजार विद्यालय एक साथ माध्यमिक से उच्च माध्यमिक विद्यालय क्रमोन्नत किए । राजस्थान में 31 हजार से अधिक व्याख्याता, शिक्षक एवं कार्मिकों का नवीन पद स्थापन किया गया। करीब 61 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है, राजस्थान के स्कूलों में 8 लाख से अधिक नामांकन बढ़ा है, शिक्षा के अधिकार को और अधिक मजबूत किया गया है, विद्यालयों में प्रबन्धन समिति को स्कूल विकास में सीधी भागीदारी के लिए सशक्त किया गया है, शिक्षकों की भर्ती अब सिर्फ रीट के माध्यम से ही हो रही है, राजस्थान ऐसा पहला राज्य है जहां सभी विद्यालयों में शौचालय की सुविधा उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि रमसा अभियान में राजस्थान प्रथम स्थान पर है, नये स्टाफिंग पैटर्न से सुदूर गांवों में भी शिक्षक उपलब्ध होने लगे है। हमने 17 साल बाद पंचायतीराज से शिक्षा विभाग में शिक्षकों का पदस्थापन किया है। पाठ्यक्रम को युगानूकूल एवं देशानूकूल बनाया गया है। प्रदेश की 5 लाख बालिकाओं को निशुल्क साईकिल दी गई है। भामाशाहों के माध्यम से स्कूल विकास को प्रोत्साहित किया गया है।
प्रो. देवनानी ने कहा कि राजस्थान सरकार शिक्षकों के साथ कदम से कदम मिलाकर शिक्षा के विकास के लिए प्रयास कर रही है। अब हम सब का दायित्व है कि हम राजस्थान को शिक्षा के क्षेत्रा में नई क्रांति की ओर ले जाएं।
शिक्षक दिवस पर डिजिटल लर्निंग सोल्यूशन रूम का होगा लोकार्पण
प्रदेश के 2 हजार विद्यालयों में सेटेलाईट सुविधा के जरिए होगा प्रसारण
कार्यक्रम का सेटेलाईट के जरिए होगा सीधा प्रसारण
अजमेर, 4 सितम्बर। शिक्षक दिवस समारोह पर मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे द्वारा जयपुर स्थित राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल में कल प्रातः 10 बजे राज्य में 12 स्थानों पर स्थापित डिजिटल लर्निंग सोल्यूशन रूम (डीएलएसआर) का लोकार्पण किया जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्राी श्रीमती राजे द्वारा राज्य के डी.एल.एस.आर केन्द्रों पर उपस्थित शिक्षा विभाग के प्रधानाचार्यो एवं शिक्षकों को विडियो कॅान्फ्रेन्सिंग के जरिए संबोधन करने के साथ ही प्रधानाचार्यों एवं शिक्षकों से सीधे संवाद भी किया जाएगा।
शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. देवनानी ने जानकारी दी कि कल 5 सितम्बर को प्रातः 11 बजे बिड़ला सभागार में आयोजित राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह एवं इस मौके पर आयोजित विभागीय प्रदर्शनी तथा अन्य कार्यक्रमों का इस बार प्रदेश के 2 हजार विद्यालयों में सेटेलाईट के जरिए सीधा प्रसारण (लाईव टेलीकास्ट) किया जाएगा।
प्रो. वासुदेव देवनानी ने बताया कि शिक्षक दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा विभाग के 2 हजार विद्यालयों में उपलब्ध सेटेलाईट प्रसारण सुविधा के अंतर्गत किया जाएगा।
राज्य स्तरीय समारोह का विभिन्न वेबसाईट के जरिए होगा सीधा प्रसारण
शिक्षक दिवस राज्य स्तरीय कार्यक्रम को वेबसाईट के जरिए भी देखा जा सकेगा
अजमेर 4 सितम्बर। शिक्षक दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का इस बार प्रदेश के लोगों के लिए इन्टरनेट के जरिए वेब टेलीकास्ट भी किया जाएगा।
शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने बताया कि ऐसा पहली बार होगा जब बिड़ला सभागार में आयोजित शिक्षक सम्मान समारेाह एवं इस मौके पर आयोजित की जाने वाली विभागीय प्रदर्शनी को घर बैठे ही लोग इन्टरनेट के जरिए ूूूण्ेीपोींण्तंरंेजींदण्हवअण्पदए ूूूण्तंरतउेंण्दपबण्पदए ूूूण्तंरेेंण्दपबण्पद तथा ूूूण्बेसपदविउमकपंण्बवउ वेबसाईट पर सीेधे देख सकेंगें। राज्य के शिक्षा विभाग ने सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सहयोग से इस संबंध में विशेष तैयारियां की है।
अजमेर में होंगे सात शिक्षक सम्मानित
जिला स्तरीय शिक्षक दिवस कार्यक्रम कल सूचना केन्द्र में
अजमेर, 4 सितम्बर। शिक्षक दिवस पर जिला स्तरीय शिक्षक दिवस कार्यक्रम कल दोपहर 12.15 बजे सूचना केन्द्र में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में जिले के 2 प्रधानाचार्य व 5 शिक्षकों को जिला स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। जिले के प्रभारी मंत्राी श्री हेमसिंह भड़ाना कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे।
शिक्षा विभाग के अनुसार संस्था प्रधानों में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हनुतिया की आशा माहेश्वरी, राजकीय केन्द्रीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय अजमेर की अंशु बंसल एवं शिक्षकों में व्याख्याता श्री सत्यनारायण केवट राउमावि भिनाय, श्री रमेश चन्द शर्मा राउमावि अंराई, किशनलाल गुर्जर राउमावि राउमावि संेदरिया, श्री मुकेश चन्द कलवार राउमावि मसूदा एवं वरिष्ठ अध्यापक मोहम्मद सलीम गांधीनगर किशनगढ को उनके उत्कृष्ट कार्यो यथा गुणात्मक परीक्षा परिणाम विद्यालय में नामांकन वृद्धि विद्यालय में भौतिक विकास, पर्यावरण के विकास, समय की पाबंदी व अनुशासन, विद्यार्थियों में लोकप्रियता व्यक्त्तिव की प्रभावशीलता एवं विकास आदि बिन्दुओं में सर्वश्रेष्ठ होने पर सम्मानित किया जाएगा।
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