सोमवार, 29 अगस्त 2016

बाड़मेर 142दिनों से खोये बालक को बाल कल्याणसमिति के प्रयास से उनके मातापिता से मिलवाया



बाड़मेर 142दिनों से खोये बालक को बाल कल्याणसमिति के प्रयास से उनके मातापिता से मिलवाया
बाड़मेर । बाल कल्याण समिति बाड़मेर ने झारखंड राज्य के गुमषुदा बालक केा जो पिछले 9 अप्रेल 2016 से अपने घर से गया हुआ था स्कूल जाने के लिये और उसके बाद लौट कर घर नहीं आया जो बाड़मेर के बालगृह में पिछली 27 जुलाइ्र से रेल्वे पुलिस के जरिए चाईल्ड लाइन 1098 बाड़मेर मार्फत आया हुआ है। बच्चे के मातापिता को ढुढ़ने के लिए बाड़मेर बाल कल्याण समिति ने चाईल्ड लाइन के समन्वयक सोनाराम के मार्फत उनके माता पिता से सम्पर्क साधने के लिए प्रयास किये गए। आखिर चार पांच दिन पूर्व बालक के परिवार वालों से गुमला झारखंड की बाल कल्याण समिति व चाईल्ड लाइन से पता लगा ।

बाल कल्याण समिति बाड़मेर के अध्यक्ष नवनीत पचैरी व सदस्य राजाराम सर्राफ ने सोमवार को झारखण्ड राज्य के गुमला जिले के 13 वर्शीय बालक को उसके माता पिता को मिलान करवाने में चाईल्ड लाइन 1098 बाड़मेर के समन्वयक सोनाराम के प्रयास से झारखण्ड राजय के गुमला जिले में सम्पर्क साधा तो माता पिता एकदम अपने बच्चे से मिलने को उतावले हो गए और बाड़मेर बाल कल्याण समिति के समक्ष पेष होकर बच्चे के माता पिता होने के प्रमाणिक दस्तावेज प्रस्तुत किये। बाल कल्याण समिति बाड़मेर ने बालक के माता पिता के दसतावेजों की जांच करके बच्चे की कान्सलिंग करवा कर कि बालक अपने माता पिता के साथ जाना चाहता है या नहीं और बालक से उसके माता पिता होने की तस्दीक करने के पष्चात बालक को षपथ पत्र लेते हुए उसके माता पिता को सुपुद्र किया। बालक ने अपने माता पिता को देख कर खुषी जाहिर की। क्योंकि बालक अपने माता के बिना 142 दिन निकाले है।

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