बुधवार, 10 अगस्त 2016

जालोर आपदा प्रबंधन की व्यवस्थाओं में किसी प्रकार की कोत्ताही नही बरतें- गुप्ता



जालोर आपदा प्रबंधन की व्यवस्थाओं में किसी प्रकार की कोत्ताही नही बरतें- गुप्ता

जालोर 10 अगस्त - जिला कलक्टर अनिल गुप्ता ने कहा कि जिले में लगातार हो रही वर्षा को ध्यान में रखते हुए सम्बन्धित विभाग आपदा प्रबंधन की व्यवस्थाओं में किसी भी प्रकार की कोत्ताही नही बरते तथा विशेष परिस्थितियों में सूचनाओं का आदान प्रदान त्वरित गति से करते रहें ताकि किसी प्रकार की जन हानि से बचा जा सकें।

जिला कलक्टर अनिल गुप्ता बुधवार को कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में बिजली, पानी एवं चिकित्सा आदि विभागों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थें। उन्होनें मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि वर्षाकाल समाप्त होते हुए मौसमी बीमारियों का प्रकोप प्रारभ्भ हो जायेगा इसलिए अपने-अपने अधीनस्थ चिकित्सा अधिकारियों व कर्मचारियों को अपने मुख्यालयों पर ही रहने के लिए पाबन्द करने के साथ ही जिले के सभी राजकीय चिकित्सालयों में आवश्यक दवाईयों आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करें। उन्होनें कहा कि वर्षाकाल में सर्प के काटने की घटनायें अधिक होती है इसलिए सभी चिकित्सालयों में इसकी दवाईयाॅ व इंजेक्शन आदि पूर्व में ही पहुचा देवे ताकि तत्काल उसका उपयोग हो सकें। उन्होनें मुख्य मंत्राी राजश्री योजना एवं भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में बकाया राशि का भुगतान तुरन्त ही करने के सख्त निर्देश भी दिए।

जिला कलक्टर ने बैठक में कहा कि आगामी माह में जिले में मुख्यमंत्राी का संभावित दौरा हो सकता है इसलिए सभी विभाग अपने-अपने विभागों की कार्य योजनाओं पर पूर्ण निगरानी रखते हुए जिला मुख्यालय से चाही गई जानकारियों को भी यथेष्ट समय में भिजवाना सुनिश्चित करते रहें। उन्होनें जलदाय विभाग के अधिशाषी अभियन्ता को निर्देशित किया कि वर्षाकाल को ध्यान में रखते हुए पानी की टंकियों में क्लोरिक्वीन की दर्वायाॅ डालने के साथ ही टंकियों की निर्धारित समय अवधि में सफाई की सुनिश्चित करते हुए इसकी प्रभावी माॅनिटरिंग भी करें साथ ही किसी भी कार्य में अनावश्यक विलम्ब संदेह पैदा करता है इसलिए कार्यो में विलम्ब की प्रवृत्ति से बचें। उन्होनें पशु पालन विभाग के सहायक निदेशक डा. एस.के.अग्रवाल को कहा कि पशुओं में संभावित बीमारियों की रोकथाम के लिए कार्मिकों को पाबन्द करे साथ ही यदि किसी गौशाला में कोई मौसमी बीमारी की सूचना मिले तो तत्काल पशु चिकित्सकों को वहाॅ पर भिजवाये साथ ही अपनी मोबाईल टीम को सक्रिय रखें।

उन्होनें बैठक में उपस्थित जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने अधीनस्थ ब्लांक शिक्षा अधिकारियों एवं संस्थाप्रधानों को पाबन्द करें कि अतिवृष्टि के दौरान जिन राजकीय व गैर राजकीय स्कूलों में पानी का भराव होता है या कक्षा कक्षों की छत टपकती है तो इस स्थिति में बालकों की छुट्ी कर दे लेकिन अध्यापक विधालय समय तक उपस्थित रहें। उन्होनें विधालयों की चार दिवारी के अन्दर पौध रोपण कार्य को भी निर्धारित कार्य के अनुसार पूर्ण करने केे भी निर्देश दिए वही सहायक उप वन संरक्षक जयदेवसिंह को निर्देशित किया कि नोडल विभाग के नाते वर्षाकाल में पौध रोपण कार्यो की पूर्ण रूप से माॅनिटरिंग करें।

बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चैधरी ने समीक्षा के दौरान कहा कि महात्मा गांधी नरेगा योजना एक एक्ट के तहत प्रभावी है इसलिए इसमें किसी भी प्रकार का विलम्ब या सूचनाओं में देरी पर सम्बन्धित के खिलाफ कार्यवाही अपेक्षित है इसलिए महात्मा गांधी नरेगा योजना से जुडे सम्बन्धित विभाग जिम्मेदारी एवं उचित प्राथमिकताओं से कार्यो को सम्पादित करें।

बैठक में डिस्कांम के अधीक्षण अभियन्ता एम.एल. मेघवाल, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियन्ता एन.के. माथुर, आर.ए.एस. प्रशिक्षु सुश्री अदिती पुरोहित व शैलेन्द्र सिंह, जलदाय विभाग के अधिशाषी अभियन्ता के.सी. सिंगारिया एवं प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा.एस.पी. शर्मा सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थें।

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स्वाधीनता दिवस समारोह की व्यवस्थाओं के लिए समीक्षा बैठक सम्पन्न


जालोर 10 अगस्त - जिला कलक्टर अनिल गुप्ता की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में बुधवार को बैठक सम्पन्न हुई जिसमें 15 अगस्त को जिला मुख्यालय पर आयोजित होने वाले स्वाधीनता दिवस समारोह के आयोजनार्थ सौपी गई व्यवस्थाओं एवं अब तक सम्पन्न किये गये कार्यो की समीक्षा की गई।

जिला कलेक्टर अनिल गुप्ता ने बैठक में समीक्षा के दौरान निर्देशित किया कि सम्बन्धित विभाग वर्षाकाल को दृष्टिगत रखते हुए सौपी गई व्यवस्थाओं की सुनिश्चिता करें। उन्होनें जिला शिक्षा अधिकारी श्याम सुन्दर सोंलकी एवं मुकेश सांेलकी को निर्देशित किया कि स्कूली बच्चों के व्यायाम प्रदर्शन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अभ्यास पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सम्पन्न करवायें वही सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियन्ता एन.के. माथुर को कहा कि वे नगर परिषद के सम्बन्धित ठेकेदार द्वारा स्टेडियम परिसर में वर्षा को दृष्टिगत रखते हुए वाटर प्रूफ टेन्ट अपनी देखरेख में लगवाये तथा इसके साथ ही आपात स्थिति के लिए एक छोटे स्टेज की भी व्यवस्था करें ताकि यदि उस समय वर्षा होतो उसका उपयोग किया जा सकें। उन्होनें जिला परिवहन अधिकारी नानजीराम गुलसर को निर्देशित किया कि बच्चों को पूर्वाभ्यास के लिए लाने व ले जाने आदि की व्यवस्था पर पूर्ण निगरानी रखें।

बैठक में अतिरिक्त कलेक्टर आशाराम डूडी ने जिला स्तरीय स्वाधीनता दिवस समारोह के लिए सौपी गई व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए नगर परिषद के कार्यवाहक आयुक्त मफाराम को निर्देशित किया कि संभावित वर्षा को दृष्टिगत रखते हुए जालोर स्टेडियम मैदान में आपातकालीन व्यवस्थाओं को भी ध्यान में रखें ताकि आवश्यकता अनुसार उसका उपयोग किया जा सकें। उन्होनें सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रभारी को निर्देशित किया कि स्वाधीनता दिवस के समारोह में स्तरीय गीतों व नृत्यों को ही शामिल करें जिनका अन्तिम पूर्वाभ्यास 13 अगस्त को दोपहर 1.00 बजे स्थानीय राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विधालय के सभा कक्ष में होगा जिसकी सम्पूर्ण तैयारियाॅ सुनिश्चित रखें।

बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पी.डी.धानिया, आर.ए.एस. प्रशिक्षु सुश्री अदिती पुरोहित व शैलेन्द्र सिंह, डिस्कांम के अधीक्षण अभियन्ता एम.एल. मेघवाल, जलदाय विभाग के अधिशाषी अभियन्ता के.सी. सिंगारिया एवं प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा.एस.पी. शर्मा सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थें।

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बागरा व जालोर में तालाब व नाडी से पानी की निकासी तत्परता से की गई
जालोर 10 अगस्त - जालोर जिला मुख्यालय सहित तहसील क्षेत्रा में बुधवार को प्रातः हुई अत्यधिक वर्षा के कारण बागरा ग्राम में स्थित तालाब तथा जालोर नगरीय क्षेत्रा की नाडी के पानी से भरने की सूचना पर प्रशासन ने तुरन्त मुस्तैदी दिखाते हुए उक्त स्थानों पर आपदा प्रबंधन के आवश्यक प्रबंधन कर पानी की निकासी कार्य को तत्परता से किया।

जालोर उपखण्ड अधिकारी हरफूल पंकज ने बताया कि बुधवार को प्रातः निकटवर्ती बागरा ग्राम के तालाब में पानी की अत्यधिक आवक की सूचना एवं जिला कलेक्टर अनिल गुप्ता के निर्देशानुसार मय दल के बागरा पहुचें जहां पर बागरा थानेदार मोतीसिंह राजपुरोहित मय पुलिस जाब्ता भी पहुचा तथा जागनाथ महादेव रोड की तालाब की पाल से लगभग 2 फीट पानी बह रहा था वही मौके पर जानकारी के दौरान पाया कि तालाब के अन्दर से निकासी के लिए 5 पाईप लगे हुए थे जोकि वहाॅ पर निर्माण कार्य की वजह से अवरूद्व थे जिस पर मौक पर तत्काल 2 जेसीबी एवं 10 श्रमिकों को लगाया जाकर ग्रामीणजनों के सहयोग से अवरूद्व पाईपों व नालों से पानी की निकासी की गई जिससे वह सांथू मार्ग के पास से होकर सीधे नाडी में जाने लगा। उन्होनें बताया कि जालोर तहसीलदार सुश्री ममता लहुआ के निर्देशन में गिरदावर एवं विभिन्न पटवारियों ने भी मौके पर आवश्यक आपदा प्रबंधन के कार्य किये।

उन्होनें बताया कि इसी प्रकार जालोर नगर के गोडीजी के पीछे एक बोलाई नाडी में भी अत्यधिक पानी की आवक की सूचना पर मौके पर पहुचें तथा पाया कि रीकों के प्रथम चरण में 30 वर्ष पूर्व एक नाला पानी की निकासी के लिए बनाया हुआ था जोकि अवरूद्व था जिस पर मौके पर आवश्यक कार्यवाही करते हुए उसे खुलवाया गया जिससे नाडी सेे पानी की निकासी नाले से प्रारभ्भ हो गई। इस दौरान जालोर नगर परिषद के अभियन्ता शैलेन्द्र यादव व कार्यवाहक आयुक्त मफाराम सहित नगर परिषद के कार्मिक उपस्थित थें।

इसी प्रकार आहोर के उपखण्ड अधिकारी प्रकाशचन्द्र अग्रवाल ने बताया कि बाला ग्राम मंें तालाब एवं रामा ग्राम में स्थित मंडाली नाडी में पानी की अत्यधिक आवक की सूचना पर प्रशासन ने मुस्तैदी दिखाते हुए उक्त दोनो स्थानों से पानी की निकासी करवाई।

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जालोर में चैबीस घंटों के दौरान 213 मिलीमीटर वर्षा दर्ज
जालोर 10 अगस्त - जालोर जिला मुख्यालय पर बुधवार को प्रातः 8.00 बजे समाप्त हुए चैबीस घन्टों के दौरान सर्वाधिक वर्षा 213 मिलीमीटर दर्ज की गई वही सांचैर में न्यूनतम 6.00 मिलीमीटर वर्षा हुई।

जिला नियन्त्राण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को प्रातः 8.00 बजे रिकार्ड की गई वर्षा के तहत जालोर में 213 मिलीमीटर, आहोर में 140 मिलीमीटर, सायला में 87 मिलीमीटर, भीनमाल में 78 मिलीमीटर, जसवन्तपुरा में 61 मिलीमीटर, रानीवाडा में 130 मिलीमीटर, बागोडा में 58 मिलीमीटर, सांचैर में 6 मिलीमीटर एवं चितलवाना में 13 मिलीमीटर वर्षा हुई वही इस वर्षाकाल में अब तक सर्वाधिक 718 एमएम वर्षा जालोर जिला मुख्यालय पर दर्ज की गई जबकि आहोर में 423 एमएम, सायला में 228, भीनमाल में 225, जसवन्तपुरा में 338, रानीवाडा में 307, बागोडा में 184, साचैर में 65 एवं चितलवाना में 38 एम.एम. वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है।

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