बाड़मेर, नंदघर मंे जन्माष्ठमी का उत्सव,बच्चे बने कान्हा
बाड़मेर, 25 अगस्त। वेदांता की ओर आलाणियो की ढाणी स्थित नंदघर समेत विभिन्न स्थानांे पर कृष्ण जन्माष्ठमी का त्यौहार बनाया गया। इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताआंे के साथ आसपास की ढाणियांे मंे रहने वाले बच्चांे ने शिरकत की।
आलाणियो की ढाणी स्थित नंदघर मंे जन्माष्ठमी पर विचित्र वेशभूषा के साथ विभिन्न प्रतियोगिताआंे कविता, गीत, नृत्य, दौड़ का आयोजन किया गया। इस दौरान बच्चांे ने पेटिंग के जरिए जन्माष्ठमी के विविध रूपांे को कागज पर उकेरा। इस अवसर पर गेदांता की प्रशिक्षण प्रभारी किसले कोसांबी, खुर्रम इकबाल, धारा संस्थान के मुख्य अधिशाषी महेश पनपालिया, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सुनीता ने जन्माष्ठमी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि त्यौहार हमारे जीवन मंे खुशियांे की सौगात लाते है। उन्हांेने कहा कि इसकी बदौलत सांस्कृतिक विरासत को सहेजने के साथ विभिन्न गतिविधियांे के आयोजन से बच्चांे की प्रतिभा मंे निखार आता है। जन्माष्ठमी पर आयोजित कार्यक्रमांे मंे आंगनवाड़ी कार्यकर्ताआंे के साथ खासी तादाद मंे ग्रामीण महिलाआंे ने भाग लिया। इस दौरान बच्चांे एवं ग्रामीण महिलाआंे को मिठाई भी वितरित की गई। इस दौरान धारा संस्थान के सुपरवाइजर बाबूलाल शर्मा ने स्वास्थ्य गतिविधियांे के बारे में जानकारी दी। नंदघर प्रोजेक्ट ऋितु झिगोन के मुताबिक बाड़मेर जिले मंे वेदांता एवं महिला एवं बाल विकास के सहयोग से संचालित 50 नंदघरांे मंे समय-समय पर ऐसी गतिविधियांे का आयोजन कर बच्चांे की प्रतिभा निखारने का प्रयास किया जाता है।
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