बीकानेर बीएसएफ के मुखबिरों ने फंसाया था सैन्य छावनी के लेखाकार को
श्रीडूंगरगढ़. दस दिन पहले बस में सवार सूरतगढ़ सैन्य छावनी के लेखाकार को हेरोइन और विस्फोटक के साथ गिरफ्तार करने के मामले की पुलिस जांच में मंगलवार को बड़ा खुलासा हुआ।
पकड़ा गया लेखाकार बीएसएफ के तीन मुखबिरों की साजिश का शिकार हुआ था। उसे फंसाने के लिए इन मुखबिरों ने बस में उसकी सीट के नीचे विस्फोटक व मादक पदार्थ रखे तथा खुद ही बीएसएफ को सूचना दी।
पुलिस ने षडयंत्रकर्ता तीनों जनों को गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार को आरोपितों को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड मांगेगी तथा पूर्व में गिरफ्तार लेखाकार को रिहा करने की गुहार लगाएगी।
उप अधीक्षक जगदीश प्रसाद बोहरा ने बताया कि इस मामले में जयपुर के रामलयावाला क्षेत्र के सुरेश उर्फ लाल बहादुर, चौमूं हाड़ौता के मनोज सैनी व अजय सैनी को गिरफ्तार किया गया है।
इनमें सुरेश ने पूछताछ में बताया है कि वह बीएसएफ का मुखबिर है। अपने पैतृक गांव झुंझुनूं जिले की बुहाना तहसील के कुहाड़वास गांव में कुछ लोगों ने उसकी सम्पति हड़प ली।
इसका मामला भी दर्ज करवाया, लेकिन वहां भी वह झूठा साबित हो गया। इससे वह गांव के लोगों के साथ रंजिश रखने लगा और इसका बदला लेने के लिए अपने दो दोस्त मनोज व अजय सैनी के साथ मिलकर लेखाकार को फंसाने का षड्यंत्र रचा।
यह था मामला- सैन्य छावनी के लेखा परीक्षक से हेरोइन और विस्फोटक बरामद
तीनों ने ही बस में रखी हेरोइन
उप अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार तीनों व्यक्ति दस दिन पूर्व चौमूं से मोटरसाइकिल पर बीकानेर आए। सुरेश ने निजी बस में अपने नाम की जयपुर के लिए टिकट बुक करवाई।
उस सीट के नीचे हेरोइन व विस्फोटक सामग्री के पैकेट रख दिए। इन पैकेटों पर जिनसे वह रंजिश रखता था उनके नाम लिखी पर्चियां भी डाल दी। ताकि रंजिश रखने वाले गिरफ्तार कर लिए जाए।
इसके बाद सुरेश, मनोज और अजय बस से नीचे उतर गए। साथ ही बस में हेरोइन के पैकेट व विस्फोटक होने की सूचना बीएसएफ तक पहुंचा दी।
इसी सूचना पर बीएसएफ एवं पुलिस ने मिलकर जयपुर जा रही बस को नेशनल हाइवे पर डूंगरगढ़ के नजदीक रोककर तलाशी ली और सूरतगढ़ सैन्य छावनी के लेखाकार समर्थलाल मीणा को गिरफ्तार कर लिया।
आज करेंगे न्यायालय में पेश
गिरफ्तार तीनों आरोपियों को बुधवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा और रिमाण्ड मांगा जाएगा।
रिमाण्ड मिलने के बाद इनसे गहन पूछताछ की जाएगी। वहीं पूर्व में गिरफ्तार अलवर जिले की राजगढ़ तहसील के गांव चंदूपुरा निवासी समर्थलाल मीणा की रिहाई की अपील पुलिस न्यायालय से करेगी।
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