जमीन विवाद को लेकर रेलवे कर्मचारी का कत्ल, पुलिस व्यवस्था पर भी उठे सवाल
अजमेर | अजमेर में भू-माफियाओं के हौंसले इतने बढ़ते जा रहे है कि उन्हें बड़े से बड़ा अपराध करने में भी कोई गुरेज नहीं है। भू-माफियाओं के उच्चे राजनैतिक रसुखात और धनबल के आगे पुलिस भी पीड़ितों की नहीं सुनती हैं। इस तरह अजमेर में जमीन के विवाद को लेकर एक रेलवे कर्मचारी की कुछ लोगों द्वारा धारदार हथियार से गला काट कर हत्या करने का मामला सामने आया हैं। परिजनों ने गांव के ही भू-माफिया भागचंद गुर्जर और भाजयुमो के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष अमित बंसाली पर कत्ल का आरोप लगाया है। परिजनों का यह भी आरोप है कि तीन माह पहले युवक ने सिविल लाइंस थाने में भागचंद गुर्जर सहित पांच अन्य लोगों के खिलाफ उसे जान से मारने की धमकी देने की शिकायत दर्ज़ करवाई थी| युवक ने पुलिस से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने और उसे सुरक्षा देने की भी याचना की थी|
क्या था मामलामंगलवार देर शाम जिस युवक का कत्ल हुआ वह घूघरा गांव निवासी मुकेश जोशी है। मुकेश रेलवे डीआरएम कार्यालय के एकाउंट्स विभाग में कर्मचारी है। मुकेश की पत्नी सावित्री कालेज में व्याख्याता है। कुछ दिनों पहले मुकेश ने भागचंद गुर्जर से रिसोर्ट के लिए जमीन खरीदी थी। भागचंद गुर्जर और अमित बंसाली पार्टनरशीप में जमीनों का काम करते है। मुकेश ने जमीन तो खरीद ली मगर जमीन पर जाने के लिए उसने भागचंद से रास्ता मांगा तो उसने इनकार कर दिया। मुकेश ने अदालत में भागचंद के खिलाफ मुकदमा दायर कर दिया। परिजनों के मुताबिक तीन माह पहले भागचंद गुर्जर और उसके साथियों ने मिलकर मुकेश को अदालत में दायर वाद वापस लेने के लिए घर जाकर उसे जान से मारने की धमकी दी थी।
कैसे किया क़त्लशाम को जब मुकेश बाइक से घर लौट रहा था, इस दौरान पांच-छः युवकों ने उसे रोका और धारदार हथियार से उस पर कई वार किए। मुकेश जमीन पर पड़ा तड़पता रहा और आरोपी उसके दम तोड़ने का इंतज़ार करते रहे। जब मुकेश की सांसे थम गई तो आरोपी पास ही के बाड़े में हथियार फेंककर फरार हो गए। पुलिस ने परिजनों को इत्तला कर जेएलएन अस्पताल के मेडिकल बोर्ड में शव का पोस्टमार्टम करवाया है।
मुकेश ह्त्याकाण्ड में परिजन ने जिस तरह से पुलिस को कठघरे में खड़ा किया है, यह वाकई गंभीर और चौंकाने वाला मामला है। मुकेश की शिकायत पर पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करती तो शायद आरोपियों के हौंसले इतने बुलंद नहीं होते और शायद मुकेश भी आज ज़िंदा होता। पुलिस के अनुसार उन्होंने आरोपियों की पहचान कर ली हैं| पुलिस आरोपियों जल्द गिरफ्तार करने का दावा कर रही है।
अजमेर | अजमेर में भू-माफियाओं के हौंसले इतने बढ़ते जा रहे है कि उन्हें बड़े से बड़ा अपराध करने में भी कोई गुरेज नहीं है। भू-माफियाओं के उच्चे राजनैतिक रसुखात और धनबल के आगे पुलिस भी पीड़ितों की नहीं सुनती हैं। इस तरह अजमेर में जमीन के विवाद को लेकर एक रेलवे कर्मचारी की कुछ लोगों द्वारा धारदार हथियार से गला काट कर हत्या करने का मामला सामने आया हैं। परिजनों ने गांव के ही भू-माफिया भागचंद गुर्जर और भाजयुमो के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष अमित बंसाली पर कत्ल का आरोप लगाया है। परिजनों का यह भी आरोप है कि तीन माह पहले युवक ने सिविल लाइंस थाने में भागचंद गुर्जर सहित पांच अन्य लोगों के खिलाफ उसे जान से मारने की धमकी देने की शिकायत दर्ज़ करवाई थी| युवक ने पुलिस से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने और उसे सुरक्षा देने की भी याचना की थी|
क्या था मामलामंगलवार देर शाम जिस युवक का कत्ल हुआ वह घूघरा गांव निवासी मुकेश जोशी है। मुकेश रेलवे डीआरएम कार्यालय के एकाउंट्स विभाग में कर्मचारी है। मुकेश की पत्नी सावित्री कालेज में व्याख्याता है। कुछ दिनों पहले मुकेश ने भागचंद गुर्जर से रिसोर्ट के लिए जमीन खरीदी थी। भागचंद गुर्जर और अमित बंसाली पार्टनरशीप में जमीनों का काम करते है। मुकेश ने जमीन तो खरीद ली मगर जमीन पर जाने के लिए उसने भागचंद से रास्ता मांगा तो उसने इनकार कर दिया। मुकेश ने अदालत में भागचंद के खिलाफ मुकदमा दायर कर दिया। परिजनों के मुताबिक तीन माह पहले भागचंद गुर्जर और उसके साथियों ने मिलकर मुकेश को अदालत में दायर वाद वापस लेने के लिए घर जाकर उसे जान से मारने की धमकी दी थी।
कैसे किया क़त्लशाम को जब मुकेश बाइक से घर लौट रहा था, इस दौरान पांच-छः युवकों ने उसे रोका और धारदार हथियार से उस पर कई वार किए। मुकेश जमीन पर पड़ा तड़पता रहा और आरोपी उसके दम तोड़ने का इंतज़ार करते रहे। जब मुकेश की सांसे थम गई तो आरोपी पास ही के बाड़े में हथियार फेंककर फरार हो गए। पुलिस ने परिजनों को इत्तला कर जेएलएन अस्पताल के मेडिकल बोर्ड में शव का पोस्टमार्टम करवाया है।
मुकेश ह्त्याकाण्ड में परिजन ने जिस तरह से पुलिस को कठघरे में खड़ा किया है, यह वाकई गंभीर और चौंकाने वाला मामला है। मुकेश की शिकायत पर पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करती तो शायद आरोपियों के हौंसले इतने बुलंद नहीं होते और शायद मुकेश भी आज ज़िंदा होता। पुलिस के अनुसार उन्होंने आरोपियों की पहचान कर ली हैं| पुलिस आरोपियों जल्द गिरफ्तार करने का दावा कर रही है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें