झालावाड़ मीडिया दल ने देखे मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के कार्य
अन्य प्रदेश भी एमजेएसए से लें सीख - ज्योथी प्रसाद
झालावाड़ 29 अगस्त। आन्ध्र प्रदेश एवं तेलांगना से आये मीडिया दल के सदस्य सोमवार को जिले की पंचायत समिति अकलेरा के ग्राम रोज्या, आसलपुर एवं तहसील असनावर के रूपपुरा बालदिया में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत बनी जल संरचनाओं एवं वृक्षारोपण के कार्यों को देखकर अभिभूत हो उठे। दैनिक इनाडू के वरिष्ठ मुख्य संवाददाता बी.एन. ज्योथी प्रसाद ने कहा कि राजस्थान की छवि सूखे एवं रेगिस्तानी प्रदेश की थी। यहां पर आकर लगता है कि इतने कम समय में जल संरक्षण के क्षेत्र में इतना बड़ा परिवर्तन किया गया है जिसे प्रदेशों को भी इस प्रकार का अभियान शुरू करने की पहल कर देनी चाहिए।
राजस्थान नदी बेसिन प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री श्रीराम वेदिरे के साथ 16 सदस्य पत्रकार दल ने मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत बने जल स्रोतों एवं पौधरोपण कार्यों का मौके पर जाकर अवलोकन किया तथा ग्रामीणों से रूबरू भी हुए। दल के सदस्य आन्ध्र प्रदेश के दैनिक साक्षी समाचार पत्र के वरिष्ठ संवाददाता के मल्लिकार्जुन रेड्डी ने कहा कि इस प्रकार की जल संरचनाओं की आवश्यकता तेलांगना में भी है। वे राजस्थान में हुए परिवर्तन की जानकारी तेलांगना सरकार तक पहुंचायेंगे ताकि तेलांगना में भी सूखे व अकाल की समस्या से स्थाई निजात मिल सके। उन्होंने जल संरचनाओं में मछली पालन करने का सुझाव भी दिया। इनाडू समाचार पत्र के संवाददाता ने कहा कि इतने कम समय में जनता की सक्रिय भागीदारी एवं जल सरंक्षण के प्रयास अब तक कहीं और देखने को नहीं मिले। उन्होंने राजस्थान की पंरपरागत छवि को बदलने वाले इस कार्य की प्रत्येक राज्य में महति आवश्यकता भी बताई।
गंगाधर प्रसाद ने कर्नाटक महाराष्ट्र की तर्ज पर बड़े बांधों के निर्माण का सुझाव दिया तो अध्यक्ष श्रीराम वेदिरे ने बताया कि परवन नदी पर बड़ा बांध निर्माण का कार्य प्रस्तावित है तथा राजस्थान में भी नदियों को जोड़ने हेतु पूर्वी राजस्थान केनाल के माध्यम से धौलपुर तक पार्वती-कालिसिंध का पानी पहुंचाने की कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
समय राजस्थान के झालावाड़ संवाददाता महेश परिहार ने भी मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान में झालावाड़ जिले में हुए कार्यों की प्रशंसा की तथा जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक वर्ग का सहयोग, मॉनिटरिंग सिस्टम के कारण गुणवत्तापूर्ण एवं जनउपयोगी कार्यों को प्रत्येक गांवों में करने का सुझाव दिया। उन्होंने मीडिया भ्रमण के दौरान ग्रामीणों से संवाद के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इससे ग्रामीण गदगद हैं।
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एमजेएसए के सुखद परिणाम-हैंडपम्प में लगातार उत्सर्जित हो रहा पानी
झालावाड़ 29 अगस्त। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के सुखद परिणाम आसलपुर के ग्रामीण देखकर प्रफुल्लित हैं। सोमवार को आन्ध्र प्रदेश एवं तेलांगना से आये मीडिया दल के सदस्यों को गांव के हैंडपम्प से ऑवरफ्लो होकर लगातार उत्सर्जित हो रहे पानी को दिखाकर गांव की गिरधारी, बद्रीलाल व भैरू राज्य सरकार एवं अभियान का गुणगान करते नहीं थके।
अकलेरा पंचायत समिति के ग्राम आसलपुर में जलदाय विभाग द्वारा स्थापित हैंडपम्प में इन दिनों मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान की सफलता को स्वतः ही प्रदर्शित कर रहा है। हैंडपम्प से लगातार पानी उत्सर्जित हो रहा है जिससे लगभग 500 की आबादी लाभान्वित हो रही है। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान में आसलपुर गांव में जल संसाधन विभाग द्वारा जल संरचनाओं का निर्माण पहाड़ के ऊपर करवाया गया है। इससे वर्षा पानी का भूमिगत जल में रिचार्ज होने से आस-पास के भू-भाग में जल स्तर ऊँचा आया है। आसलपुर निवासी श्रीमती गीता देवी ने बताया कि हैंडपम्प में पानी तो था लेकिन पहाड़ी पर जल स्वावलम्बन अभियान में एनिकट बनने से अब स्वतः ही पानी उत्सर्जित हो रहा है।
हैंडपम्प में स्वतः ही निर्बाध रूप से पानी उत्सर्जित होता देख आन्ध्र प्रदेश व तेलांगना से आये मीडिया दल भी अचंभित हो गये। राजस्थान में सूखे व अकाल की स्थिति की छवि के वितरित हैंडपम्प से स्वतः ही पानी का उत्सर्जन मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान सफलता को दर्शा रहा था।
असनावर तहसील के ग्राम रूपपुरा बालदिया में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत हुए कार्यों के बारे में स्थानीय ग्रामीणों ने मीडिया दल को काफी उत्साह के साथ बताया कि अब हम स्थानीय स्तर पर सिंघाड़े की खेती से रोजगार प्राप्त कर सकेंगे तथा पशुपालन एवं अन्य फसल उत्पादन में भी बढोतरी होगी। उन्होंने बताया कि पहले यहां धूल उड़ती रहती थी अब चारों ओर हरितमा चादर चढ़ी हुई है। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन के कार्यों में श्रमदान के साथ-साथ महानरेगा में काम करने से रोजगार भी प्राप्त हुआ है।
इस मौके पर विधायक श्री कंवरलाल मीणा एवं ग्रामीणों ने आन्ध्र प्रदेश एवं तेलंगना से आये मीडिया दल के सदस्यों का रूपपुरा बालदिया में माला पहनाकर भावभीना स्वागत किया।
इस मौके पर मनोहरथाना विधायक श्री कंवरलाल मीणा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामपाल शर्मा, उपखण्ड अधिकारी, अधिशाषी अभियंता इन्द्रजीत निमेश, विकास अधिकारी सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण उपस्थित रहे।
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एमजेएसए प्रथम चरण में 1 लाख 868 कार्य - वेदिरे
झालावाड़ 29 अगस्त। राजस्थान नदी बेसिन एवं जल संसाधन आयोजना प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री श्रीराम वेदिरे ने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान में राजस्थान में प्रथम चरण में 1 लाख 868 कार्य कर 41 लाख लोगों एवं 45 लाख पशु-पक्षियों को पेयजल उपलब्ध कराने का कार्य किया गया है।
श्री वेदिरे सोमवार को झालावाड़ में आन्ध्र प्रदेश व तेलांगना तथा स्थानीय मीडियाकर्मियों से रूबरू हो रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान जैसा कार्य देश के किसी भी प्रदेश में नहीं किया गया है। नौ विभागों के समन्वय से सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग कर जल संरक्षण हेतु शुरू किये गये इस अभियान में प्रत्येक वर्ग की भागीदारी एवं वर्तमान में अथा जलराशि अभियान की सफलता को बयां करती है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान में प्रथम चरण में 60.5 लाख हैक्टेयर केचमेन्ट एरिया तैयार किया गया है एवं 25 लाख पौधे लगाकर 5 साल तक देखभाल व सुरक्षा का रोडमेप भी तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि अभियान में राजस्थान के प्रत्येक ब्लॉक से गांव का चयन कर सेटेलाईट के माध्यम से जल संरचनाओं को अंतिम रूप दिया है एवं जियोटेगिंग का उपयोग कर गुणवत्ता एवं पारदर्शिता से कार्य पूर्ण किये गये हैं। उन्होंने बताया कि माननीया मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे की मंशा के अनुरूप प्रत्येक वर्ग की भागीदारी से 53 करोड़ नकद अथवा श्रम के रूप में जनसहयोग मिला है। यह अभियान अब प्रदेशभर में जनआंदोलन का रूप ले चुका है।
श्री वेदिरे ने बताया कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के द्वितीय चरण में 5200 गांव को सम्मिलित करने एवं 70 लाख पौधे लगाये जाने का लक्ष्य लिया गया है। उन्होंने बताया कि झालावाड़ जिला प्रदेशभर में रोलमॉडल बना है। यहां पर फोर वाटर कोन्सेप्ट, जल स्वावलम्बन अभियान, पौधारोपण में विशेष कार्य सम्पन्न हुए हैं।
जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने बताया कि जिले में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान में प्रत्येक साईट का जीपीएस लॉकेशन, लागत, जनसहयोग, कार्य प्रारंभ एवं पूर्ण होने का बोर्ड प्रदर्शित कर पारदर्शिता से कार्य किया गया है। उन्होंने बताया कि कार्यों की गुणवत्ता हेतु प्रत्येक साईट पर निरीक्षण पंजिका एवं मीडिया जनप्रतिनिधि व अधिकारियों के माध्यम से निरीक्षण व भागीदारी की गई है। उन्होंने जल स्रोतों पर मछली पालन, सिंघाडे़ की खेती को भी शुरू करने के बारे में जानकारी दी।
इस मौके पर श्री वेदिरे ने झालावाड़ जिले में अभियान के दूसरे चरण की प्रगति की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर को कार्यों का चयन कर 15 सितम्बर तक विस्तृत कार्ययोजना बनाया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
इस मौके पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामपाल शर्मा, प्राधिकरण के सदस्य राकेश रेड्डी, जलग्रहण विशेषज्ञ राजेश भण्डारी, अधिशाषी अभियंता इन्द्रजीत निमेश, आन्ध्र प्रदेश एवं तेलंगना से आये मीडिया दल के सदस्य तथा स्थानीय मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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