जोधपुर पेट्रोलियम कंपनियों के 50 टैंकर फिर अटके, कई पंप सूखने के कगार पर
बीते एक सप्ताह से केलिब्रेशन बंद होने से सालावास स्थित तीनों पेट्रोलियम कम्पनियों के डिपो में करीब 50 टैंकर ठप पड़ गए हैं। केलिब्रेशन करने वाले बाट एवं माप-तौल विभाग में इंस्पेक्टर का पद बीते 15 दिनों से खाली है सरकार ने हालांकि शुक्रवार को ही अजमेर के इंस्पेक्टर ब्रजेश शर्मा को सप्ताह के अंतिम तीन दिनों के लिए जोधपुर का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है। शर्मा के बुधवार को जोधपुर आने तक कुछ और टैंकरों की कतार लग जाएगी, जिससे दूरदराज के क्षेत्र में डीलर्स ऑपरेटेड पम्पों के बंद होने का खतरा मंडरा रहा है।
बाट एवं माप-तौल विभाग के एकमात्र इंस्पेक्टर दौलतराम की 30 जून को सेवानिवृत्ती के बाद सालावास स्थित तीनों पेट्रोलियम कम्पनियों आईआेसी, एचपीसीएल और बीपीसीएल में तेल टैंकरों का केलिब्रेशन ठप हो गया था। सात जुलाई को उद्योग विभाग ने पाली जिले के इंस्पेक्टर एसआर देवासी को तीन दिन के लिए जोधपुर भेजा। देवासी ने तीन दिनों में पचास से अधिक टैंकर निपटा दिए। कुछ टैंकर बच गए और देवासी को गए हुए भी एक सप्ताह होने को है। एेसे में फिर से नए टैंकर केलिब्रेशन के लिए आ खड़े हुए हैं।
बुधवार से फिर होगा सब सामान्य
राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष गोपाल सिंह और सचिव जितेंद्र शर्मा ने बताया कि ब्रजेश शर्मा को बुधवार, गुरुवार व शुक्रवार के लिए जोधपुर का अतिरिक्त चार्ज दिया है। शर्मा के बुधवार को जोधपुर पहुंचने के बाद टैंकर फिर से दौडऩे शुरू हो जाएंगे।
यह है प्रक्रिया
जोधपुर में तीनों तेल कम्पनियों के 600 से अधिक टैंकर हैं। माप-तौल विभाग साल भर के लिए टैंकरों का केलिब्रेशन कर लाइसेंस देता है। अवधि खत्म होने पर तेल कम्पनियों के टर्मिनल में लगे केलिब्रेशन टावर से इंस्पेक्टर टैंकर का फिर से माप लेता है। टैंकर की लगातार फिलिंग से उसके आयतन में परिवर्तन आता रहता है। बगैर केलिब्रेशन के तेल कम्पनियां टैंेकरों में पेट्रोल-डीजल नहीं देती है।
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