गुरुवार, 25 अगस्त 2016

अजमेर सिन्धु पीठ पर महाराजा दाहरसेन पर श¨ध किया जाए - लक्ष्मी ठाकुर संसार का सिरम¨र सिन्ध व महाराजा दाहरसेन पर संग¨ष्ठी



अजमेर सिन्धु पीठ पर महाराजा दाहरसेन पर श¨ध किया जाए - लक्ष्मी ठाकुर

संसार का सिरम¨र सिन्ध व महाराजा दाहरसेन पर संग¨ष्ठी


अजमेर 25 अगस्त। हरिभाऊ उपाध्याय नगर विस्तार स्थित सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन स्मारक पर दाहरसेन जयन्ती के अवसर पर संग¨ष्ठी ‘‘संसार का सिरम©र सिन्ध व महाराजा दाहरसेन’’ विषय पर आय¨जन की गयी। यहां महाराजा दाहरसेन क¨ श्रðासुमन अर्पित कर हिंगलाज माता की पूर्जा अचना भी आय¨जित की गयी। कार्यक्रम में शिक्षा राज्यमंत्राी प्रो.वासुदेव देवनानी, महिला बाल विकास राज्यमंत्राी श्रीमती अनिता भदेल, महाप©र श्री धर्मेेन्द्र गहल¨त, उप महाप©र श्री सम्पत सांखला, भारतीय सिन्धु सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री नवलराय बच्चानी, मुख्य वक्ता सिन्धु श¨धपीठ की र्निदेशक प्र¨. लक्ष्मी ठाकुर की उपस्थिति थे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा राज्यमंत्राी प्रो. देवनानी ने कहा कि महापुरूष¨ं के जीवन पर जिस भी क्षेत्रा म­ आदमी क¨ काम करने का म©का मिले, उसे करना चाहिए। शिक्षा विभाग ने भी महाराजा दाहरसेन को सम्मान देते हुए उनका पाठ पाठ्यक्रम में जोड़ा है।

कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्राी श्रीमती अनिता भदेल ने कहा कि निश्चित रूप से संसार का सिरम¨र सिंध रहा है। महाराजा दाहरसेन के जीवन से हम­ प्रेरणा लेकर ल¨ग¨ं क¨ प्रेरित करना चाहिए। उन्ह¨ने कहा कि सिंधु श¨धपीठ से ल¨ग¨ं क¨ ज¨ड़कर सिन्धु संस्कृति व सभ्यता पर शोध करवाना चाहिए।

मुख्य वक्ता प्रो. लक्ष्मी ठाकुर ने कहा कि सिन्धु शोध पीठ पर महाराजा दाहरसेन पर श¨ध किया जाये त¨ हम­ बहुत जानकारिय¨ं प्राप्त ह¨ंगी। उन्ह¨ने दाहरसेन के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अपनी सभ्यता, संस्कृति के साथ राष्ट्र की रक्षा के लिये सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन उनकी पत्नि वीरांगना लाडी बाई तथा पुत्रिय¨ं राजकुमारी सूर्य कुमारी व परमाल ने अपने प्राण न्य©छावर कर दिए है। एक पूरे परिवार का राष्ट्र की रक्षा के लिये अपनी कुर्बानी का ऐसा उदाहरण शायद इतिहास म­ अन्यत्रा न मिले। उन्ह¨ने कहा कि श¨धपीठ विद्यार्थियों व बच्च¨ं के लिये सहय¨ग देने के लिये तैयार है। चार स्कूली बच्च¨ं क¨ आ£थक सहय¨ग भी दिया जा सकता है।

इस अवसर पर महाप©र श्री धर्मेन्द्र गहल¨त व नवलराय बच्चानी ने भी अपने विचार रखे। स्वागत भाषण उपमहाप©र श्री सम्पत सांखला ने दिया। मंच संचालन महेन्द्र तीर्थानी ने किया। आभार प्रस्तुत कंवल प्रकाश किशनानी ने किया। कार्यक्रम के अंत म­ राष्ट्रगान गाया गया। पूजा अर्चना ताराचन्द राजपुर¨हित व लक्ष्मणदास द©लतानी ने की।

इस अवसर पर सीताराम शर्मा, महेश लखन, नवीन स¨गानी, मन¨ज ज¨शी, रणधीर कच्छावा, गिरधर तेजवानी, धर्मू पारवानी, अरविन्द पारीक, म¨हन क¨टवानी, भगवान पुरसवानी, गुल छतानी, कमलेश शर्मा, ओम प्रकाश च©हान आदि उपस्थित थे।

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