समदड़ी। मुसीबतों का विद्यालय, बिजली न पानी, आखिर कैसे पढ़ेंगी बेटियां?
रामलाल चौधरी@
समदड़ी। भीषण गर्मी में पसीने से परेशान, पीने को पानी की सुविधा नहीं और बिना बिजली के कक्षा-कक्ष के भीतर बैठना...। आठ कक्षाओं का संचालन मात्र चार कमरों में और शौचालय उपयोग लायक नहीं...। ये स्थिति है ग्राम पंचायत रानीदेशीपुरा मुख्यालय पर संचालित राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय की, जहां बालिकाओं को मुसीबतों का सामना कर शिक्षा ग्रहण करनी पड़ रही है।
विद्यालय में 6 कक्षा-कक्ष में से 2 क्षतिग्रस्त हैं। ये कक्ष बरसात के मौसम में कभी भी गिर सकते हैं। इसलिए शेष 4 कक्षों में 8 कक्षाओं का संचालन हो रहा है। इन कक्षों की छत भी कमजोर होने से बरसात के समय पानी टपकता है। कुछ कक्षाओं का संचालन बरामदे में हो रहा है। यहां फिलहाल 113 बालिकाएं अध्ययनरत हैं।
घर से बोतल में लाती हैं पानी
यहां पर पानी और बिजली की सुविधा नहीं है। टांका भी लम्बे समय से क्षतिग्रस्त है। पानी का ठहराव नहीं होने से यह बन्द पड़ा है। छात्राएं घर से बोतल में पानी लेकर आती हैं। बिजली का कनेक्शन नहीं होने से भीषण गर्मी में छात्राओं का कमरों के भीतर बैठना मुश्किल हो जाता है।
शौचालय काम के नहीं
शौचालय क्षतिग्रस्त होने से उपयोग लायक नहीं है। विद्यालय भवन के बाहर की ओर गन्दगी रहने से कक्षा-कक्षों की खिड़कियां खोलने लायक नहीं रहती। ऐसे में बिना पंखे और खिड़कियां खोले बिना छात्राओं का अंदर बैठना पड़ता है। निसं.
छात्राओं को होती है परेशानी
विद्यालय भवन क्षतिग्रस्त है। दो कक्षा-कक्ष तो गिरने की स्थिति में है। शेष चार में आठ कक्षाओं का संचालन हो रहा है। इसमें भी बरसात के समय पानी टपकता है। मूलभूत सुविधाओं का अभाव होने से छात्राओं को परेशानी हो रही है।
किशनाराम प्रजापत, अध्यक्ष, विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति
भेजा है मरम्मत का प्रस्ताव
विद्यालय में बिजली के साथ पानी की सुविधा नहीं है। कक्षा-कक्ष क्षतिग्रस्त होने के साथ शौचालय भी उपयोग लायक नहीं है। बाहरी भाग में गन्दगी रहने से भी विद्यालय का वातावरण दूषित हो रहा है। भवन मरम्मत के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।
सुमन चारण, संस्था प्रधान, राबाउप्रावि, रानीदेशीपुरा
समदड़ी। भीषण गर्मी में पसीने से परेशान, पीने को पानी की सुविधा नहीं और बिना बिजली के कक्षा-कक्ष के भीतर बैठना...। आठ कक्षाओं का संचालन मात्र चार कमरों में और शौचालय उपयोग लायक नहीं...। ये स्थिति है ग्राम पंचायत रानीदेशीपुरा मुख्यालय पर संचालित राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय की, जहां बालिकाओं को मुसीबतों का सामना कर शिक्षा ग्रहण करनी पड़ रही है।
विद्यालय में 6 कक्षा-कक्ष में से 2 क्षतिग्रस्त हैं। ये कक्ष बरसात के मौसम में कभी भी गिर सकते हैं। इसलिए शेष 4 कक्षों में 8 कक्षाओं का संचालन हो रहा है। इन कक्षों की छत भी कमजोर होने से बरसात के समय पानी टपकता है। कुछ कक्षाओं का संचालन बरामदे में हो रहा है। यहां फिलहाल 113 बालिकाएं अध्ययनरत हैं।
घर से बोतल में लाती हैं पानी
यहां पर पानी और बिजली की सुविधा नहीं है। टांका भी लम्बे समय से क्षतिग्रस्त है। पानी का ठहराव नहीं होने से यह बन्द पड़ा है। छात्राएं घर से बोतल में पानी लेकर आती हैं। बिजली का कनेक्शन नहीं होने से भीषण गर्मी में छात्राओं का कमरों के भीतर बैठना मुश्किल हो जाता है।
शौचालय काम के नहीं
शौचालय क्षतिग्रस्त होने से उपयोग लायक नहीं है। विद्यालय भवन के बाहर की ओर गन्दगी रहने से कक्षा-कक्षों की खिड़कियां खोलने लायक नहीं रहती। ऐसे में बिना पंखे और खिड़कियां खोले बिना छात्राओं का अंदर बैठना पड़ता है। निसं.
छात्राओं को होती है परेशानी
विद्यालय भवन क्षतिग्रस्त है। दो कक्षा-कक्ष तो गिरने की स्थिति में है। शेष चार में आठ कक्षाओं का संचालन हो रहा है। इसमें भी बरसात के समय पानी टपकता है। मूलभूत सुविधाओं का अभाव होने से छात्राओं को परेशानी हो रही है।
किशनाराम प्रजापत, अध्यक्ष, विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति
भेजा है मरम्मत का प्रस्ताव
विद्यालय में बिजली के साथ पानी की सुविधा नहीं है। कक्षा-कक्ष क्षतिग्रस्त होने के साथ शौचालय भी उपयोग लायक नहीं है। बाहरी भाग में गन्दगी रहने से भी विद्यालय का वातावरण दूषित हो रहा है। भवन मरम्मत के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।
सुमन चारण, संस्था प्रधान, राबाउप्रावि, रानीदेशीपुरा
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