राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सबसे बड़े परिणाम सैकंडरी स्कूल परीक्षा-2016 के लिए अब और ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. बोर्ड रविवार 19 जून तक दसवीं के नतीजे जारी कर देगा. हालांकि पिछले साल बोर्ड ने यह परिणाम 12 जून को जारी कर दिया था लेकिन इस साल नतीजों में देरी स्टूडेंट्स की बेसब्री बढ़ाए जा रही है. बता दें कि इस वर्ष 10 लाख 81 हजार विद्यार्थियों ने सैकंडरी की परीक्षा दी है और अब सभी की उत्सुकता चरम पर है.
पहला कारण
बोर्ड के दसवीं परीक्षा के नतीजों में इस बार देरी के पीछे दो बड़े कारण बताए जा रहे हैं. पहला कारण है बार कोडिंग प्रणाली. बोर्ड ने पहली बार यह प्रयोग दसवीं की अंग्रेजी विषय की उत्तर पुस्तिका में किया है. बार कोडिंग के चलते कई परीक्षार्थी अपना रोल नंबर सही रूप से अंकित नहीं कर पाए और परिणाम जारी करने में बोर्ड को परेशानी आ रही है.
दूसरा बड़ा कारण ?
दसवीं बोर्ड परीक्षा परिणाम में देरी का दूसरा बड़ा कारण है अभी तक भी बोर्ड को स्कूलों से सत्रांक का नहीं मिलना. हालांकि बोर्ड अध्यक्ष प्रो. बी एल चौधरी के मुताबिक इस वजह से परिणाम में लम्बे समय तक नहीं रोका जाएगा.
कुछ संस्थानों द्वारा सत्रांक नहीं भेजे - चौधरी गत सप्ताह बोर्ड अध्यक्ष चौधरी ने बताया था कि कुछ संस्थानों द्वारा सत्रांक नहीं भेजे जाने के कारण परिणाम जारी करने में देरी हो रही है. हालांकि ऐसे संस्थानों को समय पर सत्रांक भेजने के लिए दो दिन का समय दिया गया है. ढिलाई बरतने वाले स्कूलों की ओर से अगले दो दिनों में भी सत्रांक नहीं भेजने पर उनका परिणाम रोक लिया जाएगा और अन्य छात्रों का परिणाम जारी कर दिया जाएगा.
उच्च माध्यमिक कक्षाओं के पाठ्यक्र पर बोले बोर्ड अध्यक्ष?
बोर्ड द्वारा पाठ्यक्रम में बदलाव के मामले को लेकर बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि दसवीं और बारहवीं का पाठ्यक्रम लिखाया जा रहा है. लिखने का काम जारी है और इस सत्र के शुरू होने से पहले पाठ्यक्रम लिखकर राज्य सरकार को सौंपा जाएगा. 11वीं की कुछ पुस्तकें बाजार में आ चुकी हैं और कुछ पुस्तक आनी हैं. अगले सत्र के शुरू होने तक पाठ्य पुस्तक मंडल से छपवाकर स्कूलों में समय पर भेजी जाएंगी
बोर्ड द्वारा पाठ्यक्रम में बदलाव के मामले को लेकर बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि दसवीं और बारहवीं का पाठ्यक्रम लिखाया जा रहा है. लिखने का काम जारी है और इस सत्र के शुरू होने से पहले पाठ्यक्रम लिखकर राज्य सरकार को सौंपा जाएगा. 11वीं की कुछ पुस्तकें बाजार में आ चुकी हैं और कुछ पुस्तक आनी हैं. अगले सत्र के शुरू होने तक पाठ्य पुस्तक मंडल से छपवाकर स्कूलों में समय पर भेजी जाएंगी
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