बुधवार, 31 अगस्त 2016

अलवर.45 हजार रुपए की रिश्वत लेते डेयरी चेयरमैन का निजी सचिव गिरफ्तार



अलवर.45 हजार रुपए की रिश्वत लेते डेयरी चेयरमैन का निजी सचिव गिरफ्तार
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने बुधवार को सरस डेयरी के चेयरमैन बन्नाराम मीणा के निजी सचिव को 45 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। निजी सचिव चेतराम मीणा ने तिजारा के लुहादरा निवासी तेजसिंह से दुग्ध संकलन केन्द्र खोलने के नाम पर रिश्वत मांगी। ब्यूरो ने रिश्वत लेने में सहयोग करने पर नौरंगाबाद तिजारा के एक दुग्ध सहकारी समिति के सदस्य को भी गिरफ्तार किया।




एसीबी के उपपुलिस अधीक्षक सलेह मोहम्मद ने बताया कि लुहादरा निवासी तेजसिंह पुत्र राजाराम यादव के दुग्ध संकलन केन्द्र को पिछले दिनों डेयरी ने बंद कर दिया। दुग्ध संकलन केन्द्र को पुन: खुलवाने अथवा नया दुग्ध संकलन केन्द्र आवंटन के लिए तेजसिंह ने डेयरी के कई चक्कर लगाए। इस दौरान उसे पता चला कि नए दुग्ध संकलन केन्द्र के आदेश डेयरी चेयरमैन व उसका निजी सचिव देता है।जब उसने निजी सचिव से सम्पर्क किया तो उसने पुराने केन्द्र को खोलने के लिए 1 लाख तथा नए केन्द्र के लिए 50 हजार की रिश्वत मांगी। बाद में दोनों के बीच सौदा 45 हजार में तय हुआ। उपपुलिस अधीक्षक के अनुसार मामले की शिकायत तेजसिंह ने 23 अगस्त को एसीबी में दर्ज कराई। एसीबी ने शिकायत का सत्यापन करा बुधवार को तेजसिंह को रिश्वत के 45 हजार रुपए लेकर सरस डेयरी भेजा।




यहां एलडीसी हाल निजी सचिव चेतराम परिवादी तेजङ्क्षसह को सरस डेयरी के अध्यक्ष के कमरे में ले गया और वहां मौजूद नौरंगाबाद (तिजारा) के दुग्ध सहकारी समिति सदस्य धन्नाराम यादव को रिश्वत की राशि देने को कहा। धन्नाराम ने परिवादी से रिश्वत की राशि लेकर उसे टेबल पर रखे तौलिये के नीचे रख लिया। इसी दौरान एसीबी ने चेतराम व धन्नाराम को दबोच तौलिये के नीचे से रिश्वत की राशि बरामद कर ली।




पहले भी मिल चुकी हैं शिकायत




एसीबी के उप पुलिस अधीक्षक के अनुसार सरस डेयरी में अनियतिताओं व रिश्वत लेने की पहले भी कई शिकायतें मिल चुकी है। करीब दस दिन पहले रामगढ़ विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने भी डेयरी के प्रबंध निदेशक के खिलाफ परिवाद दर्ज कराया है।




पहले करते नमूना फेल, फिर मांगते रिश्वत




लुहादरा निवासी तेजसिंह का आरोप है कि सरस डेयरी में दुग्ध संकलन केन्द्रों से रिश्वत मांगने का खेल लम्बे समय से चल रहा है। इसके लिए पहले केन्द्र के दूध में मिलावट कर नमूना फेल दर्शाया जाता है।






दो बार नमूना फेल आने पर केन्द्र को बंद कर दिया जाता है। इसके बाद केन्द्र को पुन: खोलने अथवा नया केन्द्र आवंटन के लिए रिश्वत मांगी जाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि उसके केन्द्र के दूध के नमूने को भी मिलावट कर दो बार फेल दिखाया गया। जबकि उसी दूध का वह घर से नमूना लेकर आया, जिसे डेयरी ने पास बताया।

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