शादी से पहले लड़की ने पिता के गले में डाल दी माला, जानिए फिर क्या हुआ
- हाल ही में पीपल पूनम के मौके पर नक्की झील के पास स्वयंवर आयोजित किया गया।
- इस दौरान नक्की झील में स्नान करके सभी ने पूजा पाठ किया।
- लड़कियों को तैयार किया गया और वे माला लेकर अपना वर चुनने निकलीं।
जब लड़की ने पिता को पहना दी माला
- इन आदिवासियों में एक परंपरा है। इसके मुताबिक स्वयंवर में जाने से पहले लड़की अपने पिता को माला पहनाकर उनसे अनुमति लेती है।
- पिता के अनुमति देने के बाद ही लड़की स्वयंवर में हिस्सा ले सकती है।
- यहां भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला।
- इधर स्वयंवर में लड़के वरमाला पहनने और अपनी जीवनसंगिनी के इंतजार में खड़े थे और उधर लड़कियों ने अपने पिता को माला पहना दी।
- पिता ने लड़कियों के लिए 5-10 लड़के चुनकर उनमें से वरण करने को कहा।
- पिता के आदेश के बाद लड़कियां स्वयंवर में गईं और अपने पसंद का वर चुन उनसे शादी की।
कन्या और रसिया बालम की कहानी
- इस प्रथा के पीछे कन्या और रसिया बालम की कहानी प्रचलित है।
- इसके मुताबिक रसिया बालम एक औघड़ था, जिसे राजकुमारी कन्या से प्यार हो गया था।
- राजकुमारी नाबालिग थी। जब रसिया बालम उसके घर शादी के अनुमति लेने पहुंचा तो रानी ने शर्त रख दी।
- रानी ने कहा कि अंगुली से खोदकर झील बनानी पड़ेगी, तब जाकर शादी हो पाएगी। ये झील सुबह सूरज उगने से पहले ही बन जानी चाहिए।
- इधर झील लगभग तैयार हो गई थी। सुबह होने में वक्त था तभी रानी ने मुर्गे की आवाज में बांग देना शुरु कर दिया।
- रसिया बालम को लगा कि वे शर्त पूरा नहीं कर पाए। वे सब कुछ छोड़कर जंगल की ओर चले गए।
- ऐसे में जब उन्होंने देखा कि काफी देर हो गई और सुबह नहीं हुई तब उन्होंने सच्चाई जान ली।
- रसिया बालम ने रानी को श्राप दे दिया और वह पत्थर बन गईं।
-रानी के छल के बाद यह परंपरा शुरू हुई कि अब से शादी के लिए पिता से इजाजत ली जाएगी।
-इस घटना के बाद से ही यहां के आदिवासी आज भी इसी परंपरा को मानते आ रहे है।
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